कहानी साहित्य पारिजात के फूल October 7, 2017 / October 7, 2017 by विजय कुमार सप्पाती | 1 Comment on पारिजात के फूल भाग 1 – 1982 वह सर्दियों के दिन थे. मैं अपनी फैक्टरी से नाईट शिफ्ट करके बाहर निकला और पार्किंग से अपनी साइकिल उठाकर घर की ओर चल पड़ा. सुबह के 8:00 बज रहे थे. मैं अपने घर के सामने से गुजरा. मां दरवाजे पर खड़ी थी, मैंने मां को बोला ‘मां नहाने का पानी […] Read more » Featured पारिजात
कला-संस्कृति धर्म-अध्यात्म दिवाली 13 अक्टूबर 2017 के दिन हैं खरीदी का महामुहूर्त—- October 7, 2017 by पंडित दयानंद शास्त्री | Leave a Comment इस वर्ष दिवाली 2017 पर खरीदी का सबसे बड़ा महामुहूर्त 13 अक्टूबर 2017 को है। इस दिन शुक्रवार होने से यह शुक्र पुष्य कहलाएगा। खरीदी के लिए लोगों को सुबह से शाम तक खूब समय मिलेगा। दीवाली से पहले आने वाला पुष्य सबसे खास माना जाता है। बाजार को भी काफी उम्मीद है। कारोबारियों की […] Read more » Featured जानिए दिवाली पर लक्ष्मी पूजा की विधि जैन दीवाली दिवाली महाभारत लक्ष्मी प्राप्ति के लिए गणेश स्तोत्र श्री कनकधारा स्तोत्रम् सिख दीवाली
व्यंग्य साहित्य गुरुगिरी मिटती नहीं हमारी October 7, 2017 by अमित शर्मा (CA) | Leave a Comment हमारा देश हमेशा से ज्ञान का उपासक रहा है और इस पर कभी किसी को कोई शक नहीं रहा है। ज्ञान के मामले में हम शुरू से उदार रहे है,केवल बाँटने में यकीन रखते है। ज्ञान की आउटगोइंग कॉल्स को हमने सदा बैलेंस और रोमिंग के बंधनो से मुक्त रखा है। हमने विश्व को शून्य […] Read more » Featured गुरुगिरी
विविधा “आई एस आई” आतंकवाद का पोषक October 6, 2017 by विनोद कुमार सर्वोदय | Leave a Comment अधिक पीछे न जाते हुए केवल पिछले 2-3 वर्ष की गुप्तचर विभाग की सूचनाओँ में आईएसआई द्वारा हमारे देश में आतंकवादियों को उकसाने व भड़काने के महत्वपूर्ण समाचार आये है। जिससे राष्ट्रीय पत्रकारिता के सकारात्मक संकेत मिलने से मीडिया जगत की अनेक भ्रांतियां दूर हुई। साथ ही केंद्रीय सत्ता में परिवर्तन से भी समाज में […] Read more » Featured ISIS आई एस आई आतंकवाद का पोषक मुस्लिम आतंकवादी संगठन
राजनीति एक साथ चुनाव से सुधरेगा देश October 6, 2017 by सुरेश हिन्दुस्थानी | Leave a Comment सुरेश हिन्दुस्थानी वर्तमान देश में चुनाव के लिए कदम उठाए जाने लगे हैं। वैसे तो देश में जब से प्रधानमंत्री के रुप में नरेन्द्र मोदी पदासीन हुए हैं, तब से ही देश में कुछ नया होने लगा है। वास्तव में आर्थिक विषमताओं को समाप्त करने के लिए सरकार हर कदम उठा रही है, इसके साथ […] Read more » Featured one nation one election चुनाव
