प्रवक्ता न्यूज़ “बिखरने से बचाया जाए” का लोकार्पण, प्रवक्ता व नया मीडिया बने आयोजक May 8, 2016 / May 24, 2016 by प्रवक्ता ब्यूरो | Leave a Comment “सिर्फ मेरा नहीं, तुम्हारा भी, हम सब का है, इस घर को, बिखरने से बचाया जाए।” काश कोई ऐसी मुलाकात होती बस जिसकी शर्त जुदाई न होती… जैसी पंक्तियों के साथ कंस्टीट्यूशन क्लब में “बिखरने से बचाया जाए” का लोकार्पण हुआ। इस अवसर पर डॉ. नामवर सिंह, डॉ. अनामिका, डॉ. अमर नाथ अमर, श्री अनंत […] Read more » "बिखरने से बचाया जाए" का लोकार्पण Featured
जन-जागरण बच्चों का पन्ना समाज क्या इतना बुरा हूँ में माँ,तो……… May 8, 2016 by डॉ नीलम महेन्द्रा | Leave a Comment परीक्षाओं एवं प्रतियोगिताओं का समय चल रहा है और हमारे बच्चों द्वारा आत्महत्याएं समाचार पत्रों की सुर्खियाँ बनी हुई हैं। पूरे देश में हमारे बच्चे परीक्षा दे रहे हैं या दे चुके हैं और इस दौरान बच्चों से ज्यादा मनोवैज्ञानिक दबाव में माता पिता रहते हैं जिसे वह जाने अनजाने अपने बच्चों के भीतर स्थानांतरित […] Read more » examination stress Featured इतना बुरा हूँ में माँ
विविधा मां और मातृभूमि स्वर्ग से भी बढ़कर हैं May 8, 2016 by मनमोहन आर्य | Leave a Comment अंतर्राष्ट्रीय मातृत्व दिवस 8 दिसम्बर के उपलक्ष्य में मनमोहन कुमार आर्य 8 मई, 2016 को मातृत्व दिवस है। माता की महत्ता को रेखांकित करने के लिए यह पर्व अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर मनाया जाता है। आज के संसार में मनुष्य का जीवन ऐसा व्यस्त हो गया है कि लगता है कि हम स्वयं को ही भूल […] Read more » Featured mother and motherland more than heaven mother day मां और मातृभूमि
विविधा सार्थक पहल डॉक्टरी के धंधे में क्रांति की जरुरत May 8, 2016 by डॉ. वेदप्रताप वैदिक | Leave a Comment डॉ. वेदप्रताप वैदिक भारत के सर्वोच्च न्यायालय ने डाॅक्टरी के धंधे पर जबर्दस्त प्रहार किया है। उसने अपने फैसले में कहा है कि यह पवित्र कार्य अब ‘धंधा’ बन गया है, जिसका लक्ष्य सिर्फ पैसा कमाना रह गया है। सारे देश में डाॅक्टरी का यह धंधा भारतीय मेडिकल कौंसिल की देख-रेख में चलता है। यह […] Read more » Featured need of a revolution in medical revolution in medical क्रांति की जरुरत डॉक्टरी के धंधे में मेडिकल कौंसिल
धर्म-अध्यात्म सत्य के प्रतीक : भगवान परशुराम May 8, 2016 by डा. राधेश्याम द्विवेदी | Leave a Comment डा. राधेश्याम द्विवेदी ‘परशु’ पराक्रम का प्रतीक है । ‘राम’ सत्य सनातन का पर्याय है । इस प्रकार परशुराम का अर्थ पराक्रम के कारक और सत्य के धारक हुआ। शास्त्रोक्त मान्यता है कि परशुराम भगवान विष्णु के छठे अवतार हैं, अतः उनमें आपादमस्तक विष्णु ही प्रतिबिंबित होते हैं, ‘परशु’ में भगवान शिव समाहित हैं और […] Read more » Bhawan Parshuram Featured भगवान परशुराम
राजनीति वे क्यों चाहते हैं संघ मुक्त भारत? May 8, 2016 by संजय द्विवेदी | Leave a Comment संजय द्विवेदी बिहार के मुख्यमंत्री नीतिश कुमार ने ‘संघमुक्त भारत’ का एक नया शिगूफा छोड़कर खुद को चर्चा के केन्द्र में ला दिया है। यह नारा देखने में तो भाजपा के ‘कांग्रेस मुक्त भारत’ जैसा ही लगता है। किन्तु द्वंद्व यह है कि संघ कोई राजनीतिक दल नहीं है, जिससे आप वोटों के आधार पर […] Read more » 'संघ मुक्त भारत' Featured Sangh Mukt Bharat why Nitish wants sangh mukt bharat
