कला-संस्कृति धर्म-अध्यात्म हनुमान जयंती March 8, 2017 by पंडित दयानंद शास्त्री | Leave a Comment प्रिय पाठकों/मित्रों, 2017 में हनुमान जयंती 11 अप्रैल, दिन मंगलवार को मनाई जाएगी ।हनुमान जयंती भारत में लोगों के द्वारा हर साल, हिन्दू देवता हनुमान जी के जन्म दिवस को मनाने के उपलक्ष्य में मनाई जाती है। भारतीय हिन्दी कैलेंडर के अनुसार यह त्योहार हर साल चैत्र (चैत्र पूर्णिमा) माह के शुक्ल पक्ष में 15वें […] Read more » 2017 में हनुमान जयंती 11 अप्रैल हनुमान जयंती
कला-संस्कृति धर्म-अध्यात्म जानिए की क्यों नहीं करना चाहिए बिस्तर पर बैठ कर भोजन…??? March 7, 2017 by पंडित दयानंद शास्त्री | Leave a Comment ऐसा करना दे सकता है शनिदेव को आमंत्रण….. प्रिय पाठकों/मित्रों, कुछ कार्य ऐसे भी होते हैं जो बहुत साधारण लगते हैं लेकिन ज्योतिष के अनुसार वे शुभ नहीं होते. दूसरे शब्दों में कहें तो वे मनुष्य के जीवन से सुख और समृद्धि को नष्ट करते हैं. ऐसे कार्यों से सदैव दूर रहना चाहिए. जानिए […] Read more » बिस्तर बिस्तर पर बैठ कर भोजन भोजन
कला-संस्कृति धर्म-अध्यात्म पर्व - त्यौहार अक्षय तृतीया (आखा तीज) 2017 March 4, 2017 by पंडित दयानंद शास्त्री | Leave a Comment अक्षय तृतीया पर्व को कई नामों से जाना जाता है| इसे अखतीज और वैशाख तीज भी कहा जाता है| इस वर्ष यह पर्व 28 अप्रैल 2017 (शुक्रवार) के दिन मनाया जाएगा. इस पर्व को भारतवर्ष के खास त्यौहारों की श्रेणी में रखा जाता है| अक्षय तृतीया पर्व वैशाख मास के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि के दिन मनाया जाता है | इस दिन स्नान, दान, जप, होम आदि अपने सामर्थ्य के अनुसार जितना भी किया जाएं, अक्षय रुप में प्राप्त होता है | वैशाख मास के शुक्ल पक्ष की तृतीया को “अक्षय तृतीया” या “आखा तृतीया” अथवा “आखातीज” भी कहते हैं। Read more » अक्षय तृतीया
कला-संस्कृति विलुप्त हो रही सिक्की कला की पहचान March 3, 2017 / March 3, 2017 by गुंजन कुमारी | 1 Comment on विलुप्त हो रही सिक्की कला की पहचान मधुबनी की पहचान पेंटिंग से होती है लेकिन ऐसी कई कलाएं है जो अपनी पहचान के लिए बाट जोह रही है ऐसी ही एक कला है सिक्की कला, सिक्की कला से बननेवाली कलाकृतियाँ न केवल खूबसूरत होती है बल्कि गांव घर की महिलाओं को स्वरोजगार देने […] Read more » Featured सिक्की कला
कला-संस्कृति लेख साहित्य होली के रंगों का आध्यात्मिक महत्व March 2, 2017 by ललित गर्ग | Leave a Comment श्वेत रंग की कमी होती है, तो अशांति बढ़ती है, लाल रंग की कमी होने पर आलस्य और जड़ता पनपती है। पीले रंग की कमी होने पर ज्ञानतंतु निष्क्रिय बन जाते हैं। ज्योतिकेंद्र पर श्वेत रंग, दर्शन-केंद्र पर लाल रंग और ज्ञान-केंद्र पर पीले रंग का ध्यान करने से क्रमशः शांति, सक्रियता और ज्ञानतंतु की सक्रियता उपलब्ध होती है। होली के ध्यान में शरीर के विभिन्न अंगों पर विभिन्न रंगों का ध्यान कराया जाता है और इस तरह रंगों के ध्यान में गहराई से उतरकर हम विभिन्न रंगों से रंगे हुए लगने लगा। Read more » होली
कला-संस्कृति लेख जहां कण-कण में बिखरी है ऋषि वाल्मिकी की स्मृतियां…!! February 27, 2017 by तारकेश कुमार ओझा | Leave a Comment तारकेश कुमार ओझा — सीता ने व्यतीत किया था अज्ञातवास — लव-कुश का हुआ था जन्म आधुनिकता के उच्चतम शिखर पर जहां आज भी मानव जीवन के चिह्न नदारद हो वहां सदियों पहले मानवीय दिनचर्या की उपस्थिति किसी को भी देवत्व प्रदान करने के लिए पर्याप्त है, क्योंकि अत्यंत दुर्गम क्षेत्र में सामान्य जीवन यापन […] Read more » Featured ऋषि वाल्मिकी पश्चिम मेदिनीपुर जिला अंतर्गत नयाग्राम के तपोवन
