महत्वपूर्ण लेख समाज निजता के किले का ध्वस्त होना August 11, 2018 / August 11, 2018 by ललित गर्ग | Leave a Comment ललित गर्ग व्यक्तिगत स्वतंत्रता संविधान द्वारा नागरिकों को प्रदत्त सबसे अनमोल और महत्वपूर्ण अधिकार है। निजता वह अधिकार है जो किसी व्यक्ति की स्वायतता और गरिमा की रक्षा के लिये जरूरी है। वास्तव में यह कई अन्य महत्त्वपूर्ण अधिकारों की आधारशिला है। लेकिन इनदिनों व्यक्तिगत स्वतंत्रता के हनन की घटनाओं से आम आदमी डरा हुआ […] Read more » Featured निजता के किले का ध्वस्त होना भ्रष्टाचार मानवता और आधुनिकता राष्ट्रीय सुरक्षा समानता स्वतंत्रता संविधान
महत्वपूर्ण लेख विश्ववार्ता चीन की अर्थव्यवस्था पर खतरे की घंटी August 7, 2018 / September 3, 2018 by भारत भूषण | 1 Comment on चीन की अर्थव्यवस्था पर खतरे की घंटी भारत भूषण नरेंद्र मोदी की सरकार वर्ष 2014 से ही भारत में “मेक इन इंडिया” पर लगातार काम कर रही है, जिसका लक्ष्य भारत को वैश्विक विनिर्माण उद्योग का केंद्र बनाना है। सरकार की यह योजना धीरे-धीरे फलीभूत होती नज़र आने लगी है। आज भारत के स्मार्टफोन बाजार में लावा, इंटेक्स और माइक्रोमैक्स जैसे घरेलू कंपनियों […] Read more » Featured चीन की अर्थव्यवस्था पर खतरे की घंटी नरेंद्र मोदी भारत मेड इन इंडिया मोबाइल फोन? विनिर्माण उद्योग विस्ट्रॉन और फॉक्सकॉन
टॉप स्टोरी महत्वपूर्ण लेख पॉपुलर फ्रंट ऑफ़ इंडिया ; देश के ख़िलाफ़ परोक्ष युध्द July 27, 2018 / July 27, 2018 by दीक्षा कौशिक | Leave a Comment पॉपुलर फ्रंट ऑफ़ इंडिया (PFI) एक कट्टर इस्लामिक आतंकी संगठन है, जो सोशल मीडिया और पब्लिक में स्वयं को मानव अधिकार, समानता, न्याय, स्वतंत्रता एवं सुरक्षा के लिए काम करने वाला बताता है. इसके, सेवा की आड़ में, दुर्दांत षड्यंत्रकारी चहेरे की तुलना पाकिस्तानी आतंकी संगठन ‘जमात-उल-दावा’ से की जा सकती है. जिसका नेता भारत […] Read more » Featured ISIS PFI Popular front of India proxy war against India SIMI देश के ख़िलाफ़ परोक्ष युध्द पॉपुलर फ्रंट ऑफ़ इंडिया
महत्वपूर्ण लेख समाज देश बदलना है तो देना होगा युवाओं को सम्मान May 26, 2018 by डॉ नीलम महेन्द्रा | 2 Comments on देश बदलना है तो देना होगा युवाओं को सम्मान डॉ नीलम महेंद्र भारत एक युवा देश है। इतना ही नहीं , बल्कि युवाओं के मामले में हम विश्व में सबसे समृद्ध देश हैं। यानि दुनिया के किसी भी देश से ज्यादा युवा हमारे देश में हैं। भारत सरकार की यूथ इन इंडिया,2017 की रिपोर्ट के अनुसार देश में 1971 से 2011 के बीच युवाओं […] Read more » Featured किताबों के अक्षरों भारत भ्रष्टाचार युवा देश
महत्वपूर्ण लेख समाज पहाड़ में विकास कार्य करने का तरीका बदलना होगा May 17, 2018 / May 17, 2018 by चरखा फिचर्स | 1 Comment on पहाड़ में विकास कार्य करने का तरीका बदलना होगा पंकज सिंह बिष्ट उत्तराखंड में अलग राज्य बनने के पूर्व से ही विकास कार्य होते आ रहे हैं। किन्तु इतने समय के बाद भी ग्रामीण आजीविका एवं रोजगार की स्थिति में बहुत बढ़ा सुधार नहीं आया है। गौर किया जाय तो स्थिति पूर्व के मुकाबले बेहतर हुई ऐसा कहना खुद को झूठी तसल्ली देना […] Read more » Featured आंतरिक पलायल उत्तराखंड कृषि जमीनों जंगलों जलवायु वरिवर्तन धारी पहाड़ में विकास पेड़ों रामगढ़ हरित क्रान्ति
महत्वपूर्ण लेख समाज डॉं आंबेडकर एवं कार्ल मार्क्स – वर्ण बनाम वर्ग May 14, 2018 by संजीव खुदशाह | 2 Comments on डॉं आंबेडकर एवं कार्ल मार्क्स – वर्ण बनाम वर्ग संजीव खुदशाह वर्ग बनाम वर्ण की चर्चा इससे पहले भी होती रही है। लेकिन जब हम कार्ल मार्क्स के बरअक्स इस चर्चा को आगे बढ़ाते हैं, तो यहां पर वर्ग के मायने कुछ अलग हो जाते हैं। भारत में वर्ग के मायने होते हैं अमीर वर्ग और गरीब वर्ग। लेकिन कार्ल मार्क्स जिस वर्ग की […] Read more » Featured अंबेडकरवाद कार्ल मार्क्स डॉं आंबेडकर तानाशाही नौकर मजदूर वर्ग मार्क्सवाद मालिक मालिक वर्ग
