लेख साहित्य नारी के बारे में तुलसीदास जी के विचार October 17, 2016 / October 17, 2016 by डा. राधेश्याम द्विवेदी | 14 Comments on नारी के बारे में तुलसीदास जी के विचार तमाम सीमाओं और अंतर्विरोधों के बावजूद तुलसी लोकमानस में रमे हुए कवि हैं। वे गृहस्थ-जीवन और आत्म निवेदन दोनों अनुभव क्षेत्रों के बड़े कवि हैं। तुलसी भक्ति के आवरण में समाज के बारे में सोचते हैं। इनकी साधना केवल धार्मिक उपदेश नहीं है वह लोक से जुड़ी हुई साधना है। Read more » गोस्वामी तुलसीदास तुलसीदास नारी के बारे में तुलसीदास जी के विचार
लेख साहित्य कर्बला : हुसैन का भारत से दिल और दर्द का सम्बंध October 12, 2016 by शाहिद नकवी | Leave a Comment कर्बला पर गौर करने के बाद ये साफ हो जाता है कि मोहम्मद साहब ने जो इस्लाम दिया था वह ज़ुल्म और दहशतगर्दों का इस्लाम नहीं बल्कि अमन शांति और सब्र का इस्लाम है।आज के दौर मे फिर आतंकवात ने पंख फैला लिये हैं,इस्लाम की नई परिभाषा गढ़ कर बेगुनाहों का कत्ल किया जा रहा है।महिलाओं की आबरू लूटी जा रही है,लोगों को बेघर किया जा रहा है। Read more » Featured कर्बला भारत से दिल और दर्द का सम्बंध हुसैन
लेख साहित्य 2 अक्टूबर : अंतरराष्ट्रीय अहिंसा दिवस October 1, 2016 by डा. राधेश्याम द्विवेदी | Leave a Comment यदि किसी 'विशुद्ध मानव' जो सब नैसर्गिक मानवीय गुणों से परिपूर्ण हो, इसकी मूर्त कल्पना करनी हो तो 'राम', 'कृष्ण', 'बुद्ध' के अवतार के बाद गाँधीजी का व्यक्तित्व उभरकर आता है। गाँधीजी से बढ़कर मानव पूजक दिखलाई देना आसान नहीं है। Read more » 2 अक्टूबर Featured अंतरराष्ट्रीय अहिंसा दिवस
लेख हिंदी दिवस उनकी नजर में शायद हिंदी शासितों की भाषा है,और अंग्रेजी शासकों की भाषा है। September 10, 2016 by श्रीराम तिवारी | Leave a Comment श्रीराम तिवारी वेशक दुनिया के अधिकांस प्राच्य भाषा विशारद ,व्याकरणवेत्ता ,अध्यात्म -दर्शन के अध्येता और भाषा रिसर्च- स्कालर समवेत स्वर में उत्तर वैदिक संस्कृत वांग्मय के ही मुरीद रहे हैं। जिसका वैचारिक चरमोत्कर्ष उस वेदांत दर्शन में झलकता है,जिसके प्रतिवाद स्वरूप अनेक ‘अवैदिक’ भारतीय दर्शनों का यहाँ निरंतर उदभव होता रहा है। जिसका भाषाई चरमोत्कर्ष […] Read more » Featured अंग्रेजी शासकों की भाषा हिंदी हिंदी शासितों की भाषा है
लेख साहित्य अक्तूबर मास के पर्व और महापुरुषों की जयन्तियां September 5, 2016 by मनमोहन आर्य | Leave a Comment मनमोहन कुमार आर्य अक्तूबर, 2016 माह में अनेक पर्व व जयन्तियां पड़ रही हैं। जयंतियों में वीर हनुमान, महर्षि बाल्मीकि, ऋषि धनवन्तरी, गांधी जी और लाल बहादुर शास्त्री जी सम्मिलित हैं वहीं पर्वों में विजयादशमी, दीपावली, ऋषि दयानन्द बलिदान दिवस एवं गोवर्धन पूजा सम्मिलित हैं। इस अवसर पर हम कुछ चर्चा सभी जयन्तियों व पर्वों […] Read more » अक्तूबर मास के पर्व और महापुरुषों की जयन्तियां
लेख साहित्य शिक्षक दिवस की महत्ता September 5, 2016 by डा. राधेश्याम द्विवेदी | Leave a Comment डा. राधेश्याम द्विवेदी गुरु की महत्ता बताने वाला दिवस:- शिक्षक विद्यार्थियो के जीवन के वास्तविक कुम्हार होते हैं जो न सिर्फ हमारे जीवन को आकार देते हैं बल्कि हमें इस काबिल बनाते हैं कि हम पूरी दुनिया में अंधकार होने के बाद भी प्रकाश की तरह जलते रहें। इस वजह से हमारा राष्ट्र ढ़ेर सारे […] Read more » Featured Im[ortance of TEACHERS DAY शिक्षक दिवस शिक्षक दिवस की महत्ता
