परिचर्चा राजनीति असम -जंगल की जमीन कब्जा कर बनी यूएसटीएम पर संकट के बादल September 23, 2025 / September 23, 2025 by रामस्वरूप रावतसरे | Leave a Comment रामस्वरूप रावतसरे असम के गुवाहाटी में 5 अगस्त 2024 को भारी बारिश के बाद अचानक बाढ़ आ गई थी। पहाड़ी इलाकों से आया पानी जराबात और मालीगाँव जैसे निचले इलाकों में भर गया जिससे सड़कें डूब गईं, ट्रैफिक रुक गया और भारी नुकसान हुआ। उस समय असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने मेघालय की यूनिवर्सिटी ऑफ साइंस एंड टेक्नोलॉजी […] Read more » Assam: USTM built on encroached forest land faces crisis जंगल की जमीन कब्जा कर बनी यूएसटीएम यूएसटीएम पर संकट के बादल
परिचर्चा लेख विविधा समाज समृद्धि के उजालों के बावजूद धनाढ्यों का पलायन क्यों? November 5, 2024 / November 5, 2024 by ललित गर्ग | Leave a Comment -ः ललित गर्ग:- भारत दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थ-व्यवस्था बनने के साथ समृद्धि और संपन्नता के नये शिखरों पर आरोहण कर रहा है। भारत की आर्थिक प्रगति सकारात्मक दिशा में बढ़ रही है। हालिया आंकड़ों के अनुसार, देश में सोने का भंडार नई ऊंचाई पर पहुंच गया है, दूसरी तरफ डीमैट खातों और स्टार्टअप […] Read more » धनाढ्यों का पलायन क्यों
परिचर्चा ग्रीन हाइड्रोजन और इलेक्ट्रोलाइज़र का एक प्रमुख निर्यातक बन सकता है भारत March 7, 2023 / March 7, 2023 by निशान्त | Leave a Comment जी20 शेरपा, श्री अमिताभ कांत के अनुसार, दो मुख्य समस्याएं हैं जो बड़े पैमाने पर ग्रीन हाइड्रोजन का उत्पादन करना और इसकी लागत को कम करना कठिन बनाती हैं। पहली समस्या है कि लंबी अवधि के ऋण देने में सहायता के लिए पर्याप्त नए वित्तीय उपकरण नहीं हैं। और दूसरी समस्या है कि फ्री ट्रेड […] Read more » India can become a major exporter of green hydrogen and electrolyzers
परिचर्चा पर्यावरण लेख जंगलात को आइना दिखाती एक जंगल बुक November 21, 2022 / November 21, 2022 by अरुण तिवारी | Leave a Comment अरुण तिवारी जब दिमाग और दुनिया…दोनो का पारा चढ़ रहा हो, खुशियों की हरियाली घट रही हो और मन का रेगिस्तान बढ़ रहा हो तो किसी को आइना भी झूठ लग सकता है। ऐसे वैश्विक माहौल में एक ऐसी भारतीय किताब का आना बेहद अहम् है, जिसे लिखने वाले वे हैं, जिन्होने जंगली जीवों की संवेदनाओं व […] Read more » वाइल्डलाइफ इंडिया
परिचर्चा राजनीति उत्सर्जन वृद्धि पर अंकुश लगाने हेतु भारत के सराहनीय प्रयास October 15, 2022 / October 15, 2022 by प्रह्लाद सबनानी | Leave a Comment एक अनुसंधान प्रतिवेदन के अनुसार, यदि वातावरण में 4 डिग्री सेल्सियस से तापमान बढ़ जाय तो भारत के तटीय किनारों के आसपास रह रहे लगभग 5.5 करोड़ लोगों के घर समुद्र में समा जाएंगे। साथ ही, चीन के शांघाई, शांटोयु, भारत के कोलकाता, मुंबई, वियतनाम के हनोई एवं बांग्लादेश के खुलना शहरों की इतनी जमीन समुद्र में समा जाएगी कि इन शहरों की आधी आबादी पर इसका बुरा प्रभाव पड़ेगा। वेनिस एवं पीसा की मीनार सहित यूनेस्को विश्व विरासत के दर्जनों स्थलों पर समुद्र के बढ़ते स्तर का विपरीत प्रभाव पड़ सकता है। Read more » उत्सर्जन वृद्धि पर अंकुश
परिचर्चा हिन्दू हृदय सम्राट महाराजा सूरजमल July 2, 2019 / July 2, 2019 by अशोक “प्रवृद्ध” | 1 Comment on हिन्दू हृदय सम्राट महाराजा सूरजमल -अशोक “प्रवृद्ध” उत्तर भारत में एक स्वतंत्र हिन्दू राज्य बनाकर इतिहास में गौरव स्थान प्राप्त करने वाले राजनीति कुशल, दूरदर्शी, सुन्दर, सुडौल और स्वस्थ वदन के स्वामी महाराजा सूरजमल एक सुयोग्य शासक थे। ब्रज के जाट राजाओं में सूरजमल सबसे प्रसिद्ध शासक, कुशल प्रशासक, दूरदर्शी व कूटनीतिज्ञ, कुशल सेनानी, साहसी योद्धा और सफल राजनीतिज्ञ थे, […] Read more » hindu samrath maharaja suraj surajmal
