साहित्य इसी गाँव चला आता है । May 15, 2019 / May 15, 2019 by अजय एहसास | Leave a Comment लौट के फिर क्यों इसी गाँव चला आता है ,छोड़ के शहर इसी गाँव चला आता है ।अब तो इस गांव से पतझड़ कभी नहीं जाता ,लेकर आँधी वो इसी गाँव चला आता है ।धर्म , मजहब है और जाति का फसाद यहाँ ,वक़्त बेवक्त इसी गाँव चला आता है ।कभी बुलाने पर सुनते नहीं […] Read more »
कविता नेताओ की विशेषताये May 15, 2019 / May 15, 2019 by आर के रस्तोगी | Leave a Comment जब ये नेता आपस में लड़ते है,जनता को क्या सबक सिखायेगे ?धर्म जाति का भेद बताकर,जनता को यूही आपस में लडायेगे || सत्ता के लालच में ये नेता किसी भी सीमा तक गिर जायेगे |दल बदलू तो आम बात है,ये देश को भी बेचकर खा जायेगे || चोर चोर मौसरे ये भाई है,ये कुर्सी के […] Read more »
कविता ओ३म् की महिमा May 15, 2019 / May 15, 2019 by आर के रस्तोगी | Leave a Comment ओ३म् की महिमा सुनो, ओ३म् में ही सुखी संसार है |ओ३म् में ही प्राण है,ओ३म् ही जग का पालन हार है || ओ३म् ही गीता है,ओ३म् ही कुरान है |ओ३म् ही सब धर्मो की एक खान है || ओ३म् ही बल तेजधारी,ओ३म ही सर्व शक्तिमान है |ओ३म् ही ज्ञान-वर्धक ,ओ३म् ही सबसे ज्ञानवान है || […] Read more » the importance of om ओ३म् की महिमा
लेख साहित्य महान पेशवा बालाजी विश्वनाथ May 14, 2019 / May 14, 2019 by राकेश कुमार आर्य | Leave a Comment अध्याय 11 मराठा शासनकाल में प्रधानमंत्री को ही पेशवा कहा जाता था । राजा की अष्टप्रधान परामर्शदात्री परिषद में इसका स्थान सबसे प्रमुख होता था ।इसलिए बराबर वालों में प्रथम या प्रधान होने के कारण यह पद प्रधानमंत्री का पद बन गया । यही स्थिति हमारे आज के शासन में प्रधानमंत्री की होती हैं , […] Read more »
कविता माँ की ममता का कोई मोल नहीं | May 14, 2019 / May 14, 2019 by आर के रस्तोगी | Leave a Comment माँ की ममता का कोई मोल नहीं |उसके प्यार की कोई तोल नहीं || माँ की बिन है ये जिन्दगी कोरी |उसकी है सबसे मीठी सुंदर लोरी || माँ के बिन कोई जन्म नहीं ले सकता |उसके ऋण को कभी नहीं चुका सकता || माँ का स्थान कोई नही ले सकता |उसका पूरक कोई नहीं […] Read more » mother's day
लेख साहित्य प्रथम स्वतंत्र्य समर की 162वीं वर्षगांठ (10 मई)पर विशेष May 10, 2019 / May 10, 2019 by दिनेश कुमार | Leave a Comment हरियाणा के जर्र जर्रे ने लिखी है यह बलिदान गाथादिनेश कुमार आज देश 1857 के महासमर की 162वीं वर्षगांठ मना रहा है। पराधीनता की बेड़ियों में जकड़े भारत का यह पहला सामूहिक और योजनाबद्ध प्रयास था, जब उसने अंग्रेज की सत्ता को खुली चुनौती दी। आजादी की इस पहली लड़ाई के योद्धा ब्रिटिश हुकूमत से […] Read more » प्रथम स्वतंत्र्य समर
