अब नहीं सुनाई देते संझा के गीत
Updated: December 26, 2011
श्राद्ध पक्ष चल रहा है, साथ ही संझा पर्व का वक्त भी। सांझ के वक्त मदमस्त चलती बयारों के बीच अगर आपका मन मयुर हो…
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जनमत परिष्कार का माध्यम बनें समाचार संस्थान
Updated: December 26, 2011
कोई भी राष्ट्र या समाज कितना सभ्य और विकसित है, इस बात को आप केवल वहाँ के मीडिया की हालत देखकर पता कर सकते हैं।…
Read moreसंपादकों के चेहरे बेनकाब करने वाले उपन्यास मिठलबरा का दूसरा संस्करण तेलुगु में भी प्रकाशित…
Updated: December 26, 2011
पत्रकारिता की आड़ में मालिकों की दलाली करने वाले संपादकों की असलियत जाननी हो तो रायपुर में पिछले तीस सालों से सक्रिय पत्रकार गिरीश पंकज…
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ग्राम स्वराज्य ही विश्व मंगल का आधार
Updated: December 26, 2011
अब ऐसा स्वीकार किया जाने लगा है कि विश्व में मानवीय मूल्यों के हो रहे ह्रास, नकारात्मक वृत्तियों के विकास का कारण ग्राम संस्कृति और…
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जापान में नया सबेरा/50 साल के अमेरिका समर्थक शासन का अंत
Updated: December 26, 2011
जापान में परिवर्तन की बयार ऐसी बही कि लगभग पिछले पांच दशकों से जापान में सत्तारूढ़ लिबरल डेमोक्रेटिक पार्टी का सूपड़ा साफ हो गया। विगत…
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आइए ’14 सितंबर’ को मनाएं ‘भारतीय भाषा दिवस’
Updated: December 26, 2011
भाषा और उसे बोलने वाले समाज का सम्बंध सदा से अविच्छिन्न रहा है। किसी जीवंत, जाग्रत समाज के लक्षण का पहला आधारबिंदु यही है कि…
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कविता / नचिकेता शेष है, भगीरथ जिंदा है
Updated: December 26, 2011
उम्र से बड़प्पन नहीं आता दिमाग से भी नहीं, ये दिल का सवाल है भाई दिल बड़ा है तो आदमी भी बड़ा हो जाता है।…
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अमल कुमार श्रीवास्तव……..की कविता
Updated: December 26, 2011
न छेड़ो चिंगारियों को आग लग जाएंगी जलजले उठ जाएंगे सारी चमन जल जाएंगी न समझो इन्सानियत को हमारे तुम बेकारगी जो खड़े हो गए…
Read moreरामस्वरूप रावतसरे की पांच लघु कविताएं
Updated: December 26, 2011
1-नीम नीम खुद ही हकीम 2-हिम्मत फटे को सीना और सिले को फाडना हिम्मत का काम है 3-घर आदमी को पता है, घर जाते ही…
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ब्रिटिश राज की अल्पसंख्यक नीति और उसके परिणाम(1800 ई0 & 1947 ई0 & 2009 ई0)
Updated: December 26, 2011
भारत की प्राचीन कौम हिन्दु आबादी आज जहां अपने ही देश में अल्पसंख्यकवाद से भयाक्रांत है, वहीं वैश्विक धरातल पर अल्पसंख्यकवाद की शिकार है और…
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इतिहास रच दिया युकियो हातोयामा ने
Updated: December 26, 2011
‘इतिहास फिर से लिखने का समय आ गया है’ इस आह्वान के साथ चुनाव मैदान में उतरे 62 वर्षीय युकियो हातोयामा ने सचमुच इतिहास रच…
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विश्व मंगल गो ग्राम यात्रा
Updated: December 26, 2011
भारत गांवों का देश है। गांव देश की आत्मा और कृषि उसकी योति है। इनका प्राण-तत्व गाय है। प्रकृति की यह अनमोल दैन (गो वंश)…
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