विविधा थम नहीं रहा नक्सली कहर April 25, 2017 by प्रमोद भार्गव | Leave a Comment दरअसल ऐसे तर्क अधिकारी अपनी खामियों पर पर्दा डालने के नजरिये से देते हैं, जबकि हकीकत में नक्सली हमला बोलकर भाग निकलने में सफल हो जाते हैं। इस हमले से तो यह सच्चाई सामने आई है कि नक्सलियों का तंत्र और विकसित हुआ है, साथ ही उनके पास सूचनाएं हासिल करने का मुखबिर तंत्र भी हैं। हमला करके बच निकलने की रणनीति बनाने में भी वे सक्षम हैं। इसीलिए वे अपनी कामयाबी का झण्डा फहराए हुए हैं। बस्तर के इस जंगली क्षेत्र में नक्सली नेता हिडमा का बोलबाला है। वह सरकार और सुरक्षाबलों को लगातार चुनौती दे रहा हैं और राज्य एवं केद्र सरकार के पास रणनीति की कमी है। यही वजह है कि नक्सली क्षेत्र में जब भी कोई विकास कार्य होता है तो नक्सली उसमें रोड़ा अटका देते हैं। सड़क निर्माण के पक्ष में तो नक्सली कतई नहीं रहते हैं, क्योंकि इससे पुलिस व सुरक्षाबलों की आवाजाही आसन हो जाएगी। Read more » 26 crpf jawans killed in naxal attack in Sukma Featured naxal attack in sukma नक्सली कहर बस्तर
पर्यावरण विविधा नदियों का सूखना April 25, 2017 by प्रमोद भार्गव | Leave a Comment गंगा का संकट टूटते हिमखंड ही नहीं हैं, बल्कि औद्योगिक विकास भी है। कुछ समय पूर्व अखिल भारतीय किसान मजदूर संगठन की तरफ से बुलाई गई जल संसद में बड़ी बहुराष्ट्रीय कंपनियों के जरिए जलस्रोतों के दुरूपयोग और इसकी छूट दिए जाने का भी विरोध किया था। कानपुर में गंगा के लिए चमड़ा, जूट और निजी वोटलिंग प्लांट संकट बने हुए है। टिहरी बांध बना तो सिंचाई परियोजना के लिए था, लेकिन इसका पानी दिल्ली जैसे महानगरों में पेयजल आपूर्ति के लिए कंपनियों को दिया जा रहा है। गंगा के जलभराव क्षेत्र में खेतों के बीचो-बीच पेप्सी व काॅक जैसी निजी कंपनियां बोतलबंद पानी के लिए बड़े-बड़े नलकूपों से पानी खींचकर एक ओर तो मोटा मुनाफा कमा रही हैं, वहीं खेतों में खड़ी फसल सुखाने का काम कर रही है। Read more » Featured कनाडा की स्लिम्स नदी का सूखना नदियों का सूखना स्लिम्स नदी स्लिम्स नदी का सूखना
विविधा नक्सलियो पर भी हो सर्जीकल स्ट्राइक April 25, 2017 by डा रवि प्रभात | Leave a Comment मैं अपने इस लेख के माध्यम से मोदी सरकार से आह्वान करना चाहता हूँ कि कांग्रेसमुक्त-भारत की कल्पना को जनता ने अपना लिया है,वह इसे स्वयं साकार करेगी ,अब सरकार को नक्सल-आतंक मुक्त भारत के सपने को साकार करने के लिए कटिबद्ध हो जाना चाहिए। आतंक मुक्त भारत बनाने का कठोर संकल्प लेकर सशक्त रणनीति के साथ मैदान में उतरे तभी कुछ सार्थक परिवर्तन होगा। Read more » Featured naxal free India कांग्रेसमुक्त-भारत की कल्पना नक्सल-आतंक मुक्त भारत नक्सली हमले में 25 जवानों की शहादत सर्जिकल स्ट्राइक सुकमा
विविधा गांधीवाद की परिकल्पना-10 April 24, 2017 by राकेश कुमार आर्य | Leave a Comment ''अगर पाकिस्तान बनेगा तो मेरी लाश पर बनेगा'' परंतु यह उनके जीते जी ही बन गया। हां! ये अलग बात है कि वह उनकी लाश पर न बनकर देश के असंख्य लोगों की लाशों पर बना। क्या ही अच्छा होता कि यदि वह केवल उनकी ही लाश पर बनता तो कम से कम जो अनगिनत निरपराध लोगों का रक्त बहाया गया, वह तो कम से कम बच जाता, और उनकी अनुपस्थिति में हमारे सरदार पटेल जैसे निर्भीक योद्घा जो निर्णय लेते उसका परिणाम अवश्यमेव सुखद ही होता। Read more » auction of Mhatma Gandhi 's stuff Gandhiwad गाँधीवाद गांधीवाद की वास्तविकता पाकिस्तान
