आर्थिकी टॉप स्टोरी व्यावहारिक मोहब्बतें और मौखिक नफरतें May 21, 2015 by संजय द्विवेदी | 1 Comment on व्यावहारिक मोहब्बतें और मौखिक नफरतें –रिटेल एफडीआई पर केंद्र सरकार के यू-टर्न के मायने क्या हैं- -संजय द्विवेदी- भारतीय जनता पार्टी की मोदी सरकार ने खुदरा व्यापार में 51 प्रतिशत एफडीआई के पूर्ववर्ती सरकार के निर्णय को जारी रखने का फैसला किया है। कभी इसी भाजपा ने 8 दिन संसद रोककर, हर राज्य की राजधानी में बड़ा प्रदर्शन आयोजित […] Read more » Featured एफडीआई रिटेल रिटेल एफडीआई पर केंद्र सरकार के यू-टर्न के मायने क्या हैं
परिचर्चा विविधा समाज का नासूर: दलित उत्पीड़न May 21, 2015 by निर्मल रानी | 2 Comments on समाज का नासूर: दलित उत्पीड़न -निर्मल रानी- हमारे देश की सामाजिक न्याय व्यवस्था भी क्या अजीबो-गरीब है कि यहां गंदगी फैलाने वालों को तो उच्च जाति का समझा जाता है जबकि उनके द्वारा फैलाई जाने वाली गंदगी को साफ करने वाले को नीच अथवा दलित जाति का समझा जाता है। धर्मशास्त्रों में सदियों से दुष्प्रचारित की गई इस अन्यायपूर्ण व्यवस्था […] Read more » Featured दलित दलित उत्पीड़न समाज का नासूर: दलित उत्पीड़न
जन-जागरण जरूर पढ़ें बेनामी संपत्ति बनाम कालाधन May 21, 2015 by प्रमोद भार्गव | Leave a Comment -प्रमोद भार्गव- राजग सरकार ने विदेशों में जमा कालेधन को देश में लाने और देश के भीतर कालाधन पैदा न हो इस मकसद की भरपाई के लिए कारगर कानूनी उपाय किए हैं। इस नाते एक तो कालाधन अघोशित विदेशी आय एवं जायदाद और आस्ति विधेयक-2015 को संसद के दोनों सदनों से पारित कराया गया,दूसरे देश के […] Read more » Featured एनडीए सरकार कालाधन बेनामी संपत्ति बेनामी संपत्ति बनाम कालाधन मोदी सरकार संप्रग
परिचर्चा प्रकृति के नियमों के विरूद्ध आचरण करना हानिकारक May 21, 2015 by प्रवक्ता.कॉम ब्यूरो | Leave a Comment -अशोक “प्रवृद्ध’- अत्यधिक सुख- सुविधा व वैभवपूर्ण जीवन व्यतीत करने की इच्छा में हम यंत्रों अर्थात मशीनों पर आश्रित हो गए हैं , परन्तु यह परम सत्य है कि इस मशीन युग में हम अनेक कार्य ऐसे करते हैं, जो हमारी प्रकृति के प्रतिकूल होते हैं । मशीनों के अथवा अन्य साधनों के बल पर […] Read more » Featured नेचर प्रकृति प्रकृति के नियमों के विरूद्ध आचरण करना हानिकारक
चिंतन मनुष्य की वास्तविक पहचान के मायने May 21, 2015 by ललित गर्ग | Leave a Comment -ललित गर्ग- मानव धर्म का हार्द है मनुष्य का मनुष्य के प्रति तादात्म्य भाव, एक-दूसरे के प्रति संवेदनशीलता और नैतिक एवं चारित्रिक उज्ज्वलता। जो धर्म मनुष्य को दुर्गति, हीनता और चारित्रिक भ्रष्टता से मुक्त करता है, जो हर इंसान की आत्मा को तेजोदीप्त बनाता है, हर हृदय को परदुःखकातर और संवेदनशील बनाता है, उसे मानव […] Read more » Featured जिंदगी मनुष्य मनुष्य की वास्तविक पहचान के मायने
कविता मुक्ति May 21, 2015 by बीनू भटनागर | Leave a Comment -बीनू भटनागर- वो ज़िन्दा ही कब थी, जो आज मर गई, सांसों का सिलसिला था, बस, जो चल रहा था। आज वो मरी नहीं है, मुक्त हो गई। घाव जितने थे उसके तन पे, कई गुना होंगे मन पे, मन के घावों का कोई, हिसाब कैसे रखे। वो झेलती रही, बयालिस साल तक पीड़ा, मुक्ति […] Read more » Featured कविता मुक्ति
