समाज भारत की आज़ादी May 30, 2014 / May 30, 2014 by विपिन किशोर सिन्हा | 1 Comment on भारत की आज़ादी बिपिन किशोर सिन्हा १५ अगस्त १९४७ को इन्डिया आज़ाद हुआ था। वह एक अधूरी आज़ादी थी। हम मानसिक रूप से गुलामी की अवस्था में ही जी रहे थे। २६ मई, २०१४ को भारत आज़ाद हुआ। हमने मानसिक गुलामी की जंजीरें तोड़ डाली। प्रधान मंत्री नरेन्द्र मोदी के शपथ ग्रहण समारोह में सर्वत्र भारत दिखाई […] Read more » भारत की आज़ादी
समाज अनजाने-अनचाहे कलयुगी संस्कार April 11, 2014 by प्रवक्ता.कॉम ब्यूरो | Leave a Comment -डॉ. अंजु वाजपेयी- बच्चे छोटे होने की वजह से आठ-दस कार्टून सीरियलों को देखने का मौका मुझे मिला। कई सीरियल विदेशों में बनी सीरियलों का हिन्दीकरण हैं। लगभग प्रत्येक सीरियल में एक गेजेट होता है जो कोई भी काम कर सकता है। पात्र उसमें पांच मिनट में धरती से आकाश पहुंच जाता है। कई बार […] Read more » worldwide nature अनजाने-अनचाहे कलयुगी संस्कार
विधि-कानून समाज ‘वैवाहिक बलात्कार’ का कानून कितना प्रासंगिक? April 9, 2014 / April 9, 2014 by डॉ. पुरुषोत्तम मीणा 'निरंकुश' | 5 Comments on ‘वैवाहिक बलात्कार’ का कानून कितना प्रासंगिक? स्त्रियों का कहना है कि पत्नियों के साथ पुरुषों द्वारा किया जाने वाला बलात्कार, किसी गैर मर्द द्वारा किये जाने वाले बलात्कार से भी कई गुना भयंकर दर्दनाक और असहनीय होता है, क्योंकि किसी गैर-मर्द द्वारा किया जाने वाला बलात्कार तो एक बार किया जाता है और उसके विरुद्ध कानून की शरण भी ली जा […] Read more »
जन-जागरण समाज ये कैसी अर्ज़ है! March 18, 2014 / March 18, 2014 by बीनू भटनागर | 4 Comments on ये कैसी अर्ज़ है! मैने हमेशा धार्मिक अंधविश्वासों का विरोध किया है चाहें वो किसी भी समुदाय से जुड़े हों। हिन्दू धर्म की बात करें तो मुख्य रूप से दो तरह के भक्त होते हैं पहले मूर्ति पूजक और दूसरे गुरु पूजक। गुरु पूजक मे भी मोटे तौर पर दो श्रेणियां होती हैं।– 1. ये गुरु आध्यात्म का ज्ञान […] Read more » ये कैसी अर्ज़ है!
समाज आम पूरबिया पिता की तरह हैं मुलायाम सिंह यादव …..!! March 12, 2014 / March 12, 2014 by तारकेश कुमार ओझा | Leave a Comment तारकेश कुमार ओझा यदि मुझसे कोई पूछे कि मुलायम सिंह यादव कितने बार उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री रह चुके हैं , तो शायद मैं सही- सही बता नहीं पाऊंगा। इतना जानता हूं कि वे एक से ज्यादा बार मुख्यमंत्री रहे थे। क्योंकि उत्तर प्रदेश की राजनीति में उनका जिक्र बचपन से सुनता आ रहा हूं। कालेज […] Read more » मुलायाम सिंह यादव
समाज आरक्षण की सियासी चाल March 11, 2014 / March 11, 2014 by प्रमोद भार्गव | Leave a Comment संदर्भ : जाट आरक्षण को कैबिनेट में मंजूरी – प्रमोद भार्गव कांग्रेस नेतृत्व वाली सप्रंग सरकार ने भ्रष्टाचार विरोधी अध्यादेश लाने की बजाय जाटों को आरक्षण देने की सियासी चाल चल दी। वह भी चुनावी अधिसूचना जारी होने से ठीक पहले। सियासी चाल यह इसलिए है क्योंकि केंद्रीय नौकरियों में जाटों को आरक्षण देने वाला […] Read more » आरक्षण की सियासी चाल
