लेख महात्मा गांधी, प्रधानमंत्री मोदी और स्वच्छता अभियान October 3, 2021 / October 3, 2021 by मयंक चतुर्वेदी | Leave a Comment विशेष लेख :डॉ. मयंक चतुर्वेदी सार्वभौमिक स्वच्छता प्राप्त करने के लिए किए जा रहे प्रयासों में तेजी लाने और स्वच्छता पर ध्यान केंद्रित करने की मंशा से प्रधान मंत्री नरेन्द्र मोदी ने दो अक्टूबर 2014 को ‘स्वच्छ भारत मिशन’ का आरंभ किया था। उस दिन पूरे देश ने महात्मा गांधी को भी याद किया, न […] Read more » Mahatma Gandhi PM Modi and cleanliness campaign प्रधानमंत्री मोदी और स्वच्छता अभियान महात्मा गांधी
राजनीति गांधीजी की वसीयत और कांग्रेस की आत्मघाती सियासत May 20, 2019 / May 20, 2019 by मनोज ज्वाला | Leave a Comment मनोज ज्वाला कांग्रेस की वर्तमान स्थिति व प्रवृति को देखने से ऐसा प्रतीत होता है महात्मा गांधी की एक इच्छा उनकी अपेक्षा से उलट वीभत्स रुप में अब शीघ्र पूरी होने वाली है । १५ अगस्त १९४७ के बाद गांधी जी ने कहा था कि भारत की आजादी का लक्ष्य पूरा हो जाने के बाद […] Read more » Congress Mahatma Gandhi
लेख संघ व गोड्से के सम्बन्ध की अंतर्कथा May 18, 2019 / May 18, 2019 by प्रवीण गुगनानी | Leave a Comment गांधी जी की हत्या के पश्चात के प्रत्येक दशक में दस पांच बार गोएबल्स थियरी के ठेकेदारों ने ये प्रयास सतत किये हैं कि गांधीजी की हत्या को संघ के मत्थे मढ़ दिया जाए जिसमें वे हर बार असफल रहें हैं। अब देश भर में गांधी व गोड़से को लेकर नया विमर्श प्रारम्भ है, इस […] Read more » Godse Mahatma Gandhi Sangh
विविधा ‘हिंद स्वराज’ के बहाने गांधी की याद September 28, 2017 by संजय द्विवेदी | Leave a Comment संजय द्विवेदी महात्मा गांधी की मूलतः गुजराती में लिखी पुस्तक हिन्द स्वराज्य हमारे समय के तमाम सवालों से जूझती है। महात्मा गांधी की यह बहुत छोटी सी पुस्तिका कई सवाल उठाती है और अपने समय के सवालों के वाजिब उत्तरों की तलाश भी करती है। सबसे महत्व की बात है कि पुस्तक की शैली। यह किताब प्रश्नोत्तर की […] Read more » Featured hind swaraj Mahatma Gandhi गांधी का हिन्द स्वराज्य
शख्सियत नेहरू व गांधी के ढोंगी उत्तराधिकारी November 14, 2014 / November 15, 2014 by हिमांशु शेखर | Leave a Comment हिमांशु शेखर महात्मा गांधी के राजनीतिक उत्तराधिकारी के तौर पर भारत के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू को जाना जाता है। गांधी पर यह आरोप भी लगता है कि उन्होंने राजनीति में नेहरू को आगे बढ़ाने का काम सरदार वल्लभभाई पटेल समेत कई सक्षम नेताओं की कीमत पर किया। जब आजादी के ठीक पहले कांग्रेस […] Read more » Gandhi Jawahar lal Nehru Mahatma Gandhi Nehru Nehru-Gandhi Successor of Gandhi Successor of Nehru & Gandhi गांधी गांधी के उत्तराधिकारी गांधी के ढोंगी उत्तराधिकारी नेहरू नेहरू-गांधी नेहरू-गांधी के उत्तराधिकारी
विविधा …और अंतिम क्षणों में गोडसे ने गांधी से कहा था- ‘नमस्ते, गांधी जी’ February 12, 2014 by राकेश कुमार आर्य | 3 Comments on …और अंतिम क्षणों में गोडसे ने गांधी से कहा था- ‘नमस्ते, गांधी जी’ -राकेश कुमार आर्य- 30 जनवरी को महात्मा गांधी की पुण्यतिथि मनाई गयी है। इस अवसर पर कुछ विचारणीय बातें हैं, जिन्हें इतिहास से ओझल करने का प्रयास किया गया है। उदयवीर ‘विराज’ की पुस्तक ‘तीन गांधी हत्याएं’ इस विषय में हमारे सामने बहुत कुछ स्पष्ट करती है। उक्त पुस्तक के अध्ययन से कई तथ्य स्पष्ट […] Read more » ...और अंतिम क्षणों में गोडसे ने गांधी से कहा था- 'नमस्ते Mahatma Gandhi Nathuram Godse गांधी जी'
