विधि-कानून विविधा क्या न्यायपालिका सर्वशक्तिमान है? October 31, 2016 by वीरेंदर परिहार | Leave a Comment लेकिन दुर्भाग्यपूर्ण स्थिति यह कि पारदर्शिता के इस दौर में और जीवन के प्रत्येक क्षेत्र में पारदर्शिता की पक्षधर न्यायपालिका अपने लिए पारदर्शिता की पक्षधर नहीं है। वह रंच-मात्र भी जवाबदेह नहीं होना चाहती। वह सबके मामले में हस्तक्षेप कर सकती है, यहां तक कि कानून भी बना सकती है जो संसद का काम है, पर अपने मामले में वह कोई नियंत्रण स्वीकार करने को तैयार नहीं है। Read more » appointment of judges Featured इलाहाबाद हाईकोर्ट काॅलेजियम न्यायपालिका सुप्रीम कोर्ट
विविधा रमन और छत्तीसगढ़ एक-दूसरे के पर्याय बने October 30, 2016 by मनोज कुमार | Leave a Comment केन्द्र सरकार की विविध योजनाओं को लागू करने में भी मुख्यमंत्री डॉ. रमनसिंह ने छत्तीसगढ़ को अगुवा बना दिया है। रमनसिंह की पहल का इतना असर हुआ कि स्वच्छ भारत अभियान में गांव गांव में लहर चल पड़ी। राजनांदगांव जिले छुरिया विकास खंड की एक गरीब महिला ने अपनी बकरियां बेचकर शौचालयों का निर्माण कराया। छत्तीसगढ़ की दान परम्परा की यह एक और कड़ी थीं। Read more » Featured छत्तीसगढ़ स्थापना दिवस 1 नवम्बर डॉ. रमनसिंह रमन और छत्तीसगढ़
आर्थिकी विविधा भारत के प्रति विश्व बैंक का नकारात्मक रवैया October 30, 2016 by मयंक चतुर्वेदी | Leave a Comment डॉ. मयंक चतुर्वेदी किसी भी देश के विकास के लिए जिन तत्वों को आवश्यक माना जाता है, उनमें अत्यधिक महत्वपूर्ण है, उस देश का कारोबारी माहौल कितना सकारात्मक है और वहाँ व्यापारियों-उद्योगपतियों को पर्याप्त सम्मान मिलता है कि नहीं। भारत के संदर्भ में इसे लें तो आज स्थितियाँ पूर्व की अपेक्षा बहुत ही सकारात्मक हैं। हलांकि इसका […] Read more » Featured India's rank unchanged in World Bank World Bank नकारात्मक रवैया भारत विश्व बैंक विश्व बैंक का नकारात्मक रवैया
विविधा भारत के आखिरी गांव माणा में प्रधानमंत्री की दिवाली October 30, 2016 by डा. राधेश्याम द्विवेदी | Leave a Comment गणेश जब महाभारत लिख रहे थे तो सरस्वती बड़ा शोर करते हुए बह रही थी। गणेश ने उससे शोर कम करने को कहा लेकिन सरस्वती नहीं मानी। इससे क्रोधित होकर गणेश ने सरस्वती को विलुप्त होने का श्राप दे दिया था। इस तरह से यह नदी अपने उदगम से कुछ मीटर बहने के बाद ही विलुप्त हो जाती है लेकिन आज भी भीमपुल के पास वह पूरी गर्जना के साथ बहती है। कहा जाता है कि यह नदी आगे जाकर प्रयाग में गंगा और यमुना से मिलती है लेकिन वहां पर भी यह दिखती नहीं है। भीमपुल में संभलकर चलें तो बेहतर है क्योंकि इस पुल से नीचे गिरने का मतलब जान से हाथ धोना है। Read more » Featured Modi diwali with itbp गांव माणा में प्रधानमंत्री की दिवाली माणा
आर्थिकी पर्व - त्यौहार विविधा मेड इन इंडिया से घुमेेगी कुम्हारों की चाक October 30, 2016 by शाहिद नकवी | 3 Comments on मेड इन इंडिया से घुमेेगी कुम्हारों की चाक हमें भारतीय परम्परा को जि़ंदा रखने का जूनून पैदा करना है।इस जुनून में आप भी अपने भारतीय होने की भूमिका जरूर निभायें।चीन का सामान कम से कम खरीदें जिससे भारत के गरीबों द्वारा बनाये गए सामान खरीदने का पैसा बच सके।यकीन जानिये आप अगर हम अब भी नही चेते तो शायद कुम्हार का घूमता हुआ चाक रुक जाएगा,मंहगाई और मरता हुआ व्यापार कहीं कुम्हारों को कहानी न बना दे। Read more » Featured घुमेेगी कुम्हारों की चाक मेड इन इंडिया
कला-संस्कृति विविधा इस दीवाली को वास्तु अनुसार कैसे बनाये लाभकारी— October 30, 2016 by पंडित दयानंद शास्त्री | Leave a Comment घर के दरवाजे पर मां लक्ष्मी के पैर का चिन्ह जरूर लगाने चाहिए। लेकिन इस बात का ध्यान रखें कि पैर की दिशा अंदर की तरफ होनी चाहिए। घर के दरवाजे पर चांदी का स्वस्तिक लगाना बेहद शुभ माना जाता है। वास्तु के अनुसार इससे घर में बीमारी नहीं आती। ---- पानी में नमक मिलाइये और इसे पूरे घर के कोने-कोने में छिड़किये। वास्तु के हिसाब से नमक घर की बुरी ऊर्जा को सोख लेता है। --- घर में उत्तर दिशा को कुबेर स्थान बोला जाता है। सुनिश्चित करें कि माता लक्ष्मी की मूर्ति यही पर रखी जाए और गणेश जी की मूर्ति उनके दाहिने साइड में हो। इसके अलावा मूर्तियों को लाल रंग के कपडे़ में सजाइये। Read more » Featured दीवाली को वास्तु अनुसार कैसे बनाये लाभकारी
विविधा आखिर दीपक क्यों जलाया जाता है? October 30, 2016 by प्रवक्ता ब्यूरो | Leave a Comment 1) पूर्व दिशा की तरफ़ दीपक की लौ रखने से आयु में वृद्धि होती है। 2) पश्चिम दिशा की तरफ़ दीपक की लौ रखने से दुख में बढ़ोतरी होती है। 3) उत्तर दिशा की तरफ़ दीपक की लौ रखने से धन लाभ होता है। 4) कभी भी दक्षिण दिशा की तरफ़ दीपक की लौ को ना रखें इससे जन या धन की हानि होती है। Read more » आखिर दीपक क्यों जलाया जाता है?
