राजनीति हिमालय जैसे विराट व्यक्तिगत के धनी हैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी September 15, 2017 by ब्रह्मानंद राजपूत | Leave a Comment नरेंद्र मोदी ऐसी शख्सियत का नाम है जो कभी भी आलोचनाओं से घबराता नहीं है। बल्कि अपनी आलोचनाओं का आत्म मूल्यांकन कर अपनी कमियों को सुधारने की कोशिश करता है। यही खूबी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को दूसरे राजनीतिज्ञों से अलग बनाती है। अगर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की लोकप्रियता की बात की जाए तो आज के […] Read more » Featured कन्या कलावाणी योजना कर्मयोगी अभियान कृषि महोत्सव चिरंजीवी योजना जीएसटी ज्योतिग्राम योजना नरेंद्र दामोदरदास मोदी नरेंद्र मोदी बालभोग योजना बेटी बचाओ मातृ-वन्दना वस्तु एवं सेवा कर सुजलाम् सुफलाम से पंचामृत योजना
राजनीति आतंकियों के सहयोगी रोहिंग्याइयों के हमदर्द शाही इमाम September 15, 2017 by प्रवीण गुगनानी | Leave a Comment बांग्लादेशी घुसपैठियों का मामला पूर्व से ही देश के समक्ष एक चुनौती बन कर खड़ा हुआ है. आसाम और अन्य कुछ पूर्वोत्तर राज्यों में सामाजिक तानेबाने व स्थानीय शांति व्यवस्था के लिए घातक ख़तरा बन चुके ये घुसपैठिये तमाम प्रकार की आपराधिक व आतंकवादी गतिविधियों में संलग्न रहते हैं. मालदा जो कि मुस्लिम बहुल जिला […] Read more » Featured रोहिंग्याई मुसलामान रोहिंग्याई मुसलामानों की समस्या
लेख हिंदी दिवस शैक्षिक परिदृष्य में विस्थापित होती हिन्दी September 13, 2017 by प्रमोद भार्गव | 1 Comment on शैक्षिक परिदृष्य में विस्थापित होती हिन्दी प्रमोद भार्गव वर्तमान वैष्विक परिदृष्य में हिन्दी अनेक विरोधाभासी स्थितियों से जूझ रही है। एक तरफ उसने अपनी ग्राह्यता तथा तकनीकी श्रेष्ठता सिद्ध करके वैष्विक विस्तार पाया है और वह दुनिया भर में सबसे ज्यादा लोगों द्वारा बोली जाने वाली भाषा बन गई है। इसीलिए यह जनसंपर्क और बाजार की उपयोगी भाषा बनी हुई है। […] Read more » Featured शैक्षिक परिदृष्य में विस्थापित होती हिन्दी
लेख हिंदी दिवस हिंदी का राजनैतिक व मानसिक विरोध ? September 13, 2017 by मृत्युंजय दीक्षित | 1 Comment on हिंदी का राजनैतिक व मानसिक विरोध ? मृत्युंजय दीक्षित हिंदी भारत की सबसे अधिक प्राचीन,सरल, लचीली ,लोकप्रिय व सीखने में आसान भाषा है। हिंदी का इतिहास भी बहुत ही प्राचीन है। हिंदी देवनागरी लिपि में लिखी जाती है। इसलिये यह भाषा देवनागरी लिपि भी कही जाती है। देवनागरी में 11 स्वर और 33 व्यंजन भी होते हंै। हिंदी भाषा का अब […] Read more » Featured हिंदी हिंदी को राष्ट्रभाषा
विविधा विश्वगुरू के रूप में भारत-24 September 13, 2017 by राकेश कुमार आर्य | Leave a Comment राकेश कुमार आर्य  अपनी बात को मनवाने के लिए महर्षि दयानंद ने अंग्रेज सरकार को सितंबर 1874 में एक ज्ञापन दिया था। जिसमें उन्होंने आर्ष संस्कृत शिक्षा को भारत में पुन: लागू कराने का आग्रह सरकार से किया था। ज्ञापन में लिखा था-”इससे मेरा विज्ञापन है-आर्यावर्त देश का राजा अंग्रेज बहादुर से कि संस्कृत […] Read more » ' Featured India India as world leader भारत विश्वगुरू विश्वगुरू के रूप में भारत विश्वगुरू भारत
आर्थिकी विविधा पेट्रोल दामों पर सरकार की नीयत September 13, 2017 by मयंक चतुर्वेदी | Leave a Comment डॉ. मयंक चतुर्वेदी देखते ही देखते मोदी सरकार में पेट्रोल के दाम 3 साल में सर्वाधिक हो गए, इस दौरान क्रूड 45 फीसदी सस्ता रहा, किंतु भारतीय उपभोक्ताओं से पेट्रोल की कीमत कम होने के स्थान पर बढ़ोत्तरी के साथ ली गई। यह जो कीमतों का विरोधाभास है, जिसमें की एक ओर अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर कीमते कम हो […] Read more » Featured petrol the raising prices of petrol पेट्रोल दामों पर सरकार की नीयत
