शख्सियत समाज अमृतलाल नागर जन्म शताब्दी August 23, 2016 by डा. राधेश्याम द्विवेदी | Leave a Comment डा. राधेश्याम द्विवेदी जीवनी:-अमृत लाल नागर का जन्म 17 अगस्त 1916 ई0 को आगरा (उत्तर प्रदेश) में एक गुजराती ब्राह्मण परिवार में हुआ। आपके पिता का नाम राजाराम नागर था। आपके पितामह पं. शिवराम नागर 1895 से लखनऊ आकर बस गए थे। आपकी पढ़ाई हाईस्कूल तक ही हुई। फिर स्वाध्याय द्वारा साहित्य, इतिहास, पुराण, पुरातत्व […] Read more » Featured writer Amritlal Nagar अमृतलाल नागर अमृतलाल नागर जन्म शताब्दी
जन-जागरण समाज सफल जीवन के लिये विश्वास से भरा मन जरूरी August 23, 2016 by ललित गर्ग | Leave a Comment ललित गर्ग- हम जीवन खुशनुमा तभी बना सकते हैं जब हमारा जिन्दगी के प्रति सकारात्मक नजरिया होता है। हर व्यक्ति की यह स्वाभाविक प्रवृत्ति है कि वह अपने जीवन में सफलता की उच्चतम ऊंचाइयों को छूना चाहता है। उसकी यह नैसर्गिक आकांक्षा होती है कि उसे मनचाही वस्तु मिले, मनचाहा पद मिले, मनचाहा जीवन साथी […] Read more » Featured विश्वास से भरा मन जरूरी सफल जीवन
शख्सियत समाज परसाई का मूल्यांकन क्यों नहीं? August 22, 2016 by एम्.एम्.चंद्रा | 3 Comments on परसाई का मूल्यांकन क्यों नहीं? एम् एम् चन्द्रा ‘जब बदलाव करना सम्भव था मैं आया नहीं: जब यह जरूरी था कि मैं, एक मामूली सा शख़्स, मदद करूँ, तो मैं हाशिये पर रहा।’ भारतीय इतिहास में हरिशंकर परसाई ही एक मात्र ऐसे लेखक रहे है, जो अपने रचना काल और उसके बाद आज भी व्यंग्य के सिरमौर बने हुए है. […] Read more » Harishankar Parsai हरिशंकर परसाई
विविधा समाज कश्मीरी युवाओं के हाथ में पत्थर August 18, 2016 by प्रमोद भार्गव | 1 Comment on कश्मीरी युवाओं के हाथ में पत्थर प्रमोद भार्गव प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने क्रांतिकारी चंद्रशेखर आजाद की जन्मस्थली भाबरा से भटके कश्मीरी युवाओं के मर्म को पकड़ने की कोशिश की है। मोदी ने कहा कि मुट्ठीभर लोग कश्मीर की परंपरा को ठेस पहुंचा रहे हैं। वे युवा, जिनके हाथ में लैपटाॅप, किताब और क्रिकेट का बल्ला होना चाहिए था, उनके हाथ में […] Read more » Featured कश्मीरी युवाओं के हाथ में पत्थर
शख्सियत समाज आध्यात्मिक चेतना के संवाहकः- महर्षि अरविंद August 17, 2016 by मृत्युंजय दीक्षित | 2 Comments on आध्यात्मिक चेतना के संवाहकः- महर्षि अरविंद मृत्युंजय दीक्षित श्री अरविंद का जन्म ऐसे समय में हुआ था जब परे देश में अंग्रेजों का राज स्थापित हो चुका था। पूरे देश में अंग्रेजियत व अंग्रेजों का बोलबाला था। उन दिनों देश में ऐसी शिक्षा दी जा रही थी जिससे शिक्षित भारतवासी काले अंग्रेज बन रहे थे। उन दिनों बंगाल में एक बहुत […] Read more » Featured Maharshi Aurobindo आध्यात्मिक चेतना के संवाहक महर्षि अरविंद
समाज यथार्थ वर्णव्यवस्था और दलितोद्धार में महर्षि दयानन्द का योगदान August 15, 2016 by मनमोहन आर्य | Leave a Comment -मनमोहन कुमार आर्य इतिहास में महर्षि दयानन्द पहले व्यक्ति हुए हैं जिन्होंने उन्नीसवीं शताब्दी के उत्तरार्ध में जन्मना वर्ण-जाति व्यवस्था से ग्रस्त भारतीयों को वैदिक वर्णव्यवस्था के यथार्थ स्वरुप, जो गुण, कर्म व स्वभाव पर आधारित था व होता है, से परिचित कराया। महर्षि दयानन्द के विचारों को ‘‘सत्यार्थप्रकाश” ग्रन्थ के चौथे समुल्लास को पढ़कर […] Read more » Featured दलितोद्धार दलितोद्धार में महर्षि दयानन्द का योगदान महर्षि दयानन्द यथार्थ वर्णव्यवस्था
