विविधा बिहार:प्रशंसा के पात्र बनें बदनामी के नहीं February 16, 2017 / February 16, 2017 by निर्मल रानी | Leave a Comment निर्मल रानी बिहार देश के प्रतिभा संपन्न राज्यों में सबसे समृद्ध राज्य गिना जाता है। विश्व को अंकगणित में संपूर्णता प्रदान करने वाले गुप्तकाल के महान गणितज्ञ आर्यभट से लेकर महान तर्कशास्त्री वात्स्यायन तक तथा दसवें सिख गुरु गोविंद सिंह से लेकर मुगल शहंशाह शेरशाह सूरी जैसे शासक की जन्मभूमि बिहार ही रही है। साहित्य […] Read more » Featured प्रशंसा के पात्र बनें बदनामी के नहीं बिहार
राजनीति समाज अरुणाचल प्रदेश में घटती हिन्दू आबादी February 16, 2017 by लोकेन्द्र सिंह राजपूत | Leave a Comment केन्द्रीय मंत्री ने जो कहा, सच कहा – लोकेन्द्र सिंह अरुणाचल प्रदेश में हिंदू जनसंख्या के सन्दर्भ में केंद्रीय मंत्री किरण रिजिजू के बयान पर कुछ लोग विवाद खड़ा करने का प्रयास कर रहे हैं। जबकि उनका बयान एक कड़वी हकीकत को बयां कर रहा है। आश्चर्य की बात यह है कि उनके बयान पर […] Read more » Arunachal Pradesh decreasing hindu population Featured hindu population in Arunachal Pradesh Kiren Rijiju अरुणाचल प्रदेश अरुणाचल प्रदेश में हिंदू जनसंख्या केंद्रीय मंत्री किरण रिजिजू घटती हिन्दू आबादी
महत्वपूर्ण लेख समाज आरक्षण का अनचाहा पहलू: एक विचार-प्रवर्तक टिप्पणी February 16, 2017 by डॉ. मधुसूदन | 3 Comments on आरक्षण का अनचाहा पहलू: एक विचार-प्रवर्तक टिप्पणी डॉ. मधुसूदन (एक) सारांश: अपनी टिप्पणी में, पिछडे समाज का,एक टिप्पणीकार अपना अनुभव बताता है; ==> ***आरक्षण के कारण समाजपर होनेवाले मानसिक दुष्परिणाम*** ***सभी से बुरा है, आरक्षित समाज में, हीन ग्रंथि का उदय*** ***और समग्र देश में फैलती परस्पर अलगाव की भावना*** अंत में टिप्पणीकार अपना निश्चय व्यक्त करता है: ***इस लिए, आरक्षण की […] Read more » Featured reservation system in India आरक्षण आरक्षण का अनचाहा पहलू
राजनीति संगठित लूट और कानूनी लूट February 16, 2017 by राकेश कुमार आर्य | Leave a Comment राकेश कुमार आर्य जब आप किसी के लिए कुछ कहते हैं तो समझ लीजिए कि आपके कहे की वह प्रतिक्रिया अवश्य करेगा। ऐसा हो ही नहीं सकता कि आप कुछ कहें और आगे वाले की ओर से कुछ भी प्रतिक्रिया ना हो। आगे वाले की प्रतिक्रिया हमारे लिए कर्णप्रिय और हृदय को प्रफुल्लित करने वाली […] Read more » Featured उदारता कानूनी लूट कूटनीति की कठोरता मानवता संगठित लूट
विविधा राजीव गांधी फाउण्डेशन का असली चेहरा February 16, 2017 by मनोज ज्वाला | Leave a Comment मनोज ज्वाला पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी के निधनोपरांत तत्कालीन कांग्रेसी सरकार की पहल पर स्थापित किए गए ‘राजीव गांधी फाउण्डेशन’ के बारे में आम तौर पर सामान्य लोग यही जानते हैं कि यह देश का भला करने वाली एक जन-कल्याणकारी संस्था है । घोषित तौर पर इसके उद्देश्य और कार्य ऐसे ही हैं । देश […] Read more » Featured Rajeev Gandhi foundation राजीव गांधी फाउण्डेशन
राजनीति फतवों की राजनीति में सुराज्य कैसे संभव? February 15, 2017 by ललित गर्ग | Leave a Comment ललित गर्ग – सर्वोच्च न्यायालय ने चुनावों में धर्म, जाति, सम्प्रदाय या वर्ग विशेष के नाम पर वोट मांगने को या वोट देने के लिये प्रेरित करने को भ्रष्ट प्रक्रिया करार देकर भारतीय लोकतंत्र में पहली सबसे खतरनाक बीमारी को दूर करने का प्रयास किया है। बावजूद इसके दिल्ली स्थित जामा मस्जिद के इमाम अहमद […] Read more » Featured फतवों की राजनीति फतवों की राजनीति में सुराज्य सुराज्य
