आर्थिकी मंहगार्इ को लेकर भारत बंद के संदर्भ में June 1, 2012 / June 1, 2012 by प्रमोद भार्गव | Leave a Comment प्रमोद भार्गव विदेशी निवेश को आमंत्रित करती मंहगार्इ मंहगार्इ के परिप्रेक्ष्य में भारत बंद कमोवेश पूरे देश में सफल रहा। राजग व बामदलों समेत अनेक व्यावारी संगठनों ने भी स्वेच्छा से बंद का समर्थन किया। करीब पांच हजार वाणिज्य संगठनों ने पेटोल की बड़ी हुर्इ कीमतें वापिस लेने के लिए धरणा एवं प्रदर्षनों में भागीदारी […] Read more » congress and inflation Inflation inflation responsible for foreign investment मंहगार्इ विदेशी निवेश
आर्थिकी जनता अधीर, वाहन सुख में हैं वजीर ! May 31, 2012 / May 31, 2012 by वीरभान सिंह | 1 Comment on जनता अधीर, वाहन सुख में हैं वजीर ! वीरभान सिंह तेल का खेल और सरकारी आंकडे़बाजी वीरभान सिंह तेल के खेल में सरकारी आंकडों की बाजागरी में फंसी जनता मंहगाई की मार से बेमौत मर रही है। इधर बढती मंहगाई के दंश से जनमानस कराह रहा है और उधर सरकार के वजीर वाहन और सत्ता सुख भोग रहे हैं। आम आदमी के न […] Read more » जनता अधीर तेल का खेल वाहन सुख में हैं वजीर सरकारी आंकडे़बाजी
आर्थिकी भारतीय चिकित्सा क्षेत्र को कलंकित करते यह ‘धन लोभी’ May 31, 2012 / May 31, 2012 by निर्मल रानी | 1 Comment on भारतीय चिकित्सा क्षेत्र को कलंकित करते यह ‘धन लोभी’ निर्मल रानी टेलीविज़न पर प्रसारित होने वाले तमाम टीवी सीरियल व रियलिटी शो किसी न किसी कारणवश लोकप्रियता की अपनी तमाम हदों को पार कर चुके हैं। परंतु आमिर खान द्वारा प्रस्तुत किया जाने वाला सामाजिक समस्याओं से जुड़ा हुआ सत्यमेव जयते संभवतः पहला ऐसा टीवी रियलिटी शो है जो इस समय लोकप्रियता के चरम […] Read more » scandal in medical lne भारतीय चिकित्सा क्षेत्र
आर्थिकी वैश्विक मंदी के दौर में गांधी का चरखा May 30, 2012 / May 30, 2012 by प्रमोद भार्गव | Leave a Comment प्रमोद भार्गव वैश्वीकरण के दौर में चरखे के व्यवसाय में उछाल के आंकड़े अविश्वसनीय एवं हास्यापद लगते हैं। लेकिन हकीकत को झुठलाया नहीं जा सकता। महात्मा गांधी के स्वरोजगार और स्वावलंबन के विचार का प्रतीक चरखा प्रौद्योगीकीय तकनीक और पाश्चात्य जीवनशैली अपनाने की होड़ में हस्क्षेप कर अपनी उपस्थिति दर्ज करा रहा है, यह हैरानी […] Read more » चरखा महात्मा गांधी
आर्थिकी आर्थिक मंदी के च्रकव्यूह में सरकार May 29, 2012 / May 29, 2012 by प्रमोद भार्गव | Leave a Comment प्रमोद भार्गव आर्थिक विकास की छदम दौड़ में शामिल संप्रग द्धितिय बुरी तरह आर्थिक मंदी के च्रकव्यूह में उलझ गर्इ है। इसलिए उसे सबसे ज्यादा चिंता खुदरा व्यापार में प्रत्यक्ष पूंजी निवेश की है। हालांकि इस हकीकत को झुठलाते हुए सरकार ने अपने रिपोर्ट कार्ड में दावा किया है कि उसकी नीतियों की अनुकूलता की […] Read more » आर्थिक मंदी आर्थिक मंदी के च्रकव्यूह
आर्थिकी भूअधिग्रहण पर संसदीय समिति की सिफारिशें May 28, 2012 / May 28, 2012 by राकेश कुमार आर्य | Leave a Comment भूमि अधिग्रहण पर संसदीय समिति ने सिफारिश की है कि किसी भी प्रकार की कृषि योग्य भूमि चाहे वह सिंचित हो या असिंचित के अधिग्रहण पर सरकार पूरी तरह रोक लगाये। संसदीय समिति का मानना है कि जब अमेरिका, इंग्लैंड, जापान, कनाडा जैसे विकसित राष्ट्रों में सरकारें निजी क्षेत्र के लिए जमीन अधिग्रहीत नहीं कर […] Read more » land aquisition भूअधिग्रहण संसदीय समिति