विविधा विश्वगुरू के रूप में भारत-42 October 6, 2017 / October 9, 2017 by राकेश कुमार आर्य | Leave a Comment राकेश कुमार आर्य  एलफिंस्टन का कहना है-”जावा का इतिहास कलिंग से आये हिन्दुओं की बहुत सी संस्थाओं के इतिहास से भरा पड़ा है। जिससे पता चलता है कि वहां से आये हुए सभ्य लोगों द्वारा स्थापित किये गये निर्माण कार्य जो ईसा से 75 वर्ष पूर्व बनाये गये थे, आज भी वैसे के वैसे […] Read more » Featured India as world leader inida भारत विश्वगुरू
समाज सरकार के एड्स-मुक्त भारत का वादा सराहनीय, पर कैसे होगा यह सपना साकार? October 6, 2017 by प्रवक्ता ब्यूरो | Leave a Comment शोभा शुक्ला, भारत समेत, 190 देशों से अधिक की सरकारों ने, 2030 तक एड्स-मुक्त होने का वादा तो किया है परन्तु वर्त्तमान के एड्स सम्बंधित आंकड़ों और विशेषज्ञों के शोध-अनुभव को देखें तो संभवत: अभी इस लक्ष्य के अनुरूप बहुत कार्य होना शेष है. डॉ ईश्वर गिलाडा, जो एड्स सोसाइटी ऑफ़ इंडिया (एएसआई) के राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं, और हैदराबाद […] Read more » AIDS free India Featured एड्स-मुक्त भारत
कविता साहित्य ज्वालामुखी October 6, 2017 by बीनू भटनागर | Leave a Comment हर आदमी आज यहाँ, ज्वालामुखी बन चुका है। क्रोध कुंठा ईर्ष्या की आग भीतर ही भीतर सुलग रही है। कोई फटने को तैयार बैठा हैं, कोई आग को दबाये बैठा है, किसी के मन की भीतरी परत में, चिंगारियां लग चुकी हैं। कोई ज्वालामुखी सुप्त है, कोई कब फट पड़े कोई नहीं जानता। समाज की विद्रूपताओं का सामना करने वाले या उनको बदलने वाले अब नहीं रहे क्योंकि सब जल रहे हैं भीतर से और बाहर से. क्योंकि वो ज्वालामुखी बन चुके हैं। ज्वालामुखी का पूरा समूह फटता है , तो कई निर्दोष मरते है, जब बम फटते है, नाइन इलैवन या ट्वैनटी सिक्स इलैवन होता है। किसी बड़े ज्वालामुखी के फटने से प्रद्युम्न मरते है या निर्भया, गुड़िया,या किसी मीना की इज्जत पर डाके पड़ते है, फिर हाल बेहाल, वो कही सड़क पर कहीं फेंक चलते है। कभी कार मे छोटी सी खरोंच आनेपर चाकू छुरी या देसी कट्टे चलतेहैं क्योंकि वो आदमी नहीं है ज्वालामुखी बन चुके हैं क्रोध कहीं से लिया और कहीं दाग़ दिया क्रोध कुँठा से ही ज्वालामुख बनते हैं औरों के साथ ख़ुद के लियें भी ,ख़तरा बनते हैं। कुछ ज्वालामुखी भीतर ही भीतर धदकते है ये भड़कर फटते भी नहीं हैं, अपनी ही जान लेते हैं। कोई गरीबी में जलता है, कोई प्रेम त्रिकोण में फंसता है कोई परीक्षा में असफल है, कोई उपेक्षित महसूस करता है या फिर अवसाद रोग से जलता रहा है कुछ कह नहीं रहा…,.,……. किसी की प्रेमिका ने किसी और के संग करली है सगाई……….. ये सब ज्वालामुखी धधक रहे हैं शायद ही किसी की आग कोई बुझा सके तो अच्छा हो, वरना ये ज्वालामुखी, अन्दर ही फटते है कोई पंखे पे लटक गया कोई नवीं, मंजिल से कूदा है इन ज्वालामुखियों के फटने से रोज खून इतना बहता है कि अखबार के चार पन्ने लाल होते हैं यहाँ हर आदमी ज्वालामुखी बन चुका है अब, हम जी तो रह है, पर डर के साये में, कौन कब फटे बस यही किसी को नहीं पता! Read more » Featured ज्वालामुखी
