राजनीति नोटबन्दी : विपक्ष का ‘भारत बन्द’ फेल होना क्या दर्शाता है ? November 28, 2016 by अनुज हनुमत | Leave a Comment आज #नोटबन्दी के फैसले को 20 दिन पूरे हो रहे हैं और लगभग इतने ही दिन की मेहनत सरकार की आलोचना करते हुऐ विपक्ष को भी हो चुके हैं । जब से मोदी सरकार ने नोटबन्दी का फैसला लिया है तब से लगातार विपक्ष के विरोध के कारण शीतकालीन सत्र भी बाधित है । Read more » 'भारत बन्द' फेल Featured notebandi जनता सरकार के साथ नोटबन्दी विपक्ष
राजनीति अगर बदलाव लाना है तो कानून नहीं सोच बदलनी होगी November 28, 2016 by डॉ नीलम महेन्द्रा | Leave a Comment #नोटबंदी के फैसले को एक पखवाड़े से ऊपर का समय बीत गया है बैंकों की लाइनें छोटी होती जा रही हैं और देश कुछ कुछ संभलने लगा है। जैसा कि होता है , कुछ लोग फैसले के समर्थन में हैं तो कुछ इसके विरोध में स्वाभाविक भी है किन्तु समर्थन अथवा विरोध तर्कसंगत हो तो ही शोभनीय लगता है। Read more » Featured कानून नहीं सोच बदलनी होगी नोटबंदी नोटबंदी पर समर्थन नोटबंदी पर सहयोग विपक्ष की राजनीति
समाज न समाजवाद न बहुजनवाद : साईकिल के चक्कों में फंसा बचपन November 28, 2016 by अनुज हनुमत | Leave a Comment अगर शिक्षा के प्रति बच्चों के ख़त्म होते रुझान की बात करें तो आपको इसका अंदाजा यहाँ के सरकारी विद्यालयों से लग जायेगा । यहाँ के विद्यालय में कहने को तो सारे बच्चों का एडमिशन है और शायद सभी बच्चे कुछ अहम मौके पर उपस्थित भी हो जाते हों पर पर सच्चाई ये थी की विद्यालय में इक्का दुक्का ही बच्चे थे । जब मैं उसी समय गाँव के अंदर गया तो मुझे कई बच्चे साइकिल के चक्के चलाते हुए दिखे । Read more » Featured न समाजवाद न बहुजनवाद : साईकिल के चक्कों में फंसा बचपन बचपन बहुजनवाद समाजवाद
समाज आख़िर परिवर्तन का पाञ्चजन्य कौन फूंकेगा November 28, 2016 by अमित राजपूत | 1 Comment on आख़िर परिवर्तन का पाञ्चजन्य कौन फूंकेगा वास्तव में किन्नर देश के निर्माण में योगदान दे सकते हैं और एक उत्पादक शक्ति बन सकते हैं। उनकी अपनी क्षमता को एक किन्नर से बेहतर भला कोई और कैसे समझ सकता है। इसलिए उन्हें सशक्त बनाने के लिए स्वयं उनको ही नेतृत्व भी संभालना होगा। Read more » Featured role of transgenders transgenders किन्नर देश के निर्माण में योगदान परिवर्तन का पाञ्चजन्य
विविधा हम नहीं सुधरेंगे November 27, 2016 by विपिन किशोर सिन्हा | 2 Comments on हम नहीं सुधरेंगे भारत की पुलिस और भारत की रेलवे ने यह कसम खा रखी है कि “हम नहीं सुधरेंगे”। रेल मन्त्री सुरेश प्रभु के बारे में सुना था कि वे एक कर्मठ और संवेदनशील नेता हैं। प्रधान मन्त्री नरेन्द्र मोदी ने उनके इन्हीं गुणों को ध्यान में रखकर उन्हें रेल मन्त्री बनाया था, लेकिन पिछले ढाई सालों […] Read more » Featured late train arrivals at stations ट्रेनों का सही समय से परिचालन हम नहीं सुधरेंगे
समाज अल्पसंख्यक की सुरक्षा करना बहुसंख्यकों का दायित्व November 27, 2016 by तनवीर जाफरी | Leave a Comment तनवीर जाफ़री हालांकि धर्म,नीति तथा समाज शास्त्रों द्वारा पूरे विश्व को यही सीख दी जाती है कि छोटे,कमज़ोर,आश्रित तथा असहाय लोगों का आदर किया जाए, उन्हें सुरक्षा व संरक्षण प्रदान किया जाए तथा उनके धर्म तथा विश्वास की रक्षा करते हुए उन्हें अपने रीति-रिवाजों व परंपराओं पर चलने में उनका सहयोग करते हुए उन्हें इस […] Read more » Featured अल्पसंख्यक अल्पसंख्यक की सुरक्षा बहुसंख्यकों बहुसंख्यकों का दायित्व
