समाज टूटती परम्पराए बदलता समाज——————— February 22, 2017 / February 22, 2017 by प्रदीप रावत | Leave a Comment प्रदीप रावत किसी भी समाज का अतीत उसकी आने वाली पीढ़ी के लिए प्रेरणादायी रहता है। मुझे आज भी याद है बचपन में गाँव के बूढे लोग एक जगह पर इकठ्ठा होकर चर्चाएं करते थे और मनोरंजन के लिए गाँव में रामलीला . पांडव नृत्य व अन्य धर्मिक आयोजन किये जाते थे ।परस्पर लोग मेल […] Read more » breaking rituals changing society गावो से तीव्र पलायन पलायन को रोकने के लिए कुछ महत्वपूर्ण उपाय
कला-संस्कृति समाज बृहत्तर भारत का गौरवमय अतीत February 21, 2017 by डा. राधेश्याम द्विवेदी | Leave a Comment भारत की संस्कृति :- भारत की संस्कृति कई चीज़ों को मिला-जुलाकर बनती है जिसमें भारत का लम्बा इतिहास, विलक्षण भूगोल और सिन्धु घाटी की सभ्यता के दौरान बनी और आगे चलकर वैदिक युग में विकसित हुई, बौद्ध धर्म एवं स्वर्ण युग की शुरुआत और उसके अस्तगमन के साथ फली-फूली अपनी खुद की प्राचीन विरासत शामिल […] Read more » Featured बृहत्तर भारत का गौरवमय अतीत भारत
समाज रिजिजू के ट्वीट से उजागर होता सत्य February 18, 2017 by मयंक चतुर्वेदी | Leave a Comment डॉ. मयंक चतुर्वेदी केंद्रीय गृह राज्यमंत्री किरण रिजिजू हिन्दू आबादी कम होने संबंधी एक ट्वीट क्या कर दिया, स्वयं को सेक्युलर कहने वालों की भीड़ एक साथ उनको कठघरे में खड़ा करने में लग गई । उसमें भी आश्चर्य तब अधिक हुआ, जब एआईएमआईएम के प्रमुख असदुद्दीन औवेसी जैसे घोर सान्प्रदायिक यह कहते हैं कि […] Read more » decreasing hindu population Featured truth behind rijiju tweet tweet केंद्रीय मंत्री किरण रिजिजू रिजिजू हिन्दू आबादी कम
विधि-कानून समाज शादी को तमाशा न बनाएं! February 17, 2017 by डॉ. वेदप्रताप वैदिक | Leave a Comment कांग्रेस की सांसद श्रीमती रंजीत रंजन एक ऐसा विधेयक पेश कर रही हैं, जो अगर कानून बन गया तो सारे देश का बड़ा लाभ होगा। यह ऐसा कानून बनेगा, जिससे सभी जातियों, सभी मजहबों और सभी प्रांतों के लोगों को लाभ मिलेगा। यह विधेयक शादी में होने वाले अनाप-शनाप खर्चे पर रोक लगाने की मांग […] Read more » #Ranjeet Ranjan #डा वेदप्रताप वैदिक कालम Congress marriage bill कांग्रेस कानून रंजीत रंजन शादी को तमाशा न बनाएं
राजनीति समाज अरुणाचल प्रदेश में घटती हिन्दू आबादी February 16, 2017 by लोकेन्द्र सिंह राजपूत | Leave a Comment केन्द्रीय मंत्री ने जो कहा, सच कहा – लोकेन्द्र सिंह अरुणाचल प्रदेश में हिंदू जनसंख्या के सन्दर्भ में केंद्रीय मंत्री किरण रिजिजू के बयान पर कुछ लोग विवाद खड़ा करने का प्रयास कर रहे हैं। जबकि उनका बयान एक कड़वी हकीकत को बयां कर रहा है। आश्चर्य की बात यह है कि उनके बयान पर […] Read more » Arunachal Pradesh decreasing hindu population Featured hindu population in Arunachal Pradesh Kiren Rijiju अरुणाचल प्रदेश अरुणाचल प्रदेश में हिंदू जनसंख्या केंद्रीय मंत्री किरण रिजिजू घटती हिन्दू आबादी
महत्वपूर्ण लेख समाज आरक्षण का अनचाहा पहलू: एक विचार-प्रवर्तक टिप्पणी February 16, 2017 by डॉ. मधुसूदन | 3 Comments on आरक्षण का अनचाहा पहलू: एक विचार-प्रवर्तक टिप्पणी डॉ. मधुसूदन (एक) सारांश: अपनी टिप्पणी में, पिछडे समाज का,एक टिप्पणीकार अपना अनुभव बताता है; ==> ***आरक्षण के कारण समाजपर होनेवाले मानसिक दुष्परिणाम*** ***सभी से बुरा है, आरक्षित समाज में, हीन ग्रंथि का उदय*** ***और समग्र देश में फैलती परस्पर अलगाव की भावना*** अंत में टिप्पणीकार अपना निश्चय व्यक्त करता है: ***इस लिए, आरक्षण की […] Read more » Featured reservation system in India आरक्षण आरक्षण का अनचाहा पहलू
