आर्थिकी राजनीति काले धन के पेंच November 6, 2015 by पियूष द्विवेदी 'भारत' | Leave a Comment पीयूष द्विवेदी विगत दिनों योगेन्द्र यादव और प्रशान्त भूषण की एक प्रेस कांफ्रेंस में ऑनलाइन वार्ता के जरिये स्विट्ज़रलैंड के जिनेवा स्थित एचएसबीसी बैंक के व्हिसल ब्लोवर हर्व फाल्सियानी द्वारा दावा किया गया कि भारत से अब भी बड़ी मात्रा में काला धन विदेश भेजा जा रहा है जबकि पहले से जमा काले धन को […] Read more » Black Money Featured काले धन काले धन के पेंच
जन-जागरण विविधा आरक्षण बनाम शिक्षा में सुधार November 6, 2015 by विजय कुमार | 1 Comment on आरक्षण बनाम शिक्षा में सुधार पिछले दिनों पांचजन्य साप्ताहिक में सरसंघचालक श्री मोहन भागवत का एक साक्षात्कार छपा, जो मुख्यतः दीनदयाल जी के विचारों पर केन्द्रित था। उसमें एक जगह उन्होंने कहा कि आरक्षण का लाभ जिन्हें मिलना चाहिए था, वह उतना नहीं मिल पा रहा है। अतः इस बात की समीक्षा होनी चाहिए कि डा. अम्बेडकर की भावना के […] Read more » Featured improvement in education Reservation आरक्षण शिक्षा में सुधार
समाज औचित्य,साईं बाबा के विरोध का? November 6, 2015 by निर्मल रानी | Leave a Comment निर्मल रानी संतों,पीरों व फक़ीरों की तपोभूमि भारतवर्ष कश्मीर से लेकर कन्याकुमारी तक सैकड़ों महापुरुषों की कर्मभूमि रहा है। यह साधू-संत-फक़ीर किसी एक धर्म अथवा संप्रदाय में पैदा नहीं हुए बल्कि इन्होंने कई अलग-अलग धर्मों से संबंध रखने वाले परिवारों में जन्म लिया। परंतु उनकी तपस्या,परोपकार की उनकी भावना,उनकी परमार्थ संबंधी कारगुज़ारियां,अपनी तपस्या के बल […] Read more » Featured औचित्य साई बाबा साईं बाबा के विरोध
राजनीति आस्था पर आघात और भारत की अस्मिता November 6, 2015 by सुरेश हिन्दुस्थानी | Leave a Comment सुरेश हिन्दुस्थानी वर्तमान में भारत देश में जिस प्रकार से आस्था के विषय को लेकर राजनीति की जा रही है, उससे देश में असांमजस्य का भाव पैदा हो रहा है। इस भाव के कारण कई प्रकार की विसंगति निर्मित हो रही हैं। देश में जितने भी धर्म या संप्रदाय हैं, उनकी मान्यताओं का सम्मान किया […] Read more » Featured आस्था पर आघात भारत की अस्मिता
शख्सियत समाज कीर्तिमान गढने में उम्र बाधक नहीं November 6, 2015 by ललित गर्ग | Leave a Comment ललित गर्ग – सफलता का कोई शाॅर्टकट नहीं होता। अपने कार्य के प्रति समर्पण और उसके प्रति प्यार-ये दो ऐसे प्रमुख कारण हंै जो किसी भी व्यक्ति को सफल बना सकते हैं। सफलता और पुरस्कार ही जीवन की सार्थकता नहीं हो सकती। हां, इनका महत्व इतना जरूर है कि ये दोनों चीजें जीवन में आगे […] Read more » Featured कीर्तिमान गढने में उम्र बाधक नहीं
जन-जागरण महत्वपूर्ण लेख विविधा इतिहासकारों का छद्म November 6, 2015 by प्रमोद भार्गव | Leave a Comment संदर्भ- इतिहासकारों द्वारा सम्मान लौटाने की घोषणाः- प्रमोद भार्गव भाषाई साहित्यकारों द्वारा सम्मान लौटाने के क्रम में अब माक्र्सवादी विचारधारा के सांचे में ढालकर इतिहास लेखन करने वाले इतिहासकार भी शामिल हो गए हैं। यह होना ही था,क्योंकि ये लोग इतिहास और साहित्य लेखन की एक ही बौद्धिक परंपरा के निष्ठांवान अनुयायी हैं। गोया,देश में […] Read more » Featured इतिहासकारों का छद्म