परिचर्चा क्या संस्कृत देववाणी है? June 14, 2019 / June 14, 2019 by डॉ. मधुसूदन | 8 Comments on क्या संस्कृत देववाणी है? डॉ. मधुसूदन जब पूछनेवाले ऐसा प्रश्न पूछते हैं, तो उत्तर देने के पूर्व मैं उन्हें ही विनम्रता-पूर्वक पूछता हूँ, कि, संस्कृत को देववाणी मानने के लिए आप किस प्रकार का प्रमाण चाहते हैं? इस आलेख के पाठक भी रुक कर एक स्वीकार्य प्रमाणों की सूची बना ले। किसी विद्वान का उद्धरण ? पाणिनि, यास्क-निरुक्त-निघण्टु में उल्लेख? […] Read more » Sanskrit verse of sanskrit
परिचर्चा ऐलौपैथी चिकित्सा-शिक्षा का नया संकट May 9, 2018 / May 9, 2018 by प्रमोद भार्गव | Leave a Comment प्रमोद भार्गव जब मैंने इंजीनियरिंग और एमबीए कॉलेजों में सीटों के खाली रहने और फिर कई कॉलेजों के बंद होने की खबरें पढ़ी थीं, तो सच कहूं मुझे सुकून मिला था। इंजीनियर और एमबीए की उपाधि लेकर विद्यार्थी चपरासी लिपिक और सिपाही बनने के लिए अर्जियां दें, तो ऐसी दीर्घकालिक और महंगी शिक्षा का कोई […] Read more » Featured एमडी एमबीबीबीएस ऐलौपैथी उपचार प्रेक्टिस शूरू महाविद्यालयों विधेयक
परिचर्चा सीरिया में ट्रंप का शीर्षासन April 19, 2018 by डॉ. वेदप्रताप वैदिक | Leave a Comment सीरिया में ट्रंप का शीर्षासन डॉ. वेदप्रताप वैदिक अमेरिका, फ्रांस और ब्रिटेन ने मिलकर सीरिया पर जो मिसाइल बरसाए हैं, उसके आधार पर कहा जा सकता है कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप अब शीर्षासन की मुद्रा में आ गए हैं। यही ट्रंप जब राष्ट्रपति का चुनाव लड़ रहे थे, तब ओबामा को ‘बेवकूफ’ कह रहे […] Read more » Featured अमेरिका अमेरिकी खून फ्रांस और ब्रिटेन मिसाइल सीरिया
परिचर्चा समाज खबर आई है कि उनका दम घुट रहा है… November 12, 2017 by अलकनंदा सिंह | Leave a Comment सुना है कि धुंध ने दिल्ली में डेरा जमा लिया है। ये कैसी धुंध है जो एक कसमसाती ठंड के आगमन की सूचना लेकर नहीं आती बल्कि एक ज़हर की चादर हमारे अस्तित्व पर जमा करती चली आती है। इस धुंध ने आदमी की उस ख्वाइश को तिनका-तिनका कर दिया है जो अपने हर काम […] Read more » Featured smog in Delhi दम घुट
परिचर्चा समाज सार्थक पहल पर्यावरण से छेड़छाड़ के बिना ही मिलने लगा भरपूर पानी June 5, 2017 by चरखा फिचर्स | Leave a Comment “जब मैं छोटा था बहुत बारिश और बर्फ होती थी। मई के अंत तक पहाड़ बिल्कुल सफेद रहते थे। लेकिन अब बर्फ बहुत ही कम हो गए हैं। सफेद की जगह हरे नजर आते हैं। क्योंकि बारिश ज्यादा होने लगी है”। ये वाक्य है लद्दाख के फ्यांग गांव में रहने वाले 80 वर्षीय टुंडुप वांगाईल का। इसी गांव के 51 वर्षीय रींचेन वांगड़ूज़ बताते हैं कि “साल दर साल वाहनो से निकलने वाले धुंए के कारण वायु प्रदूषण बढ़ रहा है। और ग्लेशियर तेजी से पिघल रहे है”। Read more » पर्यावरण पर्यावरण से छेड़छाड़ के बिना ही मिलने लगा भरपूर पानी
परिचर्चा हरि व्यापक सर्वत्र समाना, प्रेम ते प्रकट होहिं मैं जाना June 24, 2015 / June 24, 2015 by प्रवक्ता.कॉम ब्यूरो | 2 Comments on हरि व्यापक सर्वत्र समाना, प्रेम ते प्रकट होहिं मैं जाना -संतोष कुमार त्रिपाठी- मैं विवेकानंद का पुनर्जन्म और इस जन्म में कल्कि अवतार हूँ। नोस्त्रेदामस की भविष्यवाणियों का चंद्रमा नामक भारतीय और एंटी क्राइस्ट भी मै हूँ। अमेरिकन महिला भविष्यवक्ता जीन डिक्सन द्वारा बोला गया गांधी जन्म भी मै हूँ। यह बात मैं वर्ष 1997 से ही , जब मै आईआईटी दिल्ली से यम […] Read more » Featured नरेंद्र मोदी प्रेम ते प्रकट होहिं मैं जाना विवेकानंद हरि व्यापक सर्वत्र समाना