चिंतन यह अपनापन ही तो है ! April 20, 2015 by प्रवक्ता.कॉम ब्यूरो | Leave a Comment -सुनील एक्सरे- दुनिया में अच्छी घटना बुरी घटना हर पल घटती रहती है ,लेकिन बुरी घटना में ग्रस्त व्यक्ति जब हमारे परिचय का होता है तब हमें दुख होता है किसी क्षेत्र विशेष में जब हमारा कोई अपना सफलता प्राप्त करता है तो हम खुशी से उछल पड़ते हैं। जब किसी अपने की मौत हो […] Read more » Featured जीवन जीवन की घटनाएं यह अपनापन ही तो है !
धर्म-अध्यात्म यशोदानंदन-४८ April 20, 2015 by विपिन किशोर सिन्हा | Leave a Comment -विपिन किशोर सिन्हा- श्रीकृष्ण ने मुस्कुरा कर अपनी सहमति दे दी। सुदामा ने भांति-भांति के पुष्पों से दो अति सुन्दर मालायें बनाईं और श्रीकृष्ण-बलराम को अपने हाथों से सजाया। उसके घर में जितने पुष्प थे, उसने सबका उपयोग कर ग्वालबालों को पुष्प-हार पहनाये। दोनों भ्राता अत्यन्त प्रसन्न हुए। सुदामा ने प्रभु के चरणों में अविचल […] Read more » Featured कृष्णा गीता यशोदानंदन-४८ श्रीकृष्ण
धर्म-अध्यात्म शूद्रों को ब्राह्मण बनाने वाले परशुराम April 20, 2015 / April 21, 2015 by प्रमोद भार्गव | Leave a Comment -प्रमोद भार्गव- -भगवान परशुराम जयंती 21 अप्रैल के अवसर पर- हमारे धर्म ग्रंथ और कथावाचक ब्राह्मण भारत के प्राचीन पराक्रमी नायकों की संहार से परिपूर्ण हिंसक घटनाओं के आख्यान तो खूब सुनाते हैं, लेकिन उनके समाज सुधार से जुड़े जो क्रांतिकारी सरोकार थे, उन्हें लगभग नजरअंदाज कर जाते हैं। विष्णु के दशावतारों में से एक […] Read more » Featured परशुराम परशुराम जयंती ब्राह्मण शूद्र शूद्रों को ब्राह्मण बनाने वाले परशुराम
जन-जागरण पृथ्वी मुस्कुराने नहीं सिसकने पर मजबूर April 20, 2015 / April 20, 2015 by निर्भय कर्ण | Leave a Comment -निर्भय कर्ण- जब बारिश की बूंदें धरती/पृथ्वी पर पड़ती हैं तो हमारा रोम-रोम पुलकित हो जाता है, पृथ्वी खुशी से मुस्कराने लगती है और ईश्वर का धन्यवाद करती है लेकिन वर्तमान हालात ने पृथ्वी को मुस्कुराने पर नहीं बल्कि सिसकने पर मजबूर कर दिया है। वजह साफ है सजीवों को जीवन प्रदान व पोषित करनेवाली […] Read more » Featured पृथ्वी पृथ्वी पर खतरा पृथ्वी मुस्कुराने नहीं सिसकने पर मजबूर
खेल जगत हेडगेवार शतरंज प्रतियोगिताः जनरल साहब का शतरंज से रहा है पुराना नाता April 20, 2015 by प्रवक्ता.कॉम ब्यूरो | 1 Comment on हेडगेवार शतरंज प्रतियोगिताः जनरल साहब का शतरंज से रहा है पुराना नाता -प्रवक्ता न्यूज़- नई दिल्ली। 27 अप्रैल से शुरू होने वाली डॉ. हेडगेवार ‘शतरंज’ प्रतियोगिता में कुछ ही दिन अब शेष बचे हैं। जहां एक ओर प्रतियोगिता में भाग लेने वाले प्रतिभागियों की संख्या दिन-ब-दिन बढ़ती जा रही है, वहीं शतरंज-प्रशंसक भी इस आयोजन को ऐतिहासिक बता रहे हैं। अलग-अलग आयोजनों के दौरान अलग-अलग केंद्रीय मंत्री […] Read more » Featured वीके सिंह शतरंज हेडगेवार शतरंज प्रतियोगिताः जनरल साहब का शतरंज से रहा है पुराना नाता
परिचर्चा नरेंद्र मोदी और मुस्लिम नेतृत्व April 20, 2015 by प्रवक्ता.कॉम ब्यूरो | Leave a Comment -खुर्शीद आलम- जयपुर में ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल ला बोर्ड के 24वें अधिवेशन के दूसरे दिन जफर सरेशवाला को लेकर जो कुछ हुआ वह कई लिहाज़ से चर्चा का विषय बना हुआ है। जहां यह सवाल मीडिया में हो रहा है कि यदि पर्सनल ला का मतलब मुसलमानों के पारिवारिक कानून से है तो फिर […] Read more » Featured नरेंद्र मोदी नरेंद्र मोदी और मुस्लिम नेतृत्व मुस्लिम नेतृत्व
