जरूर पढ़ें विविधा पंचायतों में महिलाओं की भागीदारी का सवाल April 25, 2015 / April 25, 2015 by जावेद अनीस | 1 Comment on पंचायतों में महिलाओं की भागीदारी का सवाल -जावेद अनीस- “इस बार सरपंच पद अनारक्षित महिला वर्ग का है, कई उम्मीदवार होंगे, मैं भी एक उम्मीदवार हूँ, मैं आपके बीच की ही एक सामान्य नागरिक हूँ, ना मेरे पास धनबल है,ना बाहुबल और ना ही राजनीतिक छल, बस मेरे पास तो आपका जनबल है जिसके विश्वास से मैंने चुनाव में उतरने का फैसला […] Read more » Featured पंचायत पंचायत में महिलाएं पंचायतों में महिलाओं की भागीदारी का सवाल महिलाओं की भागीदारी
धर्म-अध्यात्म विविधा ‘पत्नी घर का खजाना और पतिकुल की रक्षिका है’ April 25, 2015 / April 25, 2015 by मनमोहन आर्य | 1 Comment on ‘पत्नी घर का खजाना और पतिकुल की रक्षिका है’ –मनमोहन कुमार आर्य- वेद सब सत्य विद्याओं का पुस्तक है और वेदों को स्वयं पढ़ना व दूसरों को पढ़ाना सब श्रेष्ठ मनुष्यों का परम धर्म है। यह घोषणा महाभारत काल के बाद वेदों के अपूर्व विद्वान महर्षि दयानन्द सरस्वती ने सप्रमाण की है। वेदों का अध्ययन करने पर इसमें सर्वत्र जीवनोपयगी बहुमूल्य ज्ञान व प्रेरक […] Read more » Featured अथर्ववेद ऋग्वेद पत्नी घर का खजाना और पतिकुल की रक्षिका है यजुर्वेद वेद
धर्म-अध्यात्म विविधा यशोदानंदन-५३ April 25, 2015 by विपिन किशोर सिन्हा | Leave a Comment -विपिन किशोर सिन्हा- श्रीकृष्ण ने एक संक्षिप्त उत्तर दिया और उसके बलिष्ठ हाथों को ऐसा जोरदार झटका दिया कि वह सीढ़ियों से लुढ़कता हुआ सीधे धरती पर पीठ के बल जा गिरा। उसका स्वर्ण-मुकुट ठन-ठन आवाज करता हुआ लुढ़कते-लुढ़कते जनसमूह में विलीन हो गया। उसके रूखे घने केश अस्त-व्यस्त होकर बिखर गए। बड़े-बड़े और शक्तिशाली […] Read more » Featured कृष्ण गीता गोपियां यशोदा यशोदानंदन-५३ श्रीकृष्ण
खेत-खलिहान जन-जागरण विविधा अन्नदाताओं की अनदेखी April 24, 2015 / April 24, 2015 by बी.आर.कौंडल | 3 Comments on अन्नदाताओं की अनदेखी राजनितिक दल चाहे कितनी हमदर्दी किसानों के प्रति दिखाएँ लेकिन हकीकत यही है कि किसानों के हितों की सभी सरकारों ने अनदेखी की है | भारत जैसे देश जहाँ पर 70 प्रतिशत लोग प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष रूप में कृषि व्यवसाय से जुड़े हैं, में किसानों की बदहाली भविष्य के लिए भारी आक्रोश का संकेत देता […] Read more » Featured अन्नदाताओं की अनदेखी भूमि-अधिग्रहण अध्यादेश
महत्वपूर्ण लेख समाज प्रवासी भारतीयों में घटती शांत प्रक्रिया। April 24, 2015 / April 24, 2015 by डॉ. मधुसूदन | 12 Comments on प्रवासी भारतीयों में घटती शांत प्रक्रिया। डॉ. मधुसूदन ***अमरिकन भारतीय समाज की एक शांत प्रक्रिया। ***स्वतंत्रता, स्वच्छंदता, और स्वैराचार का फल। ***मिलियन डालर पाए, पर संतान खोए। ***व्यक्ति स्वातंत्र्य व्यक्ति को अलग कर देता है। ***इत्यादि आगे पढें। (१) अमरिका निवासी भारतीय समाज में, एक शांत प्रक्रिया उभरते देख रहा हूँ। यह शान्त, मौन और धीमी प्रक्रिया है। और दिन प्रति […] Read more » Featured प्रवासी भारतीयों में घटती शांत प्रक्रिया भारतीय युवा स्वतंत्रता को स्वच्छंदता में परिवर्तित
धर्म-अध्यात्म यशोदानंदन-५२ April 24, 2015 by विपिन किशोर सिन्हा | Leave a Comment चाणूर और मुष्टिक के गतप्राण होने के उपरान्त कूट, शल और तोषल नामक भीमकाय राजमल्लों ने श्रीकृष्ण-बलराम पर एकसाथ आक्रमण कर दिया। कूट बलराम के एक घूंसे का भी प्रहार नहीं सह सका। वह वही ढ़ेर हो गया। शल तेजी से यशोदानंदन श्रीकृष्ण की ओर बढ़ा। मुस्कुराते हुए श्रीकृष्ण ने कौतुक करते हुए कंदुक की […] Read more » Featured यशोदानंदन-५२