कविता साहित्य चाह है तेरे दरबार में आने की May 10, 2019 / May 10, 2019 by आर के रस्तोगी | Leave a Comment चाह नहीं अब कुछ खाने की |चाह नहीं अब और कमाने की ||चाह बस केवल प्रभु जी मेरी |तेरे ही दरबार में बस आने की || चाह नहीं अब किसी खजाने की |चाह नहीं अब मकान बनाने की ||करो प्रभुजी आदेश तुम यम को मुझको अपने दरबार बुलाने की || हर चाह को मैंने त्याग दिया […] Read more »
लेख बुद्ध पूर्णिमा एवं भगवान बुद्ध का जीवन परिचय May 9, 2019 / May 9, 2019 by आर के रस्तोगी | Leave a Comment बुद्ध पूर्णिमा को बैशाख पूर्णिमा भी कहते है क्योकि यह त्यौहार हिंदी माह बैशाख की पूर्णिमा को मनाया जाता है | यह गौतम बुद्ध जी की जयंती भी है और उनका निर्माण दिवस भी है | इसी दिन भगवान बुद्ध को ज्ञान की भी प्राप्ति हुई थी | आज बौद्ध धर्म को मानने वालो की […] Read more » buddh purnima बुद्ध पूर्णिमा
लेख शिवाजी द्वितीय और महारानी ताराबाई May 7, 2019 / May 7, 2019 by राकेश कुमार आर्य | Leave a Comment राकेश कुमार आर्य इससे पहले कि हम इस अध्याय के बारे में कुछ लिखें मैथिली शरण गुप्त की इन पंक्तियों रसास्वादन लेना उचित होगा : — ” हां ! वृद्ध भारतवर्ष ही संसार का सिरमौर है ।ऐसा पुरातन देश कोई विश्व में क्या और है ? भगवान की भवभूतियों का यह प्रथम भंडार है ।विधि ने […] Read more » hindwi swaraj Maharani Tarabai महारानी ताराबाई
लेख हिंदवी स्वराज्य का संघर्ष और छत्रपति राजाराम महाराज May 4, 2019 / May 4, 2019 by राकेश कुमार आर्य | Leave a Comment अध्याय 9 छत्रपति संभाजी महाराज का जिस प्रकार मुगलों ने निर्दयता और क्रूरता के साथ वध कर दिया था , उसके परिणामस्वरूप मराठा साम्राज्य के सामने कई प्रकार के प्रश्न आ खड़े हुए थे । सर्वप्रथम स्वराज्य की रक्षा के लिए चल रहे संघर्ष को यथावत बनाए रखने के लिए एक योग्य उत्तराधिकारी के ढूंढने […] Read more »
लेख प्रियंका के चुनावी रूप May 3, 2019 / May 3, 2019 by आर के रस्तोगी | Leave a Comment मिली कही तुलसी की माला |लेकर उसे अपने गले में डाला ||माथे पर चौड़ी बिंदी लगाई |फिर सिन्दूर से मांग सजाई ||बड़ी बाहू की ब्लाउज सिलवाया |उससे अपना नग्न तन ढकाया ||फिर एक सूती साडी मँगवाई |उसको पहन चुनाव प्रचार में आई ||पाश्चात्य वस्त्रो को उसने त्यागा |कही उन्हें किसी गंदे नाले में फैका ||माला […] Read more »
लेख 1 मई: मजदूर दिवस May 1, 2019 / May 1, 2019 by प्रवक्ता ब्यूरो | Leave a Comment एक मई को दुनिया के लगभग सभी देशों में मजदूर दिवस मनाया जाता है| हिन्दुस्तान में मजदूर दिवस कामकाजी लोगों के सम्मान में मनाया जाता है| हिन्दुस्तान में इसकी शुरुआत लेबर किसान पार्टी ऑफ हिन्दुस्तान ने 1 मई 1923 को चेन्नई (मद्रास) से की थी. पूर्व काल में मजदूर एवं कामगार वर्ग की स्थिति अत्यंत दयनीय थी। मजदूरों को […] Read more »