कला-संस्कृति मनुवाद से मुक्ति, शुरूआत कैसे ? April 20, 2015 / April 20, 2015 by डॉ. पुरुषोत्तम मीणा 'निरंकुश' | Leave a Comment -डॉ. पुरुषोत्तम मीणा- मनुवादी-धार्मिक-अंधविश्वासों के चलते हर दिन सैकड़ों लोग बेमौत मारे जा रहे हैं! सोशल मीडिया के मार्फ़त देशभर में मनुवाद के खिलाफ एक बौद्धिक मुहिम शुरू हो चुकी है। जिसका कुछ-कुछ असर जमीनी स्तर पर भी नजर आने लगा है! लेकिन हमारे लिए सर्वाधिक महत्वपूर्ण और विचारणीय सवाल यह है कि यदि हमें […] Read more » Featured मनुवाद से मुक्ति शुरूआत कैसे ? मनुवाद सोशल मीडिया पर मनुवाद
धर्म-अध्यात्म ‘वैदिक धर्म बनाम् आधुनिक जीवन’ April 20, 2015 by मनमोहन आर्य | Leave a Comment –मनमोहन कुमार आर्य– वैदिक धर्म एक जीवन पद्धति है जो कि आघुनिक जीवन पद्धति से कुछ समानता रखने के साथ कुछ व कई बातों में इसके विपरीत भी है। अतः इन दोनों जीवन पद्धतियों में कौन सी पद्धति मनुष्यों के लिए श्रेयस्कर और श्रेष्ठ है और कौन सी नहीं है, इस पर विचार करना इस […] Read more » ‘वैदिक धर्म बनाम् आधुनिक जीवन’ Featured आधुनिक जीवन वैदिक धर्म
टॉप स्टोरी राजनीति आस्तीन के सांपों की जहरीली फुंकार April 20, 2015 / April 20, 2015 by प्रवीण दुबे | Leave a Comment -प्रवीण दुबे- शर्मनाक, अफसोस, दुखदायी, चिन्ताकारक! आखिर किसी देश के लिए इससे घृणित कृत्य क्या हो सकता है? उसी की धरती पर, खुलेआम एक ऐसे देश के समर्थन में नारे बुलंद किए जाएं जिसने विगत 67 वर्षों में भारत के साथ न केवल तीन जंग लड़ी हों बल्कि आज भी भारत माता के आंचल को […] Read more » Featured आस्तीन के सांपों की जहरीली फुंकार कश्मीर भारत भारत पाकिस्तान मसर्रत आलम
जरूर पढ़ें विविधा समाज अकेले कानून के दम पर नहीं मिट पायेगा बाल विवाह का दंश April 20, 2015 / June 4, 2015 by जगमोहन ठाकन | Leave a Comment –जग मोहन ठाकन– -अक्षय तृतीया पर विशेष लेख- बैसाखी का रंग उफान पर है, होली का रंग अभी पूरी तरह से धुला नहीं है । किसान अपनी पकी फसल को बाज़ार में लाकर उल्लास से परिपूर्ण है और किसान के लिए यही समय है अपने दायित्वों से निपटने व ख़ुशी मनाने का। परन्तु कितनी विडम्बना […] Read more » Featured अकेले कानून के दम पर नहीं मिट पायेगा बाल विवाह का दंश कानून बाल विवाह कानून बाव विवाह
राजनीति अल्पसंख्यक विरोध की प्रतिस्पर्धात्मक राजनीति April 20, 2015 / April 20, 2015 by तनवीर जाफरी | 1 Comment on अल्पसंख्यक विरोध की प्रतिस्पर्धात्मक राजनीति -तनवीर जाफरी- दक्षिणपंथी भारतीय जनता पार्टी द्वारा धर्मनिरपेक्षता तथा अल्पसंख्यक विशेषकर मुस्लिम समुदाय के विरोध तथा इसे अनदेखी किए जाने की राजनीति का गुजरात में सफल परीक्षण करने के बाद इसी फार्मूले को गत् लोकसभा चुनाव मेंं राष्ट्रीय स्तर पर भी आज़मा कर भाजपा ने केंद्रीय सत्ता पर नियंत्रण हासिल कर लिया। ऐसा लगता है […] Read more » Featured अल्पसंख्यक अल्पसंख्यक विरोध अल्पसंख्यक विरोध की प्रतिस्पर्धात्मक राजनीति प्रतिस्पर्धात्मक राजनीति
राजनीति …….लौट के राहुल घर को आये! April 20, 2015 by इक़बाल हिंदुस्तानी | 2 Comments on …….लौट के राहुल घर को आये! इक़बाल हिंदुस्तानी कांग्रेस को नेता नहीं ‘हिंदू विरोधी’ छवि बदलने की ज़रूरत है ? कांग्रेस के भावी प्रेसीडेंट राहुल गांधी अचानक 56 दिन को गायब होकर अब घर लौट आये हैं। सत्ताधारी भाजपा को भी इसपर कोई एतराज़ नहीं होना चाहिये क्योंकि उसके नेता पहले से ही ‘घर वापसी’ के अभियान पर काम करते […] Read more » Featured राहुल घर को आये