कला-संस्कृति लेख विविधा शातिर मैकाले का मोहरा – हिन्दू धर्म का महान शत्रु “मैक्स मूलर” October 29, 2015 by हरिहर शर्मा | Leave a Comment फ्रेडरिक मैक्समूलर एक ऐसा नाम है जिसे ब्रिटिश शासनकाल में ब्रिटिश राजनीतिज्ञों, प्रशासकों और कूटनीतिज्ञों ने एक सदी (१८४६-१९४७) तक लगातार हिन्दुओं का एक अभिन्न मित्र और वेदों के महान विद्वान के रूप में प्रस्तुत किया ! परन्तु क्या यह सत्य है ? जी नहीं सत्य ऐसे बिलकुल विपरीत है ! वास्तव में मैक्स मूलर […] Read more » Featured मैक्स मूलर शातिर मैकाले का मोहरा हिन्दू धर्म का महान शत्रु
कला-संस्कृति कविता ए नये भारत के दिन बता.. October 27, 2015 / October 28, 2015 by अरुण तिवारी | Leave a Comment ए नये भारत के दिन बता…… ए नदिया जी के कुंभ बता, उजरे-कारे सब मन बता, क्या गंगदीप जलाना याद हमें या कुंभ जगाना भूल गये ? या भूल गये कि कुंभ सिर्फ नहान नहीं, ग्ंागा यूं ही थी महान नहीं । नदी सभ्यतायें तो खूब जनी, पर संस्कृति गंग ही परवान चढी। नदियों में […] Read more » Featured ए नये भारत के दिन बता..
कला-संस्कृति विविधा गोरक्षा-आन्दोलन और गोपालन का महत्व October 26, 2015 by मनमोहन आर्य | Leave a Comment आर्य विद्वान और नेता लौह पुरूष पं. नरेन्द्र जी, हैदराबाद की आत्मकथा ‘जीवन की धूप-छांव’ से गोरक्षा आन्दोलन विषयक उनका एक संस्मरण प्रस्तुत कर रहे हैं। वह लिखते हैं कि ‘सन् 1966 ईस्वी में पुरी के जगद्गुरु शंकराचार्य के नेतृत्व में गोरक्षा आन्दोलन चलाया गया था। पांच लाख हिन्दुओं का एक ऐतिहासिक जुलूस लोकसभा तक […] Read more » Featured गोपालन का महत्व गोरक्षा-आन्दोलन
कला-संस्कृति कविता रामचरित October 23, 2015 / October 23, 2015 by अरुण तिवारी | Leave a Comment धरियो, रामचरित मन धरियो तजियो, जग की तृष्णा तजियो। परहित सरिस धर्म मन धरियो मरियो, मर्यादा पर मरियो।। धरियो, रामचरित…. भाई बने तो स्वारथ तजियो संगिनी बन दुख-सुख सम धरियोे। मात बने तो धीरज धरियो पुत्र बने तो पालन करियो।। धरियो, रामचरित… सेवक सखा समझ मन भजियो ़शरणागत की रक्षा करियो। शत्रु संग मत धोखा […] Read more » रामचरित
कला-संस्कृति बदलते शहर में बस, नाम रह जाएगा October 21, 2015 by प्रवक्ता ब्यूरो | Leave a Comment कुदसिया बाग नलिन चौहान दिल्ली की ऐतिहासिक विरासतों को सहेजने की ज़िम्मेदारी भले ही उत्तरी दिल्ली के हिस्से ज्यादा नहीं आती हो, लेकिन बहुत कम लोगों को ये पता है कि, यह शहर का सबसे अधिक दिलचस्प इलाका है जो पग-पग पर स्वप्नदर्शी पुरातन स्थलों से भरा हुआ है। इस शहर में पुरानी दिल्ली के […] Read more » कुदसिया बाग नाम रह जाएगा बदलते शहर में बस शहर
कला-संस्कृति धर्म-अध्यात्म विविधा शख्सियत रक्ष संस्कृति का नायक था रावण October 21, 2015 by प्रमोद भार्गव | Leave a Comment प्रमोद भार्गव राम प्रत्येक भारतीय के आराध्य देव हैं और वे भारत के कण-कण में रमें हैं। वे आदर्श पुरूष हैं, मर्यादा पुरूषोत्तम हैं। उनकी तुलना में रावण को राक्षस, कुरूप, अत्याचारी, अतिकाई, आतताई आदि विकृति के विभिन्न प्रतीक रूपों में प्रस्तुत किया जाता है। लेकिन क्या यह संभव है कि समृद्ध, वैभवपूर्ण विशाल राष्ट्र […] Read more » Featured रक्ष संस्कृति का नायक रक्ष संस्कृति का नायक था रावण रावण
