जन-जागरण टॉप स्टोरी राजनीति काली चमड़ी गोरी चमड़ी April 2, 2015 / April 4, 2015 by अमित शर्मा | Leave a Comment काली चमड़ी बनाम गोरी चमड़ी का विवाद कोई नया नहीं है. न ही ये सिर्फ भारत की बिमारी है. इसे विश्वव्यापी महामारी कहें तो कोई आश्चर्य नहीं होगा क्यूंकि इसी काली चमड़ी गोरी चमड़ी के विवाद में अमेरिका आग की लपटों में झुलस गया था. ऑस्ट्रेलिया में तो काली चमड़ी के लोगों को इंसान मानना […] Read more » Featured giriraj singh racist remark on soniya gandhi Soniya Gandhi काली चमड़ी गोरी चमड़ी
व्यंग्य राजनीति का इंजन April 2, 2015 / April 4, 2015 by विजय कुमार | Leave a Comment कुछ लोग देश की अर्थव्यवस्था के संचालन में खेती का प्रमुख योगदान मानते हैं, तो कुछ उद्योगों का। कुछ व्यापार को सर्वाधिक महत्व देते हैं, तो कुछ भ्रष्टाचार को; पर शर्मा जी विवाह को भारतीय अर्थव्यवस्था का इंजन मानते हैं। उनका मत है विवाह के बाद बच्चे होते हैं। उनकी पढ़ाई, लिखाई, दवाई और सुख-सुविधाओं […] Read more » Featured देश की अर्थव्यवस्था देश की अर्थव्यवस्था के संचालन राजनीति का इंजन विजय कुमार
टॉप स्टोरी राजनीति आप में मचे घमासान से बिखरती उम्मीदें April 2, 2015 / April 4, 2015 by अमित शर्मा | 1 Comment on आप में मचे घमासान से बिखरती उम्मीदें आप में मचे घमासान से दिल्ली के उन लोगों की उम्मीदें बिखर सी गयी हैं, जिन्होंने केजरीवाल को मौजूदा राजनीती का विकल्प मानकर उन्हें अपना कीमती वोट दिया था. आप में मचे घमासान से देश के उस मेहनतकश और ईमानदार वर्ग की उम्मीदें दम तोड़ चुकी हैं जिसने केजरीवाल के अन्दर राजनीतिक परिवर्तन करने वाले […] Read more » Featured अरविंद केजरीवाल आप आप पार्टी आप में मचे घमासान से बिखरती उम्मीदें आम आदमी पार्टी एमसीडी दिल्ली सरकार राजनीती का विकल्प
आर्थिकी राजनीति वचन मोदी: अब गैस सब्सिडी छोड़ दो April 2, 2015 / April 4, 2015 by निर्मल रानी | 2 Comments on वचन मोदी: अब गैस सब्सिडी छोड़ दो दो-तीन दशक पूर्व तक हमारे देश की अधिकांश आबादी अपनी रसोई के ईंधन के रूप में लकड़ी,लकड़ी के बुरादे,कोयला,मिटटी का तेल,स्टोव आदि का इस्तेमाल किया करती थी। उस समय निश्चित रूप से सुबह व शाम के समय आसमान पर काले धुंए की एक मोटी परत वातावरण में चारों ओर बिछी नज़र आती थी। चूल्हे के […] Read more » Featured अब गैस सब्सिडी छोड़ दो एलपीजी गैस सब्सिडी निर्मल रानी वचन मोदी
कविता तुम्हारी आँखें April 1, 2015 / April 4, 2015 by अनुप्रिया अंशुमान | Leave a Comment —-अनुप्रिया अंशुमान मोहब्बत की दुनिया है तुम्हारी आँखें, चमकता हुआ सितारा है तुम्हारी आँखें । तुम्हारे ही दम से है मेरा ये नसीब, मेरी पहचान है ये तुम्हारी आँखें ॥ आँखें बोलती है तुम्हारे दिल की धड़कन, दिल की धडकनों की आवाज़ है तुम्हारी आँखें । आँखों से बरसता है जहाँ हल्का सा नशा ॥ […] Read more » Featured चमकता हुआ सितारा है तुम्हारी आँखें । तुम्हारे ही दम से है मेरा ये नसीब तुम्हारी आँखें मेरी पहचान है ये तुम्हारी आँखें ॥ मोहब्बत की दुनिया है तुम्हारी आँखें
राजनीति व्यंग्य घमासान के बाद April 1, 2015 / April 4, 2015 by विजय कुमार | 1 Comment on घमासान के बाद आम आदमी पार्टी (आपा) में पिछले दिनों हुए घमासान से शर्मा जी बहुत दुखी थे। उन्होंने सब नेताओं से कहा कि वे मिलकर काम करें; पर जो मिलकर काम कर ले, वह समाजवादी कैसा ? फिर यहां तो समाजवादी के साथ साम्यवादी, अराजकतावादी और अवसरवादी भी थे। यानि ‘करेला और नीम चढ़ा।’ इसलिए पहले जबरदस्त […] Read more » Featured आम आदमी पार्टी (आपा) में पिछले दिनों हुए घमासान घमासान के बाद विजय कुमार