विविधा गांधीवाद की परिकल्पना-9 April 24, 2017 by राकेश कुमार आर्य | Leave a Comment राकेश कुमार आर्य महात्मा की अपेक्षाएं महात्मा तो वह होता है जिसकी आत्मा संसार के महत्व को समझकर विषमताओं, प्रतिकूलताओं और आवेश के क्षणों में भी जनसाधारण के प्रति असमानता का व्यवहार न करते हुए समभाव का ही प्रदर्शन करती है, किंतु जिसका व्यवहार हठीला हो, दुराग्रही हो, सच को सच न कह सकता हो, […] Read more » Featured गाँधीजी गाँधीवाद देश विभाजन मानवीय मूल्य
विविधा गांधीवाद की परिकल्पना-8 April 24, 2017 by राकेश कुमार आर्य | Leave a Comment हमारी सरकारों ने गांधीवाद का चोला पहनकर सूचना पाने वाले को उस व्यक्ति का मौलिक अधिकार माना है। यह कैसी घोर विडंबना है कि सूचना पाने का अधिकार देकर भी उसे सही सूचना (इतिहास की सही जानकारी) से वंचित रखा जा रहा है। इस भयंकर और अक्षम्य षडय़ंत्र पर से पर्दा उठना चाहिए कि वे कौन लोग हैं जो हमारे सूचना पाने के मौलिक और संवैधानिक अधिकार में बाधक हैं? ऐसा नाटक अब बंद होना चाहिए, जिससे पर्दे के पीछे से सत्य, अहिंसा और बंधुत्व के कोरे आदर्शों की भी हत्या की जा रही है। किंतु फिर भी देश पर गांधीवाद के आदर्शों को लपेटा जा रहा हो और उसे बलात् थोपा जा रहा हो। Read more » Featured Gandhiwad अधिकार गांधी गाँधीवाद गांधीवाद की परिकल्पना धर्म राजनीति
विधि-कानून विविधा “समान नागरिक संहिता” क्यों आवश्यक है…? April 23, 2017 by विनोद कुमार सर्वोदय | Leave a Comment "समान नागरिक संहिता" ऐसी होनी चाहिये जिसका मुख्य आधार केवल भारतीय नागरिक होना चाहिये और कोई भी व्यक्ति किसी भी धर्म, जाति व सम्प्रदाय का हो सभी को सहज स्वीकार हो। जबकी विडम्बना यह है कि एक समान कानून की मांग को साम्प्रदायिकता का चोला पहना कर हिन्दू कानूनों को अल्पसंख्यकों पर थोपने के रुप में प्रस्तुत किया जाने का कुप्रचार किया जा रहा है। यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है कि 1947 में हुए धर्माधारित विभाजन के पश्चात भी हम आज लगभग 70 वर्ष बाद भी उस विभाजनकारी व समाजघाती सोच को समाप्त न कर सकें बल्कि उन समस्त कारणों को अल्पसंख्यकवाद के मोह में फंस कर प्रोत्साहित ही करते आ रहे है। हमारे मौलिक व संवैधानिक अधिकारो व साथ में पर्सनल लॉ की मान्यताए कई बार विषम परिस्थितियां खड़ी कर देती है , तभी तो उच्चतम न्यायालय "समान नागरिक संहिता" बनाने के लिए सरकार से बार-बार आग्रह कर रहा है। Read more » Featured uniform civil code समान नागरिक संहिता
विविधा अज़ान पर फिजूल की बहस April 22, 2017 by डॉ. वेदप्रताप वैदिक | Leave a Comment क्या लाउडस्पीकर पर जोर-जोर से चिल्लाना इस्लाम है? इस्लाम का जन्म हुआ तब कौन से लाउडस्पीकर चल रहे थे? सच्ची प्रार्थना तो वहीं है, जो मन ही मन की जाती है। ईश्वर या अल्लाह बहरा नहीं है कि उसे कानफोड़ू आवाज़ में सुनाया जाए। शायद इसलिए कबीर ने कहा हैः कांकर-पाथर जोड़ि के मस्जिद लई चुनाय। ता चढ़ि मुल्ला बांग दे, बहरा हुआ खुदाय।। Read more » Featured Sonu Nigam Sonu Nigam on loud speakers अज़ान
