राजनीति इतिहास का पुनर्लेखन और योगी सरकार November 29, 2017 by राकेश कुमार आर्य | Leave a Comment राकेश कुमार आर्य   भारत के ऐतिहासिक स्थल आगरा के ताजहमल के निर्माण को लेकर एक बार फिर विवाद उठा है। भाजपा के फायर ब्रांड विधायक संगीत सोम का कहना है कि ताजमहल हमारी गुलामी का प्रतीक है तो असदुद्दीन ओवैसी का कहना है कि यदि ताजमहल गुलामी का प्रतीक है तो यह लालकिला […] Read more » Featured TajMahal Yogi Adityanath इतिहास इतिहास पुनर्लेखन योगी सरकार
धर्म-अध्यात्म क्या है योग और चित्त की वृत्तियों का निरोध November 29, 2017 by राकेश कुमार आर्य | Leave a Comment देवेंद्र सिंह आर्य (एक दिन प्रात:काल में मुझसे श्रद्घेय ज्येष्ठ भ्राताश्री प्रो. विजेन्द्रसिंह आर्य-मुख्य संरक्षक ‘उगता भारत’-ने अपनी समीक्षक बुद्घि से सहज रूप में पूछ लिया कि-‘देव! महर्षि पतंजलि के ‘योगश्चित्तवृत्तिनिरोध:’ पर तुम्हारे क्या विचार हैं? तब मैंने श्रद्घेय भ्राताश्री को अपनी ओर से जो प्रस्तुति दी, उसी से यह आलेख तैयार हो गया। हमारी […] Read more » Featured चित्त की वृत्तियों का निरोध योग की वृत्तियों का निरोध वृत्तियों का निरोध
समाज क्या मुरारी बापू द्वारा हिन्दू विवाह संस्कार के विरुद्ध किया गया कृत्य निंदनीय हैं ?? November 29, 2017 by पंडित दयानंद शास्त्री | 4 Comments on क्या मुरारी बापू द्वारा हिन्दू विवाह संस्कार के विरुद्ध किया गया कृत्य निंदनीय हैं ?? प्रिय मित्रों/पाठों/विद्वान बंधुओं, पता नहीं क्यों, किन्तु सत्य हें की पूज्य मुरारी बापू ने बनारस के शमशान में फेरे करवा कर शादी करवाए | कल को तो मृत शरीर को भी श्मशान मे क्यो घर पर ही वेदी मे ही मुखाग्नि दे देगे | जब चिता अग्नि मे विवाह संस्कार हो सकता है तो घर […] Read more » Delhi Featured Marriage at crematorium Morari bapu ncr मोरारी बापू राष्ट्र की संत परंपरा विवाह शमशान में फेरे
समाज मानव और प्रकृति में संतुलन November 27, 2017 by विजय कुमार | Leave a Comment इन दिनों प्रायः देश के किसी ने किसी भाग से गांव में घुस आये बाघ, हाथी आदि जंगली जानवरों की चर्चा होती रहती है। बस्ती के आसपास मित्र की तरह रहने वाले कुत्ते और बंदरों का आतंक भी यदा-कदा सुनने को मिलता रहता है। कुछ राज्य सरकारें इनकी नसबंदी करा रही हैं। इससे लाभ होगा […] Read more » balance between human and nature Featured Nature प्रकृति
खेत-खलिहान समाज भारतीय कृषि में महिलाओं की दयनीय स्थिति November 27, 2017 by मयंक चतुर्वेदी | Leave a Comment डॉ. मयंक चतुर्वेदी भारत अपने अस्तित्वकाल से ही कृषि प्रधान देश रहा है। यहां जिस तरह से पुरुष और महिलाओं के बीच श्रम का विकेंद्रीकरण किया गया है, उसमें महिलाओं के जिम्मे जो कार्य है, वह तुलनात्मक रूप में समग्रता के साथ पुरुषों के मुकाबले स्त्रियों के पास अधिक है। इसमें शहरों की तुलना में […] Read more » condition of women in farming farming and women Featured women in farming कृषि नेशनल सैंपल सर्वे ऑफिस
समाज मंगोलिया के सांस्कृतिक पुनर्जागरण में कुशोक बकुला रिम्पोछे का योगदान November 27, 2017 by डॉ. कुलदीप चन्द अग्निहोत्री | Leave a Comment डा० कुलदीप चन्द अग्निहोत्री यह कथा अढाई हज़ार साल से भी पुरानी है । यह महात्मा बुद्ध के काल की कथा है । बकुला का मूल नाम क्या था , इसके बारे में बता पाना तो कठिन है । बौद्ध जगत में वे बकुला के नाम से ही प्रसिद्ध हैं । उनके नाम को लेकर […] Read more » Featured Kushok Bakula Rinpoche Mangolia कशुक बकुला कुशोक बकुला रिम्पोछे मंगोलिया शाक्यमुनि बुद्ध