समाज हिंदुत्व की नई परिभाषा में है सच्चा राष्ट्रवाद February 14, 2017 by डॉ. वेदप्रताप वैदिक | 2 Comments on हिंदुत्व की नई परिभाषा में है सच्चा राष्ट्रवाद डॉ. वेदप्रताप वैदिक राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सर संघचालक मोहन भागवत ने मध्यप्रदेश यात्रा के दौरान ऐसा बयान दे दिया है, जो हिंदुत्व शब्द की परिभाषा ही बदल सकता है। अभी तक भारत में हिंदू किसे कहा जाता है और अहिंदू किसे? पहले अहिंदू को जानें। जो धर्म भारत के बाहर पैदा हुए, वे अहिंदू […] Read more » Featured राष्ट्रवाद सच्चा राष्ट्रवाद हिंदुत्व हिंदुत्व की नई परिभाषा
समाज थोडा पढे तो गांव छोड दे , ज्यादा पढे तो नगर ; February 13, 2017 by मनोज ज्वाला | 6 Comments on थोडा पढे तो गांव छोड दे , ज्यादा पढे तो नगर ; थोडा पढे तो गांव छोड दे , ज्यादा पढे तो नगर ; और पढे सो देश छोड दे , मैकाले-शिक्षण का जो असर ! मनोज ज्वाला हिन्दुस्तान टाइम्स में प्रकाशित एक सर्वेक्षण को ले कर लिखे मेरे एक लेख- “देश छोडने को तैयार नवजवान” पर मेरे मेल-बाक्स में देश-विदेश से बुद्धिजीवियों की प्रतिक्रियायें लगातार आ […] Read more » Featured ज्यादा पढे तो नगर ; थोडा पढे तो गांव छोड दे
समाज तमाशा बनते ‘फ़तवे’ व ‘फ़तवेबाज़’ February 13, 2017 by तनवीर जाफरी | Leave a Comment तनवीर जाफ़री फ़तवा इस्लाम धर्म से जुड़ी एक ऐसी व्यवस्था को कहा जाता है जिसमें इस्लाम धर्म का ज्ञान रखने वाले शिक्षित लोगों की एक समिति अथवा धार्मिक मामलों के जानकार यानी मुफ़्ती द्वारा अपने अनुयाईयों को दिशा निर्देश जारी किया जाता है। आमतौर पर फ़तवा लेने या देने की स्थिति उस समय पैदा होती […] Read more » ‘फ़तवेबाज़’ Featured तमाशा बनते ‘फ़तवे’ तमाशा बनते फ़तवेबाज़
समाज नशा, युवा और हमारा समाज February 13, 2017 by चरखा फिचर्स | Leave a Comment नाजिम अलि मिनहास सीमावर्ती जिला पुंछ राजनीतिक और आर्थिक समस्याओं के कारण हमेशा सुर्खियों में बना रहता है। कहीं न कहीं इसका प्रभाव पूरे देश पर पड़ रहा है। सीमा पर होने के कारण सामान्यतः यह क्षेत्र ऐसी स्थितियों से घिरा रहता है लेकिन एक अन्य समस्या जो इस जिले के लिए सबसे बड़ी समस्या […] Read more » नशा युवा हमारा समाज
समाज प्राइमरी स्कूल ख़ामोश हैं ! February 13, 2017 by शालिनी तिवारी | Leave a Comment शालिनी तिवारी दास्तान: आज भारत के अधिकतर क्षेत्रों में निःस्वार्थ भाव से समाज को प्राथमिक शिक्षा बाँटता हुआ प्राइमरी स्कूल गाँवों, कस्बों या शहरों के एक कोने में तन्हा दिखाई दे रहा है. कई दशक पुराना प्राइमरी स्कूल गाँव में बसा होने के बावजूद गाँव से ही अलग-थलग पड़कर अपने वजूद की लड़ाई लड़ रहा […] Read more » प्राइमरी स्कूल
मनोरंजन समाज सिनेमा “अलिफ़” के अधूरे सबक February 10, 2017 by जावेद अनीस | Leave a Comment जावेद अनीस मुस्लिम समाज में शिक्षा की चुनौती जैसे भारी-भरकम विषय को पेश करने का दावा, “लड़ना नहीं, पढ़ना जरूरी है” का नारा और जर्नलिस्ट से फिल्ममेकर बना एक युवा फिल्मकार, यह सब मिल कर किसी भी फिल्म के लिए एक जागरूक दर्शक की उत्सुकता जगाने के लिए काफी हैं. निर्देशक ज़ैगम इमाम के दूसरी फिल्म ‘अलिफ’ के साथ ना […] Read more » “अलिफ़” के अधूरे सबक Alif