राजनीति किसके हाथ में है राम जन्मभूमि का फैसला? November 8, 2018 by अभिलेख यादव | Leave a Comment देवांशु मित्तल कुछ युवा राम भक्तों की भावनाएं उफान पर पहुंची, सारा परिसर “जय श्री राम” के नारों से गूँज गया और देखते ही देखते दुनिया की सबसे विवादास्पद इमारतों में से एक बाबरी का ढांचा गिर गया. लेकिन ऐसा नहीं है कि 6 दिसम्बर 1992 की इस अप्रिय घटना ने ही राम के […] Read more » उच्चतम न्यायालय उत्तराखंड किसके हाथ में है राम जन्मभूमि का फैसला? गुजरात जम्मू-कश्मीर जस्टिस मार्कंडेय काटजू राजस्थान
समाज यह लड़ाई है अच्छाई और बुराई की July 13, 2018 / July 13, 2018 by डॉ नीलम महेन्द्रा | Leave a Comment डॉ नीलम महेंद्र उच्चतम न्यायालय ने 9 जुलाई 2018 के अपने ताजा फैसले में 16 दिसंबर 2012 के निर्भया कांड के दोषियों की फाँसी की सजा को बरकरार रखते हुए उसे उम्र कैद में बदलने की उनकी अपील ठुकरा दी है। दिल्ली का निर्भया कांड देश का वो कांड था जिसने पूरे देश को […] Read more » Featured उच्चतम न्यायालय उन्नाव कठुआ निर्भया कांड बलात्कार मंदसौर यह लड़ाई है अच्छाई और बुराई की सतना। सूरत
व्यंग्य भगवान सरकारी बंगला किसी से न खाली करवाए… .!! June 22, 2018 / June 22, 2018 by तारकेश कुमार ओझा | Leave a Comment तारकेश कुमार ओझा मैं जिस शहर में रहता हूं इसकी एक बड़ी खासियत यह है कि यहां बंगलों का ही अलग मोहल्ला है। शहर के लोग इसे बंगला साइड कहते हैं। इस मोहल्ला या कॉलोनी को अंग्रेजों ने बसाया था। इसमें रहते भी तत्कालीन अंग्रेज अधिकारी ही थे। कहते हैं कि ब्रिटिश युग में किसी […] Read more » Featured अंग्रेज उच्चतम न्यायालय किसी से न खाली करवाए... .!! भगवान सरकारी बंगला मीडिया पोस्टमार्टम
राजनीति डीएनए कानूनः खुल जाएंगे जिंदगी के राज May 3, 2018 by प्रमोद भार्गव | 1 Comment on डीएनए कानूनः खुल जाएंगे जिंदगी के राज डीएनए कानूनः खुल जाएंगे जिंदगी के राज प्रमोद भार्गव केंद्र सरकार ने उच्चतम न्यायालय को बताया है कि वह संसद के मानसून सत्र में डीएनए प्रोफाइलिंग बिल यानी, ‘मानव डीएनए सरंचना विधेयक‘ पेश करेगी। इस भरोसे के बाद न्यायालय ने गैर-सरकारी संगठन लोकनीति फाउंडेशन की 6 साल पुरानी जनहित याचिका का निपटारा कर दिया। इस […] Read more » Featured उच्चतम न्यायालय केंद्र सरकार जिंदगी डीएनए कानून पूर्व मंत्री अमरमणि त्रिपाठी व कवयित्रि मधुमिता शुक्ला व्यक्तिगत स्वतंत्रता सेंटर फाॅर सेल्युल
विविधा जन्मभूमि का नजराना देकर नजीर पेश करे मुस्लिम समाज March 23, 2017 by प्रवीण गुगनानी | 1 Comment on जन्मभूमि का नजराना देकर नजीर पेश करे मुस्लिम समाज भारतीय मुस्लिमों के समक्ष भी उच्चतम न्यायालय के समझौते के आग्रह के बाद एक बड़ा महत्वपूर्ण व एतिहासिक अवसर बनकर आया है. भारतीय मुस्लिमों को यह बात विस्मृत नहीं करना चाहिए कि बाबर (जिसके नाम पर वह बदनुमा दाग रुपी बाबरी मस्जिद थी) महज एक विदेशी आक्रमणकारी व लूटेरा था. भारतीय मुस्लिमों की रगों में बाबर का खून नहीं बल्कि उनके भारतीय (पूर्व हिन्दू) पुरखों का रक्त बहता है. Read more » Ayodhya Featured ram Janam Bhoomi उच्चतम न्यायालय जन्मभूमि जन्मभूमि का नजराना मुस्लिम समाज श्रीराम जन्मभूमि मामले
राजनीति विधि-कानून माननीयों को उच्चतम न्यायालय का संदेश February 17, 2017 by मयंक चतुर्वेदी | Leave a Comment डॉ. मयंक चतुर्वेदी भारतीय परिवेश में तोहफों का अपना एक महत्व हैं। भारत में ही क्यों दुनिया के किसी भी कोने में चले जाओ, गिफ्ट देने और लेने का अपना आनन्द है, लेकिन जिस तरह इन तौहफों के फेर में स्वार्थी तत्व अपने कार्यों को करवाने में माननीयों से कामयाब हो जाते हैं, तब जरूर […] Read more » Featured आय से अधिक संपत्ति के मामले उच्चतम न्यायालय उच्चतम न्यायालय का संदेश जयललिता जयललिता के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति के मामले
टॉप स्टोरी महत्वपूर्ण लेख राजनीति सोशल मीडिया में टिप्पणी पर नहीं होगी जेल March 24, 2015 by अमित शर्मा | 6 Comments on सोशल मीडिया में टिप्पणी पर नहीं होगी जेल दुनिया के इस सबसे बड़े लोकतंत्र में कई बार ऐसा हुआ है जब उच्चतम न्यायालय ने ऐसे फैसले सुनाये हैं जिनसे ये लोकतंत्र और अधिक मजबूत हुआ है. दूसरे शब्दों में कहें तो इसने आम आदमी की आवाज बुलंद करने और उसके अधिकारों की रक्षा करने में (विधायिका से भी ज्यादा) महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है. […] Read more » SUPREME COURT VERDICT ON SOCIAL MEDIA अपमानजनक टिप्पणी अमित शर्मा उच्चतम न्यायालय रेणु श्रीनिवासन शाहीन सोशल मीडिया सोशल मीडिया में टिप्पणी पर नहीं होगी जेल
प्रवक्ता न्यूज़ उच्चतम न्यायालय के न्यायाधीशों ने की संपत्ति की घोषणा November 3, 2009 / December 26, 2011 by प्रवक्ता.कॉम ब्यूरो | 1 Comment on उच्चतम न्यायालय के न्यायाधीशों ने की संपत्ति की घोषणा नई दिल्ली, दिल्ली उच्च न्यायालय के एक फैसले पर अमल करते हुए उच्चतम न्यायालय के न्यायाधीशों ने आज अपनी-अपनी संपत्ति की घोषणा कर दी। प्रधान न्यायाधीश केजी.बालाकृष्णन ने लगभग 18 लाख रुपए की संपत्ति का ब्योरा दिया है। न्यायाधीशों की संपत्ति का ब्योरा उच्चतम न्यायालय की वेबसाइट पर जारी किया गया है। इन न्यायाधीशों ने […] Read more » Supreme Court उच्चतम न्यायालय