कला-संस्कृति विविधा राष्ट्र्रगान का सम्मान December 9, 2016 by प्रमोद भार्गव | Leave a Comment सर्वोच्च न्यायालय ने देशभर के सिनेमाघरों में फिल्म शुरू होने से पहले राष्ट्र्रगान अनिवार्य कर दिया है। इस दौरान सिनेमा के पर्दे पर राष्ट्र्रध्वज की लहराती उपस्थिति भी जरूरी है। अर्थात न्यायालय के इस एक आदेशों में राष्ट्र्रगान और राष्ट्रीय झंडे का सम्मान और गरिमा अंतर्निहित हैं। Read more » Featured राष्ट्र्रगान का सम्मान
विविधा स्वास्थ्य-योग तंबाकू से होने वाले कैंसर के शोधों का सच December 9, 2016 by प्रमोद भार्गव | Leave a Comment संदर्भः चबाने वाली तंबाकू के सेवन पर हुए शोधों के विरोधाभासी निष्कर्ष- लकवा का कारण भी है तंबाकू प्रमोद भार्गव तंबाकू ऐसा नषीला पदार्थ है, जिसपर सबसे ज्यादा विरोधाभासी और चोंकाने वाले शोध आते रहे है। ऐसे ही एक नए शोध ने दावा किया है कि चबाने वाली तंबाकू (स्मोकलैस टोबैको) के सेवन से कैंसर […] Read more » Featured कैंसर तंबाकू तंबाकू से होने वाले कैंसर लकवा का कारण तंबाकू
विविधा जानिए क्या करें ऑफिस में सबका चहेता बनने के लिए — December 9, 2016 by पंडित दयानंद शास्त्री | Leave a Comment प्रिय पाठकों, आज के समय पर जॉब मिलना आसान नहीं है और अगर आपको मन चाही जॉब मिल भी गई तो भी कुछ लोग ऐसे होते हैं, जिनके कारण आपको ऑफिस काटने को दौड़ता है। हर एक ऑफिस में मौजूद इस तरह के लोगों से छुटकारा पाना आसान नहीं होता है। हम अपने दिन […] Read more » ऑफिस में सबका चहेता
विविधा प्रवासी भारतीयों, ठोकरों के लिए तैयार रहो! December 9, 2016 by डॉ. मधुसूदन | 12 Comments on प्रवासी भारतीयों, ठोकरों के लिए तैयार रहो! पश्चिमी संस्कृतियाँ दैहिकता, भौतिकता और उपयोगिता प्रधान होती हैं, वें दैहिक-सुख-प्रधान युवावस्था के (फेज़ ) अंतराल में प्रकृष्टता (Intense)से प्रबल प्रेरक होती है। पर इस अंतराल का अंत जब होता है, तो उसके पश्चात उससे प्रभावित मनुष्य, वृद्धोंको, निरुपयोगी और अडचन मानकर उनकी उपेक्षा कर सकता है। आज भी कुछ परिवारों में ऐसी प्रक्रिया घटते देख रहा हूँ। किसी वृद्धाश्रम को भेंट देने का और स्वयं निर्णय करने का अनुरोध है। Read more » Featured
आर्थिकी विविधा #नोटबंदी से भ्रष्टाचार मुक्त डिजिटल भारत की ओर December 9, 2016 by विनोद बंसल | 1 Comment on #नोटबंदी से भ्रष्टाचार मुक्त डिजिटल भारत की ओर आठ नवम्बर 2016 के आठ बजे की वह घडी भारतीय अर्थ व्यवस्था के शुद्धिकरण के लिए एक ऐतिहासिक पल के रूप में जानी जाएगी। 500 व 1000 रूपए के नोटों को चलन से बंद करने की अचानक घोषणा ने समस्त देश वासियों को हिला कर रख दिया. गत एक माह के अनुभव ने एक बात तो सिखा दि कि हम समस्त भरत वंशियों को अब नकदी के मोह से उबर कर ‘नकदी रहित व्यवहार(कैश लैस ट्रान्जेक्शन)’ का अभ्यास तुरंत प्रभाव से करना पडेगा, जो दुनियाभर के विकसित तथा विकासशील देश पहले से ही सफ़लता पूर्वक कर रहे हैं। Read more » #cashless #cashlesstransactions #भ्रष्टाचार मुक्त डिजिटल भारत Featured कैसे करें बिना नकदी के भुगतान: डिजिटल भारत नोटबंदी
विविधा भारत की धरती से उठेगी बच्चों के अधिकारों की आवाज December 8, 2016 by अनिल पांडेय | Leave a Comment बच्चे ही दुनिया का भविष्य हैं। लेकिन 21 सदी में बच्चे ही सबसे ज्यादा असुरक्षित भी हैं। युद्द और आपदा की विभिषिका झलने वाले देशों में सबसे ज्यादा तबाह बच्चे ही हो रहे हैं। युद्द और आपदा प्रभावित देशों में बच्चों की तस्करी बढ़ जाती है। जिनसे बाल मजदूरी और वेश्यावृत्ति कराई जाती है। सीरिया में तो पूरी एक पीढ़ी ही अपने अधिकारों से वंचित है। Read more » नोबेल शांति पुरस्कार विजेता श्री कैलाश सत्यार्थी श्री कैलाश सत्यार्थी
