लेख विविधा धारा में April 9, 2015 / April 11, 2015 by गंगानन्द झा | Leave a Comment पण्डित अनन्तलाल ठाकुर का सत्संग मुझे कुछ ही दिनों के लिए मिला था । वे दरभंगा के संस्कृत शोध संस्थान के निर्देशक के पद से सेवानिवृत्त होकर अपने एक आत्मीय के साथ रह रहे थे। मैं वहाँ दो तीन दिनो के लिए ठहरा था । अति सामान्य दिखनेवाले इस व्यक्ति की बातें सुनते रहना एक अद्भुत […] Read more » Featured गंगानाथ झा धारा में संस्मरण
धर्म-अध्यात्म गंगा की महिमा और महर्षि दयानन्द April 9, 2015 / April 11, 2015 by मनमोहन आर्य | Leave a Comment महर्षि दयानन्द महाभारत काल के बाद भारत ही नहीं विश्व में उत्पन्न हुए वेदों के अपूर्व विद्वान थे। उन्होंने अपनी कठोरतम तपस्या व साधना व ब्रह्मचर्य से यह जाना था कि वेद सृष्टि की आदि में ईश्वर के द्वारा चार ऋषियों को दिया गया वह ज्ञान है जो मनुष्य के जीवन भर के कर्तव्यकर्मों-धर्मकार्यों आदि […] Read more » Featured गंगा की महिमा गंगा की महिमा और महर्षि दयानन्द मनमोहन कुमार आर्य महर्षि दयानन्द महाभारत काल
टॉप स्टोरी मीडिया जांबाज जनरल वी के सिंह बनाम हीन-भावना से ग्रसित अरनब गोस्वामी April 9, 2015 / April 11, 2015 by डॉ. मनीष कुमार | 5 Comments on जांबाज जनरल वी के सिंह बनाम हीन-भावना से ग्रसित अरनब गोस्वामी रात में ही ये पोस्ट लिखना पड़ रहा है क्योंकि सबेरे से टाइम्स नाउ, अरनब गोस्वामी और साथ में कुछ मीडिया के संदिग्ध लोग हंगामा मचाने वाले है. न्यूज ट्रेडर्स के निशाने पर जनरल वी के सिंह होंगे. आज एडिटर्स गिल्ड भी जागृत हो जाएगा. देश के महान महान अंग्रेजी के संपादकों का भाषण भी […] Read more » Featured prostitute to media by general v k singh जनरल वी के सिंह ने मीडिया को प्रेसटीट्यूट कहा जनरल वी.के.सिंह हीन-भावना से ग्रसित अरनब गोस्वामी
समाज छत April 8, 2015 / April 11, 2015 by विजय कुमार | Leave a Comment मेरे निवास के बगल में ही एक बड़ी संस्था से सम्बद्ध वृद्धाश्रम है। कई बुजुर्ग वहां रहते हैं। एक गोशाला, हनुमान मंदिर और चिकित्सालय भी है। मंदिर में यों तो हर दिन सैकड़ों लोग आते हैं; पर मंगलवार को दर्शनार्थियों की लाइन लगी रहती है। साल में दो बार, नवरात्र के दौरान कथा का […] Read more » Featured छत
राजनीति बिहार चुनाव: मांझी के सहारे बिहार जीतेगी भाजपा April 8, 2015 / April 11, 2015 by अमित शर्मा | 2 Comments on बिहार चुनाव: मांझी के सहारे बिहार जीतेगी भाजपा आज मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से हुई मांझी की मुलाक़ात के बाद कयासों का दौर शुरू हो गया है. राजनीतिक हलकों में मोदी और मांझी की इस मुलाक़ात को अलग-अलग नज़रिए से देखा जा रहा है. हालाकि पूछने पर श्री माझी ने इस मुलाकात को अनौपचारिक मुलाकात बताया और कहा कि वे इस चुनाव […] Read more » b j p Bihar Election Featured Narendra Modi अमित शर्मा जीतन राम मांझी बिहार चुनाव बिहार चुनाव: मांझी के सहारे बिहार जीतेगी भाजपा भाजपा
समाज पहले किसानों, मज़दूरों और गरीबों की बात हो :-केएन गोविंदाचार्य April 8, 2015 / April 11, 2015 by डॉ. मनीष कुमार | 12 Comments on पहले किसानों, मज़दूरों और गरीबों की बात हो :-केएन गोविंदाचार्य केएन गोविंदाचार्य को इस देश में भला कौन नहीं जानता. प्रसिद्ध चिंतक-विचारक, आरएसएस के पूर्व प्रचारक और भारतीय जनता पार्टी के पूर्व महासचिव गोविंदाचार्य एक स्थायी क्रांतिकारी हैं. जेपी आंदोलन हो, गंगा बचाओ आंदोलन हो, स्वदेशी आंदोलन हो या फिर अन्ना हजारे के नेतृत्व में चल रहा भूमि अधिग्रहण विरोधी आंदोलन हो, गोविंदाचार्य हर जगह […] Read more » Featured interview of Govindaacharya ji किसानों की बात केएन गोविंदाचार्य गरीबों की बात मज़दूरों की बात
खेत-खलिहान ओला-अनावृष्टि पीड़ित किसानों की आत्महत्याओं पर निष्ठुर नसीबवाले चुप क्यों हैं ? April 8, 2015 / April 11, 2015 by श्रीराम तिवारी | 1 Comment on ओला-अनावृष्टि पीड़ित किसानों की आत्महत्याओं पर निष्ठुर नसीबवाले चुप क्यों हैं ? इस देश का गरीब किसान तो सदियों से ही आत्महत्या के लिए मजबूर होता रहा है किन्तु ‘नसीबवालों’ के राज में तो गजब हो गया। हर संवेदनशील इंसान को देश के कोने-कोने से, प्रकृति की मार से पीड़ित किसानों की बिधवाओं का चीत्कार ही सुनायी दे रहा है। ओला-अनावृष्टि पीड़ित किसानों की आत्महत्याओं पर निष्ठुर नसीबवाले चुप क्यों हैं ? न केवल वामपंथी किसान संगठन […] Read more » Featured आत्महत्या ओला-अनावृष्टि किसानों की आत्महत्या पीड़ित किसान श्रीराम तिवारी ओला-अनावृष्टि पीड़ित किसानों की आत्महत्याओं पर निष्ठुर नसीबवाले चुप क्यों हैं ?
