बच्चों का पन्ना समाज हम सबकी जिम्मेदारी है : पिछड़े बालकों की समस्याएँ March 26, 2017 / March 27, 2017 by शालिनी तिवारी | Leave a Comment विकास व्यक्ति की अनुवांसिक क्षमताओं एवं वातावरण के मध्य होनें वाली आंतरिक क्रिया का परिणाम होता है. बालक की अनुवांसिक क्षमताओं का विकास वातावरण से ही होता है. इसके अतिरिक्त स्वयं वातावरण भी बालक के विकास की दिशा, दशा और गति निर्धारित करनें में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है. Read more » Featured पिछड़े बालकों की विशेषताएँ पिछड़े बालकों की समस्याएँ प्रतिभाशाली बालक प्रतिभाशाली बालकों की विशेषताएँ प्रतिभाशाली बालकों की समस्याएँ
शख्सियत समाज #बलिदानदिवस : “एक ऐसा पत्रकार जिसके लिए पत्रकारिता सदैव एक मिशन रहा” March 25, 2017 by अनुज हनुमत | Leave a Comment इसी कलम ने ब्रिटिश हूकूमत की जड़ें हिला दी थी । इसी कलम से नेपोलियन भी डरा करता था । लेकिन आज के समय में कुछ गंदी और ओछी मानसिकता के हमारे भाई लोगों (पत्रकारों) की वजह से इस कलम की महत्ता में गिरावट आई है । लेकिन आज भी कुछ ऐसे कलम के सिपाही हैं जिनके ऊपर मौजूदा पत्रकारिता को गर्व है । आज गणेश शंकर विद्यार्थी जी हमारे बीच नही हैं लेकिन उनका वो मिशन जरूर है जिसके लिए उन्होंने अपने प्राणों को बलिदान कर दिया । ऐसे महान व् कर्मठ व्यक्तित्व को शत शत नमन ........ Read more » Featured Ganesh Shankar Vidhyarth गणेश शंकर विद्यार्थी पत्रकारिता और गणेश शंकर विद्यार्थी
जन-जागरण समाज परिवार को पतन की पराकाष्ठा न बनने दे March 24, 2017 by ललित गर्ग | Leave a Comment ललित गर्ग वर्तमान दौर की एक बहुत बड़ी विडम्बना है कि पारिवारिक परिवेश पतन की चरम पराकाष्ठा को छू रहा है। अब तक अनेक नववधुएँ सास की प्रताड़ना एवं हिंसा से तंग आकर भाग जाती थी या आत्महत्याएँ कर बैठती थी वहीं अब नववधुओं की प्रताड़ना एवं हिंसा से सास उत्पीड़ित है, परेशान है। वे […] Read more » Featured पतन की पराकाष्ठा परिवार
समाज कभी इन असली जंगलियों से भी मिलिए March 22, 2017 by अरुण तिवारी | Leave a Comment बांस, बहेड़ा, टीम, गांभरी, सेब, गुलमोहर, आम, बरगद... जादव द्वारा लगाये वृक्षों की सूची विविध और इतनी लंबी है कि आप हम पढ़ते-पढ़ते भले ही थक जायें; श्री जादव इन्हे लगाते-पालते-पोषते अभी भी नहीं थके हैं। उनकी सुबह आज भी तीन बजे शुरु होती है। यूं श्री जादव अभी भी दूध बेचते हैं, पर अब वह साधारण दूध विक्रेता नहीं हैं। मवेशी इनकी रोजी-रोटी भी हैं और इनके वृक्षारोपण को मिलने वाली खाद का स्त्रोत भी। पिछले 35 वर्षों मंे राॅयल बंगाल टाइगरों ने उनकी 85 गायों, 95 भैंसों और 10 सुअरों का शिकार किया है; बावजूद इसके जादव को टाइगर सबसे प्रिय हैं। अगस्त, 2012 में एक गैंडे का शिकार होने पर श्री जादव और उनके सबसे छोटे बेटे ने कई दिन तक खाना नहीं खाया। Read more »
समाज पानी के लिए हथियार नहीं, हाथ बढ़ाइए March 20, 2017 by मनोज कुमार | Leave a Comment एक अनुमान के अनुसार विश्व में प्रतिवर्ष 2,600 से 3,500 घन किलो मीटर के बीच जल की वास्तविक खपत है। मनुष्य को जिंदा रहने के लिए प्रतिवर्ष एक घन मीटर पीने का पानी चाहिए, परन्तु समस्त घरेलू कार्यों को मिलाकर प्रतिव्यक्ति प्रतिवर्ष 30 घन मीटर जल की आवश्यकता होती है। विश्व जल की खुल खपत 6 फीसदी हिस्सा घरेलू कार्यों में प्रयुक्त होता है। कृषि कार्यों में 73 प्रतिशत जल और उद्योगों में 21 प्रतिशत जल की खपत होती है। Read more » पानी
शख्सियत समाज योगीराज का लाॅगइन ‘विकास’ है तो पासवर्ड ‘हिंदुत्व’। March 20, 2017 by प्रवक्ता ब्यूरो | Leave a Comment भारत में तब सनातन धर्म लगभग समाप्ति पर आ गया था, देश में बौद्ध और जैन हो गए थे। रामायण और महाभारत जैसे ग्रन्थ खो गए थे, महाराज विक्रम ने ही पुनः उनकी खोज करवा कर स्थापित किया। विष्णु और शिव जी के मंदिर बनवाये और सनातन धर्म को बचाया। गौर से देखें थे विक्रमादित्य और आज के ‘योग्यादित्य’ के समय की परिस्थितियां एक जैसी हैं Read more » Featured Yogi Adityanath yogi Adityanath as cm in uttar pradesh पासवर्ड ‘हिंदुत्व’ योगीराज का लाॅगइन ‘विकास’