आर्थिकी ४० का तेल ८० में बेच रही हैं देश की कल्याणकारी सरकारें May 26, 2012 / May 26, 2012 by विनायक शर्मा | 2 Comments on ४० का तेल ८० में बेच रही हैं देश की कल्याणकारी सरकारें विनायक शर्मा कांग्रेस के मनमोहन सिंह के प्रधानमंत्रीत्व में चल रही यूपीऐ की सरकार के दूसरे कार्यकाल की गलत नीतियों के कारण देश की आम जनता का जीना दुश्वार हो गया है. . अपनी हठधर्मी के चलते अब केंद्र सरकार ने पेट्रोल के दामों में ७.५० रुपयों की यकायक और बेतहाशा वृद्धि कर जनता और […] Read more » raised prices of petrol कांग्रेस मनमोहन सिंह मनमोहन सिंह सरकार-2
आर्थिकी तीन साल के जश्न का यह सिला दिया सरकार ने जनता को May 25, 2012 / May 25, 2012 by सिद्धार्थ शंकर गौतम | Leave a Comment सिद्धार्थ शंकर गौतम जैसा अंदेशा था आखिरकार वही हुआ| डॉलर के मुकाबले गिरते रुपये की वजह से पेट्रोलियम कंपनियों ने आम आदमी की जेब को हलाकान करते हुए पेट्रोल में ६.२८ (वैट एवं कर सहित ७.५४) रुपये की एकमुश्त वृद्धि कर दी| यह देश के इतिहास का पहला मौका है जब पेट्रोल पर एकमुश्त इतनी […] Read more » raised prices of petrol पेट्रोल के दामों में वृद्धि
आर्थिकी जनता पर तेल की मार May 25, 2012 / May 25, 2012 by राजीव गुप्ता | 1 Comment on जनता पर तेल की मार राजीव गुप्ता महंगाई की मार से जूझ रही जनता पर इस बार यूं.पी.ए. – 2 की अब तक की सबसे बड़ी मार पड़ी है ! इस मंगलवार को यूं.पी.ए. – 2 ने सरकार संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) सरकार के सत्ता में तीन साल पूरे होने के उपलक्ष्य में प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की ओर से शाम […] Read more » raisec prices of petrol and common people raised prices of petrol जनता पर तेल की मार
आर्थिकी 60 साल की संसद, सड़ता अनाज और भूखे लोग May 15, 2012 / May 15, 2012 by हिमकर श्याम | 3 Comments on 60 साल की संसद, सड़ता अनाज और भूखे लोग हिमकर श्याम भारतीय संसद 60 साल की हो गयी है। हमारे पास गर्व करने के लिए बहुत कुछ है तो भविष्य को लेकर चिंताएं भी कम नहीं है। परिस्थितियां विकट हैं, और संकटमय हैं। राजनीतिक व्यवस्था चरमरायी हुई दिखाई देती है। पिछले दशकों में इस व्यवस्था में जो भयावह विसंगति पैदा हुई है उसने देश […] Read more » 60 साल की संसद poverty भूखे लोग सड़ता अनाज
आर्थिकी आंकड़ों की बाजीगरी में पिसता गरीब May 10, 2012 / May 10, 2012 by राजीव गुप्ता | 2 Comments on आंकड़ों की बाजीगरी में पिसता गरीब राजीव गुप्ता आज़ादी के इतने वर्षो बाद भी भारत में गरीबी एक अभिशाप के रूप में मौजूद है अगर ऐसा मान लिया जाय तो कोई अतिशयोक्ति नही होगी ! कम से कम नैशनल सैंपल सर्वे 2009-10 के आंकड़ों से तो ऐसे ही लगता है ! इसके मुताबिक अगर जीने के लिए जरूरी “मासिक खर्च” को […] Read more » poor and poverty
आर्थिकी श्रमिक के सरोकारों और क्रांति को समर्पित है ‘मजदूर दिवस’ May 8, 2012 / May 8, 2012 by राजेश कश्यप | Leave a Comment राजेश कश्यप 1 मई/अंतर्राष्ट्रीय मजदूर दिवस विशेष एक मई अर्थात अंतर्राष्ट्रीय मजदूर दिवस। यह दिवस विशेषकर मजदूरों के लिए अपनी एकता प्रदर्शित करने का दिन माना जाता है। मजदूर लोग अपने अधिकारों एवं उनकी रक्षा को लेकर प्रदर्शन करते हैं। अगर आज के परिदृश्य में यदि हम मजदूर दिवस की महत्ता का आकलन करें तो […] Read more » 1st May Labour Day मजदूर दिवस श्रमिक के सरोकारों और क्रांति