राजनीति शिया सुन्नी तनाव : सफल अमेरिकी रणनीति का दुखद परिणाम! April 8, 2015 / April 11, 2015 by तनवीर जाफरी | 1 Comment on शिया सुन्नी तनाव : सफल अमेरिकी रणनीति का दुखद परिणाम! 2011 में कई अरब व मध्य-पूर्व एशियाई देशों में फैले विद्रोह की आग अब यमन तक फैल गई है। वहां शिया समुदाय से संबंध रखने वाले हूदी मिलीशिया ने राष्ट्रपति आबिद रब्बू मंसूर हादी के विरुद्ध बड़े पैमाने पर विद्रोह कर उन्हें देश छोडक़र भागने के लिए मजबूर कर दिया है। राष्ट्रपति हादी नेे यमन […] Read more » Featured अमेरिकी रणनीति तनवीर जाफ़री शिया सुन्नी तनाव शिया सुन्नी तनाव : सफल अमेरिकी रणनीति का दुखद परिणाम!
पर्यावरण पर्यावरण संरक्षण और भारत April 8, 2015 / April 11, 2015 by प्रवक्ता.कॉम ब्यूरो | Leave a Comment पर्यावरण संरक्षण के प्रयासों के प्रति यह सरकार कितनी इमानदार और गंभीर है इसका एक सुन्दर दृश्य देश भर के पर्यावरण मंत्रियों के सम्मलेन में प्रधानमंत्री अपनी बात रखते हुये देखने को मिला .जहाँ हमारे प्रधानमंत्री ने दादी नानी की कहानियों के माध्यम से यह याद दिलाया की वर्तमान के गंभीर पर्यावरणीय संकटों के बीच […] Read more » Featured पर्यावरण संरक्षण और भारत प्रभांशु ओझा वायु-प्रदूषण और भारत
आर्थिकी कुछ ऐसे बदलेगा विश्व का वित्तीय संतुलन April 8, 2015 / April 11, 2015 by अंकुर विजयवर्गीय | 1 Comment on कुछ ऐसे बदलेगा विश्व का वित्तीय संतुलन ‘एशियन इन्फ्रास्ट्रक्चर इन्वेस्टमेण्ट बैंक’ (एआईआईबी) की वजह से विश्व के वित्तीय संतुलन में परिवर्तन की नई संभावनायें बन गई हैं। यूरोप और अमेरिका के इर्द-गिर्द घूमती वैश्विक अर्थव्यवस्था अब चीन सहित एशिया में केंद्रित होती जा रही है, जिसका नेतृत्व चीन के हाथों में है। वैसे भी चीन समानांतर वैश्विक अर्थव्यवस्था और वैकल्पिक मुद्रा व्यवस्था […] Read more » Featured कुछ ऐसे बदलेगा विश्व का वित्तीय संतुलन चीन; एशियन इन्फ्रास्ट्रक्चर इन्वेस्टमेण्ट बैंक' (एआईआईबी वित्तीय संतुलन वैश्विक अर्थव्यवस्था
धर्म-अध्यात्म यशोदानंदन-38 April 8, 2015 / April 11, 2015 by विपिन किशोर सिन्हा | Leave a Comment वह शरद-पूर्णिमा की रात थी। बेला, चमेली, गुलाब, रातरानी की सुगंध से समस्त वातावरण मह-मह कर रहा था। चन्द्रदेव ने प्राची के मुखमंडल पर उस रात विशेष रूप से अपने करकमलों से रोरी-केशर मल दी थी। उस रात मंडल अखंड था। वे नूतन केशर की भांति लाल हो रहे थे, मानो संकोचमिश्रित अभिलाषा से युक्त […] Read more » Featured Krishna बिपिन किशोर सिन्हा यशोदानंदन
धर्म-अध्यात्म स्वामी दयानन्द : दलितों के सच्चे स्नेही एवं विकासवाद को चुनौती देने वाले विश्व के प्रथम विचारक’ April 7, 2015 / April 11, 2015 by मनमोहन आर्य | Leave a Comment महर्षि दयानन्द सरस्वती (1825-1883) के जीवन काल में हमारा देश भारत अनेक अन्धविश्वासों एवं कुरीतियों में जकड़ा हुआ था। देश भर में जन्म पर अधारित जाति प्रथा ‘जन्मना जातिप्रथा’ प्रचलित थी जिसमें समाज के विभिन्न वर्गों व जातियों द्वारा एक-दूसरे व परस्पर छुआछूत व अस्पर्शयता का व्यवहार किया जाता था। ऐसा लगता है कि यह […] Read more » Featured मनमोहन कुमार आर्य शूद्रों स्वामी दयानन्द : दलितों के सच्चे स्नेही एवं विकासवाद को चुनौती देने वाले विश्व के प्रथम विचारक’ स्त्री