समाज अंतर्राष्ट्रीय धार्मिक स्वतंत्रता अधिनियम , अर्थात बेरोक-टोक धर्मान्तरण March 3, 2017 by मनोज ज्वाला | Leave a Comment मनोज ज्वाला ‘अंतर्राष्ट्रीय धार्मिक स्वतंत्रता अधिनियम’ दुनिया भर के देशों को छडीबाज मास्टर की तरह स्वतंत्रता , समानता, लोकतंत्र व मानवाधिकार का पाठ पढाते रहने वाले अमेरिका के हाथों का एक ऐसा डंडा है , जिसकी मार से उसकी छाल इस कदर उखड जाती है कि धार्मिक स्वतंत्रता की परिभाषा ही बदल जाती है । […] Read more » Featured religious conversion अंतर्राष्ट्रीय धार्मिक स्वतंत्रता अधिनियम धर्मान्तरण धार्मिक स्वतंत्रता बेरोक-टोक धर्मान्तरण
महिला-जगत समाज नारी अस्तित्व एवं अस्मिता पर धुंधलके क्यों? March 3, 2017 by ललित गर्ग | Leave a Comment -ललित गर्ग- सम्पूर्ण विश्व में नारी के प्रति सम्मान एवं प्रशंसा प्रकट करते हुए 8 मार्च का दिन उनकी सामाजिक, आर्थिक एवं राजनीतिक उपलब्धियों के उपलक्ष्य में, उत्सव के रूप में मनाया जाता है। इस दिन से पहले और बाद में हफ्ते भर तक विचार विमर्श और गोष्ठियां होंगी जिनमें महिलाओं से जुड़े मामलों जैसे […] Read more » Featured नारी अस्तित्व नारी अस्तित्व एवं अस्मिता नारी अस्मिता नारी की अवमानना
समाज पाखंडी साधुओं की पोल कौन खोलेगा? March 2, 2017 by डॉ. वेदप्रताप वैदिक | Leave a Comment अभी नोएडा की पुलिस ने एक ‘बिल्डर बाबा’ को गिरफ्तार किया है। यह बाबा संन्यासी का भेस धारण करके लोगों को ठगता रहा है। इसने सस्ते फ्लैट बेचने के नाम पर करोड़ों रु. की ठगी की है। लगता है, यह बाबा आसाराम और उसके लड़के की तरह भोला है। वरना भारत में बाबा लोगों पर […] Read more » बिल्डर बाबा
समाज दुःख को सुख में बदलने का नजरिया February 28, 2017 / February 28, 2017 by ललित गर्ग | Leave a Comment ललित गर्ग – आजतक कोई ऐसा व्यक्ति नहीं हुआ, जिसका जीवन समस्यामुक्त हो। हर व्यक्ति किसी-न-किसी समस्या से ग्रस्त और त्रस्त है। इसीलिये दुःख को जीवन का शाश्वत या आर्यसत्य बताया है। दुःख का निवारण कैसे हो? इसकी खोज में अनंत काल से मनीषियों ने अपना जीवन लगाया और पाया कि दुख का कारण है […] Read more » दुःख दुःख को सुख में बदल दुःख को सुख में बदलने का नजरिया सुख
समाज गीता के विविध भाष्य-ग्रंथ और ‘आसमानी किताबियों’ के षड्यंत्र February 28, 2017 by मनोज ज्वाला | Leave a Comment मनोज ज्वाला महाभारत नामक प्राचीन भारतीय महाकाव्य-ग्रंथ से संकलित महज सात सौ श्लोकों वाली ‘गीता’ आसमान से टपकी हुई खुदाई कुरान और ईसाई बाइबिल की तरह छुई-मुई आसमानी किताब नहीं है , जो टीका-टिप्पणी और व्याख्या-विश्लेषण से नापाक व नष्ट-भ्रष्ट हो जाए ; बल्कि यह तो ज्ञान की गंगा है गंगा, जिसमें कोई भी डुबकी […] Read more » ‘गीता रहस्य’ Featured आसमानी किताबियों के षड्यंत्र इस्लामीकरण ईसाईकरण गीता लोकमान्य तिलक विविध भाष्य-ग्रंथ
समाज सार्थक पहल जैविक में है दम, सिक्किम बना प्रथम February 28, 2017 / February 28, 2017 by अरुण तिवारी | Leave a Comment अरुण तिवारी यदि हमारी खेती प्रमाणिक तौर पर 100 फीसदी जैविक हो जाये, तो क्या हो ? यह सोचते ही मेरे मन में सबसे पहले जो कोलाज उभरता है, उसमें स्वाद भी है, गंध भी, सुगंघ भी तथा इंसान, जानवर और खुद खेती की बेहतर होती सेहत भी। इस चित्र के लिए एक टेगलाइन भी […] Read more » 100 फीसदी जैविक कृषि राज्य सिक्किम Featured चाय बोर्ड जैविक कृषि राज्य सिक्किम जैविक खेती नाबार्ड पुष्प बूटी के राष्ट्रीय शोध केन्द भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद मसाला बोर्ड राष्ट्रीय बागवानी बोर्ड सिक्किम सहकारी