व्यंग्य बुढ़ौती में तीरथ April 1, 2015 / April 4, 2015 by तारकेश कुमार ओझा | Leave a Comment कहते हैं कि अंग्रेजों ने जब रेलवे लाइनें बिछा कर उस पर ट्रेनें चलाई तो देश के लोग उसमें चढ़ने से यह सोच कर डरते थे कि मशीनी चीज का क्या भरोसा, कुछ दूर चले और भहरा कर गिर पड़े। मेरे गांव में एेसे कई बुजुर्ग थे जिनके बारे में कहा जाता था कि उन्होंने […] Read more » Featured तारकेश कुमार ओझा बुढ़ौती में तीरथ
साहित्य संस्कृत व इतर भाषाओं का अध्ययन और महर्षि दयानन्द April 1, 2015 / April 4, 2015 by मनमोहन आर्य | Leave a Comment महर्षि दयानन्द ने अपने जीवन काल (1825-1883) वा मुख्यतः 10 अप्रैल, 1875 को आर्यसमाज की स्थापना के बाद देश के अनेक लोगों से पत्रव्यवहार किया था। उनके पत्रों का संग्रह व प्रकाशन का मुख्य श्रेय स्वामी श्रद्धानन्द, पं. भगवद्दत्त रिसर्च स्कालर, महामहोपाध्याय पं. युधिष्ठिर मीमांसक एवं महाशय मामराज जी को है। सम्प्रति उनका उपलब्ध समस्त […] Read more » Featured महर्षि दयानन्द संस्कृत
राजनीति प्रदेश में अब कोई भी परीक्षा सुरक्षित नहीं April 1, 2015 / April 4, 2015 by मृत्युंजय दीक्षित | 1 Comment on प्रदेश में अब कोई भी परीक्षा सुरक्षित नहीं उत्तर प्रदेश में परीक्षा प्रणाली अब पूरी तरह से भ्रष्टाचार के दलदल में डूब चुकी है। कोई भी परीक्षा ऐसी नहीं बची है जोकि पूरी तरह से फुलप्रूफ हो. एक प्रकार से शुचिता पर तो सवाल खड़े हो ही रहे हैं वहीं दूसरी ओर छात्रो व विभिन्न नौकरियों के लिए आवेदन करने वाले अभ्यर्थियों का […] Read more » Featured उत्तर प्रदेश में परीक्षा प्रणाली मृत्युंजय दीक्षित शिक्षा प्रणाली शिक्षा प्रणाली की साख
व्यंग्य कबीरा आप ठगाइये, और न ठगिए कोय ! April 1, 2015 / April 4, 2015 by श्रीराम तिवारी | 1 Comment on कबीरा आप ठगाइये, और न ठगिए कोय ! आज तथाकथित ‘मूर्ख दिवस’ है ! इस अंतर्राष्ट्रीय [अ]पावन [?] पर्व पर कुछ लोग एक दूसरे मंदमति जड़मति[मूर्ख] बनाकर आल्हादित होंगे !जिस तरह पूँजीवादी -लोकतंत्रात्मक राष्ट्रों में आर्थिक सामाजिक , आध्यात्मिक और राजनैतिक क्षेत्र में एक दूसरे को ठगने – पछाड़ने मूर्ख बनाने की गलाकाट प्रवृत्ति पाई जाती है। उसी तरह क्षणिक आंनद के लिए ही सही मानसिक ठगी के रूप में भी कुछ घाघ – […] Read more » Featured और न ठगिए कोय !मूर्ख दिवस कबीरा आप ठगाइये श्रीराम तिवारी
कविता विवशता April 1, 2015 / April 4, 2015 by लक्ष्मी अग्रवाल | Leave a Comment माफ कर देना मुझे गर हो सके तो क्योंकि मेरी लाडो ये दुनिया नहीं है तेरे लिए यहां पग-पग तेरी राहों पर बिछे होंगे कांटे तेरे पैदा होते ही शुरू हो जाएगा चारों ओर मातम। जैसे-जैसे बड़ी होगी तू मेरी रानी शुरू हो जाएगी तेरे जीवन में परेशानी समाज नहीं देगा हक तुझे कोई गर […] Read more » Featured mother's problem लक्ष्मी जायसवाल अग्रवाल विवशता
धर्म-अध्यात्म अहिंसक धर्म के उद्घोषक भगवान महावीर April 1, 2015 / April 4, 2015 by मृत्युंजय दीक्षित | Leave a Comment भगवान महावीर का प्रादुर्भाव छठी शताब्दी ईसा पूर्व में हुआ था । जैन धर्मग्रन्थों के अनुसार भगवान महावीर 24 वें तीर्थंकर हैं, किन्तु जैन धर्म का सर्वाधिक विस्तार भगवान महावीर के समय में ही हुआ। महावीर का जन्म वज्जि राज्य संघ के अन्तर्गत ज्ञातृक गण में हुआ था। ज्ञातृक वर्ग के राजा सिद्धार्थ के वे […] Read more » Featured अहिंसक धर्म अहिंसक धर्म के उद्घोषक भगवान महावीर भगवान महावीर महावीर जयंती मृत्युंजय दीक्षित