लेख साहित्य संपूर्ण भारत कभी गुलाम नही रहा (Part 3) June 13, 2016 / June 18, 2016 by राकेश कुमार आर्य | Leave a Comment बाबर के पश्चात हुमायूं को भी नही मिला हिंदुओं का सम्मान राकेश कुमार आर्य क्षत्रिय जातियों का मूल उद्गम एक ही है ‘पंजाब कास्ट्स’ में सर इबट्सन ने लिखा है-‘‘गूजर पंजाब की सबसे बड़ी आठ जातियों में से एक है। ऊंची जातियों में केवल जाट, राजपूत, पठान, आर्य एवं ब्राह्मण तथा नीची जातियों चमार तथा […] Read more » babar Featured Humayun भारत संपूर्ण भारत कभी गुलाम नही रहा : छल प्रपंचों की कथा
मनोरंजन सिनेमा उङता पंजाब ने उङाई सबकी नींद । June 13, 2016 by सुप्रिया सिंह | Leave a Comment ‘अभिव्यक्ति की आजादी ‘ इस विषय पर बोलने के लिए नेताओं को कभी कोई आपत्ति नहीं होती हैं और इस विषय पर बोलने के लिए वें सबसे पहली पंक्ति में खडे भी रहते हैं या यूँ कहें हैं कि अगर अभिव्यक्ति की आजादी का कोई सबसे ज्यादा फायदा उठा रहा हैं तो वें खुद नेता […] Read more » Featured उङता पंजाब
खान-पान विविधा कहां और कैसे मिले पौष्टिक आहार? June 13, 2016 by निर्मल रानी | Leave a Comment निर्मल रानी देश के करोड़ों लोग जब देश में लंबे समय से बिक रही बहुचर्चित एवं लोकप्रिय खाद्य सामग्री मैगी खाने के आदी हो चुके थे उस समय पिछले दिनों इस समाचार ने देश में तहलका मचा दिया कि इसमें मिलाई जाने वाली लेड की अत्यधिक मात्रा उपभोक्ताओं के लिए कैंसर जैसे भयंकर रोग का […] Read more » Featured how to get nutritious diet nutritious diet where to get nutritious diet कहां मिले पौष्टिक आहार पौष्टिक आहार
विविधा क्यों आज का युवा बरोजगार है उद्यमी नहीं June 13, 2016 / June 13, 2016 by डॉ नीलम महेन्द्रा | Leave a Comment बिहार बोर्ड मेरिट घोटाले के बाद बिहार विश्वविद्यालय परीक्षा बोर्ड के अध्यक्ष लाल केश्वर प्रसाद सिंह ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है।आरंभिक जाँच में सुबूत मिले हैं कि अयोग्य छात्रों की कापियां बदल कर उन्हें टापर बना दिया गया। भारत में शायद ही कोई सरकारी विभाग है जो भ्रष्टाचार से अछूता हो बल्कि […] Read more » Featured क्यों आज का उद्यमी नहीं बरोजगार युवा युवा बरोजगार है उद्यमी नहीं
राजनीति शख्सियत एक नए इतिहास का सृजन करते मोदी June 11, 2016 by अतुल तारे | Leave a Comment अतुल तारे हम सबने स्वामी विवेकानंद को नहीं देखा है। जाहिर है उनका विश्व विख्यात व्याख्यान भी नहीं सुना है। श्री नरेन्द्र मोदी, श्री नरेन्द्र मोदी है। स्वामी विवेकानंद नहीं है। पर यह मानना होगा कि श्री मोदी के आदर्श वाकई स्वामी विवेकानंद है और वे उनके आदर्श अनुयाई होने का हक रखते हैं। अमेरिकी […] Read more » Featured modi in America मोदी
कला-संस्कृति जरूर पढ़ें शख्सियत समाज आजीवन हिन्दू रहे गौतम बुद्ध! June 11, 2016 by शंकर शरण | 7 Comments on आजीवन हिन्दू रहे गौतम बुद्ध! हमारे अनेक बुद्धिजीवी एक भ्रांति के शिकार हैं, जो समझते हैं कि गौतम बुद्ध के साथ भारत में कोई नया ‘धर्म’ आरंभ हुआ। तथा यह पूर्ववर्ती हिन्दू धर्म के विरुद्ध ‘विद्रोह’ था। यह पूरी तरह कपोल-कल्पना है कि बुद्ध ने जाति-भेदों को तोड़ डाला, और किसी समता-मूलक दर्शन या समाज की स्थापना की। कुछ वामपंथी […] Read more » Buddha remained hindu throughout his life Featured Gautam Buddh गौतम बुद्ध
