आर्थिकी आमूल-चूल परिवर्तन से पूरा होगा सबके लिए घर का सपना June 22, 2015 / June 22, 2015 by सिद्धार्थ शंकर गौतम | Leave a Comment -सिद्धार्थ शंकर गौतम- हाल ही में मोदी कैबिनेट ने सभी के लिए घर योजना को मंजूरी दे दी है जिसमें शहरी गरीबों तथा कम आय वर्ग के लिए मकानों का निर्माण किया जाएगा। गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के इस सपने को पूरा करने के लिए देश के सभी 4011 शहरों और कस्बों में […] Read more » Featured आमूल-चूल परिवर्तन से पूरा होगा सबके लिए घर का सपना घर मकान
परिचर्चा इन ‘ललितों’ का तो एेसा ही है…! June 22, 2015 / June 22, 2015 by तारकेश कुमार ओझा | Leave a Comment -तारकेश कुमार ओझा- उन दिनों किसी अखबार में पत्रकार होना आइएएस – आइपीएस होने से किसी मायने में कम महत्वपूर्ण नहीं था। तब किसी भी पुलिस व प्रशासनिक अधिकारी के कार्यालय के सामने मुलाकातियों में शामिल करोड़पति से लेकर अरबपति तक को भले ही अपनी बारी के लिए लंबी प्रतीक्षा करनी पड़े, लेकिन पत्रकार को […] Read more » Featured इन 'ललितों' का तो एेसा ही है ललित मोदी सुषमा स्वराज
गजल रहते हुए भी हो कहां June 22, 2015 by गोपाल बघेल 'मधु' | 1 Comment on रहते हुए भी हो कहां -गोपाल बघेल ‘मधु’- (मधुगीति १५०६२१) रहते हुए भी हो कहाँ, तुम जहान में दिखते कहाँ; देही यहाँ बातें यहाँ, पर सूक्ष्म मन रहते वहाँ । आधार इस संसार के, उद्धार करना जानते; बस यों ही आ के टहलते, जीवों से नाता जोड़ते । सब मुस्करा कर चल रहे, स्मित-मना चित तक रहे; जाने कहाँ तुम […] Read more » Featured गजल रहते हुए भी हो कहां
विविधा हिण्डन-यमुना-गंगा नदी पंचायत निर्णय June 22, 2015 / June 22, 2015 by अरुण तिवारी | Leave a Comment -अरुण तिवारी- 1. संदर्भ: गंगा के प्रवाह में प्रदूषित पानी की आवक औसतन 700 क्युसेक है; जबकि यदि पूरी क्षमता के साथ वर्षा जल संचयन की कोशिश की जाये, तो गंगा में सतत् प्रवाह की मात्रा को 50 हजार क्युसेक तक बढाया जाना संभव है। उक्त तथ्य को आधार बनाकर श्री दीपक सिंघल (प्रधान […] Read more » Featured गंगा नदी पंचायत निर्णय यमुना हिण्डन हिण्डन-यमुना-गंगा नदी पंचायत निर्णय
राजनीति केजरीवाल की सरकार को फ्लॉप होने से बचा रहे हैं मोदी June 22, 2015 / June 22, 2015 by इक़बाल हिंदुस्तानी | 3 Comments on केजरीवाल की सरकार को फ्लॉप होने से बचा रहे हैं मोदी –इक़बाल हिंदुस्तानी- -दिल्लीवासियों की नज़र में ‘आप’ से हार का बदला ले रही बीजेपी !- दिल्ली में आम आदमी पार्टी की सरकार के साथ इस समय केंद्र सरकार का जो संघर्ष चल रहा है उसको संविधान और कानून के जानकार चाहे जो नाम दें लेकिन दिल्लीवासी केजरीवाल की इस बात को काफी हद तक सही […] Read more » Featured केजरीवाल केजरीवाल की सरकार को फ्लॉप होने से बचा रहे हैं मोदी केंद्र सरकार दिल्ली सरकार नरेंद्र मोदी
परिचर्चा 23-24 जून को उत्तरखण्ड विकास संवाद June 22, 2015 / June 22, 2015 by अरुण तिवारी | Leave a Comment -अरुण तिवारी- नीति आयोग ने इस नीति पर काम करना शुरु कर दिया है कि राज्य, केन्द्र की ओर ताकने की बजाय, अपने संसाधनों के विकास पर ज्यादा से ज्यादा ध्यान कैसे दे ? इसके लिए नीति आयोग के दलों ने राज्यों के दौरे भी शुरु कर दिए हैं। इस नीति से किन राज्यों को […] Read more » 23-24 जून को उत्तरखण्ड विकास संवाद Featured उत्तराखण्ड नीति आयोग