व्यंग्य साहित्य नेता जी के साथ एक दिन February 15, 2017 by विजय कुमार | Leave a Comment ये चुनाव के दिन हैं। जिसे देखो अपनी प्रशंसा और दूसरे की बुराई करने में दिन-रात एक कर रहा है। नेता लोग दूसरे की सबसे अधिक आलोचना जिस मुद्दे पर करते हैं, वह है भ्रष्टाचार। लेकिन चुनाव जीतते ही अधिकांश लोग उसी काम में लग जाते हैं, जिसकी आलोचना कर वे चुनाव जीतते हैं। कई […] Read more » Featured नेता जी के साथ एक दिन
समाज हिंदुत्व की नई परिभाषा में है सच्चा राष्ट्रवाद February 14, 2017 by डॉ. वेदप्रताप वैदिक | 2 Comments on हिंदुत्व की नई परिभाषा में है सच्चा राष्ट्रवाद डॉ. वेदप्रताप वैदिक राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सर संघचालक मोहन भागवत ने मध्यप्रदेश यात्रा के दौरान ऐसा बयान दे दिया है, जो हिंदुत्व शब्द की परिभाषा ही बदल सकता है। अभी तक भारत में हिंदू किसे कहा जाता है और अहिंदू किसे? पहले अहिंदू को जानें। जो धर्म भारत के बाहर पैदा हुए, वे अहिंदू […] Read more » Featured राष्ट्रवाद सच्चा राष्ट्रवाद हिंदुत्व हिंदुत्व की नई परिभाषा
राजनीति मुस्लिम परस्ती का खतरनाक खेल खेलकर सत्ता पाने की चाहत में बसपा February 14, 2017 by मृत्युंजय दीक्षित | Leave a Comment मृत्युंजय दीक्षित उप्र विधानसभा चुनावों में रैलियों, जनसभाओं ओर रोड शो के चलते सभी दलों के प्रचार और प्रसार में तेजी आ गयी है। अभी तक सभी सर्वेक्षणों व ज्योतिषी आंकलन में यदि किसी दल को बेहद कमतर व कमजोर माना जा रहा है तो वह है बसपा। लेकिन वास्तव में ऐसा है नहीं जब […] Read more » bsp muslim orientation politics Featured मुस्लिम मुस्लिम परस्ती का खतरनाक खेल मुस्लिम परस्ती खेल सत्ता पाने की चाहत में बसपा
धर्म-अध्यात्म पर्व - त्यौहार शिव का भौतिक एवं वैज्ञानिक महत्व February 14, 2017 by प्रमोद भार्गव | Leave a Comment प्रमोद भार्गव संपूर्ण संस्कृत वांग्मय में शिव साधु रूप में हैं। माया मोह से लगभग निर्लिप्त हैं। शिव अपने शरीर पर जो वस्तुएं धारण किए हुए हैं,उनमें भी वैभव के प्रतीक नहीं झलकते। उनके शरीर पर राख मली हुई है। जटा-जूट धारी हैं। कई सर्प उनके गले और हाथों में गहनों की तरह शोभायमान हैं। […] Read more » Featured शिव शिव का भौतिक महत्व शिव का महत्व शिव का वैज्ञानिक महत्व
समाज थोडा पढे तो गांव छोड दे , ज्यादा पढे तो नगर ; February 13, 2017 by मनोज ज्वाला | 6 Comments on थोडा पढे तो गांव छोड दे , ज्यादा पढे तो नगर ; थोडा पढे तो गांव छोड दे , ज्यादा पढे तो नगर ; और पढे सो देश छोड दे , मैकाले-शिक्षण का जो असर ! मनोज ज्वाला हिन्दुस्तान टाइम्स में प्रकाशित एक सर्वेक्षण को ले कर लिखे मेरे एक लेख- “देश छोडने को तैयार नवजवान” पर मेरे मेल-बाक्स में देश-विदेश से बुद्धिजीवियों की प्रतिक्रियायें लगातार आ […] Read more » Featured ज्यादा पढे तो नगर ; थोडा पढे तो गांव छोड दे
समाज तमाशा बनते ‘फ़तवे’ व ‘फ़तवेबाज़’ February 13, 2017 by तनवीर जाफरी | Leave a Comment तनवीर जाफ़री फ़तवा इस्लाम धर्म से जुड़ी एक ऐसी व्यवस्था को कहा जाता है जिसमें इस्लाम धर्म का ज्ञान रखने वाले शिक्षित लोगों की एक समिति अथवा धार्मिक मामलों के जानकार यानी मुफ़्ती द्वारा अपने अनुयाईयों को दिशा निर्देश जारी किया जाता है। आमतौर पर फ़तवा लेने या देने की स्थिति उस समय पैदा होती […] Read more » ‘फ़तवेबाज़’ Featured तमाशा बनते ‘फ़तवे’ तमाशा बनते फ़तवेबाज़