राजनीति पाक-चीन दोस्ती से सतर्क रहे भारत April 24, 2015 by पियूष द्विवेदी 'भारत' | 1 Comment on पाक-चीन दोस्ती से सतर्क रहे भारत पीयूष द्विवेदी एक उक्ति है कि शत्रु का शत्रु सबसे अच्छा मित्र होता है। चीन यह बात बहुत अच्छे से जानता है। इसी नाते वह भारत से शत्रुता मानने वाले देश पाकिस्तान को साधने की लगातार ही कोशिश करता रहा है, जिसमे कि उसे अपेक्षित कामयाबी भी मिली है। चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग के वर्तमान […] Read more » Featured ग्वादर-जिनजियांग मार्ग की परियोजना पाक-चीन दोस्ती सतर्क रहे भारत
राजनीति जंतर मंतर में पेड़ पर झूलता किसान और निर्मम राजनीति April 24, 2015 by डॉ. कुलदीप चन्द अग्निहोत्री | 1 Comment on जंतर मंतर में पेड़ पर झूलता किसान और निर्मम राजनीति डा० कुलदीप चन्द अग्निहोत्री दिल्ली में आप की राजनैतिक रैली है । स्थान जंतर मंतर है । जंतर मंतर का णिर्माण भी कभी राजस्थान के शासक ने ही करवाया था । उद्देश्य शायद ज्ञान विज्ञान का प्रसार और लोगों में तार्किक विश्वास जगाना था । उसी राजस्थान के दौसा से चलकर एक आदमी गजेन्द्र सिंह […] Read more » Featured जंतर मंतर जंतर मंतर में पेड़ पर झूलता किसान निर्मम राजनीति पेड़ पर झूलता किसान
विविधा व्यंग्य ‘सेवा’ में करियर…!! April 24, 2015 by तारकेश कुमार ओझा | Leave a Comment तारकेश कुमार ओझा साइकिल – घड़ी और रेडियो। यदि एेसी चीजें सात फेरे लेने जा रहे दुल्हे की खिदमत में पेश की जाती थी, तो आप सोच सकते हैं कि वह जमाना कितना वैकवर्ड रहा होगा। तब की पीढ़ी के लिए करियर का मतलब साइकिल के पीछे लगे उस सहायक उपकरण से था, जिस पर […] Read more » Featured करियर
विविधा अधिकारियों को सही सलाह April 24, 2015 / April 24, 2015 by प्रवीण दुबे | 1 Comment on अधिकारियों को सही सलाह प्रवीण दुबे सिविल सर्विस डे के अवसर पर देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान दो अलग-अलग स्थानों पर अधिकारियों को सीख देते दिखाई दिए। संभवत: ऐसा पहली बार देखने को मिला जब देश का प्रधानमंत्री और किसी प्रदेश के मुख्यमंत्री ने सहजता पूर्ण ढंग से अधिकारियों को समझाया सर्वविदित […] Read more » Featured अधिकारियों को सही सलाह
लेख विविधा ग्यासुदीन गाज़ी पौत्र … पंडित नेहरू……आज़ादी के परवाने ……. नेताजी April 23, 2015 by एल. आर गान्धी | 4 Comments on ग्यासुदीन गाज़ी पौत्र … पंडित नेहरू……आज़ादी के परवाने ……. नेताजी एल आर गांधी नेहरू ताउम्र , नेताजी का नाम आज़ादी की लड़ाई में अपना सब कुछ न्योछावर करने वाले आज़ादी के परवानों की सूची में से मिटाने में लगे रहे …। विधि का विधान देखो आज उन्ही का परिवार 'नेहरू' को भी भूल गया है .... याद रक्खे भी क्या … छल - कपट ---जासूसी […] Read more » Featured आज़ादी के परवाने ग्यासुदीन गाज़ी पौत्र नेताजी पंडित नेहरू
जन-जागरण विविधा तब हम बुद्घ के नही युद्घ के उपासक बन इतिहास बना रहे थे April 23, 2015 by राकेश कुमार आर्य | 1 Comment on तब हम बुद्घ के नही युद्घ के उपासक बन इतिहास बना रहे थे जिस प्रकार कटेहर ने ताजुल मुल्क और उसके सुल्तान को आनंद की नींद नही सोने दिया और लगभग हर वर्ष कटेहर के स्वतंत्रता आंदोलन को दबाने के लिए दिल्ली के सुल्तान को भारी सेना भेज-भेजकर अपनी विवशता का प्रदर्शन करना पड़ा। वही स्थिति दोआब ने भी सुल्तान के लिए बनाये रखी। पिछले पृष्ठों पर भी […] Read more » Featured युद्घ के उपासक