विविधा समाज कहां गए सम्मान लौटाने वाले! January 10, 2016 by प्रवीण दुबे | Leave a Comment प्रवीण दुबे कहां खो गए असहिष्णुता पर विधवा विलाप करने वाले, कहां चले गए सम्मान लौटाने वाले? उन साहित्यकारों, कलाकारों की कलम और कला को अब लकवा क्यों मार गया? क्यों इस देश के तथाकथित धर्मनिरपेक्षतावादियों और छद्म बुद्धिजीवियों के मुंह पर ताले लग गये। आखिर इस समय राहुल, सोनिया, केजरीवाल जैसे नेताओं की आंखों […] Read more » Featured कहां गए सम्मान लौटाने वाले!
राजनीति हिंसक घटनाएं समस्या का समाधान नहीं January 10, 2016 by सुरेश हिन्दुस्थानी | Leave a Comment सुरेश हिंदुस्थानी भारत में एक वर्ग विशेष द्वारा जिस प्रकार से हिंसात्मक प्रदर्शन किये जा रहे हैं, उसके पीछे उस वर्ग की सोच क्या है, यह तो वही जानें। लेकिन यह भी सत्य है कि इस प्रकार के प्रदर्शन देश की एकता और अखंडता के लिए खतरनाक हैं। यह बात सही है कि किसी भी […] Read more » Featured hinsak ghatnayen samasyaon ka samadhan nahin हिंसक घटनाएं समस्या का समाधान नहीं
जन-जागरण विविधा तो फिर लेबर कार्यालयों का औचित्य क्या है …..? January 10, 2016 by अरूण पाण्डेय | Leave a Comment 67 सीटें जीतकर इतिहास बनाने वाली दिल्ली सरकार में सबसे ज्यादा पीडित लेबर है और यह वही लेबर है जिन्होंने झुग्गी में प्रवास के दौरान अपने अच्छे सपनों को लेकर वोट दिया था लेकिन काफी समय बीत जाने के बाद न तो कोई शौचालय उनकी झुग्गी में बना और ही कोई एैसा काम हुआ जिससे […] Read more » Featured importance of labour offices लेबर कार्यालयों का औचित्य
राजनीति आईने के सामने कांग्रेस-अरविंद जयतिलक January 10, 2016 by अरविंद जयतिलक | Leave a Comment आमतौर पर ऐसा कम ही होता है कि कोई राजनीतिक दल खुद को आईने के सामने खड़ा करने की जुर्रत करे। लेकिन जाने-अनजाने ही सही कांग्रेस ने अपने मुखपत्र ‘कांग्रेस दर्शन’ के जरिए खुद को कठघरे में खड़ा करने का कमाल कर दिखाया है। उसने अपने मंबई इकाई के मुखपत्र में स्वीकार किया है कि […] Read more » Featured mukhpatr of congress आईने के सामने कांग्रेस
राजनीति सामना, शहादत और मातम! January 10, 2016 by संजय द्विवेदी | 1 Comment on सामना, शहादत और मातम! जग नहीं सुनता कभी दुर्बल जनों का शांति प्रवचन -संजय द्विवेदी पाकिस्तान के जन्म की कथा, उसकी राजनीति की व्यथा और वहां की सेना की मनोदशा को जानकर भी जो लोग उसके साथ अच्छे रिश्तों की प्रतीक्षा में हैं, उन्हें दुआ कि उनके स्वप्न पूरे हों। हमें पाकिस्तान से दोस्ती का हाथ बढ़ाते समय सिर्फ […] Read more » Featured शहादत और मातम सामना
प्रवक्ता न्यूज़ साहित्य में भारतीयता की अवधारणा विषय पर संगोष्ठी संपन्न January 10, 2016 / January 10, 2016 by प्रवक्ता ब्यूरो | Leave a Comment सूर्यास्त्र द्वारा प्रकाशित व शाहज़ाद फ़िरदौस द्वारा लिखित उपन्यास ‘व्यास’ का लोकार्पण भारतीयता जड व चेतन है उसे साहित्यिक रूप देना जरूरी नईदिल्ली। प्रगति मैदान में आयोजित विश्व पुस्तक मेला के अवसर पर आज प्रवक्ता डॉट कॉम व राष्ट्रीय पुस्तक न्यास (NBT) के सौजन्य से ‘साहित्य में भारतीयता की अवधारणा विषय पर संगोष्ठी का आयोजन […] Read more » Featured