शख्सियत समाज जाते-जाते तुम बहुत कुछ दे गए स्वामी महाराज शांतिलाल पटेलजी………. August 15, 2016 by मयंक चतुर्वेदी | Leave a Comment डॉ. मयंक चतुर्वेदी जीवन सतत है और देह क्षणभृंगुर। देह पंचमहाभूतों का सार तत्व है और यह देह तभी अपने आकार को प्राप्त करती है, जब चेतना इसमें प्रतिष्ठित होती है। मृत्यु लोक जीवन के नानाविध रूपों के प्रकटीकरण का आश्रयस्थल है। जहां न जाने कितने प्रकार के जीव अपने स्वरूपों में स्वधर्म के साथ […] Read more » Featured स्वामी महाराज शांतिलाल पटेल स्वामी सहजानंद स्वामीनारायण संप्रदाय
शख्सियत समाज पुस्तकालय विज्ञान के जनक डॉ. एस आर रंगानाथन August 14, 2016 / August 14, 2016 by डा. राधेश्याम द्विवेदी | Leave a Comment डा. राधेश्याम द्विवेदी डॉ. यस आर रंगनाथन का प्रारम्भिक जीवन और शिक्षा:- रंगनाथन का जन्म 12 अगस्त 1892 को शियाली, मद्रास वर्तमान चेन्नई मे हुआ था। रंगनाथ की शिक्षा शियाली के हिन्दू हाई स्कूल, मद्रास क्रिश्चयन कॉलेज मे (जहां उन्होने 1913 और 1916 मे गणित में बी ए और एम ए की उपाधि प्राप्त की) […] Read more » Dr. S. R. Ranganathan Featured डॉ. एस आर रंगानाथन पुस्तकालय विज्ञान पुस्तकालय विज्ञान के जनक डॉ. एस आर रंगानाथन
जन-जागरण टेक्नोलॉजी विविधा समाज सावधान ! शायद आप सेल्फीटिस की चपेट में हैं ? August 12, 2016 by शालिनी तिवारी | Leave a Comment स्व-जागृति : बीती सदियों में जब इंसान सार्थक ज्ञान के सन्निकट पहुँच जाता था तो वह संसारिक झंझावातों से दूर हटकर स्वयं में लीन हो जाता था । जिसे सनातन धर्म में समाधि, जैन धर्म में कैवल्य और बौद्ध धर्म में निर्वाण कहा जाता है । मुख्यतः यह योग का अन्तिम पड़ाव होता है जिसमें […] Read more » Featured taking too much selfie सेल्फीटिस
शख्सियत समाज वीरता और साहस की मिसाल वीरांगना अवंतीबाई August 12, 2016 / August 12, 2016 by ब्रह्मानंद राजपूत | Leave a Comment (वीरांगना महारानी अवंतीबाई लोधी जी की 185वीं जन्म-जयंती 16 अगस्त 2016 पर विशेष) भारत में पुरुषों के साथ आर्य ललनाओं ने भी देश, राज्य और धर्म, संस्कृति की रक्षा के लिए आवश्यकता पडने पर अपने प्राणों की बाजी लगाईं है। गोंडंवाने की रानी दुर्गावती और झाँसी की रानी वीरांगना लक्ष्मीबाई के चरण चिन्हों का अनुकरण […] Read more » Featured अवंतीबाई वीरांगना अवंतिबाई लोधी
जन-जागरण पर्व - त्यौहार समाज कहां गये वो लोग ? August 12, 2016 by राकेश कुमार आर्य | Leave a Comment राकेश कुमार आर्य देश अपने 70वें स्वतंत्रता दिवस के रंग में रंग गया है। सचमुच यह पावन पर्व हमें अपने स्वतंत्रता सैनानियों और अमर बलिदानियों के उद्यम और पुरूषार्थ का स्मरण कराकर अपने देश के प्रति समर्पित भाव से जीने के लिए प्रेरित करता है। भारत की संस्कृति की महानता का राज ही यह है […] Read more » freedom fighters of india great freedom fighters ofIndia
समाज ईश्वर-अल्लाह तेरो नाम….. August 11, 2016 by निर्मल रानी | Leave a Comment निर्मल रानी पूरे विश्व में बावजूद इसके कि लगभग 250 विभिन्न धर्मों,आस्थाओं तथा विश्वासों के मानने वाले लोग रहते हैं। सभी की अपनी-अपनी अलग-अलग धार्मिक मान्यताएं हैं, सबके अपने-अपने रीति-रिवाज हैं। इनमें कुछ धर्म तथा विश्वास तो ऐसे हैं जो रीति-रिवाज व मान्यताओं के अनुसार एक-दूसरे के काफी करीब दिखाई देते हैं जबकि कुछ ऐसे […] Read more » Featured अन्नपूर्णा ईश्वर-अल्लाह तेरो नाम मरियम सिद्दीकी