आर्थिकी राजनीति क्या बजट आम आदमी की उम्मीदों पर खरा उतरेगा? January 30, 2025 / January 30, 2025 by प्रवक्ता ब्यूरो | Leave a Comment ललित गर्ग केंद्रीय वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण 1 फरवरी को लगातार अपना आठवां बजट पेश करेंगी। यह केंद्रीय बजट प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन सरकार का अपने तीसरे कार्यकाल का दूसरा पूर्ण वित्तीय बजट होगा। इस बार के बजट से हर सेक्टर की बड़ी उम्मीदें टिकी हुई हैं, इस बजट की घोषणाओं से भविष्य […] Read more » Will the budget live up to the expectations of the common man? बजट
आर्थिकी राजनीति गांव, गरीब और किसान की सुुध लेता बजट February 3, 2018 by ललित गर्ग | Leave a Comment – ललित गर्ग – बजट हर वर्ष आता है। अनेक विचारधाराओं वाले वित्तमंत्रियों ने विगत में कई बजट प्रस्तुत किए। पर हर बजट लोगों की मुसीबतें बढ़ाकर ही जाता है। लेकिन इस बार बजट ने नयी परम्परा के साथ राहत की सांसें दी है तो नया भारत- सशक्त भारत के निर्माण का संकल्प भी व्यक्त […] Read more » budget 2018 emphasize inclusive growth in budget Featured Need to emphasize inclusive growth in budget बजट वित्त मंत्री अरुण जेटली समावेशी विकास समावेशी विकास पर जोर देने की जरूरत
आर्थिकी राजनीति बजट की छांव में उम्मीदों का सच January 31, 2018 by ललित गर्ग | Leave a Comment – ललित गर्ग- भारत भविष्य की आर्थिक महाशक्ति बनने का सपना देख रहा है और उस दिशा में आगे बढ़ भी रहा है। लोकसभा में प्रस्तुत किये गये आर्थिक सर्वेक्षण में देश की अर्थव्यवस्था का जो नक्शा निकला है वह इस मायने में उम्मीद की छांव देने वाला है। सकल विकास वृद्धि दर के मोर्चे […] Read more » budget 2018 Featured shadow of budget The truth of expectations बजट बजट 2018
आर्थिकी राजनीति बजट में समावेशी विकास पर जोर देने की जरूरत January 30, 2018 by प्रमोद भार्गव | Leave a Comment प्रमोद भार्गव विश्व आर्थिक मंच की सालाना बैठक के दौरान भारत के लिए जो बुरी खबर आई थी, वह 69वें गणतंत्र दिवस और आसियान देशों के राष्ट्राध्यक्षों के अभिनंदन में कुछ दब सी जरूर गई है, जिसे रेखांकित किया जाना जरूरी है। डब्ल्यूईएफ की ओर से जारी समावेशी विकास सूचकांक में भारत उभरती अर्थव्यवस्थाओं वाले […] Read more » budget 2018 emphasize inclusive growth in budget Featured Need to emphasize inclusive growth in budget बजट समावेशी विकास समावेशी विकास पर जोर देने की जरूरत
आर्थिकी खेत-खलिहान विविधा बजट पर किसान परिचर्चा March 4, 2016 by डा. राधेश्याम द्विवेदी | Leave a Comment 1-किसानों की व्यथा मैथिली शरण गुप्त ने किसानों की व्यथा इस प्रकार व्यक्त की है- हो जाए अच्छी फसल पर लाभ कृषकों को कहां खाते खवाई बीज ऋण से है रंगे रक्खे जहां 2-बजट से आस बंधी आज भी कुछ ऐसा ही हाल है किसानों का। अगर प्रकृति की नजर टेढ़ी गुई तो फसल बरबाद। […] Read more » Featured बजट बजट पर किसान परिचर्चा
आर्थिकी बजट में दिखी अच्छे दिनों की आशा March 3, 2015 / March 5, 2015 by सुरेश हिन्दुस्थानी | 1 Comment on बजट में दिखी अच्छे दिनों की आशा सुरेश हिन्दुस्थानी मात्र नौ मास पुरानी मोदी सरकार का बहुप्रतीक्षित आर्थिक बजट देश में वित्त मंत्री अरुण जेटली द्वारा 28 फरवरी को देश की महा पंचायत लोकसभा में प्रस्तुत कर दिया गया। यदि हम बजट के मूल रूप का आकलन करें तो हम यह पाएंगे कि देश के वित्त मंत्री ने ध्वंस अर्थव्यवस्था के भग्नावशेषों […] Read more » अच्छे दिनों की आशा बजट