राजनीति सियासत ने बोया तो भीड़ ने काटा मालदा और पूर्णिया January 10, 2016 by हिमांशु तिवारी आत्मीय | Leave a Comment हिमांशु तिवारी आत्मीय जहरीली जुबां के साथ सियासत दां अपनी महफिलें सजाते हैं, माहौल की सरगर्मियां बढ़ाते हैं लेकिन जुबानी जहर के कष्टदायक फफोले जिनके हिस्से आते हैं उसे जनता कहते हैं. जो कलामों में लिखी उन तमाम गुजारिशों, इबारतों को भूल जाते हैं जिसमें चैन ओ अमन का जिक्र है और भेड़चाल में चलकर […] Read more » Featured पूर्णिया मालदा सियासत ने बोया तो भीड़ ने काटा
राजनीति अब सेकुलरदल मौन क्यों ? January 10, 2016 by मृत्युंजय दीक्षित | Leave a Comment मृत्युंजय दीक्षित हिंदू महासभा के नेता कमलेश तिवारी की पैगंबर साहब पर कथित टिप्पणी को लेकर देश का मुस्लिम समाज बहुत नाराजगी के साथ विरोध प्रदर्शन कर रहा है। हिंदू महासभा का कथित नेता आज जेल की सलाखों के पीछें पहंुच चुका है। आज देश में जिस प्रकार से उनके बयान की आढ़ में साम्प्रदायिक […] Read more » Featured hindu maha sabha kamlesh tiwari kamlesh tiwaari why all secular parties mum अब सेकुलरदल मौन क्यों ?
पर्यावरण समाज मनोरमा नदी का दर्द January 9, 2016 by डा. राधेश्याम द्विवेदी | Leave a Comment डा. राधे श्याम द्विवेदी भारतवर्ष में अवध व कोशल का नाम किसी से छिपा नहीं है। भगवान राम का चरित्र आज न केवल सनातन धर्मावलम्बियों में अपितु विश्व के मानवता के परिप्रेक्ष्य में बड़े आदर व सम्मान के साथ लिया जाता है। उनके जन्म भूमि को पावन करने वाली सरयू मइया की महिमा पुराणों में […] Read more » Featured the tragedy of manorama river मनोरमा नदी का दर्द
प्रवक्ता न्यूज़ ‘साहित्य में भारतीयता की अवधारण’ पर विश्व पुस्तक मेला में 10 जनवरी को संगोष्ठी January 9, 2016 / January 10, 2016 by प्रवक्ता ब्यूरो | Leave a Comment नईदिल्ली। प्रगति मैदान में आयोजित विश्व पुस्तक मेला के प्रांगण में 10 जनवरी 2016 को प्रवक्ता डाट काम व राष्ट्रीय पुस्तक न्यास (NBT) के सौजन्य से एक संगोष्ठी का आयोजन किया जा रहा है । ‘साहित्य में भारतीयता की अवधारणा’ विषयक इस संगोष्ठी में देश की कई महान विभूतियां हिस्सा लेगी। कार्यक्रम के सन्दर्भ में […] Read more » Featured साहित्य में भारतीयता की अवधारण पर संगोष्ठी
विविधा शख्सियत साक्षात्कार स्वच्छता को लेकर सरकार के बचाव में आये संजय जोशी January 9, 2016 / January 9, 2016 by अरूण पाण्डेय | Leave a Comment देश में बहुत सी सरकारें आयी लेकिन स्वच्छता का वह अर्थ नहीं समझा सकी मोदी जी जी की स्वच्छता अभियान को लेकर भी उसी तरह की भ्रान्तियां फैलाने का काम किया जा रहा है, जैसा कि महात्मा गांधी जी के समय में टाइलेट खुद के द्वारा साफ किये जाने को लेकर किया जा रहा था। […] Read more » Featured संजय जोशी
लेख शख्सियत साहित्य जनसाधारण ने भी कर दिया था जहीरूद्दीन बाबर का बहिष्कार January 8, 2016 / January 9, 2016 by राकेश कुमार आर्य | Leave a Comment भारत जब सल्तनत काल के अत्याचारों से मुक्त होने का संघर्ष कर रहा था, और हिंदू प्रतिरोध की भयानक परिस्थितियों का सामना करते-करते जब सल्तनत की रीढ़ टूट चुकी थी, तब भारत पर बाबर का आक्रमण हुआ। हमने पूर्व में उल्लेख किया था कि जिस समय बाबर ने भारत पर आक्रमण किया। उस समय का […] Read more » Featured जनसाधारण ने भी कर दिया था जहीरूद्दीन बाबर का बहिष्कार