विविधा बापू की यादें बनीं जीवन का सहारा January 30, 2014 / January 30, 2014 by एम. अफसर खां सागर | Leave a Comment – एम अफसर खां सागर- उनकी काया शारीरिक रूप से दुर्बल ज़रुर दिखती थी मगर वे बेहद मजबूत थे, शारीरिक और आत्मिक दोनों रूपों में। आत्मबल के लिए जहां वो मौन रहने और ध्यान, पूजन-अर्चन पर विशेष रूप से केन्द्रित रहते थे, वहीँ शारीरिक तौर पर सक्रियता बनाये रखने के लिए वे हर […] Read more » Mahatma Gandhi Mahatma Gandhi memories बापू की यादें बनीं जीवन का सहारा
आलोचना बापू बिकता है ..खरीदने वाला चाहिए. April 18, 2012 / April 18, 2012 by एल. आर गान्धी | 3 Comments on बापू बिकता है ..खरीदने वाला चाहिए. एल. आर. गाँधी पूरे का पूरा बापू बिक गया और बापू के नाम पर सत्ता सुख भोग रहे ‘गांधियों ‘को पता भी नहीं चला ?….. बापू के एक कतरा खून की बोली ११,७०० ब्रिटिश पौंड अर्थात ९६०२२५.५५२ गाँधी छाप रुपैय्या लगाई गयी ! ब्रिटेन में बापू के चरखे और ऐनक के साथ साथ बापू के […] Read more » Mahatma Gandhi बापू बिकता है
समाज राष्ट्रपिता बनाम ढोंगी बूढा ! April 13, 2012 / July 22, 2012 by एल. आर गान्धी | Leave a Comment एल.आर.गाँधी पांचवी कक्षा की ऐश्वर्या पराशर के एक दक्ष प्रशन ने समूची सरकार को असमंजस में डाल दिया ! गाँधी जी को राष्ट्रपिता बता कर उनके नाम पर अपनी राजनैतिक रोटियाँ सेकने वाले सफेदपोश काले अंग्रेज़ और खुद को बापू के वारिस बता कर छह दशकों से भारत पर राज करने वाले ‘नकली गाँधी’ भी […] Read more » Mahatma Gandhi महात्मा गांधी राष्ट्रपिता
कविता साहित्य कविता ; हट धर्मिता – लक्ष्मी दत्त शर्मा February 1, 2012 / February 1, 2012 by लक्ष्मी दत्त शर्मा | Leave a Comment हट धर्मिता, दब्बूपन व कायरता अहिंसा व सत्य सभी शस्त्र हैं गांधी के जिससे सुन्दर लगता हैं गुलाब के फूल की तरह कांटों में सजा गांधी गांधी का महात्मा वाला स्वरूप किसे पता है कि इसमें छिपी है पीड़ा, वेदना, सहनशीलता अहिंसा व सत्य की गहरी नींव मां ने की शुरू करवायी थी गांधी को […] Read more » Mahatma Gandhi poem कविता हट धर्मिता
विविधा गांधी नास्तिक से भी आगे January 30, 2012 / January 30, 2012 by डॉ. वेदप्रताप वैदिक | 3 Comments on गांधी नास्तिक से भी आगे डॉ. वेदप्रताप वैदिक महात्मा गांधी का सर्वधर्म सद्भाव और भारत सरकार की धर्म-निरपेक्षता में जमीन-आसमान का अंतर है। धर्म-निरपेक्षता का जैसा नंगा नाच उत्तर प्रदेश के चुनाव में हो रहा है, यदि गांधी जी उसे देख लेते तो उन्हें चक्कर आ जाते। धर्म-निरपेक्षता के नाम पर हमारे राजनीतिक दल उभय-साम्प्रदायिकता को प्रश्रय देते हैं। वे […] Read more » Mahatma Gandhi
विविधा महात्मा के ब्रह्मचर्य प्रयोग October 16, 2011 / December 5, 2011 by शंकर शरण | 8 Comments on महात्मा के ब्रह्मचर्य प्रयोग शंकर शरण नोट : संपादकीय भूलवश लेखक का पुराना लेख प्रकाशित हो गया था। अब इसका अद्यतन पाठ यहां प्रस्तुत है। (सं. 19.10.2011) जोसेफ लेलीवेल्ड की नई पुस्तक ‘ग्रेट सोलः महात्मा गाँधी एंड हिज स्ट्रगल विद इंडिया’ पर गुजरात में प्रतिबन्ध लगा दिया गया। महाराष्ट्र में भी वही तैयारी शुरू हुई थी। पुस्तक में विवादास्पद […] Read more » Mahatma Gandhi ब्रह्मचर्य महात्मा गांधी