व्यंग्य साहित्य तो क्या हाथी निकलेगा ? October 6, 2017 by विजय कुमार | Leave a Comment दुनिया में शाकाहारी अधिक हैं या मांसाहारी; शाकाहार अच्छा है या मांसाहार; फार्म हाउस के अंडे और घरेलू तालाब की छोटी मछली शाकाहार है या मांसाहार; मांस में भी झटका ठीक है या हलाल; ताजा पका हुआ मांस अच्छा है या डिब्बाबंद; ये कुछ चिरंतन प्रश्न हैं, जिनके उत्तर मनुष्य सदियों से तलाश रहा है। […] Read more » adulterated food Featured rat in the food तो क्या हाथी निकलेगा
राजनीति समाज अब राष्ट्रगान पर विवाद स्वीकार्य नहीं October 6, 2017 by ललित गर्ग | 5 Comments on अब राष्ट्रगान पर विवाद स्वीकार्य नहीं ललित गर्ग हमारे देश में राष्ट्रगान और राष्ट्रगीत को लेकर तथाकथित कट्टर ताकतें विरोधी स्वर उठाती रही है, इनके सार्वजनिक स्थलों पर गायन का दायरा क्या हो और वह किसके लिए सहज या असहज है, इस सवाल पर कई बार बेवजह विवाद उठे हैं। लेकिन इलाहाबाद हाईकोर्ट ने बुधवार को दिए अपने एक आदेश में […] Read more » Featured oppose of vande mataram by madarsa the oppose of jan gan man in madarsa राष्ट्रगान राष्ट्रगान का विरोध राष्ट्रगीत
विविधा धार्मिक आस्था के विरुद्ध नहीं है वंदेमातरम् October 5, 2017 / October 5, 2017 by प्रमोद भार्गव | Leave a Comment प्रमोद भार्गव इलाहाबाद हाईकोर्ट ने एक महत्वपूर्ण फैसले में योगी आदित्यनाथ सरकार के फैसले पर मुहर लगा दी है। अदालत ने कहा है कि राष्ट्रगान और राष्ट्रध्वज का सम्मान करना प्रत्येक भारतीय नागरिक का कर्तव्य है, इसलिए राष्ट्रगान गाना और झंडा फहराना सभी शिक्षण संस्थाओं और अन्य संस्थाओं के लिए भी अनिवार्य है। यह आदेश […] Read more » Featured चीफ जस्टिस डी. बी. भोंसले जस्टिस यशवंत वर्मा याचिकाकर्ता अताउल मुस्तफा योगी आदित्यनाथ राष्ट्रगान राष्ट्रध्वज के लिए 'सर्कुलर' जारी वंदेमातरम्
राजनीति बतर्ज़ अताउल मुस्तफा…हाईकोर्ट ने दिखाया आईना October 5, 2017 / October 6, 2017 by अलकनंदा सिंह | Leave a Comment क्यों उनकी राष्ट्रभक्ति वीडियोग्राफी की मोहताज है यदि खुशहाल जीवन जीने के लिए प्रेम, कर्तव्य और मौलिक अधिकारों में से किसी एक का चुनाव करने को कहा जाए तो आप किसे चुनेंगे। जहां तक मेरा ख्याल है, जीवन को सही और संतोषपूर्वक जीने के लिए इन सभी की आवश्यकता होती है परंतु जब आप ये […] Read more » Featured madarsa rashtragan compulsary in madarsa rashtragan compulsary in muslim institute rashtrageet compulsary in madarsa इलाहाबाद हाईकोर्ट चीफ जस्टिस डी. बी. भोंसले जस्टिस यशवंत वर्मा याचिकाकर्ता अताउल मुस्तफा योगी आदित्यनाथ राष्ट्रगान राष्ट्रध्वज के लिए 'सर्कुलर' जारी