विविधा एयर इंडिया की पत्रिका शुभयात्रा में जगन्नाथ मंदिर पर लिखे लेख में मांसाहार के उल्लेख पर एयर इंडिया की माफी October 30, 2016 by डॉ. शुभ्रता मिश्रा | Leave a Comment द्दा यह बनता है कि जो मंदिर प्रसाद की पवित्रता को लेकर इतना संजीदा माना जाता है, उसके लिए इस तरह के शब्द लिख पाना त्रुटिवश नहीं लगते। दूसरा प्रश्न यह भी उठता है कि जब कभी भी इस तरह के धार्मिक संवेदनाओं से जुड़े लेख लिखे जाते हैं, तब विशेषरुप से लेख के प्रकाशन के पूर्व प्रूफरीडिंग सावधानीपूर्वक की जाती है और जिस पर शुभयात्रा जैसी पत्रिका में इस तरह की गलती का होना एक बहुत बड़ी लापरवाही की श्रेणी में आता है। Read more » Featured एयर इंडिया एयर इंडिया की पत्रिका शुभयात्रा एयर इंडिया की माफी जगन्नाथ मंदिर में मांसाहार पत्रिका शुभयात्रा
विविधा स्वादेशी मुहिम क्षणिक नहीं भावी भविष्य के लिये हो October 28, 2016 by जगदीश यादव | Leave a Comment जगदीश यादव कहते हैं कि मौका भी है और समय की मांग व दस्तूर भी। दम भी है, कदम भी है और सबसे बड़ी बात इच्छा शक्ति भी । इतिहास गवाह है कि पाकिस्तान की रीत दो-गला वाली रही है और उसके कथित दोस्त चीन पहले भी हमारे पीठ में छूरा घोंप चुका है। लेकिन […] Read more » boycott chinese product स्वादेशी मुहिम स्वादेशी मुहिम क्षणिक नहीं भावी भविष्य के लिये हो
कला-संस्कृति विविधा महान आयुर्वेदाचार्य धन्वन्तरि October 28, 2016 by प्रमोद भार्गव | Leave a Comment महान आयुर्वेदाचार्य धन्वन्तरि Read more » Featured धन्वन्तरि महान आयुर्वेदाचार्य धन्वन्तरि
विविधा आज की आवश्यकता है एकात्म मानवदर्शन October 27, 2016 / October 27, 2016 by लोकेन्द्र सिंह राजपूत | Leave a Comment जिस समय न केवल दुनिया में बल्कि भारत में भी इन विचारधाराओं का वर्चस्व था, खासकर साम्यवादी विचारधारा का, तब संघ के द्वितीय संघचालक माधव सदाशिव राव गोलवलकर ने पंडित दीनदयाल उपाध्याय को यह जिम्मेदारी सौंपी थी कि वह प्रकृति के अनुकूल विचारदर्शन प्रस्तुत करें। इसके बाद ही पंडित दीनदयाल उपाध्याय ने एकात्म मानवदर्शन जैसा सम्पूर्ण विचारदर्शन दुनिया के समक्ष प्रस्तुत किया। एकात्म मानवदर्शन में परस्पर निर्भरता की बात कही गई। सबको एक-दूसरे के साथ एकात्म मानकर विचार किया गया। Read more » Featured एकात्म मानवदर्शन
विविधा मानव तस्करी से मुक्ति के लिए केंद्र के प्रयास October 27, 2016 by मयंक चतुर्वेदी | Leave a Comment इन दिनों जिस तरह केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्रालय ने मानव तस्करी रोधी विधेयक के मसौदे को कैबिनेट के पास भेजा है। उसे देखते हुए यह कहने में कोई संकोच नहीं कि भारत सरकार इस विषय और इससे जुड़े अपराध को जड़ से समाप्त करने के लिए संकल्पित हो उठी है। संसद में इस बिल पर मोहर लग जाने के बाद उम्मीद यही की जा सकती है कि इसके सख्त कानून के दायरे में आने से अपराधियों में भय व्याप्त होगा और वे छोटी-मोटी सजा के बजाय लम्बी एवं जीवनभर की सजा पाने के भय से इस अपराध से दूर रहेंगे। Read more » Featured Human Trafficking stop Human Trafficking मानव तस्करी मानव तस्करी से मुक्ति