कविता माफी सभी से सभी को प्रणाम September 18, 2023 / September 18, 2023 | Leave a Comment प्रणाम प्रणाम प्रणाम, मेरा आखिरी प्रणाम अंतिम सांसे है, शेष जीवन को प्रणाम देह में बसी थी, एक अंजान सी आत्मा तलाशती रही वह, न मिल सका परमात्मा अधूरी बची है साँसे, जीवन का है खात्मा आ रही है मृत्यु, यह जीवन मृत्यु के नाम प्रणाम प्रणाम प्रणाम ,मेरा मृत्यु को प्रणाम॥ 1।। बचपन का […] Read more » Apologies to all and greetings to all.
कविता तीन भाई सबसे जुदा September 14, 2023 / September 14, 2023 | Leave a Comment अपने ही घर में, एक कमरे में है बूढ़े माता पिता एक बेटे ने, नौकरी लगते ही उन्हे छोड़ दिया एक बेटे ने, घर की मर्यादा के लिए उन्हे छोड़ दिया दोनों निठल्लों के रहते, एक ने माँ बाप को छोड़ दिया ॥ एक भाई सुखी है, तमाम उम्मीदों के साथ एक भाई दुखी है, खुद की बुनी उलझनों में एक […] Read more »
कविता मैं मुमुक्षु हूं सत्य का September 12, 2023 / September 12, 2023 | Leave a Comment जो लिखूंगासत्य लिखूंगाऐसा लिखूंगा किसत्य की कसौटी परसत्य को गवाही की जरूरत न हो ।ये क्या ?मैंने तो सत्य लिखने कासत्य प्रकट करने काखुद से वादा किया हैपर इतना लिख जाता हूँ किउसके सत्य होने पर खुद हीसंदेह करता हूँ औरपूरा डस्टबिन भर जाता है।डस्टबिन में लिखे संदेहों कोखुद के ही लिखे सत्य कोजाँचता हूँ […] Read more » I am a seeker of truth
कविता अब ब्रज नहीं है वैसों September 12, 2023 / September 12, 2023 | Leave a Comment (ब्रजदर्शन के बाद )जे वृन्दावन धाम नहीं है वैसो,कान्हा के समय रहो थो जैसोसमय बदलते बदले सब हालवृन्दावन हुओ अब बेहाल।कान्हा ग्वालों संग गैया चराई,वो जंगल अब रहो नही भाईनिधिवन सेवाकुंज बचो है,राधा कृष्ण ने जहां रास रचो है।खो गई गलियां खो गये द्वारे,नन्दगाॅव की पीर कौन बिचारे।सघनकुंज की छाया को सब तरसे,बृजवासी ही बृजभाषा […] Read more » अब ब्रज नहीं है वैसों
कला-संस्कृति धर्म-अध्यात्म लेख मंत्र है, साक्षात शिवशक्ति September 8, 2023 / September 8, 2023 | Leave a Comment हमारा देश अनादिकाल से ज्ञान-विज्ञान की गवेषणा, अनुशीलन एवं अनुसंधान का प्रमुख केन्द्र रहा है जिसमें विद्या की विभिन्न शाखाओं में हमारे ऋषिमुनियों-ज्ञानियों ने धर्म दर्शन, व्याकरण, साहित्य, न्याय, गणित ज्योतिष सहित अनेक साधनाओं का प्रस्फुटन किया है जिनमें मंत्र, तंत्र और यंत्र का भी विशिष्ट स्थान है। शास्त्रोक्तानुसार समस्त जगत की सृष्टि ’’अक्षर’’ अर्थात […] Read more » मंत्र है साक्षात शिवशक्ति
कला-संस्कृति धर्म-अध्यात्म लेख 108 दानों की जप माला का महत्व September 5, 2023 / September 5, 2023 | Leave a Comment माला जप का विधान एवं महत्वः- माला मंत्र जप करने के शास्त्रोक्त नियम बताये गये है जिसमें अनामिका के मध्य भाग से नीचे की ओर गिनने, फिर कनिष्ठा के मूल से अग्रभाग तक गिनने का विधान है। इसके पश्चात अनामिका और मध्यमा के अग्रभाग होकर तर्जनी के मूल तक गिनती की जाती है जो अनामिका […] Read more » Importance of chanting rosary of 108 beads