विविधा मेहताब (चाँदनी) बाग आगरा की खासियत April 22, 2017 by डा. राधेश्याम द्विवेदी | Leave a Comment हाल ही में की गई खुदाई से एक विशाल अष्टकोणीय टैंक 25 फव्वारे, एक छोटे से केंद्रीय टैंक और पूर्व में एक बरादरी के साथ सुसज्जित का पता चला। साइट भी काले ताज के मिथक के साथ जुड़ा हुआ है, लेकिन खुदाई के एक उद्यान परिसर के लिए पर्याप्त सबूत उपलब्ध कराई है। नदी के बाँये तट पर ताजमहल के विपरीत दिशा में स्थित बगीचे के परिसर को मेहताब बाग या 'चाँदनी बाग' के नाम से जाना जाता है। पहले Read more » Featured चाँदनी बाग महताब बाग मेहताब
विविधा जानिए चाकू और वास्तु का सम्बन्ध– April 22, 2017 by पंडित दयानंद शास्त्री | Leave a Comment नुकीले चीजों का नुकीला हिस्सा हमेशा अंदर की ओर ही रखना चाहिए। इससे जहां किसी को चोट या कट लगने की संभावनाएं कम हो जाती हैं वहीं कई अन्य फायदे भी हैं। नुकीला हिस्सा बाहर रखने पर वातावरण की नकारात्मक ऊर्जा को बल मिलता है और सकारात्मक ऊर्जा का प्रभाव कम हो जाता है। इससे परिवार के सदस्यों पर बुरा प्रभाव पड़ता है। इसी वजह से नुकीला हिस्सा हमेशा अंदर की ओर रखना चाहिए और चाकू या कैंची जैसे धारदार औजार बच्चों की पहुंच से दूर रखने चाहिए। Read more » know the relation of kitchen knives and vastu vastu of kitchen knives चाकू और वास्तु
विविधा ‘नोटबंदी’ के बाद ‘बत्ती बंदी’ यानी बड़ा फैसला… April 22, 2017 / April 28, 2017 by अजय जैन ' विकल्प ' | Leave a Comment अब बात करें राज्य सरकारों की तो, केन्द्र की भांति राज्य सरकार इस पर फैसला खुद लेगी,लेकिन माना जा रहा है कि केन्द्रीय फैसले के बाद राज्यों पर इसे लागू करने का दबाव रहेगा। दरअसल खासकर भाजपा शासित राज्यों पर इसका सीधा असर आएगा। हालांकि,पहले बहुत सारे मंत्री 'लालबत्ती' होने के पक्ष में बयान देते रहे हैं,तो अब इसे छोड़ने से उनके दिल में कसक तो रहेगी,पर इसे जनहित में सही समय पर लिया गया स्वस्थ निर्णय मानना इनकी भी मजबूरी है। यदि फैसले की खिलाफत की तो सम्भव है कि,पीएम ऐसे मंत्रियों को पुराने नोट की तरह अनुपयोगी कर दें। Read more » Featured नोटबंदी फैसला बत्ती बंदी
विविधा क्या सचमुच ईश्वर/प्रभु/भगवान/अल्लाह की आराधना करने के लिए लाउडस्पीकर पर चिल्लाने की जरुरत होती हैं ?? April 21, 2017 by पंडित दयानंद शास्त्री | Leave a Comment मैं नास्तिक नही हूं लेकिन मेरा धर्म को लेकर किसी भी तरह की मॉब प्रैक्टिस (भीड़ में प्रार्थना) में भरोसा नहीं है। सोनू निगम को ट्विटर पर ट्रेंड करते देख कर लगा कि शायद कोई नया म्यूजिक अलबम आया है। लेकिन जब चेक किया तो पता चला उन्होंने मेरी दुखती रग पर हाथ रख दिया […] Read more » Featured Sonu Nigam on loud speakers अल्लाह की आराधना करने के लिए लाउडस्पीकर ईश्वर के लिए लाउडस्पीकर प्रभु के लिए लाउडस्पीकर भगवान के लिए लाउडस्पीकर लाउडस्पीकर