लेख विधि-कानून त्वरित न्याय का अधूरा सपना July 14, 2022 / July 14, 2022 by यशपाल सिंह | Leave a Comment यशपाल सिंह साभार ::दैनिक जागरण _24.6.2022 देश में आजकल बुलडोजर न्याय की बहुत चर्चा है। यह मामला सुप्रीम कोर्ट तक पहुंच चुका है। जिन्हें बुलडोजर न्याय पर आपत्ति है, वे कभी यह सवाल नहीं उठाते कि अदालतों में तारीख पर तारीख का सिलसिला क्यों कायम रहता है? इस सवाल का जवाब न मिल पाने के […] Read more » unfulfilled dream of speedy justice
लेख विधि-कानून देश में हिंसक होते युवा आंदोलन July 1, 2022 / July 1, 2022 by डॉ. सत्यवान सौरभ | Leave a Comment -सत्यवान ‘सौरभ’ गोल्डस्टोन ने लिखा है, “युवाओं ने पूरे इतिहास में राजनीतिक हिंसा में एक प्रमुख भूमिका निभाई है,” और एक युवा उभार कुल वयस्क आबादी के सापेक्ष 15 से 24 युवाओं का असामान्य रूप से राजनीतिक संकट से ऐतिहासिक रूप से जुड़ा हुआ है। पिछले कुछ वर्षों में, युवा हिंसा के कारण जान-माल […] Read more » Violent youth movement in the country
लेख विधि-कानून ओबीसी के साथ क्रीमीलेयर का भेदभाव क्यों? June 27, 2022 / June 27, 2022 by डॉ. सत्यवान सौरभ | Leave a Comment सत्यवान ‘सौरभ’ आरक्षण, सात दशकों के बावजूद, हमारे विषम समाज में कई समूहों के लिए लाभों के समान वितरण में अनुवादित नहीं हुआ है। नतीजतन, कई समूहों को छोड़ दिया गया है। आरक्षण का लाभ नहीं उठा पाने वाले हाशिए के तबके के लोगों की जोरदार मांग है। इसके लिए कुछ नीति विकल्प तैयार करने […] Read more » Reservation Why the discrimination of the creamy layer against OBC? ओबीसी के साथ क्रीमीलेयर का भेदभाव क्यों
राजनीति विधि-कानून चुनावी रिफॉर्म्स की फिर वकालत June 15, 2022 / June 15, 2022 by श्याम सुंदर भाटिया | Leave a Comment प्रो. श्याम सुंदर भाटिया आजादी के अमृत महोत्सव बरस में चुनाव आयोग और शक्तिशाली होना चाहता है। 72 साल के अपने लंबे एवम् कटु अनुभवों के आधार पर इलेक्शन कमीशन ने बड़े बदलाव की कार्ययोजना को मूर्त रूप दिया है। नए मुख्य चुनाव आयुक्त श्री राजीव कुमार की अध्यक्षता में हुई मैराथन मीटिंग में छह सिफारिशों […] Read more » Advocating for electoral reforms again चुनावी रिफॉर्म्स चुनावी रिफॉर्म्स की फिर वकालत
राजनीति विधि-कानून समान नागरिक संहिता मुस्लिम महिलाओं के लिए सम्मानजनक कानून है May 16, 2022 / May 16, 2022 by डॉ. सौरभ मालवीय | Leave a Comment -डॉ. सौरभ मालवीयसमान नागरिक संहिता को लेकर देशभर में एक बार फिर से बहस जारी है। देश में समान नागरिक संहिता को लागू करने की बात बार-बार उठती रही है, परन्तु इस पर विवाद होने के पश्चात यह मामला दबकर रह जाता है। किन्तु जब से उत्तर प्रदेश में भाजपा की वापसी हुई है, तब […] Read more » uniform civil code Uniform Civil Code is a respectable law for Muslim women समान नागरिक संहिता
लेख विधि-कानून सर्वोच्च न्यायालय के निर्णय को लेकर भ्रामकता सही नहीं है’ May 13, 2022 / May 15, 2022 by कृष्णमुरारी त्रिपाठी अटल | Leave a Comment ~कृष्णमुरारी त्रिपाठी अटलमध्यप्रदेश के पंचायत एवं नगरीय निकाय चुनावों में बगैर ओबीसी आरक्षण के निर्वाचन सम्पन्न कराने एवं अधिसूचना जारी करने के लिए माननीय सर्वोच्च न्यायालय ने निर्णय सुनाया है। किन्तु इस पर राजनैतिक गिद्ध दृष्टि गड़ाने वाले इस निर्णय को भी निराशापूर्ण बताते हुए अपनी वोटबैंक की राजनीति सिद्ध करना चाह रहे हैं। ये […] Read more » Misleading about the decision of the Supreme Court is not right. सर्वोच्च न्यायालय के निर्णय को लेकर भ्रामकता सही नहीं