विधि-कानून विविधा आमने-सामने : न्यायाधीशों की नियुक्ति December 7, 2016 by वीरेंदर परिहार | 2 Comments on आमने-सामने : न्यायाधीशों की नियुक्ति उच्च न्यायालयों में न्यायाधीशों की नियुक्ति के लिए सर्वोच्च न्यायालय के काॅलेजियम द्वारा भेजे गए 77 नामों में से 34 नामों की स्वीकृति केन्द्र सरकार द्वारा दिए जाने से ऐसा लगने लगा था कि न्यायपालिका और सरकार के बीच बर्फ गलने लगी है, और अंतोगत्वा दोनों के बीच जजों की नियुक्तियों को लेकर कोई आम सहमति बन जाएगी। लेकिन 43 नामों को केन्द्र सरकार द्वारा वापस कर दिए जाने और उन नामों को पुनः काॅलेजियम द्वारा केन्द्र सरकार के पास भेजे जाने से ऐसा लगता है कि न्यायपालिका और सरकार आमने-सामने आ गए हैं। Read more » Collegium System of judges Featured काॅलेजियम काॅलेजियम व्यवस्था न्यायाधीशों की नियुक्ति प्रक्रिया प्रधान न्यायाधीश टी.एस. ठाकुर सर्वोच्च न्यायालय सशक्त एवं निष्पक्ष लोकपाल गठन
बच्चों का पन्ना विविधा कैसें प्राप्त करें अच्छे अंक परीक्षाओं में ??? December 6, 2016 by विकास मित्तल | Leave a Comment हर माता पिता के दिमाग एक बहुत बड़ा प्रश्न उठता हैं कि उनका बच्चा परीक्षा में अच्छे अंक कैसे प्राप्त करे ??? जिसका जवाब वही बच्चे दे सकते हैं जिन्होंने परीक्षा उत्तीर्ण कर ली है। परीक्षाओं के नाम सें बच्चे तो बच्चे बल्कि उनके माता पिता भी घबराते हैं लेकिन यह बहुत बड़ी बात नहीं […] Read more » how to get good marks in exams अच्छे अंक परीक्षाओं में
विधि-कानून विविधा भारतरत्न संविधान निर्माता :- डा. अंबेेडकर December 6, 2016 by मृत्युंजय दीक्षित | Leave a Comment भारतीय समाज में सामाजिक समता, सामाजिक न्याय, सामाजिक अभिसरण जैसे समाज परिवर्तन के मुददों को उठाने वाले भारतीय संविधान के निर्माता व सामाजिक समरसता के प्रेरक भारतरत्न डा.भीमराव अम्बेडकर का जन्म 14 अप्रैल 1891 को महू मध्यप्रदेश में हुआ था। इनके पिता रामजी सकपाल व माता भीमाबाई धर्मप्रेमी दम्पति थे। Read more » Dr.B R ambedkar Featured डा. अंबेेडकर भारतरत्न संविधान निर्माता
विविधा राम मंदिर निर्माण : आखिर कब तक देश का जनमानस करे इंतजार December 6, 2016 by मृत्युंजय दीक्षित | Leave a Comment भारत के इतिहास में 6 दिसम्बर की तारीख का बड़ा ही ऐतिहासिक महत्व है। इस दिन भारत के संविधान निर्माता डा. अम्बेडकर का निधन हुआ था और इसी दिन 6 दिसम्बर 1992 को विश्व हिंदू परिषद के नेतृत्व में विवादित स्थल पर भव्य राम मंदिर के निर्माण के उददेश्य हेतु अयोध्या में कारसेवा का आयोजन किया गया था। Read more » construction of ram mandir in Ayodhya Featured ram mandir in Ayodhya अयोध्या विवाद मुस्लिम तुष्टीकरण की राजनीति राम मंदिर निर्माण स्व. अशोक सिंघल
विविधा सिनेमा जद्दन बाई : कोठे की जीनत बनकर ऐसी चमकी कि दिलों के साथ-साथ शोहरत व दौलत ने उसके कदम चूमे.. December 5, 2016 by अनिल अनूप | 3 Comments on जद्दन बाई : कोठे की जीनत बनकर ऐसी चमकी कि दिलों के साथ-साथ शोहरत व दौलत ने उसके कदम चूमे.. -अनिल अनूप अनुराग कश्यप की बहुचर्चित फिल्म गैंग ऑफ वासेपुर का संगीत देने वाली स्नेहा खानवल्कर भारतीय फिल्मी इतिहास की मात्र चौथी महिला संगीतकार हैं. उनसे पहले सिर्फ तीन और महिला संगीतकार रही हैं जिन्होंने फिल्मों में संगीत दिया. वो थीं जद्दन बाई,सरस्वती देवी और ऊषा खन्ना. 1935 का साल भारतीय चित्रपट संगीत के लिए […] Read more » Featured जद्दन बाई
विविधा स्वार्थ के लिए भोजपुरी और हिन्दी-दोनों को कमजोर करने का कुचक्र December 5, 2016 by प्रवक्ता ब्यूरो | 1 Comment on स्वार्थ के लिए भोजपुरी और हिन्दी-दोनों को कमजोर करने का कुचक्र डॉ. अमरनाथ हिन्दी आज टूटने के कगार पर है. भोजपुरी को संविधान की आठवीं अनुसूची में शामिल करने की माँग तेज हो गई है. भोजपुरी क्षेत्र के दो सांसदों ने संसद में फिर से यह माँग की है. पिछले 8अगस्त और इसके बाद 15 नवंबर को इस माँग के समर्थन में दिल्ली के जंतर मंतर […] Read more » कमजोर करने का कुचक्र भोजपुरी भोजपुरी को स्वायत्तता संवैधानिक-मान्यता भोजपुरी हिन्दी