समाज बदलाव के लिए तैयार हो जाओ March 20, 2017 by चरखा फिचर्स | Leave a Comment फौज़िया रहमान खान “बदलाव के लिए तैयार हो जाओ” इस नारे के साथ कुछ समय पहले देश भर में विश्व महिला दिवस का आयोजन किया गया। परंतु महत्वपूर्ण बात यह है कि बदलाव की प्रक्रिया तब तक पूरी नही हो सकती जब तक शिक्षा उसके साथ जुड़ न जाए। इस सिलसिले में जेंडर और […] Read more » बदलाव के लिए तैयार हो जाओ
समाज इस्लाम,संगीत,फ़तवा और फ़तवेबाज़ March 20, 2017 by तनवीर जाफरी | Leave a Comment तनवीर जाफ़री इस्लाम धर्म से संगीत के क्या रिश्ते हैं,रिश्ते हैं भी या नहीं यह बहस काफी पुरानी है। निश्चित रूप से इस्लाम धर्म का ही एक वर्ग संगीत को इस्लाम विरोधी बताता है। परंतु इस्लाम के ही अनेक वर्ग या फिरके ऐसे भी हैं जो संगीत अथवा संगीत से संबंधित धुनों के प्रति अपना […] Read more » Featured इस्लाम नाहीद आफरीन फ़तवा फ़तवेबाज़ संगीत सुहाना सईद
समाज जीवन की राहः शांति की चाह March 20, 2017 by ललित गर्ग | Leave a Comment शांति केवल शब्द भर नहीं है, यह जीवन का अहम् हिस्सा है। शांति की इच्छा जहां भी, जब भी, जिसके द्वारा भी होगी पवित्र उद्देश्य और आचरण भी साथ होगा। शांति की साधना वह मुकाम है जहां मन, इन्द्रियां और कषाय तपकर एकाग्र और संयमित हो जाते हैं। जिंदगी से जुड़ी समस्याओं और सवालों का समाधान सामने खड़ा दिखता है तब व्यक्ति बदलता है बाहर से भी और भीतर से भी क्योंकि बदलना ही शांति की इच्छा का पहला सोपान है और बदलना या बदलाव ही शांति के संकल्पों की बुनियाद भी है। Read more » जीवन जीवन की राह शांति की चाह
समाज नैतिक मूल्यों का असल जीवन में महत्व March 17, 2017 by प्रवक्ता ब्यूरो | Leave a Comment हर रोज जन्दगी कुछ पुरानी, नयी उम्मीदें एवं नया रूप दिखाती हैं, कुछ चीजों को हम ध्यानित करते हैं, एवं कुछ चीजों को भूल जाते हैं। कुछ अच्छाईयां, बुराईया हमें एक नया रास्ता बताती हैं। अब हम इस मोड़ पर क्या नया कदम चुनेगे, यह आपका दिल और दिमाग ही बता पायेगा । हमें हमेशा लगनपूर्वक सामाजिक, सांसारिक जिमेवारी निभाते हुए कुछ अलग करने की साहस रखना होगा । यह तभी सम्भव हैं, जब हर इंसान अपनी नैतिक मूल्यों का सही मूल्यांकन अपने सहासिक कदमो से इस धरती पर गौरवान्वित करें। Read more » नैतिक मूल्यों का महत्व
शख्सियत समाज वीरव्रत March 17, 2017 by प्रवक्ता ब्यूरो | Leave a Comment कल्पना से परे है कि अध्ययन में कुशाग्र, हर ओर से समाज की बराबरी करने के बाद भी समाज ने उनसे भेदभाव किया। लेकिन लगातार प्रताड़ित होने के बाद भी उन्होंने संघर्ष नहीं छोड़ा। विधि, अर्थशास्त्र व राजनीति शास्त्र में अध्ययन, कोलंबिया वि.वि. और लंदन स्कूल आॅफ इकाॅनोमिक्स से कई डाक्टरेट डिग्रियां लीं। कुल 32 डिग्रियां बाबासाहेब ने प्राप्त कीं। जीवन भर समाज के दलित, पिछड़े और शोषित वर्ग की आवाज बने रहे। उन्होंने अपने समाज को शैक्षिक, आर्थिक, राजनैतिक, सामाजिक, धार्मिक आदि रूपों में समान करने का अथक प्रयास किया। मृत्यु के 34 वर्ष उपरान्त 1990 में उन्हें ‘भारत रत्न’ से सम्मानित किया गया। Read more » वीरव्रत
समाज कट्टरपंथ की बुरी नजर से कला-संस्कृति को बचाना होगा March 16, 2017 by लोकेन्द्र सिंह राजपूत | Leave a Comment लोकेन्द्र सिंह असम के 46 मौलवियों की कट्टरपंथी सोच को 16 वर्षीय गायिका नाहिद आफरीन ने करारा जवाब दिया है। नाहिद ने कहा है कि खुदा ने उसे गायिका का हुनर दिया है, संगीत की अनदेखी करना मतलब खुदा की अनदेखी होगा। वह मरते दम तक संगीत से जुड़ी रहेंगी और वह किसी फतवे से […] Read more » 16 वर्षीय गायिका नाहिद आफरीन Featured इस्लाम इस्लाम और संगीत के रिश्ते गायिका नाहिद आफरीन नाहिद आफरीन संगीत