आर्थिकी विविधा परेशान सिर्फ गरीब होता है September 29, 2017 by जीतेन्द्र कुमार नामदेव | Leave a Comment देश इन दिनों ऐसे आर्थिक संकट से जूझ रहा है जो बड़े-बड़े अर्थशास्त्री को नजर नहीं आएगा। क्योंकि जो भाषा अर्थशास्त्रीयों को समझ में आती है, वो भाषा एक गरीब मजदूर और किसान की समझ से बहुत दूर है। हाल फिलहाल भाजपा सरकार में रहे पूर्व वित्त मंत्री यशवंत सिन्हा ने वित्त मंत्री अरूण जेटली […] Read more » demonetization effect of GST on common man Featured gst आर्थिक संकट जीएसटी नोटबंदी रेत माफियाओं पर शिकंजा सर्राफा व्यापारियों पर टैक्स हाईवे के किनारों से शराब के ठेकों को उखाड़
राजनीति हिमालय जैसे विराट व्यक्तिगत के धनी हैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी September 15, 2017 by ब्रह्मानंद राजपूत | Leave a Comment नरेंद्र मोदी ऐसी शख्सियत का नाम है जो कभी भी आलोचनाओं से घबराता नहीं है। बल्कि अपनी आलोचनाओं का आत्म मूल्यांकन कर अपनी कमियों को सुधारने की कोशिश करता है। यही खूबी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को दूसरे राजनीतिज्ञों से अलग बनाती है। अगर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की लोकप्रियता की बात की जाए तो आज के […] Read more » Featured कन्या कलावाणी योजना कर्मयोगी अभियान कृषि महोत्सव चिरंजीवी योजना जीएसटी ज्योतिग्राम योजना नरेंद्र दामोदरदास मोदी नरेंद्र मोदी बालभोग योजना बेटी बचाओ मातृ-वन्दना वस्तु एवं सेवा कर सुजलाम् सुफलाम से पंचामृत योजना
आर्थिकी विविधा जीएसटी: एक सार्थक पहल July 12, 2017 by संचित पुरोहित | Leave a Comment विगत कुछ समय से जीएसटी पर जारी अनवरत चर्चा की गहराई में जाने पर व्यापारी वर्ग की मायूसी का पता चलता है । हैरानी इस बात की है कि व्यापारियों को टैक्स की रकम, ग्राहकों को विक्रय की गई वस्तु के बदले में मिले दाम के एक हिस्से से ही चुकाना है फिर इतनी हायतौबा […] Read more » A Fruitful Initiative gst GST : A Fruitful Initiative जीएसटी
आर्थिकी विविधा एक देश: एक टैक्स जीएसटी July 9, 2017 by शिव शरण त्रिपाठी | Leave a Comment वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) के लागू होने से केन्द्र और राज्यों के स्तर पर लगने वाले एक दर्जन से अधिक कर समाप्त हो जायेंगे और उनके स्थान में केवल जीएसटी लगेगा। मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस इस कार्यक्रम से दूर रही। कांग्रेस ने जीएसटी की शुरुआत के मौके पर आयोजित इस कार्यक्रम को तमाशा करार दिया। कांग्रेस के इसी बहिष्कार के चलते पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह भी इस कार्यक्रम से दूर रहे। तृणमूल कांग्रेस, राष्ट्रीय जनता दल, डीएमके और वामपंथी दलों ने कार्यक्रम का बहिष्कार किया। जीएसटी से देश की 2,000 अरब की अर्थव्यवस्था और 1.3 अरब लोग सभी एक साथ जुड़ जायेंगे और पूरा देश एक साझा बाजार बन जायेगा। Read more » Featured gst one country one tax gst जीएसटी