कहानी साहित्य जिंदगी के रंग November 4, 2015 by आर. सिंह | 1 Comment on जिंदगी के रंग कुछ बातें ऐसी होती हैं जो याद रह जाती हैं.कुछ ऐसी बातें भी होती हैं,जिन्हे याद रखना पड़ता है.यह घटनाक्रम उन बातों में से है,जो याद रह जाती हैं. ________________ विनय से मेरा मिलना इतिफाक या संयोग ही था,पर घटनाक्रम कुछ ऐसा रहा कि वह मेरे नजदीक आता गया और आता ही गया.बात बहुत पुरानी […] Read more » Featured जिंदगी के रंग
राजनीति विश्ववार्ता नेपाल नीति में भाईचारा कम, दादागीरी ज्यादा November 4, 2015 / November 4, 2015 by डॉ. वेदप्रताप वैदिक | Leave a Comment डाॅ. वेदप्रताप वैदिक भारत-नेपाल सीमांत पर एक 19 वर्षीय नौजवान की हत्या हो गई। यह हत्या नेपाली पुलिस ने की। यों तो मधेसी आंदोलन में पहले भी लगभग 40 लोग मारे गए लेकिन वे नेपाली नागरिक थे। यह युवक दरभंगा का रहनेवाला भारतीय नागरिक था। जाहिर है कि ऐसी घटना किन्हीं भी दो देशों के […] Read more » Featured दादागीरी ज्यादा नेपाल नीति में भाईचारा कम
राजनीति लद्दाख ने दिखाई जम्मू कश्मीर में नई राह November 4, 2015 by डॉ. कुलदीप चन्द अग्निहोत्री | Leave a Comment डा० कुलदीप चन्द अग्निहोत्री लद्दाख स्वायत्त पर्वतीय विकास परिषद के लिये पाँच साल बाद सत्रह अक्तूबर को चुनाव हुये थे । परिषद की कुल तीस सीटों में से केवल छब्बीस सीटें पर चुनाव होते हैं और शेष चार सीटें राज्य सरकार मनोनयन द्वारा भरती है । इन छब्बीस सीटों में से भारतीय जनता पार्टी ने […] Read more » Featured जम्मू-कश्मीर
आलोचना राजनीति साहित्य कौन सी पुरस्कार वापसी? November 3, 2015 by प्रवक्ता ब्यूरो | 3 Comments on कौन सी पुरस्कार वापसी? कौनसी पुरस्कार वापसी? कौनसी साहित्यिक प्रतिभा? कौन से देश और समाज के हमदर्द? कौनसी मानवता के हितेशी? कौनसी प्रजाति के कलमकार? कौनसी सरकारो के “भांड “? लगता है देश मे पहली बार कोई घटना हुई है ? देश मे १९५४ की ग़लतिया जिसके कारण देश को तत्कालीन प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू ने स्वार्थ सिद्धि […] Read more » Featured पुरस्कार वापसी
राजनीति अग्नि परीक्षा November 3, 2015 by रवि श्रीवास्तव | Leave a Comment बिहार राज्य का विधानसभा का चुनाव चल रहा है. जिसके चार चरण पूरे हो गए हैं. आखिरी और पांचवें चरण का मतदान 5 नवम्बर को होना है. आखिरी पड़ाव के लिए सभी राजनीतिक दल और ज्यादा सक्रिय हो गए हैं. शब्दों के वार और तीखें हो गए हैं. बिहार में एक तरफ एनडीए तो दूसरी […] Read more » Featured अग्नि परीक्षा
विविधा तप, दीक्षा और राष्ट्र November 3, 2015 by राकेश कुमार आर्य | Leave a Comment आचार्य चाणक्य ने कहा है कि यदि व्यक्ति राष्ट्रवाद से शून्य है, राष्ट्रभक्ति से हीन है, राष्ट्र के प्रति सजग नहीं है, तो यह शिक्षक की असफ लता है। व्यक्ति तो क्या देश की धरती का कण-कण राष्ट्र भक्ति की भावना से मचल उठे, रोम-रोम में राष्ट्र रम जाये, राष्ट्र भक्ति की भावना से मचल […] Read more » Featured तप दीक्षा और राष्ट्र