विविधा गांधीवाद की परिकल्पना – 2 April 18, 2017 by राकेश कुमार आर्य | Leave a Comment गांधीवाद समस्या की इस जड़ को सदैव बनाये रखना चाहता है। गांधीवादी विचारधारा के ध्वजवाहक नेहरू जी ने भारी उद्योगधंधों का प्रचलन भारत में किया। इससे लाखों करोड़ों लोगों के परम्परागत काम धंधे यथा लुहार, बढ़ई, चर्मकार, जुलाहा आदि बेरोजगार हो गये। कुछ लोगों को रोजगार मिला तो आनुपातिक दृष्टिकोण से बहुत से लोगों का धंधा छिना भी-अर्थात वे बेरोजगार हुए। बड़े उद्योगों के स्थान पर लघु उद्योगों और कुटीर उद्योगों को प्रोत्साहित किया जाता तो हमारी सामाजिक स्थिति आज कुछ दूसरी ही होती। Read more » Featured गाँधीवाद गांधीवादी परम्परा
विविधा कोश परम्परा : सिंहावलोकन April 18, 2017 by डा. रवीन्द्र अग्निहोत्री | Leave a Comment डा. रवीन्द्र अग्निहोत्री, 0.0 मानव सभ्यता के विकास में भाषा का विशेष स्थान है और भाषा के विकास में कोशों का विशेष स्थान है । कोश परंपरा का सिंहावलोकन करते हुए हिंदी से संबंधित कुछ कोशों का संक्षिप्त इतिहास यहाँ प्रस्तुत है । 0 .1 कोश बनाम कोष : सबसे पहले इस शब्द की वर्तनी […] Read more » कोश का उद्गम कोश का विकास कोश परंपरा कोश परंपरा का सिंहावलोकन कोश बनाम कोष सिंहावलोकन
विविधा गांधीवाद की परिकल्पना April 18, 2017 by राकेश कुमार आर्य | Leave a Comment राकेश कुमार आर्य  ‘भारत नेहरू-गांधी का देश हो गया है।’ तथा इसकी विचारधारा गांधीवादी हो गयी है। ये विशेषण है जो हमारे कर्णधारों ने विशेषत: स्वतंत्र भारत में उछाले हैं। वास्तव में सच ये है कि इन विशेषणों के माध्यम से देश को बहुत छला गया है। वाद क्या होता है? हमें कभी ये […] