समाज रावण-दहन से ज्यादा जरुरी है मैकाले-दहन October 9, 2016 by मनोज ज्वाला | Leave a Comment मालूम हो कि ईस्ट इण्डिया कम्पनी के माध्यम से भारत पर अपना औपनिवेशिक शासन-साम्राज्य कायम कर लेने के पश्चात अंग्रेजों ने पहले तो अपने साम्राज्यवादी उपनिवेशवाद का औचित्य सिद्ध करने के लिए अपने तथाकथित विद्वानों-भाषाविदों के हाथों प्राचीन भारतीय शास्त्रों-ग्रन्थों को अपनी सुविधा-योजनानुसार अनुवाद करा कर उनमें तदनुसार तथ्यों का प्रक्षेपण कराया और फिर बाद में भारतीय शिक्षण-पद्धति Read more » Featured मैकाले मैकाले-दहन रावण-दहन
शख्सियत समाज रावण की 10 अच्छाइयां October 8, 2016 / October 8, 2016 by डा. राधेश्याम द्विवेदी | Leave a Comment डा. राधेश्याम द्विवेदी रावण रामायण का एक विशेष पात्र और एक केंद्रीय प्रतिचरित्र है। वह लंका का राजा था। वह अपने दस सिरों के कारण भी जाना जाता था (साधारण से दस गुणा अधिक मस्तिष्क शक्ति), जिसके कारण उसका नाम दशानन {दश (दस) + आनन (मुख)} भी था। किसी भी कृति के लिये अच्छे पात्रों […] Read more » 10 goodness of Ravana रावण की 10 अच्छाइयां
समाज आतंकवाद रुपी रावण का दहन जरूरी October 8, 2016 by ब्रह्मानंद राजपूत | Leave a Comment विजयदशमी सिर्फ बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक ही नहीं है, बल्कि आपसी सद्भाव का उत्कृष्ट उदाहरण भी है। विजयदशमी के दिन प्रत्येक नागरिक को अपने अंदर मानवीय मूल्यों का संचार करने का संकल्प लेना चाहिए और समाज में ऐसा माहौल बनाने कि कोशिश करनी चाहिए जहां हमेशा शांति और भाईचारा हो। आज के दिन प्रत्येक व्यक्ति को शांति और सांप्रदायिक सद्भाव को मजबूत बनाने का संकल्प लेना चाहिए, जो देश के विकास और समृद्धि के लिए महत्वपूर्ण है। Read more » आतंकवाद विजयदशमी पर्व
शख्सियत समाज दिव्यसंत देवरहा बाबा October 7, 2016 by डा. राधेश्याम द्विवेदी | Leave a Comment बाबा के आशीर्वाद कांग्रेस प्रचंड बहुमत प्राप्त किया:-देश में आपातकाल के बाद हुए चुनावों में जब इंदिरा गांधी हार गईं तो वह भी देवरहा बाबा से आशीर्वाद लेने गईं। उन्होंने अपने हाथ के पंजे से उन्हें आशीर्वाद दिया। Read more » Featured दिव्यसंत देवरहा बाबा
समाज कुपोषण से मुक्त होगा झारखंड October 6, 2016 by चरखा फिचर्स | Leave a Comment राज्य के ग्रामीण क्षेत्रों में लड़की की कम उम्र में शादी और मां बनने से बच्चे कुपोषित जन्म ले रहे हैं। कम उम्र की मां ने गर्भधारण के मानकों का पालन नहीं किया और 6 माह तक बच्चे को स्तनपान भी नहीं कराया, इस कारण बच्चे कुपोषण के शिकार हो रहे है। इंडियन कांउसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च का कहना है कि 65 ग्राम दाल बच्चों को दिया जाना चाहिए लेकिन राज्य में 30 ग्राम दाल भी उन्हें नहीं मिल रहा है। Read more » Featured Jharkhand to get rid from Malnutrition malnutrition कुपोषण कुपोषण से मुक्त कुपोषण से मुक्त होगा झारखंड झारखंड
समाज ऐसे निर्दयी रिश्तों और समाज का मूल्य क्या है? October 5, 2016 by डॉ. पुरुषोत्तम मीणा 'निरंकुश' | Leave a Comment कितने ही पुत्र, पिता और भाई आत्मग्लानी, तनाव, रुदन और आत्मघात के शिकार हो रहे हैं। बावजूद इसके ऐसे मामले सूचना क्रान्ति के वर्तमान युग में भी दबे-छिपे रहते हैं, क्योंकि आत्मीय रिश्तों को किसी भी तरह से बचाने की जद्दो-जहद में इस प्रकार की अन्यायपूर्ण घटनाएं चाहकर भी व्यथित पक्ष द्वारा औपचारिक तौर पर सार्वजनिक रूप उजागर नहीं की जाती हैं Read more » Featured निर्दयी रिश्तों और समाज का मूल्य समाज