कला-संस्कृति विविधा अहिंसा और शान्ति का पैगाम है मोहर्रम October 19, 2015 by शाहिद नकवी | Leave a Comment इस्लामी कैलेंडर का पहला महीना मोहर्रम शुरु होते ही पूरे विश्व में इमाम हुसैन की शहादत की वह दास्तां दोहाराई जाती है जो आज से साढ़े 14 सौ साल पूर्व इराक के करबला शहर में पेश आई थी। यानी पैगम्बर हज़रत मोहम्मद के नाती हज़रत इमाम हुसैन व उनके परिवार के 72 सदस्यों का तत्कालीन […] Read more » Featured अहिंसा और शान्ति का पैगाम है मोहर्रम
कला-संस्कृति विविधा गंगा-यमुना में मूर्ति विसर्जन पर रोक और विरोध October 19, 2015 by अरुण तिवारी | Leave a Comment संदर्भ: गंगा-यमुना में मूर्ति विसर्जन पर रोक और विरोध एक चिट्ठी, धर्माचार्यों के नाम —————————————————————————– धर्म जगत के सभी आचार्यो को प्रणाम। मूर्ति विसर्जन पर एक विनम्र निवेदन प्रस्तुत कर रहा हूं। उचित लगे, तो स्वीकारें और अनुचित लगे, तो मुझे सुधारें। खुशी होगी। —————————————————————————– आचार्यवर! आम धारणा है कि मुख्य रूप से उद्योग, सीवेज […] Read more » Featured गंगा-यमुना में मूर्ति विसर्जन पर रोक और विरोध मूर्ति विसर्जन
कला-संस्कृति धर्म-अध्यात्म वेदों में निषेध है मांसाहार व पशुबलि October 17, 2015 by अशोक “प्रवृद्ध” | Leave a Comment अशोक “प्रवृद्ध” राष्ट्रीय जनता दल सुप्रीमो लालू यादव के गो मांस को लेकर दिए गए बयान का समर्थन करते हुए पूर्व केन्द्रीय मंत्री और राजद के वरिष्ठ नेता रघुवंश प्रसाद सिंह के बीफ विवाद में कूद पड़ने से यह मुद्दा चुनाव के महत्वपूर्ण मामलों से भटककर बिहार विधानसभा चुनाव का मुख्य मुद्दा बन गया […] Read more » Featured पशुबलि मांसाहार वेदों में निषेध है वेदों में निषेध है मांसाहार व पशुबलि
कला-संस्कृति विविधा ब्राह्मणवाद व श्रमणवाद October 15, 2015 by प्रवक्ता ब्यूरो | Leave a Comment राम पुनियानी (लेखक आई.आई.टी. मुंबई में पढ़ाते थे और सन् 2007 के नेशनल कम्यूनल हार्मोनी एवार्ड से सम्मानित हैं।) हिंदू धर्म और विशेषकर ब्राह्मणवाद व श्रमणवाद के साथ उसके रिश्तों के संबंध में कई भ्रांतियां हैं। ‘हिंदुत्व’शब्द ने इस भ्रांति में इज़ाफा ही किया है। हिंदुत्व, धर्म के नाम पर की जा रही राजनीति का […] Read more » Featured ब्राह्मणवाद ब्राह्मणवाद व श्रमणवाद श्रमणवाद
कला-संस्कृति धर्म-अध्यात्म छत्तीसगढ़ में देवी उपासना के शक्तिपीठ October 13, 2015 by प्रवक्ता ब्यूरो | Leave a Comment अनामिका नवरात्रि का छत्तीसगढ़ में विशेष महत्व है। प्राचीन काल में देवी के मंदिरों में जवारा बोई जाती थी और अखंड ज्योति कलश प्रज्वलित की जाती थी। यह परम्परा आज भी अनवरत जारी है। ग्रामीणों द्वारा माता सेवा और ब्राह्मणों द्वारा दुर्गा सप्तमी का पाठ और भजन आदि की जाती है। छत्तीसगढ़ में अनादिकाल से […] Read more » Featured छत्तीसगढ़ में देवी उपासना देवी उपासना देवी उपासना के शक्तिपीठ
कला-संस्कृति विविधा सिनेमा कमजोर रहा ऐश्वर्या का यह ‘जज़्बा’ October 11, 2015 / October 11, 2015 by सिद्धार्थ शंकर गौतम | Leave a Comment कलाकार: ऐश्वर्या राय बच्चन, इरफान खान, शबाना आजमी, चंदन रॉय सान्याल, जैकी श्रॉफ, अतुल कुलकर्णी, सिद्धार्थ कपूर निर्माता: संजय गुप्ता, अनुराधा गुप्ता, ऐश्वर्या राय बच्चन निर्देशक: संजय गुप्ता स्टार: 2.5 5 वर्षों बाद ऐश्वर्या राय बच्चन ने रुपहले पर्दे पर अपनी वापसी के निर्देशक संजय गुप्ता को चुना है जिनकी अधिकांश फिल्मों में कहानी से […] Read more » Featured कमजोर रहा ऐश्वर्या का यह 'जज़्बा'