विविधा शख्सियत समाज पूरे देश को रुला गए कलाम July 28, 2015 / July 28, 2015 by सुरेश हिन्दुस्थानी | 1 Comment on पूरे देश को रुला गए कलाम भारत भूमि पर पैदा हुए जाज्वल्यमान नक्षत्रों में शुमार भारत रत्न डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम आज शारीरिक रूप से हमारे बीच नहीं हैं। उनके चले जाने से पूरे देश में शोक की ऐसी लहर दौड़ी कि हर कोई गमगीन दिखाई दिया। डॉ. कलाम के जाने के जाने से पूरा भारत रो दिया। उनके महानतम कार्यों […] Read more » death of Abdul Kalam कलाम
विविधा समाज मीनाक्षी ही नहीं दिल्ली भी मरी है July 28, 2015 by अरविंद जयतिलक | 1 Comment on मीनाक्षी ही नहीं दिल्ली भी मरी है अरविंद जयतिलक समझा जा रहा था कि देश में महिला अत्याचार विरोधी निर्भया कानून लागू होने के बाद दिन के उजाले और रात के अंधेरे में बेटियां महफूज रहेंगी। शासन-प्रशासन की सक्रियता बढ़ेगी और समाजद्रोहियों का हौसला पस्त होगा। लेकिन जिस तरह देश की राजधानी दिल्ली के आनंद पर्वत इलाके में हत्यारों ने बीच सड़क […] Read more » मीनाक्षी
धर्म-अध्यात्म समाज दक्षिण भारत के संत (12) सन्त निंबार्कचार्य July 25, 2015 by बी एन गोयल | 3 Comments on दक्षिण भारत के संत (12) सन्त निंबार्कचार्य बी एन गोयल आंध्र प्रदेश में गोदावरी नदी के तट पर स्थित गाँव वैदूरपट्नम। अरुण मुनि और जगन्ती देवी नामक दंपति का घर । दिन का समय । अचानक एक सन्यासी ने घर के दरवाजे पर दस्तक दी । ‘भिक्षाम देहि’। घर जगन्ति देवी और नियमानन्द नाम का छोटा बालक। गृहिणी भिक्षा देने […] Read more » दक्षिण भारत के संत सन्त निंबार्कचार्य
महत्वपूर्ण लेख विविधा समाज शिक्षा में सोवियत मॉडल खत्म हो July 24, 2015 by शंकर शरण | Leave a Comment शंकर शरण संसद में मानव संसाधन मंत्री ने बताया कि दिसंबर तक नई शिक्षा नीति बनाने की योजना है जिसके लिए राज्यों से तथा निचले स्तर तक विमर्श चल रहा है। किन्तु इसमें ‘नया’ क्या होने वाला है, इसका संकेत नहीं मिला है। नया शिक्षा दस्तावेज बनाने से पहले यह समीक्षा जरूरी है कि पिछले […] Read more » सोवियत मॉडल
विविधा समाज घर July 24, 2015 by विजय कुमार | Leave a Comment पिछले दिनों किसी काम से रमेश के घर गया था। वह मेरा पुराना मित्र है। गया तो शाम को था; पर बातचीत और भोजन में दस बज गये। आठ बजे से जो भयानक वर्षा शुरू हुई, तो वह थमने का नाम ही नहीं ले रही थी। अतः रमेश के आग्रह पर मैं वहीं रुक गया। […] Read more »
समाज घनघोर गरीबी व अति दयनीय हालत में जीने को मजबूर है ग्रामीण भारत July 21, 2015 by अशोक “प्रवृद्ध” | 2 Comments on घनघोर गरीबी व अति दयनीय हालत में जीने को मजबूर है ग्रामीण भारत अशोक “प्रवृद्ध” भारत विभाजन के पश्चात् बारह पंचवर्षीय योजनाओं में लाखों करोड़ रुपये खर्च करने के बाद भी ग्रामीण भारत घनघोर गरीबी व अति दयनीय हालत में जीने को मजबूर है। तीन जुलाई शुक्रवार को जारी सामाजिक, आर्थिक व जातिगत जनगणना रिपोर्ट-2011 के नवीनतम आंकड़ों ने ग्रामीण विकास के लिए दशकों से चलाई जा […] Read more » ग्रामीण भारत दयनीय हालत में जीने को मजबूर