आर्थिकी चुनाव राजनीति राजनीतिक चंदे के लिए निर्वाचन बाॅन्ड का औचित्य July 8, 2017 by प्रमोद भार्गव | Leave a Comment एक मोटे अनुमान के अनुसार देश के लोकसभा और विधानसभा चुनावों पर 50 हजार करोड़ रुपए से ज्यादा खर्च होते हैं। इस खर्च में बड़ी धनराशि कालाधन और आवारा पूंजी होती है। जो औद्योगिक घरानों और बड़े व्यापारियों से ली जाती है। आर्थिक उदारवाद के बाद यह बीमारी सभी दलों में पनपी है। इस कारण दलों में जनभागीदारी निरंतर घट रही है। अब किसी भी दल के कार्यकर्ता घर-घर जाकर लोगों को पार्टी का सदस्य नहीं बनाती हैं। मसलन काॅरपोरेट फंडिंग ने ग्रास रूट फंडिंग का काम खत्म कर दिया है। इस कारण अब तक सभी दलों की कोशिश रही है कि चंदे में अपारदर्शिता बनी रहे। Read more » Featured political donation जीएसटी निर्वाचन बाॅन्ड निर्वाचन बाॅन्ड का औचित्य नोटबंदी बेनामी संपत्ति पर अंकुश
राजनीति सार्थक पहल केन्द्र की सख्ती और कालेधन पर लगाम July 3, 2017 by सुरेश हिन्दुस्थानी | Leave a Comment सुरेश हिन्दुस्थानी अभी हाल ही में स्विस बैंक द्वारा जारी किए गए कालेधन के आंकड़ों से यह प्रमाणित हो गया है कि जब से केन्द्र में नरेन्द्र मोदी की सरकार पदारुढ़ हुई है, तब से कालेधन में कमी आई है। हालांकि कालेधन के मामले को लेकर देश की विपक्षी राजनीति, केन्द्र सरकार पर निशाना साधने […] Read more » blackmoney curb on black money through GST Featured gst notebandi कालेधन पर लगाम केन्द्र की सख्ती जीएसटी नोटबंदी स्विस बैंक
आर्थिकी विविधा जीएसटी : अधूरा ज्ञान या फिर दुष्प्रचार July 1, 2017 by डॉ नीलम महेन्द्रा | Leave a Comment विपक्ष का विरोध करना स्वाभाविक है लेकिन देश के व्यापारी? क्या अधूरा ज्ञान ? या फिर दुष्प्रचार ? तो आइए विरोध या समर्थन से पहले कुछ महत्वपूर्ण बिन्दुओं को समझ लें 30 जून 2017 भारतीय इतिहास में 8 नवंबर के बाद एक और ऐतिहासिक तारीख़ यहाँ 8 नवंबर का जिक्र इसलिए किया गया है क्योंकि […] Read more » Featured gst notebandi जीएसटी नोटबंदी
आर्थिकी विविधा वस्तु एवं सेवा कर : समस्या या समाधान June 29, 2017 by सुरेश हिन्दुस्थानी | Leave a Comment 1 जुलाई से लागू होने जा रहा है एक समान कर वाला जीएसटी यानि गुड्स एंड सर्विसिस टैक्स एक ऐसा टैक्स है जो टैक्स के बड़े जाल से मुक्ति दिलाएगा। जीएसटी आने के बाद बहुत सी चीजें सस्ती हो जाएगी जबकि कुछ जेब पर भारी भी पड़ेंगी। लेकिन सबसे बड़ा फायदा होगा कि टैक्स का पूरा सिस्टम आसान हो जाएगा। 18 से ज्यादा टैक्सों से मिलेगी मुक्ति और पूरे देश में होगा सिर्फ एक टैक्स जीएसटी। Read more » Featured gst जीएसटी
राजनीति देश को आर्थिक नुकसान पहुँचाने वालों पर व्यर्थ की समय बर्बादी June 16, 2017 by मयंक चतुर्वेदी | Leave a Comment डॉ. मयंक चतुर्वेदी अच्छे दिन आने की आस और सब का साथ-सबका विकास का लोकलुभावन नारे ने देखते ही देखते केंद्र में कांग्रेस एवं अन्य विपक्षी पार्टियों को सत्ता से बाहर और भारतीय जनता पार्टी को सत्ता के सिंहासन पर विराजमान कर दिया था। इसके बाद समय अपनी रफ्तार से चलता रहा और अब तीन साल […] Read more » Featured ऋण वसूली एनपीए जीएसटी देश को आर्थिक नुकसान बैंक्रप्सी बैड लोन माल्या