महत्वपूर्ण लेख आज न्यूनतम मजदूरी का कानून बनाने और उसका कड़ाई से पालन करने की जरूरत April 30, 2018 by ब्रह्मानंद राजपूत | Leave a Comment (अंतर्राष्ट्रीय मजदूर दिवस, 01 मई 2018 पर विशेष आलेख) ब्रह्मानंद राजपूत हर वर्ष अंतर्राष्ट्रीय मजदूर दिवस मई महीने की पहली तारीख को मनाया जाता है।अंतर्राष्ट्रीय मजदूर दिवस को मई दिवस भी कहकर बुलाया जाता है। अमेरिका में 1886 में जब मजदूर संगठनों द्वारा एक शिफ्ट में काम करने की अधिकतम सीमा 8 घंटे करने के […] Read more » Featured आत्मिक प्रगति बाल श्रम बौद्धिक एवं सामाजिक भारत मजदूर दिवस मजदूरी मानसिक शारीरिक शोषण समाज समृद्धि
महत्वपूर्ण लेख उत्तर और दक्षिण कोरिया की दोस्ती के मायने April 28, 2018 by प्रमोद भार्गव | Leave a Comment प्रमोद भार्गव दशकों पुरानी दोस्ती को नजरअंदाज कर उत्तर और दक्षिण कोरिया के शासकों का सौहार्द्रपूर्ण मिलन एक ऐतिहासिक घटना है। दोनों देशों के संधि-स्थल, यानी असैन्य क्षेत्र में उत्तर कोरिया के तनाशाह किम जोंग उन और दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति मून जेई इन के बीच यह मुलाकात 65 साल बाद हुई है। 1950 से […] Read more » Featured अमेरिका इजराइल और उत्तर कोरिया उत्तर चीन दक्षिण कोरिया पाकिस्तान फ्रांस ब्रिटेन भारत मिसाइलों रूस
महत्वपूर्ण लेख तीसरे विश्वयुद्ध की ओर दुनिया April 16, 2018 by प्रमोद भार्गव | Leave a Comment तीसरे विश्वयुद्ध की ओर दुनिया प्रमोद भार्गव अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की घोषणा के मुताबिक अमेरिका ने अपने मित्र देश ब्रिटेन और फ्रांस के साथ मिलकर सीरिया पर मिसाइल हमला बोल दिया। सीरिया में मौजूद रासायनिक हथियारों के भंडारों को नष्ट करने के मकसद से 105 मिसाइलें दागी गईं। अमेरिका, ब्रिटेन और फ्रांस की ये […] Read more » 105 मिसाइलें दागी Featured अंतरराष्ट्रीय अमेरिका तीसरा विश्वयुद्ध दमिश्क फ्रांस ब्रिटेन राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप सीरिया
कला-संस्कृति महत्वपूर्ण लेख समाज डार्विन का सिद्धांत और दशावतारों की अवधारणा January 30, 2018 by प्रमोद भार्गव | 1 Comment on डार्विन का सिद्धांत और दशावतारों की अवधारणा संदर्भः केंद्रीय मानव संसाधन राज्य मंत्री सत्यपाल सिंह का डार्विन के सिद्धांत पर दिया बयान- प्रमोद भार्गव दुनिया बदल रही है और बदलती दुनिया में अपने आप को बनाए रखने के लिए परिवर्तन आवश्यक है। दुनिया के इस बदलते स्वभाव की विडंबना है कि दुनिया तो स्थिर है, किंतु परिवर्तन अस्थाई हैं। इसी परिवर्तनशील आचरण […] Read more » Darwin's theory Featured the concept of spectroscopic डार्विन का सिद्धांत डार्विन के सिद्धांत पर दिया बयान दशावतारों की अवधारणा संदर्भः केंद्रीय मानव संसाधन राज्य मंत्री सत्यपाल सिंह
महत्वपूर्ण लेख शब्दों में छिपा हमारा सांस्कृतिक इतिहास January 11, 2018 by डॉ. मधुसूदन | 15 Comments on शब्दों में छिपा हमारा सांस्कृतिक इतिहास डॉ. मधुसूदन (एक) शब्दों में इतिहास की खोज: सोचा न था, ऐसा छिपा हुआ सांस्कृतिक इतिहास इन शब्दों के पीछे होगा. जिसे पाकर मैं स्वयं हर्षित ही नहीं चकित भी हूँ; और धन्यता अनुभव कर रहा हूँ. इतिहास उजागर करने के लिए जैसे भूमि का खनन कर अवशेष ढूँढे जाते हैं. और उन अवशेषों के […] Read more » Featured सांस्कृतिक इतिहास
महत्वपूर्ण लेख विविधा हिन्द-प्रंशात क्षेत्र में भारत की भूमिका January 9, 2018 / January 9, 2018 by दुलीचंद कालीरमन | Leave a Comment दुलीचन्द रमन समय बदलता है तो परिवर्तन हर जगह दिखाई देता है। अंतराष्ट्रीय संबंध भी इससे अछूते नही है। कभी विश्व स्तर पर अमेरिका और सोवियत संघ के रूप में शक्ति के दो केन्द्र थे। बाकी के देशों ने अपनी सुविधानुसार अपने-अपने पाले चुन लिये थे। संघर्ष का केन्द्र भी अमूमन यूरोप ही था। नाटो […] Read more » prashant mahasagar भारत की भूमिका हिन्द-प्रंशात क्षेत्र