विविधा समाज पाकिस्तान में अधिकार विहीन हिंदू – विवाह की भी कोई कानूनी मान्यता नहीं | July 19, 2015 by हरिहर शर्मा | Leave a Comment पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों की क्या स्थिति है, इसका जीता जागता उदाहरण है, हिंदू विवाह विधेयक पारित नहीं किया जाना । सवाल उठता है कि फिर भारत में मुस्लिम अल्पसंख्यकों के लिए विशेष क़ानून क्यों? हिंदू विवाह विधेयक पारित करने में पाकिस्तान को हिचकिचाहट क्यों है ? पढ़िए हमजा अमीर (लेखक इस्लामाबाद के एक प्रमुख ब्रोडकास्ट जर्नलिस्ट […] Read more » पाकिस्तान में अधिकार विहीन हिंदू - विवाह हिंदू विवाह
समाज बिन ब्याही माँ दे सकेगी बच्चे को अपना नाम July 15, 2015 / July 15, 2015 by प्रतिमा शुक्ला | Leave a Comment प्रतिमा शुक्ला दुनिया में हक से जीने का अधिकार सभी को है। आखिर अविवाहित मां बनने पर बच्चे का क्या दोष है। महिलाएं कई बार डर से बच्चे को फेंक देती हैं। अविवाहित मां काफी असुरक्षित महसूस करती हैं। अब ऐसी युवतियों को अपनी संतान के पिता का नाम बताना जरूरी नहीं होगा जो […] Read more » बच्चे को अपना नाम बिन ब्याही माँ
समाज एकल महिलाओ को लेकर अदालत का प्रगतिशील फैसला July 15, 2015 / July 16, 2015 by उपासना बेहार | Leave a Comment उपासना बेहार 6 जुलाई 2015 को सुप्रीम कोर्ट ने एक ऐतिहासिक फैसला दिया जिसमें कहा गया कि अविवाहित मां अपने बच्चे की अकेली अभिभावक बन सकती है। इसमें उसके पिता की रजामंदी लेने की आवश्यकता नहीं है। जिस केस को लेकर यह फैसला सुनाया गया है वो कुछ इस तरह है कि एक अविवाहित […] Read more »
महिला-जगत समाज सिंगल मदर July 13, 2015 by अभिषेक कांत पांडेय | Leave a Comment कामयाब भी, अच्छी मां भी अभिषेक कांत पाण्डेय आज महिलाएं खुद फैसले ले रही हैं और क्यों न लें, वे पढ़ी-लिखी हैं, कामयाब हैं, उन्हें अपनी जिंदगी अपनी आजादी से जीने का हक है। आज सिंगल मदर बिना पुरुषों के खुद घर और बाहर की जिम्मेदारी बाखूबी उठा रही हैं। ये जीवन में कामयाब हैं […] Read more » सिंगल मदर
जन-जागरण समाज लखनऊ सहित पूरे प्रदेश में भीषण जलसंकट की आहट July 11, 2015 by मृत्युंजय दीक्षित | Leave a Comment मृत्युंजय दीक्षित जिस प्रकार से जलस्रोतों के भंडार सूख रहे हैं व प्रदूषित हो रहे हैं उससे विशेषज्ञों ने कहना प्रारम्भ कर दिया है कि अब अगला विश्वयुद्ध जल के लिए हो सकता है। इसके कुछ दर्दनाक व सामाजिक सरोकार को झकझोर कर रख देने वाली घटनाएं घटी है जिनके बारे में अभी से ही […] Read more » जलसंकट की आहट भीषण जलसंकट की आहट लखनऊ
आर्थिकी समाज अमीरी बनाम गरीबी July 11, 2015 by शैलेन्द्र चौहान | Leave a Comment शैलेन्द्र चौहान जनगणना के ताजा आंकडों के मुताबिक ग्रामीण इलाकों के तीन चौथाई परिवारों की आमदनी पांच हजार रुपए महीने से ज्यादा नहीं है। गांवों में रहने वाले बानबे फीसद परिवारों की आय प्रतिमाह दस हजार रुपए से कम है। शहरी इलाकों के आंकड़े फिलहाल जारी नहीं किए गए हैं। पर वे जब भी सामने […] Read more » अमीरी गरीबी