आर्थिकी समाज समृद्धि का अर्थ-तंत्र October 4, 2016 by डॉ. मधुसूदन | 2 Comments on समृद्धि का अर्थ-तंत्र धनी व्यक्ति की मितव्ययिता समृद्धि नहीं लाती। वो धन को रोककर उत्पादन या सेवा रोक देता है। इस लिए, समर्थ और धनी व्यक्ति की मितव्ययिता (कम खर्च ) देश की समृद्धि नहीं ला सकती। Read more » Featured किसकी मितव्ययिता स्वीकार्य है भारतीय समृद्धि-प्रक्रिया समृद्धि का अर्थ-तंत्र स्वदेशी
समाज सार्थक पहल जैन-संसदः आंदोलन का आह्वान October 4, 2016 by डॉ. वेदप्रताप वैदिक | Leave a Comment हर व्यक्ति कम से कम एक मांसाहारी व्यक्ति को शाकाहारी बनाने की भरपूर कोशिश करेगा ताकि जीव-दया को अमली जामा पहनाया जा सके। हर व्यक्ति कम से कम एक पेड़ लगाएगा और उसकी देखभाल भी करेगा। Read more » Featured आंदोलन का आह्वान जैन-संसद
समाज सार्थक पहल महिलाओं के लिए बकरियां एटीएम से कम नही October 4, 2016 by चरखा फिचर्स | Leave a Comment मालुम हो कि बदायूं में बकरी चराने की कोई परेशानी नहीं है, क्योंकि ज्यादातर परिवारों के पास अपनी कृषि भूमि हैं, वह अपनी बकरियों को गेहूं, मक्का और अन्य फसलों के अपशिष्ट खिलाकर उनका पालन पोषण करते हैं। बिस्मिल्लाह समूह की सभी दस महिला सदस्य इस समय बकरियां-पालन कर रही हैं, पुरुष भी महिलाओं के साथ इस काम को बढ़ावा देकर अच्छा मूल्य प्राप्त कर रहे हैं। Read more » Featured महिलाओं के लिए बकरियां एटीएम से कम नही
पर्यावरण समाज विश्व पशु कल्याण दिवस October 4, 2016 by डा. राधेश्याम द्विवेदी | Leave a Comment 18 राज्यों में गो-हत्या पर पूरी या आंशिक रोक है| ये रोक 11 राज्यों – भारत प्रशासित कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, पंजाब, हरियाणा, उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, राजस्थान, गुजरात, मध्य प्रदेश, महराष्ट्र, छत्तीसगढ़, और दो केन्द्र प्रशासित राज्यों – दिल्ली, चंडीगढ़ में लागू है| गो-हत्या क़ानून के उल्लंघन पर सबसे कड़ी सज़ा भी इन्हीं राज्यों में तय की गई है| हरियाणा में सबसे ज़्यादा एक लाख रुपए का जुर्माना और 10 साल की जेल की सज़ा का प्रावधान है | वहीं महाराष्ट्र में गो-हत्या पर 10,000 रुपए का जुर्माना और पांच साल की जेल की सज़ा है| Read more » Featured World Animal Day विश्व पशु कल्याण दिवस
समाज देश आज अधीर है। October 1, 2016 by डॉ. मधुसूदन | Leave a Comment डॉ. मधुसूदन अब कुंभकरन जागो है। कुंभकरन जागो है। सात दसक सोयो थो। अब बहुत भूखो है। सब कुछ चएतो है अब कुंभकरन जागो है।॥१॥ *** भारत जन-तंतर भाया, एक परदान काम करैगो, परजा जन हक से सोवैगो, केवल वोट ही देवैगो। अब कुंभकरन जागो है॥२॥ *** अक्रमण्यता अदिकार, इनको किस्ना गीता में बोल्ल्यो है। […] Read more » Featured देश आज अधीर है।
समाज छोटी-छोटी बातें October 1, 2016 by मनोज कुमार | 1 Comment on छोटी-छोटी बातें सच ही तो है कि हम किताब के पन्ने एक साथ नहीं पढ़ सकते. एक वाक्य पूरा पढऩे के बाद दूसरा वाक्य और इस तरह आगे बढ़ते हुए हम पूरी किताब पढ़ लेते हैं. जिंदगी किसी किताब से क्या कम है? इसे भी तो एक एक वाक्य की तरह ही पढऩा होगा. जीने के लिए बड़े सपने देखना बुरा नहीं है लेकिन सपने को सच करने के लिए बेबी स्टेप लेना होगा Read more » छोटी-छोटी बातें