लेख साहित्य राजनीति का हिन्दूकरण’ और सावरकर, भाग-2 September 3, 2016 by राकेश कुमार आर्य | Leave a Comment सावरकर जी के हिंदू राष्ट्र में ‘राजनीति का हिंदूकरण’ हो जाने पर कुछ ये बातें स्वाभाविक रूप से देखने को मिलतीं :- हिंदी को प्राथमिकता दी जाती :- सावरकर जी मूलरूप से मराठी भाषा को बोलने वाले थे। पर उनका अपना चिंतन अत्यंत राष्ट्रवादी और पवित्र था। मराठी भाषी होकर भी वह हिंदी के अनन्यतम […] Read more » Featured राजनीति का हिंदूकरण सावरकर हिंदूनिष्ठ राजनीति
पर्यावरण लेख साहित्य एक चिट्ठी, धर्माचार्यों के नाम September 1, 2016 by अरुण तिवारी | Leave a Comment संदर्भ: मूर्ति विसर्जन पर प्रधानमंत्री जी के मन की बात आदरणीय आचार्यवर, आम धारणा है कि मुख्य रूप से उद्योग, सीवेज और शहरी ठोस कचरा मिलकर हमारी नदियों को प्रदूषित करते हैं। इसीलिए प्रदूषण के दूसरों स्त्रोत, कभी किसी बङे प्रदूषण विरोधी आंदोलन का निशाना नहीं बने। समाज ने खेती में प्रयोग होने वाले रासायनिक […] Read more » Featured प्रधानमंत्री जी के मन की बात मूर्ति विसर्जन
लेख साहित्य राष्ट्रीय पोषण सप्ताह 2016 August 30, 2016 by डा. राधेश्याम द्विवेदी | 1 Comment on राष्ट्रीय पोषण सप्ताह 2016 डा. राधेश्याम द्विवेदी सप्ताह का इतिहास:-पोषण शिक्षा के द्वारा अच्छे स्वास्थ्य और स्वस्थ जीवन को बढ़ावा देने के लिये वर्ष 1982 में केन्द्रीय सरकार द्वारा पहली बार इस अभियान की शुरुआत की गयी क्योंकि राष्ट्रीय विकास के लिये मुख्य रुकावट के रुप में कुपोषण है। इसी लक्ष्य के लिये लोगों को बढ़ावा देने के लिये, […] Read more » National Nutrition Week राष्ट्रीय पोषण सप्ताह
लेख विविधा साहित्य लघु उद्योग दिवस August 29, 2016 by डा. राधेश्याम द्विवेदी | 2 Comments on लघु उद्योग दिवस डा. राधेश्याम द्विवेदी किसी विशेष क्षेत्र में भारी मात्रा में सामान का निर्माण,उत्पादन या वृहद रूप से सेवा प्रदान करने के मानवीय कर्म को उद्योग (industry) कहते हैं। उद्योगों के कारण गुणवत्ता वाले उत्पाद सस्ते दामों पर प्राप्त होते है जिससे लोगों का रहन-सहन के स्तर में सुधार होता है और जीवन सुविधाजनक होता चला […] Read more » Featured small industries लघु उद्योग लघु उद्योग दिवस
लेख साहित्य हिन्दू संघटन : गांधीजी, स्वामी श्रद्घानंद और स्वातंत्र्य वीर सावरकर August 24, 2016 by राकेश कुमार आर्य | Leave a Comment राकेश कुमार आर्य सफल वक्ता वही होता है जो श्रोताओं को अपनी बात से सहमत और संतुष्ट तो कर ही ले साथ ही उसकी भाषण कला ऐसी हो जिससे लोग वही कुछ करने के लिए प्रेरित और आंदोलित भी हो उठें जिसे वह वक्ता उनसे कराना चाहता है। भाषण के अंत में यदि नेता कहे […] Read more » Featured गाँधीजी स्वातंत्र्य वीर सावरकर स्वामी श्रद्घानंद हिन्दू संघटन
राजनीति लेख साहित्य मनु और वत्र्तमान राजनीति की विश्वसनीयता भाग-2 August 24, 2016 by राकेश कुमार आर्य | Leave a Comment राकेश कुमार आर्य महर्षि मनु अपने राजधर्म में राजा की पहली योग्यता बताते हुए कह रहे हैं कि ‘राजा’ ब्राह्मण के समान परम विद्वान होना चाहिए। कारण कि परम विद्वान राजा ही परम विद्वान ब्राह्मण से राजकाज संबंधी कार्यों के संबंध में गूढ़ चर्चा कर सकेगा। यदि ‘राजा’ मूर्ख है या अनपढ़, अशिक्षित या निरक्षर […] Read more » Featured मनु मनुस्मृति