राजनीति विधि-कानून न्यायालयों में राजस्व मामलों का बोझ May 12, 2022 / May 12, 2022 by प्रमोद भार्गव | Leave a Comment संदर्भ- प्रधान न्यायाधीष एनवी रमणा का बयान-प्रमोद भार्गव ऐसा पहली बार देखने में आया है कि सर्वोव्व न्यायालय के प्रधान न्यायाधीश एनवी रमणा ने न्यायालयों में बढ़ते मामलों के मूल कारण में जजों की कमी के साथ राजस्व न्यायालयों को भी दोषी ठहराया है। रमणा ने न्यायपालिका, विधायिका और कार्यपालिका की शक्तियों और क्षेत्राधिकार के […] Read more » Burden of revenue matters in courts न्यायालयों में राजस्व मामलों का बोझ
राजनीति विधि-कानून देश के नागरिकों को सुरक्षित कल की गारंटी देता है आपराधिक प्रक्रिया पहचान विधेयक 2022 April 22, 2022 / April 22, 2022 by डॉ. सत्यवान सौरभ | Leave a Comment -सत्यवान ‘सौरभ’ आपराधिक प्रक्रिया (पहचान) विधेयक संसद द्वारा पारित किया गया है और यह कैदियों की पहचान अधिनियम, 1920 को निरस्त करने का प्रयास करता है। यह विधेयक उन सूचनाओं के दायरे का विस्तार करता है जो सरकार दोषियों, गिरफ्तार व्यक्तियों और आदतन अपराधियों जैसे अन्य व्यक्तियों से एकत्र कर सकती है। इस कानून का […] Read more » The Criminal Procedure Identification Bill 2022 The Criminal Procedure Identification Bill 2022 guarantees a safe tomorrow to the citizens of the country आपराधिक प्रक्रिया पहचान विधेयक 2022
राजनीति विधि-कानून गुजरात की अदालत में गुजराती नहीं January 8, 2022 / January 8, 2022 by डॉ. वेदप्रताप वैदिक | Leave a Comment डॉ. वेदप्रताप वैदिक गुजरात के उच्च न्यायालय में भाषा के सवाल पर फिर विवाद खड़ा हो गया है। एक पत्रकार विशाल व्यास ने गुजराती में ज्यों ही बोलना शुरु किया, जजों ने कहा कि आप अंग्रेजी में बोलिए। व्यास अड़े रहे। उन्होंने कहा कि मैं गुजराती में ही बोलूंगा। जजों ने कहा कि संविधान की […] Read more » No Gujarati in Gujarat court गुजरात की अदालत में गुजराती नहीं पत्रकार विशाल व्यास
लेख विधि-कानून इन महिलाओं की रही थी भारतीय संविधान बनाने में महत्वपूर्ण भागीदारी November 16, 2021 / November 16, 2021 by प्रवक्ता ब्यूरो | Leave a Comment स्वाति सिंह भारत में 26 नवंबर 1949 को निर्वाचित संविधान सभा द्वारा भारतीय संविधान अपनाया गया था और 26 जनवरी 1950 को इसे लागू किया गया था। संविधान सभा में कुल 389 सदस्य थे। लेकिन अब इसे संयोग कहें या दुर्भाग्य कि संविधान निर्माण के संदर्भ में हमें केवल अग्रणी पुरुष सदस्यों के रूप में […] Read more » women contribution in drafting indian constitution महिलाओं की रही थी भारतीय संविधान बनाने में महत्वपूर्ण भागीदारी
विधि-कानून देश में महिला न्यायाधीशों की हिस्सेदारी कम क्यों? September 30, 2021 / September 30, 2021 by सोनम लववंशी | Leave a Comment समानता लोकतांत्रिक समाज की जीवन रेखा है। तो वहीं दूसरी तरफ़ इतिहास इस बात का सदैव साक्षी रहा है कि हमारे देश में महिलाएं अपने अधिकारों को लेकर हर पल पर संघर्ष करती आईं हैं। ऐसे में कहने को भले हम एक नये युग में जी रहे है जहां समता और समानता की पैरवी संविधान […] Read more » Share of women judges in the country] देश में महिला न्यायाधीश न्यायाधीशों की हिस्सेदारी कम महिला न्यायाधीशों की हिस्सेदारी
लेख विज्ञान विधि-कानून समाज श्राद्ध कर्म का विज्ञान September 21, 2021 / September 21, 2021 by प्रमोद भार्गव | Leave a Comment प्रमोद भार्गव हिंदुओं में दाहक्रिया के समय कपाल क्रिया प्रचलन में है। गरुड़़ पुराण के अनुसार शवदाह के समय मृतक की खोपड़ी को घी की आहुति देकर डंडे से प्रहार करके फोड़ा जाता है। चूंकि खोपड़ी का अस्थिरूपी कवच इतना मजबूत होता है कि सामान्य आग में वह आसानी से भस्मीभूत नहीं हो पाता है। […] Read more » science of shraadh karma श्राद्ध कर्म का विज्ञान