कविता थकान September 4, 2023 / September 4, 2023 | Leave a Comment बहुत छाई, खूब छायी,जीवन में उदासीहताश मन, बोझिल तन,डूबी है बोझ से जिंदगी उबासी।हैरान है,परेशान है,जीवन के रास्ते,हम बहुत थके,खूब थके, जिंदगी तलाशते।हाथ थके, पांव थके, थके सारे अंग,श्रद्धा थकी, विश्वास थका, थका जीने का ढंग।उम्मीद थकी, इंतजार थका,कल्पनाओं का आकाश थकामान थका, सम्मान थका,जीवन का हर सोपान थकाशब्द थके, ज्ञान थका, पक्षियों का गान […] Read more » Tiredness
व्यंग्य जब बाढ़ में बहा गधा नटवरलाल हाऊस September 4, 2023 / September 4, 2023 | Leave a Comment नगर सेठ के पास एक नटवरलाल नाम का झवरू जवान जोशीला गधा था, जिसकी गेंडें जैसी मोटी खाल थी। नटवरलाल देश-प्रदेश के मेलों के अलावा अन्य जगहों पर लगने वाले मेलों में आकर्षक का केन्द्र होता और लोगों का मनोरंजन कर रोज तीन चार सौ शो करके प्रसिद्धि के सातवे आसमान पर था, जिसकी चर्चा […] Read more » When the donkey washed away in the flood Natwarlal House
कला-संस्कृति लेख समाज तिलक यज्ञोपवीत और शिखा का माहात्म्य September 1, 2023 / September 1, 2023 | Leave a Comment आत्माराम यादव पीव सनातन परम्परा में हिन्दू देवी-देवताओं के ललाट पर धारित विभिन्न स्वरूप के तिलक हमें अपनी ओर आकर्षित कर एक सुखद अनुभूति प्रदान कर स्वयं तिलक धारण करने की सद्प्रेरणा प्रदान करता है परिणामस्वरूप हम उनकी पूजा-अर्चना, आराधना केu7 समय तिलक धारण कर स्वयं को गौरवान्वित पाते है। तिलक की ही भॉति सिर […] Read more » Tilak Yajnopavit and the greatness of Shikha
कविता जीवन का अधूरापन August 25, 2023 / August 25, 2023 | Leave a Comment मुझे याद है प्रिय शादी के बाद तुमदूर-बहुत दूर थीमैं तुम्हारे वियोग मेंदो साल तकअकेला रहा हॅू।बड़ी शिद्दत केबाद तुम आयी थीतुम्हारे साथ रहतेतब दिशायें मुझेकाटती थी औरतुम अपनी धुन मेंमुझसे विलग थी।तुम्हारा पास होनाअक्सर मुझे बताताजैसे जमीन-आसमानगले मिलने को है।मैंने महसूस कियादिशायें दूर बहुत दूरअसीम तक पहुंच गई है।तुम मेरे साथ थीपर दूर इतनी […] Read more » जीवन का अधूरापन
कविता जपो पत्नी का ही नाम August 23, 2023 / August 23, 2023 | Leave a Comment परमपिता पर अगर हो, तुमको पूर्ण विश्वास परमेश्वरी पत्नी को मानिये, पूरी करती आस। नास्तिक बन बैठो रहो, न हो पत्नी पर विश्वास फल की आस न कीजिये, मिट जायेगा आवास।। प्राणप्रतिष्ठा पत्नी की करे, मंदिर हो जाये आवास भार पति का सदा हरे, पत्नी करे दुखों का नास।। अन्नपूर्णा बनकर घर में, अन्न धन्न […] Read more » जपो पत्नी का ही नाम
धर्म-अध्यात्म प्रसाद वितरण का महत्व और भावतत्व का विवेचन August 21, 2023 / August 21, 2023 | Leave a Comment आत्माराम यादव पीवममतामयी माॅ वसुन्धरा जगत के सभी मनुष्यों, जल-थल के जीव-जन्तुओं, प्राणियों-वनस्पतियों सहित सभी के जीवन निर्वहन हेतु सबकी प्रकृति का भोज्य पदार्थ प्रदान कर जगत का पोषण करती आ रही है। माॅ वसुन्धरा की परम असीम अनुकम्पा के प्रति हमारा आग्रह निवेदित हो जाये और हम उस भोज्य पदार्थ को अनुग्रहभाव से ग्रहण […] Read more » Importance of Prasad distribution and interpretation of Bhavatattva