आर्थिकी राजनीति तमन्नाओं में उलझाया गया हूं….खिलौने दे कर बहलाया गया हूं February 3, 2018 by देवेंद्रराज सुथार | Leave a Comment वित्त मंत्री अरुण जेटली द्वारा आख़िरी पूर्ण बजट पेश करने के बाद शाद अजीमाबादी की ये पंक्तियां याद आ रही हैं – तमन्नाओं में उलझाया गया हूं….खिलौने दे कर बहलाया गया हूं। वित्त मंत्री के बजट भाषण के दौरान सबसे ज्यादा तालियां उस समय बजी जब राष्ट्रपति, उप राष्ट्रपति, राज्यपाल और सांसदों के वेतन की […] Read more » Budget budget 2018 Featured उज्ज्वला योजना खिलौने दे कर बहलाया गया हूं तमन्नाओं में उलझाया गया हूं वित्त मंत्री अरुण जेटली
आर्थिकी राजनीति आसियान के माध्यम से चीन को चुनौती February 1, 2018 by दुलीचंद कालीरमन | Leave a Comment दुलीचन्द रमन इस बार का गणतंत्र दिवस समारोह कुछ खास रहा क्योंकि इस वर्ष 69वें गणतंत्र दिवस की परेड के दौरान आसियान के दस देशों (म्यांमार, थाईलैंड, वियतनाम, इंडोनेशिया, मलेशिया, फिलिपिन्स, सिंगापुर, कंबोडिया, लाओस और बु्रनेई) के सर्वोच्च नेता मुख्य अतिथि के रूप में नई-दिल्ली में उपस्थित रहे। यह गणतंत्र दिवस के इतिहास मे पहला […] Read more » 69वें गणतंत्र दिवस की परेड Featured आसियान इंडोनेशिया कंबोडिया चीन को चुनौती थाईलैंड फिलिपिन्स बु्रनेई मलेशिया म्यांमार लाओस वियतनाम सिंगापुर
समाज संवेदनहीन होता समाज February 1, 2018 by देवेंद्रराज सुथार | Leave a Comment अक्सर बच्चे गलती करते हैं और बच्चों की गलती सुधारने के लिए इस दुनिया में माता-पिता होते हैं, बच्चे की पहली पाठशाला भी माता-पिता ही होते हैं, जहां से बच्चा शिष्टाचार सीखता है। माता-पिता वह तोहफा है जो हमें हर गलत काम करने से रोकते हैं और हमें सही राह दिखाते हैं, लेकिन किसी गलती […] Read more » Featured society getting emotionless समाज संवेदनहीन संवेदनहीन समाज
लेख साहित्य गीता का कर्मयोग और आज का विश्व, भाग-48 January 31, 2018 by राकेश कुमार आर्य | Leave a Comment राकेश कुमार आर्य   गीता का सातवां अध्याय और विश्व समाज ज्ञान-विज्ञान और ईश्वर का ध्यान आत्र्त-जिज्ञासु भजें अर्थार्थी दिन रात। युक्तात्मा ज्ञानी भजै उसकी अनोखी बात।। श्रीकृष्ण दूसरे प्रकार के भक्त का नाम जिज्ञासु बताते हैं। जिज्ञासु का अर्थ है-जानने की इच्छा रखने वाला। यह भक्त अपना ज्ञानवद्र्घन करने के लिए मेधा की […] Read more » Featured karmayoga of geeta todays world आज का विश्व ईश्वर का ध्यान गीता गीता का कर्मयोग गीता का सातवां अध्याय ज्ञान-विज्ञान विश्व समाज
लेख साहित्य गीता का कर्मयोग और आज का विश्व, भाग-47 January 31, 2018 by राकेश कुमार आर्य | Leave a Comment राकेश कुमार आर्य   गीता का सातवां अध्याय और विश्व समाज आज के संसार में प्रकृतिवादी लोग ऐसी ही मानसिकता और सोच रखते हैं। प्रकृतिवादी नास्तिक बन गये हैं। उन्हें प्रकृति से आगे ईश्वर के होने की बात स्वीकार ही नहीं है। वे मानते हैं कि ये प्रकृति ही सब कुछ है और यह […] Read more »  गीता का सातवां अध्याय Featured karmayoga of geeta todays world आज का विश्व गीता गीता का कर्मयोग विश्व समाज
विविधा अस्पताल में भ्रष्टाचार एक बदनुमा दाग January 31, 2018 by ललित गर्ग | Leave a Comment – ललित गर्ग – आजकल देश में भ्रष्टाचार सर्वत्र व्याप्त है। एक तरह से भ्रष्टाचार शिष्टाचार हो गया है। ऐसे-ऐसे घोटाले, काण्ड एवं भ्रष्टाचार के किस्से उद्घाटित हो रहे हैं जिन्हें सुनकर एवं देखकर शर्मसार हो जाते हैं। समानांतर काली अर्थव्यवस्था इतनी प्रभावी है कि वह कुछ भी बदल सकती है, बना सकती है और […] Read more » Corruption Corruption in the hospital Corruption in the hospital a stain Corruption in the hospital is a fine stain Featured hospital अस्पताल आॅल इंडिया मेडिकल इंस्टीच्यूट भ्रष्टाचार सफदरजंग अस्पताल