महिला-जगत समाज महिला सशक्तिकरण, शुरुवात परिवार से हो- March 7, 2014 by अरुण कान्त शुक्ला | 4 Comments on महिला सशक्तिकरण, शुरुवात परिवार से हो- आज से 104 वर्ष पहले जब क्लारा जेटकिन ने महिला दिवस को अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर मनाने का आव्हान किया था तो उसने सपने में भी नहीं सोचा होगा कि कुछ ही दशकों में पूंजीवादी बाजार इस दिन पर भी अपना कब्जा कर लेगा और दुनिया की तमाम देशों की सरकारें और बाजार की निहित स्वार्थी […] Read more » महिला सशक्तिकरण
राजनीति समाज मुसलमानों को कांग्रेस ने स़िर्फ धोखा दिया March 7, 2014 by डॉ. मनीष कुमार | Leave a Comment यह मुसलमानों को याद करने का मौसम है. उनकी समस्याओं पर बहस का मौसम है. यह मुसलमानों को ख़तरे बताने का मौसम है. यह मुसलमानों को डराने का मौसम है. यह चुनाव का मौसम है. यही वजह है कि हर राजनीतिक दल में मुसलमानों के प्रति प्रेम उमड़ रहा है. मुसलमानों के दु:ख पर आंसू […] Read more » मुसलमानों को कांग्रेस ने स़िर्फ धोखा दिया
समाज बिहार में बना बलात्कार का रिकॉर्ड January 15, 2014 / January 18, 2014 by अभिषेक रंजन | Leave a Comment -अभिषेक रंजन- सुशासन के तमाम दावों के बीच बिहार में महिला अपराध के मामले बढ़े हैं। महिला अपराध की बात करें तो पिछले वर्ष (2013) में यह संख्या बढ़कर 10,898 पहुंच गयी। बिहार पुलिस मुख्यालय से प्राप्त आंकड़ों व एजेंसी की रिपोर्ट के मुताबिक पिछले वर्ष नवंबर तक प्रदेश में महिलाओं से जुड़े 10,898 अपराध के मामले दर्ज […] Read more » Crime in Bihar बिहार में बना बलात्कार का रिकॉर्ड
समाज ‘आम आदमी’ अब एक नजरिया और नजरिये जल्द नहीं मरते January 10, 2014 / January 11, 2014 by अरुण कान्त शुक्ला | Leave a Comment हर तरफ, हर जगह, हर नुक्कड़ पर, कॉफ़ी हाउस या फिर चाय ठेले पर चुस्कियों के साथ चर्चा सिर्फ आम आदमी पार्टी की| आखिर क्या है इसमें जो दूसरे को बिन डोर खींचे चला जा रहा है| ज़रा सोचिये और अपने मानस पटल पर ज़ोर दीजिये, कहीं मैं कोई सुबह का सपना तो नहीं देख रहा हूं ? कृपया नोट करें सुबह का सपना सत्य माना जाता […] Read more » ‘आम आदमी’ अब एक नजरिया और नजरिये जल्द नहीं मरते AAP
समाज दक्षिण एशिया में लड़कियों की शिक्षा January 5, 2014 / January 11, 2014 by प्रवक्ता.कॉम ब्यूरो | Leave a Comment -सोम पाटीदार- संयुक्त राष्ट्र द्वारा निर्धारित सहस्राब्दि विकास लक्ष्यों में सार्वभौमिक प्राथमिक शिक्षा – सभी लड़कों और लड़कियों का स्कूलों में नामांकन एवं नियमित स्कूल जाना प्राप्त करना है लेकिन तमाम प्रयासों के बावजुद यह लक्ष्य हासिल नहीं हो पाया है। खासकर उप-सहारा अफ्रीका और दक्षिण एशिया इस लक्ष्य से काफी दूर हैं। संयुक्त राष्ट्र […] Read more » Girls' education in South Asia दक्षिण एशिया में लड़कियों की शिक्षा
समाज खतरे में आदिवासी बच्चों की जान December 30, 2013 / January 11, 2014 by संजय कुमार | Leave a Comment हाल ही में उच्चतम न्यायालय ने बाल अधिकार संरक्षण आयोग गठित नहीं करने वाले राज्यों को कड़ी फटकार लगाई है। कई राज्यों में अभी तक बाल आयोगों का गठन नहीं होने के कारण बच्चों के अधिकारों की निगरानी एवं उनका संरक्षण नहीं हो पा रहा है। परिणामस्वरूप राज्यों में बच्चों के शोषण की घटनाएं निरंतर […] Read more » help tribesmen children खतरे में आदिवासी बच्चों की जान