कविता ऐसे इतिहास को बदल डालो May 21, 2015 by नरेश भारतीय | Leave a Comment -नरेश भारतीय- युग बदल रहा है बदल रही है सोच आने लगी है अंतत: होश विस्मरण नहीं अब राष्ट्रवीरों का सम्मान, अभिवादन, सादर नमन अब सिर्फ और सिर्फ अपनों का… सिकंदर को ग्रेट कहा तुमने अकबर को भी महान बना डाला अपने प्रताप को ठुकराया ! परकीयों को लाड़ दुलार दिया आक्रांताओं को कन्धों पर […] Read more » Featured ऐसे इतिहास को बदल डालो कविता
परिचर्चा हिन्दू धर्म और इस्लाम May 21, 2015 by प्रवक्ता.कॉम ब्यूरो | Leave a Comment -अशोक “प्रवृद्ध”- इस्लाम के भारतीय समाज पर आघात को सन् ७१२ ई० से आरम्भ समझा जाता है, परन्तु तब का आक्रमण शीघ्र ही विलीन हो गया थाl यद्यपि सन् ७१२ में भी आक्रमण में राजनैतिक कारणों के साथ मजहब के विस्तार का भी लक्ष्य थाl इस कारण जब राजनतिक प्रभाव क्षीण हुआ तो मजहबी […] Read more » Featured इस्लाम हिन्दू धर्म हिन्दू धर्म और इस्लाम
आर्थिकी खुली आर्थिकी के 25 वर्ष, जरूरी जांच का वक्त May 21, 2015 by अरुण तिवारी | Leave a Comment -अरुण तिवारी- मोदी सरकार के एक वर्ष पूरे होने पर, खासकर आर्थिक मोर्चे पर जगाई आशा का चहुंओर आकलन हो रहा है। डाॅलर के मुकाबले, रुपये के कमजोर होने पर महंगाई बढ़ने की चिंता व्यक्त की जा रही है। कहा जा रहा है कि मोदी, वैश्विक निवेशकों में अपने प्रति विश्वास जगाने में असमर्थ साबित […] Read more » Featured एनडीए सरकार खुली आर्थिकी खुली आर्थिकी के 25 वर्षः जरूरी जांच का वक्त मोदी सरकार मोदी सरकार के एक वर्ष
शख्सियत दक्षिण भारत के संत (9) स्वामी श्री नारायण गुरु May 19, 2015 / May 19, 2015 by बी एन गोयल | 3 Comments on दक्षिण भारत के संत (9) स्वामी श्री नारायण गुरु -बीएन गोयल- गुरुदेव रवीन्द्र नाथ टैगोर ने लिखा है… “मैंने विश्व के विभिन्न स्थानों की यात्रा की है। इन यात्रा के दौरान मुझे अनेक संतों और विद्वानों के दर्शन करने का अवसर मिला है। लेकिन मैं यह स्पष्ट रूप से स्वीकार करता हूँ कि मुझे अभी तक कोई भी ऐसा व्यक्ति नहीं मिला जो […] Read more » Featured दक्षिण भारत के संत (9) स्वामी श्री नारायण गुरु रविंद्र नाथ टैगौर
मीडिया चैनल पर चेहरा… May 19, 2015 / May 19, 2015 by तारकेश कुमार ओझा | Leave a Comment -तारकेश कुमार ओझा- आप किस चैनल से हैं…। किसी खास कवरेज के लिए ग्रामांचलों में जाने पर अक्सर मुझे ग्रामीणों के इस सवाल से रू – ब- रू होना पड़ता है। यह जानते ही कि मेरा ताल्लुक प्रिंट मीडिया से है, सवाल पूछने वाले ग्रामीणों का उत्साह एकबारगी ठंडा पड़ जाता है। लेकिन उनकी निगाहें […] Read more » Featured चैनल चैनल पर चेहरा...
विश्ववार्ता जानिए, चीन विश्व शक्ति का दूसरा ध्रुव कैसे बना May 19, 2015 / May 19, 2015 by श्रीराम तिवारी | 3 Comments on जानिए, चीन विश्व शक्ति का दूसरा ध्रुव कैसे बना -श्रीराम तिवारी- भारत के स्वनामधन्य एवं तथाकथित परम देशभक्त – घोषित यायावर प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी की अद्द्यतन चीन यात्रा से भारत को धेले भर का फायदा नहीं हुआ। यह कोई अचरज की बात नहीं। यह तोपूर्व संभावित ही था। किन्तु इस यात्रा से भारत की जनता को खास तौर से ‘देशभक्तों’ को यह उम्मीद अवश्य थी कि ‘नसीब’ वाले कुछ करिश्मा करेंगे ! […] Read more » Featured चीन चीन विश्व शक्ति का दूसरा ध्रुव कैसे बना नरेंद्र मोदी भारत मोदी का चीन दौरा