विविधा बिना हिंदी के हिन्दुस्तान की कल्पना नहीं की जा सकती September 13, 2017 by ब्रह्मानंद राजपूत | Leave a Comment 14 सितंबर 2017 हिंदी दिवस पर विशेष हिंदी शब्द है हमारी आवाज का हमारे बोलने का जो कि हिन्दुस्तान में बोली जाती है। आज देश में जितनी भी क्षेत्रीय भाषाएँ हैं उन सबकी जननी हिंदी है। और हिंदी को जन्म देने वाली भाषा का नाम संस्कृत है। जो कि आज देश में सिर्फ प्रतीकात्मक रूप […] Read more » Featured Hindi Diwas हिंदी
फ़ेस बुक पेज़ से उस मासूम को यू बेरहमी से मारते September 13, 2017 by प्रवक्ता ब्यूरो | Leave a Comment सवेरे जगा कर नींद से अपने हाथो नाश्ता खिलाया होगा छोड़ स्कूल के दरवाजे पिता ने प्यार से हाथ हिलाया होगा बेटा मेरा मेहफूज है वहां माँ ने दिल को समझाया होगा क्या बीती होगी उस माँ पर जब फ़ोन स्कूल से आया होगा भागते हूए स्कूल की तरफ एक एक कदम ढ़गमागया होगा क्या […] Read more » #justiceforPradhyuman Featured RIP Pradhyuman उस मासूम को यू बेरहमी से मारते
राजनीति बेतहाशा संपत्ति बढ़ने के फेर में निर्वाचित जनप्रतिनिधि September 12, 2017 by प्रमोद भार्गव | 1 Comment on बेतहाशा संपत्ति बढ़ने के फेर में निर्वाचित जनप्रतिनिधि संदर्भ-ः सीबीडीटी का सुप्रीम कोर्ट में दायर हलफनामा- प्रमोद भार्गव दो चुनावों के बीच देश के माननीयों की संपत्ति में बेतहाशा बढ़ोतरी का मुद्दा सुप्रीम कोर्ट पहुंच गया है। आयकर विभाग की सर्वोच्च संस्था केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (सीबीडीटी) ने कोर्ट में हलफनामा देकर माना कि सात लोकसभा सांसदों और 98 विधायकों की संपत्ति में […] Read more » Featured सीबीडीटी
लेख पर्यटकों को आकर्षित करता अद्भुत बिहार September 12, 2017 by प्रवक्ता ब्यूरो | Leave a Comment बिहार की धरती पुराविदों एवं ऐतिहासिक अन्वेषकों के विशिष्ट आकर्षक का केन्द्र है। मनोज कुमार पटना- अपनी गौरवशाली ऐतिहासिक पृष्टभूमि,पुरातात्विक अवशेष,सांस्कृतिक विरासत,प्राकृतिक सौंदर्य और धार्मिक साहिष्गुता के बल पर बिहार देश-दुनिया के पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करने में पूरी तरह सक्षम है। बिहार की धरती पुराविदों एवं ऐतिहासिक अन्वेषकों के विशिष्ट आकर्षक का केन्द्र […] Read more » Bihar Tourists destination Featured ककोलत जलप्रपात कुंडलपुर बिहार राजगीर
राजनीति भारतीय साहित्य में मार्क्सवादी वामपंथ,अर्थात ‘सफेद आतंक’ September 12, 2017 by मनोज ज्वाला | 2 Comments on भारतीय साहित्य में मार्क्सवादी वामपंथ,अर्थात ‘सफेद आतंक’ मनोज ज्वाला भारतीय साहित्य ‘सत्यम् शिवम् सुंदरम्’ के वैचारिक-सांस्कृतिक अधिष्ठान पर खडा है । यह सत्य से सराबोर है , समस्त विश्व-वसुधा का कल्याण इसका उद्देश्य है तथा इसका स्वरुप सतत सुंदर है ; इस कारण यह सार्वकालिक व सार्वदेशिक ही नहीं , समस्त मानवीय संवेदनाओं से परिपूर्ण एवं विविध विषयक चिन्तन-मनन से युक्त है […] Read more » Featured मार्क्सवादी वामपंथ
आर्थिकी समाज अर्थ एवं विकास के असन्तुलन से उपजी समस्याएं September 12, 2017 by ललित गर्ग | Leave a Comment ललित गर्ग- पैसे के बढ़ते प्रवाह में दो तरह की स्थितियां देखने को मिल रही है। एक स्थिति में अर्थ के सर्वोच्च शिखरों पर पहुंचे कुछ लोगों ने जनसेवा एवं जन-कल्याण के लिये अपनी तिजोरियां खोल रहे हैं तो दूसरी स्थिति में जरूरत से ज्यादा अर्जित धन का बेहूदा एवं भोंडा प्रदर्शन कर रहे हैं। […] Read more » Featured New India असन्तुलन आतंकवाद आर्थिक अपराध आर्थिक तंगी जन-कल्याण जनसेवा नक्सलवाद नया इंडिया भ्रष्टाचार माओवाद