राजनीति मथुरा के गुनहगार June 11, 2016 by प्रमोद भार्गव | Leave a Comment प्रमोद भार्गव मथुरा की घटना ने इस धारणा को पुख्ता किया है कि दशकों से हमारा शासन-प्रशासन तंत्र स्थिति को नियंत्रित करने की प्रभावी कार्यवाही तब करता है, जब हालात पूरी तरह बेकाबू हो चूके होते हैं। मथुरा के जवाहर बाग में दो साल से अवैध कब्जा किए बैठे तथाकथित ‘आजाद भारत विधिक वैचारिक क्रांति […] Read more » culprits of Mathura kand Featured Mathura kand मथुरा मथुरा के गुनहगार
राजनीति कांग्रेस को अपने जड़ों की तरफ लौटना होगा June 10, 2016 by जावेद अनीस | 4 Comments on कांग्रेस को अपने जड़ों की तरफ लौटना होगा जावेद अनीस भारत की सबसे पुरानी राजनीतिक पार्टी कांग्रेस अपने सबसे बड़े संकट के दौर से गुजर रही है, 2014 में उसे अपने चुनावी इतिहास के सबसे बड़ी पराजय का सामना करना पड़ा था और उसे पचास से भी कम सीटें मिली थीं. वैसे तो किसी चुनाव में हार-जीत सामान्य है लेकिन यह हार कुछ […] Read more » congress reform Featured कांग्रेस
लेख शख्सियत समाज साहित्य जनकवि घाघ की सटीक कहावतें June 10, 2016 by डा. राधेश्याम द्विवेदी | Leave a Comment डा.राधेश्याम द्विवेदी पुराने समय में जब आधुनिक तकनीकों का प्रचलन नहीं था, उस समय मौसम आधारित भविष्यवाणियां सटीक होती थीं, जो अनुभवी लोगों द्वारा समय-समय पर की जाती थीं। अकबर के समय के महाकवि घाघ ऐसे ही अनुभवी कवियों में माने जाते हैं । वह कृषि पंडित एवं व्यावहारिक पुरुष थे। उनका नाम भारतवर्ष के, […] Read more » Featured जनकवि घाघ सटीक कहावतें
पर्यावरण जल, जंगल, जमीन और हमारे बुद्घिजीवी June 10, 2016 by राकेश कुमार आर्य | Leave a Comment राकेश कुमार आर्य ‘जमीन से जुड़े रहने’ का मुहावरा बड़ा प्रसिद्घ है। इस मुहावरे का एक अर्थ ये भी है कि अपनी भारतमाता, गौमाता और जननीमाता से जुड़े रहना। कोई देश या संप्रदाय माने या न माने पर यह सच है कि उसके देश के लोगों में पारस्परिक सदभाव और समभाव, सामाजिक एकता और सांस्कृतिक […] Read more » Featured जंगल जमीन जल हमारे बुद्घिजीवी
लेख साहित्य संपूर्ण भारत कभी गुलाम नही रहा (Part 2) June 10, 2016 / June 18, 2016 by राकेश कुमार आर्य | Leave a Comment राकेश कुमार आर्य उन पूर्वजों को करें ‘नमस्ते’ जो हमें बना गये उजालों का सम्राट राष्ट्रकवि मैथिलीशरण गुप्त का ओज राष्ट्रकवि मैथिलीशरण गुप्त अपनी कविता ‘उद्बोधन’ में लिखते हैं :- ‘‘हम हिंदुओं के सामने आदर्श जैसे प्राप्त हैं- संसार में किस जाति को किस ठौर वैसे प्राप्त हं? भव सिन्धु में निज पूर्वजों की रीति […] Read more » entire india never remained slave Featured गुलाम संपूर्ण भारत संपूर्ण भारत कभी गुलाम नही रहा : छल प्रपंचों की कथा
पर्यावरण वायु प्रदूषण से जिंदगी की जिद्दोजहद June 10, 2016 by अवनीश सिंह भदौरिया | Leave a Comment अवनीश सिंह भदौरिया आज वायु प्रदूषण से देश के हालात चिंताजनक, डऱाने वाले हैं। भारत आज प्रदूषण का एक मंडल बनता जा रहा है। आज तेजी प्रदूषण काली आंधी की तरह तबाही मचा रहा है और इस काली आंधी से जन जीवन अस्त-व्यस्त हो रहा है। इस प्रदूषण के काले अंधकार को रोकने के सभी […] Read more » Air pollution Featured pollution killing people जिंदगी की जिद्दोजहद वायु प्रदूषण