आर्थिकी जीएसटी-मोदी सरकार के तीन वर्षो की बड़ी कामयाबी April 1, 2017 by संजय सक्सेना | Leave a Comment बात जीएसटी की आवश्यकता क्यों पड़ी ? इसकी की जाये तो विभिन्न राज्यों के बीच जिस तरह टैक्स में असंतुलन आ गया था, उससे निपटने के लिए जीएसटी आवश्यक हो गया था। इसके लागू होने से उत्पाद शुल्क, सेवा कर, राज्य वैट, मनोरंजन कर, प्रवेश शुल्क, लग्जरी टैक्स जैसे तमाम टैक्स समाप्त हो जाएंगे। इस समय देश में केंद्र और राज्यों के आठ से दस अप्रत्यक्ष कर सेस है, जीएसटी लागू होने के बाद ये खत्म हो जाएंगे और इसका मतलब है कि दोहरे कराधान से सबको निताज मिल जायेगी। इ Read more » benefits of GST Featured gst इंटिग्रेटेड जीएसटी उत्पाद शुल्क कॉम्पेंसेशन जीएसटी गुड्स एंड सर्विस टैक्स जीएसटी प्रवेश शुल्क मनोरंजन कर यूनियन टेरिटरी जीएसटी राज्य वैट लग्जरी टैक्स सेंट्रल जीएसटी सेवा कर
आर्थिकी विधि-कानून विविधा वस्तु एंव सेवा कर : एक लाभकारी कदम December 5, 2016 by डा. राधेश्याम द्विवेदी | 1 Comment on वस्तु एंव सेवा कर : एक लाभकारी कदम एक बहुचर्चित विधेयक है जिसमें 01 अप्रैल 2017 से पूरे देश में एकसमान मूल्य वर्धित कर लगाने का प्रस्ताव है। इस कर को वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) कहा गया है। यह एक अप्रत्यक्ष कर होगा जो पूरे देश में निर्मित उत्पादों और सेवाओं के विक्रय एवं उपभोग पर लागू होगा। 03 अगस्त 2016 को राज्यसभा में यह बिल पारित हो गया। Read more » Featured जीएसटी जीएसटी का आम जन पर प्रभाव जीएसटी का व्यवसायों पर प्रभाव जीएसटी की चार स्तरीय की दर टैक्स पर टैक्स व्यवस्था समाप्त वस्तु एंव सेवाकर
राजनीति अखाड़ा न बने संसद November 15, 2016 by प्रमोद भार्गव | Leave a Comment इसमें कोई दो राय नहीं कि सरकार ने कालाधन, भ्रश्टाचार एवं आतंकवाद पर नकेल कसने के लिए हजार-पांच सौ के नोट बंद करके जो निर्णायक पहल की है, वह स्वागत योग्य है। लेकिन नेक फैसले पर अमल की जो तमाम मुश्किलें पैदा हो रही हैं, उनका प्रबंध नोटबंदी लागू करने से पहले कर लिया गया होता तो शायद न तो देश में इतनी छुट्टे व नए नोटों के लिए मारी-मारी हो रही होती और न ही विपक्ष को जनता से सीधा जुड़ा इतना बड़ा मुद्दा मिला होता। इसलिए इस मुद्दे पर हंगामा खड़ा होना कोई हैरानी की बात नहीं है। फिर हमारे सांसदों में बहुत बड़ी संख्या ऐसे सांसदों की है, जो खुद नोटबंदी से आफत अनुभव कर रहे होंगे ? यह नोटबंदी ठीक उस वक्त की गई है, जब उत्तरप्रदेश व पंजाब समेत पांच राज्यों में होने जा रहे विधानसभा चुनावों की तैयारी जोर-शोर से चल रही है। ऐसे में इस नोटबंदी ने संभावित प्रत्याशि और दल-प्रमुखों की नींद हराम कर दी है। Read more » Featured अखाड़ा अखाड़ा न बने संसद जीएसटी सरकार की प्राथमिकता वस्तु एवं सेवाकर संसद संसद के शीतकालीन सत्र