लेख साहित्य द्रौपदी की हँसी May 8, 2016 / May 8, 2016 by विपिन किशोर सिन्हा | Leave a Comment महाभारत का युद्ध समाप्त हो चुका था। हस्तिनापुर के सिंहासन पर युधिष्ठिर का अभिषेक भी संपन्न हो चुका था। कुरुक्षेत्र की रणभूमि में भीष्म पितामह सूर्य के उत्तरायण होने की प्रतीक्षा में शर-शैया पर यातना सहते हुए लेटे हुए थे। उस युग में श्रीकृष्ण और विदुर के बाद भीष्म पितामह ही राजनीति, धर्म और शास्त्र […] Read more » Featured द्रौपदी की हँसी
पर्यावरण विविधा आओ लें संकल्प May 7, 2016 / May 7, 2016 by प्रवीण दुबे | Leave a Comment प्रवीण दुबे ते जी से घूमता समय चक्र और पल-प्रतिपल आगे बढ़ती हमारी-आपकी जिन्दगी। किसी शायर ने इसी समय के बारे में कुछ यूं लिखा है। वक्त से कल और आज वक्त से दिन और रात वक्त की हर सय गुलाम वक्त का हर सय पर राज। कहते हैं वक्त के साथ प्रकृति ने भी […] Read more » Featured keep environment greener आओ लें संकल्प
विविधा उदारीकरण के दौर में मजदूर May 7, 2016 by जावेद अनीस | 1 Comment on उदारीकरण के दौर में मजदूर जावेद अनीस 1991 से शुरू हुए आर्थिक सुधारों के 25 वर्ष पूरे हो चुके हैं , इन 25 सालों के दौरान देश की जीडीपी तो खूब बढ़ी हैं और भारत दुनिया के दस बड़े अर्थव्यवस्थाओं में शामिल हो गया है, आज जब “महाबली” चीन सहित दुनिया भर की तमाम बड़ी अर्थव्यवस्थायें मंदी की गिरफ्त में […] Read more » Featured उदारीकरण उदारीकरण के दौर में मजदूर मजदूर
जन-जागरण विविधा सार्थक पहल विश्व रेडक्रॉस दिवस May 7, 2016 by डा. राधेश्याम द्विवेदी | Leave a Comment डा. राधेश्याम द्विवेदी रेड क्रॉस क्या है:- रेड क्रॉस के किसी भी देश में एक आपातकालीन प्रतिक्रिया संगठन है। यह युद्ध और प्राकृतिक आपदाओं के शिकार के लिए मानवीय सहायता प्रदान करता है। यह रक्त – जीवन का उपहार एकत्र करता है और यह जरूरतमंदों के लिए देता है। रेडक्रॉस एक राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय एजेन्सी […] Read more » Featured Red Cross Day विश्व रेडक्रॉस दिवस
कला-संस्कृति लेख साहित्य साहित्य और समाज May 7, 2016 by डॉ. सौरभ मालवीय | Leave a Comment डॊ. सौरभ मालवीय साहित्य समाज का दर्पण है, समाज का प्रतिबिम्ब है, समाज का मार्गदर्शक है तथा समाज का लेखा-जोखा है. किसी भी राष्ट्र या सभ्यता की जानकारी उसके साहित्य से प्राप्त होती है. साहित्य लोकजीवन का अभिन्न अंग है. किसी भी काल के साहित्य से उस समय की परिस्थितियों, जनमानस के रहन-सहन, खान-पान व […] Read more » Featured साहित्य और समाज
प्रवक्ता न्यूज़ विविधा “बिखरने से बचाया जाए” : अलका सिंह May 7, 2016 / May 7, 2016 by प्रवक्ता ब्यूरो | Leave a Comment साहित्य समाज का दर्पण है, समाज का प्रतिबिम्ब है, समाज का लेखा-जोखा है. किसी भी राष्ट्र या सभ्यता की जानकारी उसके साहित्य से प्राप्त होती है. साहित्य लोकजीवन का अभिन्न अंग है.विचारों ने साहित्य को जन्म दिया तथा साहित्य ने मानव की विचारधारा को गतिशीलता प्रदान की. उसे सभ्य बनाने का कार्य किया. मानव की […] Read more » Featured बिखरने से बचाया जाए