कला-संस्कृति विविधा आदि का अनंत प्रवाह – यमुना February 26, 2017 by अरुण तिवारी | Leave a Comment यमुना नाटिका अरुण तिवारी इस शिवरात्रि को मैं जीवन यात्रा के 53 वर्ष पूरे कर लिए। मैं जन्म से दिल्ली में हूं। 11 वर्ष का हुआ, तो रहने के लिए बाबूजी हमें यमुना किनारे ले आये। मेरा नया सरकारी स्कूल सिविल लाइन्स में स्थित था। लोहे वाले पुराने पुल से आते-जाते हमारी स्कूल बस […] Read more » Featured आदि का अनंत प्रवाह यमुना
कला-संस्कृति धर्म-अध्यात्म वर्त-त्यौहार जानिए गणगौर पूजन क्या हैं और क्या हैं गणगोर व्रत की विधि और मनेगा 2017 में गणगोर — February 26, 2017 by पंडित दयानंद शास्त्री | Leave a Comment भारत भर में चैत्र शुक्ल तृतीया का दिन गणगौर पर्व के रूप में मनाया जाता है। हिन्दू समाज में यह पर्व विशेष तौर पर केवल स्त्रियों के लिए ही होता है। होली के दूसरे दिन (चैत्र कृष्ण प्रतिपदा) से जो नवविवाहिताएँ प्रतिदिन गणगौर पूजती हैं, वे चैत्र शुक्ल द्वितीया के दिन किसी नदी, तालाब या […] Read more » गणगौर पूजन
कला-संस्कृति धर्म-अध्यात्म वर्त-त्यौहार होली के वासंती रंग में बाजार का कृतिम रंग न चढ़ाएं February 23, 2017 by अखिलेश आर्येन्दु | Leave a Comment अखिलेश आर्येन्दु हम यदि होली के विभिन्न संदर्भों की बात करें तो पाते हैं कि न जाने कितने संदर्भ, घटनाएं, प्रसंग, परंपराएं और सांस्कृतिक-तत्त्व किसी न किसी रूप में इस प्रेम और सदभावना के महापर्व से जुडे़ हुए हैं। लेकिन सबसे बड़ा प्रतीक इस पर्व का प्रेम का वह छलकता अमृत-कलश है जिसमें हमारा अंतर-जगत् […] Read more » Featured होली
कला-संस्कृति समाज बृहत्तर भारत का गौरवमय अतीत February 21, 2017 by डा. राधेश्याम द्विवेदी | Leave a Comment भारत की संस्कृति :- भारत की संस्कृति कई चीज़ों को मिला-जुलाकर बनती है जिसमें भारत का लम्बा इतिहास, विलक्षण भूगोल और सिन्धु घाटी की सभ्यता के दौरान बनी और आगे चलकर वैदिक युग में विकसित हुई, बौद्ध धर्म एवं स्वर्ण युग की शुरुआत और उसके अस्तगमन के साथ फली-फूली अपनी खुद की प्राचीन विरासत शामिल […] Read more » Featured बृहत्तर भारत का गौरवमय अतीत भारत
कला-संस्कृति धर्म-अध्यात्म हिन्दू धर्म के आदि रक्षक संत रैदास February 9, 2017 by प्रवीण गुगनानी | Leave a Comment 10 फर. माघ पूर्णिमा, संत रविदास जयंती पर विशेष – लगभग सवा छः सौ वर्ष पूर्व 1398 की माघ पूर्णिमा को काशी के मड़ुआडीह ग्राम में संतोख दास और कर्मा देवी के परिवार में जन्में संत रविदास यानि संत रैदास को निस्संदेह हम भारत में धर्मांतरण के विरोध में स्वर मुखर करनें वाली और स्वधर्म […] Read more » 10 feb 2017. माघ पूर्णिमा Featured संत रविदास जयंती संत रैदास हिन्दू धर्म के आदि रक्षक
कला-संस्कृति जन-जागरण धर्म-अध्यात्म जानिए चंद्र नमस्कार के लाभ February 6, 2017 by पंडित दयानंद शास्त्री | Leave a Comment सूर्य नमस्कार आसन के बारे में आपको तो पता ही होगा। अब हम बात कर रहे हैं चंद्र नमस्कार के बारे में। यह आसन इंसान को उर्जा देता है। चंद्र नमस्कार को केवल पंद्रह से दस मिनट तक करने से इंसान को कई तरह के फायदे मिलते हैं जैसे शरीर में उर्जा का आना, कल्पनाशक्ति […] Read more » Featured चंद्र नमस्कार चंद्र नमस्कार के लाभ