हाब्सवाम, चीन और अमेरिका
Updated: December 24, 2011
कोलकाता के ‘द टेलिग्राफ’ दैनिक के 2 मार्च के अंक की सुर्खी है : ”करात ने विकट पश्चिम बंगाल की भविष्यवाणी की”। नई दिल्ली से…
Read more
कहां खड़ी है आज पत्रकारिता?
Updated: December 24, 2011
देखा जाए तो पत्रकारिता लोकतंत्र के खम्भे और जनता की हितों की रक्षा करने के दायित्व के लिए समझा जाता है। शुरू से अपने दायित्वों…
Read more
महिला आरक्षण विधेयक पर सुलगता असंतोष
Updated: December 24, 2011
सच कहा जाये तो महिलाओं को आरक्षण देने के सवाल पर किसी को कोई आपत्ति नहीं है, क्योंकि राजनीति सभी खिलाड़ी अच्छी तरह से शतरंज…
Read more
ये है दिल्ली मेरी जान/कांग्रेस के चाणक्य का राजनैतिक सूर्य अस्ताचल की ओर!
Updated: December 24, 2011
बीसवीं सदी में देश प्रदेश की राजनीति में धूमकेतु की तरह उभरे कांग्रेस के चाणक्य कुंवर अर्जुन सिंह की स्थिति उनके ही चेलों ने बहुत…
Read more
30 करोड़ हिट वाले ब्लॉगर ने चीन के शासकों की नींद उड़ा रखी है
Updated: December 24, 2011
हन हन के ब्लॉग पर इस समय घमासान मचा है। इस नौजवान ने अपने विचारों की गरमी से चीन के शासकों की नींद उड़ा दी…
Read more
”जब अखबार मुकाबिल हो तो बन्दूक निकालो”
Updated: December 24, 2011
राष्ट्रीय और प्रादेशिक स्तर पर पत्रकारों के अनेक संगठन हैं। एनयूजे यानी नेशनल यूनियन ऑफ जर्नलिस्ट इसे नेशनलिस्ट यूनियन ऑफ जर्नलिस्ट भी कहा जा सकता…
Read more
लाडेन ही नहीं हाफिज सईद का भी प्रेरक है सऊदी अरब
Updated: December 24, 2011
भारतीय प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने पिछले दिनों अपने एक उच्चस्तरीय शिष्टमंडल के साथ सऊदी अरब की यात्रा की। लगभग 25 वर्षों के बाद किसी भारतीय…
Read more
महिला सशक्तिकरण: कितनी हकीकत कितना फसाना
Updated: December 24, 2011
महिला सशक्तिकरण की दिशा में हालांकि दुनिया के कई देश कई महत्वपूर्ण उपाय कांफी पहले कर चुके हैं। आश्चर्य की बात तो यह है कि…
Read more
मीडिया और राजनीति- अंतर्सम्बन्ध
Updated: December 24, 2011
मीडिया में प्रिंट हो या इलेक्टनॅनिक दोनों के विषय में जन मानस के बीच अनेक प्रकार के विचार सुनने को मिलते हैं, कोई इसे वर्तमान…
Read more
‘जनवाणी’ से ‘सत्ता की वाणी’ तक का सफर…
Updated: December 24, 2011
मीडिया पर आये दिन सवाल खड़े हो रहे हैं, विश्वसनीयता भी कम हुई है। बाजारीकरण का मीडिया पर खासा प्रभाव देखने को मिल रहा है।…
Read more
क्यों पाला जा रहा है कसाब को!!
Updated: December 24, 2011
देश की आर्थिक राजधानी मुंबई पर अब तक के सबसे बडे आतंकी हमले के इकलौते जिन्दा आतंकी अजमल कसाब को भारत सरकार सर माथे पर…
Read more
जलवायु प्रश्न
Updated: December 24, 2011
धरती की जलवायु पर कोपेनहेगन सम्मेलन (7–18 दिसंबर ’09) खत्म हो गया। सम्मेलन के अंदर और बाहर, सभी जगह बेहिसाब उत्तेजना रही। उत्तेजना के मूल…
Read more