परिचर्चा शर्म उनको मगर नहीं आई? June 22, 2015 by तनवीर जाफरी | 2 Comments on शर्म उनको मगर नहीं आई? -तनवीर जाफरी- ऋषियों-मुनियों, साधू-संतों, पीरों-फकीरों तथा अध्यात्मवादियों की धरती समझा जाने वाला हमारा भारतवर्ष अपनी इसी पहचान के चलते सहस्त्राब्दियों से पूरे विश्व की नज़रों में आदर व सम्मान का पात्र रहा है। भारतवर्ष ने अहिंसा परमो धर्म:, विश्व शांति तथा वसुधैव कुटंबकम का पाठ सारी दुनिया को पढ़ाया । सर्वे भवंतु सुखिन: की आवाज़ […] Read more » Featured केंद्र सरकार नरेंद्र मोदी भारत योग शर्म उनको मगर नहीं आई ? हिन्दुस्तान
गजल खोया हूं मैं June 22, 2015 / June 22, 2015 by प्रवक्ता.कॉम ब्यूरो | Leave a Comment –मनीष सिंह- खोया हूँ मैं हक़ीक़त में और फ़साने में , ना है तुम बिन कोई मेरा इस ज़माने में। तुम साथ थे तो रौशन था ये जहाँ मेरा , अब जल जाते हाथ अँधेरे में शमा जलाने में। यूँ तो मशरूफ कर रखा है बहुत खुद को , फिर भी आ […] Read more » Featured खोया हूँ मैं गजल
टॉप स्टोरी विविधा जब योग का कहीं कोई विरोध है ही नहीं तो उसे करवाने की आक्रामक नाटकीयता क्यों ? June 20, 2015 by श्रीराम तिवारी | 10 Comments on जब योग का कहीं कोई विरोध है ही नहीं तो उसे करवाने की आक्रामक नाटकीयता क्यों ? आजकल शुद्ध सरकारी और उसका पिछलग्गू व्यभिचारी प्रचार तंत्र नाटकीय ढंग से योगाभ्यास के बरक्स आक्रामक और असहिष्णु हो चला है। दृश्य,श्रव्य ,पश्य, छप्य,डिजिटल,इलक्ट्रॉनिक ,मोबाइल और तमाम ‘प्रवचनीय’ माध्यमों दवरा बार -बार कहा जा रहा है कि दुनिया में भारतीय योग का झंडा पहली बार बुलंदियों को छूने वाला है। बड़े ही आक्रामक तरीके से यह भी सावित करने की कोशिश की जा रही है कि जो […] Read more » Featured आक्रामक नाटकीयता क्यों ? जब योग का कहीं कोई विरोध है ही नहीं
धर्म-अध्यात्म विविधा ‘समाज में बढ़ता पाखण्ड व ठगी और अन्धकारनाशक वेदविद्या’ June 20, 2015 by मनमोहन आर्य | Leave a Comment हमारे देश के पतन के कारणों में मुख्य कारण था विद्या का ह्रास तथा अन्धविश्वासों व पाखण्डों की वृद्धि। वर्तमान में देश में जो उन्नति देखी जा रही है वह विद्या की कुछ उन्नति व अन्धविश्वासों व पाखण्डों में कुछ कमी के कारण है। महर्षि दयानन्द (1825-1883) ने देश की अवनति के कारणों को […] Read more » ‘समाज में बढ़ता पाखण्ड व ठगी और Featured अन्धकारनाशक वेदविद्या’ वेदविद्या समाज में बढ़ता ठगी समाज में बढ़ता पाखण्ड
राजनीति आपातकाल आज भी अनौपचारिक रूप से देश में मौजूद है June 20, 2015 by शैलेन्द्र चौहान | Leave a Comment शैलेन्द्र चौहान आपातकाल की चालीसवीं वर्ष गांठ के अवसर पर राजनीतिक विमर्श का एक दौर चल पड़ा है। लालकृष्ण आडवाणी के बाद अब पूर्व लोकसभा अध्यक्ष सोमनाथ चटर्जी ने भी आपातकाल की संभावना से इंकार नहीं किया है। पीटीआई को दिए इंटरव्यू में उन्होंने कहा कि ‘आज राजनीति में द्वेष और बदले की भावना बढ़ […] Read more » Featured आपातकाल
विविधा स्वास्थ्य-योग शारीरिक व्यायाम की प्राचीन कला है योग June 20, 2015 by प्रमोद भार्गव | 1 Comment on शारीरिक व्यायाम की प्राचीन कला है योग प्रमोद भार्गव यह विडंबना ही है कि जब योग को पूरी दुनिया ने स्वीकार कर लिया है तब चंद धार्मिक समूह इसे धर्म और संप्रदाय विशेष का रंग देने की कलाबाजी का राजनैतिक खेल खेल रहे हैं। जबकि वास्तव में योग शारीरिक और मानसिक व्यायाम की प्राचीन भारतीय कला है। कला का यह खजाना अब […] Read more » Featured Yoga प्राचीन कला योग प्राचीन कला है योग योग शारीरिक व्यायाम