लेख साहित्य गीता का कर्मयोग और आज का विश्व, भाग-10 November 27, 2017 by राकेश कुमार आर्य | Leave a Comment गीता के दूसरे अध्याय का सार और संसार हमारे देश में लोगों की मान्यता रही है कि शत्रु वह है जो समाज की और राष्ट्र की व्यवस्था को बाधित करता है। ऐसा व्यक्ति ही अधर्मी माना गया है। धर्म विरूद्घ आचरण करने वाला व्यक्ति समाज, राष्ट्र और जन-जन का शत्रु होता है। ऐसे व्यक्ति का […] Read more » Featured geeta karmayoga of geeta Shri Krishna गीता गीता का कर्मयोग विश्व
लेख साहित्य गीता का कर्मयोग और आज का विश्व, भाग-9 November 27, 2017 by राकेश कुमार आर्य | Leave a Comment राकेश कुमार आर्य   गीता के दूसरे अध्याय का सार और संसार अर्जुन समझता था कि दुर्योधन और उसके भाई, उसका मित्र कर्ण और उसका मामा शकुनि युद्घ क्षेत्र में उसके हाथों मारे जा सकते हैं, इसके लिए तो वह मानसिक रूप से पहले से ही तैयार था। वह यह भी जानता था कि […] Read more » Featured geeta karmayoga of geeta Shri Krishna गीता गीता का कर्मयोग विश्व
विविधा निजी अस्पतालों की लूट कब तक? November 27, 2017 by ललित गर्ग | Leave a Comment ललित गर्ग- देश के निजी अस्पतालों में स्वास्थ्य की दृष्टि से तो हालात बदतर एवं चिन्तनीय है ही, लेकिन ये लूटपाट एवं धन उगाने के ऐसे अड्डे बन गये हैं जो अधिक परेशानी का सबब है। हमारे देश में जगह-जगह छोटे शहरों से लेकर प्रान्त की राजधानियों एवं एनसीआर तक में निजी अस्पतालों में मरीजों […] Read more » dengue patient dead in fortis Featured fortis hospital gurgaon loot in private hospitals nursing homes private hospitals नर्सिंग होम निजी अस्पताल
धर्म-अध्यात्म अपने व पूर्वजों के कर्मों का फल November 25, 2017 by डा. राधेश्याम द्विवेदी | 1 Comment on अपने व पूर्वजों के कर्मों का फल डा. राधेश्याम द्विवेदी संसार के प्रत्येक प्राणी को अपने तथा पूर्वजों के कर्मों का फल भोगना ही पड़ता है। इससे मुक्ति कभी नहीं मिलती है। यह बात और है कि किस कर्म का फल कब मिलता है। जो कर्म ज्यादा होते हैं उसे बाद में तथा जो कम होते है उसे पहले भोगने को मिलता […] Read more » Featured पुनर्जन्म पूर्वजों के कर्मों का फल मनुष्य का वंश उसका पुनर्जन्म
लेख साहित्य गीता का कर्मयोग और आज का विश्व, भाग-8 November 25, 2017 by राकेश कुमार आर्य | Leave a Comment गीता का पहला अध्याय और विश्व समाज गीता के विषय के संक्षिप्त या विस्तृत होने की सभी शंका आशंकाओं, सम्भावना और असम्भावना के रहते भी गीता का पहला अध्याय गीताकार के उच्च बौद्घिक चिन्तन और विश्व समाज के प्रति भारत की जिम्मेदारियों को स्पष्ट करता है। गीताकार ने जो कुछ भी व्यवस्था पहले अध्याय में […] Read more » Featured geeta karmayoga of geeta गीता गीता का कर्मयोग विश्व
विविधा हारून भाई को किसने मारा… November 25, 2017 / November 25, 2017 by अलकनंदा सिंह | Leave a Comment वो फैमिली हेयर ड्रेसर थे, दुबई रिटर्न…जी हां…”दुबई रिटर्न”, ये तमगा 90 के दशक में बड़ी बात हुआ करती थी, वो बताते थे कि वो स्वयं तब वहां शेखों के पर्सनल सैलून्स में हजामत किया करते थे। खुशदिल, मिलनसार और ओवरऑल एक अच्छी पर्सनालिटी के मालिक थे हारून भाई। मथुरा में उनकी दुकान हमेशा शिफ्ट […] Read more » Featured हारून भाई