विविधा किस देश में है ‘कोहिमा’ ? July 15, 2014 by अतुल तारे | 3 Comments on किस देश में है ‘कोहिमा’ ? -अतुल तारे- कौन बनेगा करोड़पति की आठवीं प्रस्तुति का एक विज्ञापन इन दिनों बेहद चर्चित है और एक सटीक संदेश भी देता है। विज्ञापन में महानायक एवं शो के एंकर अमिताभ बच्चन प्रतिभागी पूर्णिमा से एक प्रश्न पूछते हैं। प्रश्न है कोहिमा किस देश में है। एक बेहद आसान से सवाल पर प्रतिभागी ऑडियंस पोल […] Read more » किस देश में है 'कोहिमा' कौन बनेगा करोड़पति नरेंद्र मोदी बजट
राजनीति मंहगाई को आगे बढ़ाता बजट March 21, 2012 / March 21, 2012 by प्रमोद भार्गव प्रमोद भार्गव रेल बजट के तत्काल बाद पेश किए आमबजट ने भी उतरोत्तर महंगाई बढ़ाने का ही काम किया है। जनता के रोजमर्रा के सरोकारों से जुड़े सामान उपभोक्ता की जेबें ढीली करेंगे। इन दोनों बजटों ने जनता के ऊपर 80 से 90 हजार करोड़ का बोझ बढ़ाया है। क्योंकि खानपान से लेकर घेरलु इलेक्ट्रोनिक […] Read more » Budget Inflation बजट मंहगाई
आर्थिकी नया बजट और नए खतरे March 2, 2011 / December 15, 2011 by जगदीश्वर चतुर्वेदी | 1 Comment on नया बजट और नए खतरे नव्य उदारीकरण में भारत के अधिकांश बुद्धिजीवियों ने अपने को पूंजीपरस्ती से बांध लिया है। युवा इस पूंजी के नारकीय खेल से पीड़ित हैं । औरतें इसमें पिस रही हैं। किसानों और मजदूरों के जीवन में तबाही मची हुई है। इसके बाबजूद वित्तमंत्री प्रणव मुखर्जी और उनकी भक्तमंडली दावा कर रही है कि भारत विकास कर […] Read more » Budget बजट
आर्थिकी बजट: इधर का उधर-उधर का इधर March 1, 2011 / December 15, 2011 by विजय सोनी | 2 Comments on बजट: इधर का उधर-उधर का इधर भारत में केंद्र सरकार का आम बजट आयेगा ,आ रहा है ,आ गया और चला भी गया ,ज्वलंत समस्याएं जहाँ थीं वहीँ की वहीँ रह गई ,आम आदमी हताश निराश है,महंगाई की मार का मारा वह बेचारा सोच रहा है, की हमारे देश का वित्त मंत्री चिंता केवल चिंता व्यक्त कर रहा रहा है ,करने […] Read more » 2G स्पेक्ट्रम Budget इधर का उधर उधर का इधर प्रणव दा बजट महंगाई मुख्यमंत्री रमण सिंह
आर्थिकी त्वरित न्याय की संदेहीत प्रतिबद्धता February 20, 2011 / December 15, 2011 by संजय स्वदेश | Leave a Comment संजय स्वदेश केंद्रीय बजट आने वाला है। मीडिया अपेक्षित बजट पर चर्चा करा रही है। पर इन चर्चाओं में अन्य कई मुद्दों की तरह न्यायापालिका पर खर्च की जाने वाली राशि पर कोई हो-हल्ला नहीं है। एक अकेले न्यायापालिका ही है जिसने कई मौके पर सरकार की जन अनदेखी कदम पर अंकुश लगाने की दिशा […] Read more » Budget बजट
आर्थिकी आम आदमी और बजट May 7, 2010 / December 23, 2011 by प्रवक्ता ब्यूरो | Leave a Comment -वेद प्रकाश अरोड़ा बजट सरकार की आमदनी और खर्चों का बहीखाता ही नहीं होता, वह सरकार की आर्थिक नीतियों, सुधारों और राहों के कांटों-कठिनाइयों को हटाकर सुखद समाधान प्रस्तुत करने की दूर दृष्टि और भावी नीतियां तथा कार्यक्रम भी अपने दामन में लिए रहता है। कह सकते हैं कि वह विगत कल की उपलब्धियों, कमियों, […] Read more » Budget आम आदमी बजट