समाज तीन तलाक,समान नागरिक संहिता और मोदी सरकार November 27, 2016 by जावेद अनीस | Leave a Comment मुस्लिम महिलाओं की तरफ से समान नागरिक संहिता नहीं बल्कि एकतरफा तीन तलाक़, हलाला व बहुविवाह के खिलाफ आवाज उठायी जा रही है उनकी मांग है कि इन प्रथाओं पर रोक लगाया जाए और उन्हें भी खुला का हक मिले. Read more » Featured triple talaq uniform civil code तीन तलाक मोदी सरकार समान नागरिक संहिता
आर्थिकी विविधा नोट बंदी : विकास की तरफ बढ़ते भारत के कदम November 27, 2016 by सुरेश हिन्दुस्थानी | Leave a Comment करीब 35 हजार करोड़ का कालाधन बाहर आ चुका है। कश्मीर में सुरक्षा बलों पर होने वाले पथराव पर रोक लगी है। इससे यह जाहिर है कि अलगाववादी या पाकिस्तान एजेंट पांच-पांच सौ देकर युवकों को पथराव के लिए प्रेरित करते थे। यहां तक कि नक्सली आतंकी भी कह रहे है कि नोटबंदी का गरीबों के हित में निर्णय है और वे समाज की मुख्यधारा में शामिल होने का मन बना रहे है। जनता के लिए कल्याणकारी योजनाएं लागू हुई है। Read more » bharat band in against notebandi Featured आतंकवाद इस्लामिक रिसर्च फाउंडेशन जाकिर नाइक नोट बंदी विकास की तरफ बढ़ते भारत के कदम
विधि-कानून #संविधान दिवस विशेष: ‘क्या आज भी उतना ही प्रासंगिक है संविधान ?’ November 27, 2016 by अनुज हनुमत | Leave a Comment आज समूचा देश 26 नवंबर के दिन अपना संविधान दिवस मना रहा है और इसकी शुरूआत 2015 से हुई क्योंकि ये वर्ष संविधान निर्माता डॉ भीमराव अंबेडकर के जन्म के 125वें साल के रूप में मनाया गया था। आज संविधान को अंगीकृत किये हुए देश को 66 वर्ष का समय हो गया है लेकिन मौजूदा समय में सबसे बड़ा प्रह्न यह है कि क्या आज भी हमारा संविधान उतना ही प्रासंगिक है या फिर राजनीतिक बेड़ियों में जकड़ कर नेताओ द्वारा अपने हिसाब से प्रयोग किया जा रहा है Read more » #संविधान दिवस Constitution Day Featured
समाज दलित राजनीति में मनुवाद का सर्वाधिक दुरपयोग November 25, 2016 by डा. राधेश्याम द्विवेदी | Leave a Comment मनुवाद व ब्राह्मणवाद दो स्वार्थ-परक शब्द पिछले 100 साल में भारत की राजनीति में बहुत आये। दूसरे शब्द हैं जैसे की 'अल्पसंख्यक", 'बहुसंख्यक", "साम्प्रदायिकता", 'दलित", "महा-दलित", "हरिजन", "सर्वहारा-वर्ग",और भी कुछ शब्द हैं जिनको सभी राजनीतिक दल अपने- अपने फायदे के अनुसार परिभाषित करते हैं। समय आने पर खुद अपने ही दिये "परिभाषा" से मुकर जाते हैं। Read more » Featured ब्राह्मणवाद मनुवाद
राजनीति सबक सिखाते उपचुनाव के नतीजे November 24, 2016 by अतुल तारे | Leave a Comment देश की आठ विधानसभा एवं चार लोकसभा सीटों पर हुए उप चुनाव से संदेश स्पष्ट है। यद्यपि भारत जैसे एक विशाल लोकतांत्रिक देश में यह छोटे से उपचुनाव देश की अभिव्यक्ति नहीं है, पर जनादेश के संकेत समझे जा सकते हैं। पहला केन्द्र में नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में चल रही एनडीए सरकार के प्रति देश का भरोसा कायम है। दूसरा बंगाल हो या तमिलनाडु देश की राजनीति में क्षेत्रीय दलों की अपने-अपने क्षेत्रों में जडं़े गहरी हंै। Read more » Featured उपचुनाव के नतीजे
विविधा भारतीय रेलवे को वेटिंग टिकिट से अमीर बनाते सुरेश प्रभु November 24, 2016 by मयंक चतुर्वेदी | Leave a Comment डॉ. मयंक चतुर्वेदी विकास का यह भारतीय रेलवे का गलब का जुनून है, फिर इसके लिए किसी की जेब पर डाका ढालना पड़े तो क्या हर्ज है। यह अजीब नहीं लगता कि आपने रेलवे की वेटिंग टिकिट ली हो, इस प्रत्याशा में कि यह कंफर्म हो जाएगी और हम अपनी यात्रा सुखद तरीके से पूर्ण […] Read more » Featured waiting ticket cancellation charges waiting ticket cancellation charges should stop भारतीय रेलवे वेटिंग टिकिट सुरेश प्रभु