समाज पानी पर विकलांगों का भी अधिकार है February 28, 2017 by प्रवक्ता.कॉम ब्यूरो | Leave a Comment मोहम्मद अनीस उर रहमान खान “घर में पानी की पाइप लगी है, लेकिन पानी नहीं आता, परिवार की जरूरतों को पूरा करने के लिए दूर चश्मे से पानी लाता हूँ, अम्मी बीमार रहती हैं, छोटी बहन के पैर सूख गए हैं वे सी-टी-ई-वी बीमारी का शिकार है, उसका तो चलना मुश्किल है तो पानी […] Read more » पानी विकलांगों का अधिकार
समाज कठोरतम सजा की जरुरत February 28, 2017 by डॉ. वेदप्रताप वैदिक | Leave a Comment आज के अखबारों में दो खबरें ऐसी हैं, जो बहुत बेचैन कर देती हैं। एक तो फौज की भर्ती-परीक्षा के प्रश्न पत्र का पहले से ‘आउट’ या ‘लीक’ हो जाना और दूसरा, मप्र के कुख्यात व्यापम घोटाले के छात्रों द्वारा चोरी और सीनाजोरी करना याने जांच के दौरान यह झूठ बोलना कि उनकी जगह किसी […] Read more » Featured कठोरतम सजा की जरुरत मप्र व्यापम घोटाले सुप्रीम कोर्ट
समाज भारतीय नौजवानों में जहर घोलता आईएस February 27, 2017 / February 27, 2017 by संजय द्विवेदी | Leave a Comment संजय द्विवेदी समूची मानवता के लिए खतरा बन चुके खूंखार आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट के प्रति भारतीय युवाओं का आकर्षण निश्चित ही खतरनाक है। कश्मीर से लेकर केरल और अब गुजरात में दो संदिग्धों की गिरफ्तारी चिंतनीय है ही। आखिर आईएस के विचारों में ऐसा क्या है कि भारतीय मुस्लिम युवा अपनी मातृभूमि को छोड़कर, […] Read more » attraction of Indians towards ISIS Featured ISIS ISIS and Indian youngsters भारतीय नौजवानों में जहर घोलता आईएस
जन-जागरण महत्वपूर्ण लेख समाज कितना असाधारण अब सौ फीसदी कुदरती हो जाना February 26, 2017 by अरुण तिवारी | Leave a Comment परिस्थिति के हिसाब से किसानों के तर्क व्यावहारिक हैं। उनकी बातों से यह भी स्पष्ट हुआ कि वे केचुंआ खाद, कचरा कम्पोस्ट आदि से परिचित नहीं है। गोबर गैस प्लांट उनकी पकड़ में नहीं है। हरी खाद पैदा करने के लिए हर साल जो अतिरिक्त खेत चाहिए, उनके पास उतनी ज़मीन नहीं है। ज़िला कृषि कार्यालय के अधिकारी-कर्मचारी गांव में आते-जाते नहीं। सच यही है कि जैविक खेती के सफल प्रयोगों की भनक देश के ज्यादातर किसानों को अभी भी नहीं है। Read more » Featured बी आॅर्गेनिक बी नैचुरल बी वैल्दी मुश्किल है कुदरती हवा रासायनिक हुई माटी-खेती रिमेन हैल्दी
मनोरंजन समाज सिनेमा फिल्म ‘रंगून” की समीक्षा February 25, 2017 by पंडित दयानंद शास्त्री | Leave a Comment रेटिंग: 3/5 स्टार स्टार कास्ट:— सैफ अली खान, शहीद कपूर, कंगना रनावत निर्देशक-संगीत:– विशाल भारद्वाज निर्माता :—- विशाल भारद्वाज, साजिद नाडियाडवाला बैनर :— वायकॉम 18 मोशन पिक्चर्स, विशाल भारद्वाज पिक्चर्स प्रा.लि., नाडियाडवाला ग्रैंडसन एंटरटेनमेंट मूवी टाइप: रोमांटिक ड्रामा अवधि:– 2 घंटा 44 मिनट सेंसर सर्टिफिकेट : — यूए * 2 घंटे 48 मिनट विशाल भारद्वाज […] Read more » फिल्म 'रंगून" की समीक्षा
समाज शादियां: कश्मीर दिखा रहा रास्ता February 23, 2017 by डॉ. वेदप्रताप वैदिक | Leave a Comment जम्मू-कश्मीर की मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने वह कर दिखाया है, जो देश के हर मुख्यमंत्री को करना चाहिए। शादियों में होने वाले अनाप-शनाप खर्च पर रोक लगाने का जो विधेयक संसद में आ रहा है, उस पर मुहर लगे या न लगे लेकिन हर प्रदेश की सरकार चाहे तो वह ऐसे कड़े कानून बना सकती […] Read more » Featured जम्मू-कश्मीर की मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती महबूबा मुफ़्ती शादियों में होने वाले अनाप-शनाप खर्च