राजनीति भारत में अभी भी पकौड़े और चाय में बहुत स्कोप है साहब January 31, 2018 by डॉ नीलम महेन्द्रा | Leave a Comment “साधु ऐसा चाहिए जैसा सूप सुभाय। सार सार को गहि रहै थोथा दे उड़ाय।। ” कबीर दास जी भले ही यह कह गए हों, लेकिन आज सोशल मीडिया का जमाना है जहाँ किसी भी बात पर ट्रेन्डिंग और ट्रोलिंग का चलन है। कहने का आशय तो आप समझ ही चुके होंगे। जी हाँ, विषय है […] Read more » Featured India pakodas and tea scope in pakodas and tea in India पकौड़े और चाय पकौड़े और चाय में बहुत स्कोप
आर्थिकी राजनीति बजट की छांव में उम्मीदों का सच January 31, 2018 by ललित गर्ग | Leave a Comment – ललित गर्ग- भारत भविष्य की आर्थिक महाशक्ति बनने का सपना देख रहा है और उस दिशा में आगे बढ़ भी रहा है। लोकसभा में प्रस्तुत किये गये आर्थिक सर्वेक्षण में देश की अर्थव्यवस्था का जो नक्शा निकला है वह इस मायने में उम्मीद की छांव देने वाला है। सकल विकास वृद्धि दर के मोर्चे […] Read more » budget 2018 Featured shadow of budget The truth of expectations बजट बजट 2018
शख्सियत समाज संत रैदास: धर्मांतरण के आदि विरोधी – घर वापसी के सूत्रधार January 31, 2018 by प्रवीण गुगनानी | Leave a Comment प्रवीण गुगनानी लगभग सवा छः सौ वर्ष पूर्व 1398 की माघ पूर्णिमा को काशी में जन्में संत रविदास यानि संत रैदास को निस्संदेह हम भारत में धर्मांतरण के विरोध में स्वर मुखर करनें वाली और स्वधर्म में घर वापसी करानें के प्रथम या प्रतिनिधि संत कह सकतें है. धर्मांतरण हिन्दुस्थान में सदियों से एक चिंतनीय विषय रहा […] Read more » Featured घर वापसी के सूत्रधार धर्मांतरण के आदि विरोधी संत रैदास
राजनीति राष्ट्रीय हित लिए महत्वपूर्ण हैं एक साथ चुनाव January 31, 2018 by सुरेश हिन्दुस्थानी | Leave a Comment सुरेश हिन्दुस्थानी वर्तमान में भारत में जिस प्रकार से राष्ट्रीय भाव को प्रधानता देने का क्रम प्रारंभ हुआ है, उससे केन्द्र सरकार द्वारा विकास की संभावनाओं को जगाने का उद्देश्य ही दिखाई दे रहा है। वास्तव में वर्तमान में ऐसे कई कारण हैं, जो राष्ट्रीय विकास में बाधक बन रहे हैं। देश में होने वाले […] Read more » Featured Important for national interest one nation one election one time election simultaneous elections एक साथ चुनाव
विविधा आजादी की अभिव्यक्ति या अभिव्यक्ति की आजादी? January 30, 2018 by अखिलेश आर्येन्दु | Leave a Comment अखिलेश आर्येन्दु आए दिन जिस भाषा का इस्तेमाल नेताओं, मज़हब और जाति के ठेकेदारों और मीडिया के जरिए होता है वह वाकई में लोकतंत्र के लिए बहुत चिंता की बात है। चिंता की बात इस लिए भी है कि लोकतंत्र और अभिव्यक्ति की आजादी केे नाम पर कुछ भी कहने-सुनने की छूट मिलने की वजह […] Read more » Featured freedom of expression अभिव्यक्ति अभिव्यक्ति की आजादी आजादी की अभिव्यक्ति
आर्थिकी राजनीति बजट में समावेशी विकास पर जोर देने की जरूरत January 30, 2018 by प्रमोद भार्गव | Leave a Comment प्रमोद भार्गव विश्व आर्थिक मंच की सालाना बैठक के दौरान भारत के लिए जो बुरी खबर आई थी, वह 69वें गणतंत्र दिवस और आसियान देशों के राष्ट्राध्यक्षों के अभिनंदन में कुछ दब सी जरूर गई है, जिसे रेखांकित किया जाना जरूरी है। डब्ल्यूईएफ की ओर से जारी समावेशी विकास सूचकांक में भारत उभरती अर्थव्यवस्थाओं वाले […] Read more » budget 2018 emphasize inclusive growth in budget Featured Need to emphasize inclusive growth in budget बजट समावेशी विकास समावेशी विकास पर जोर देने की जरूरत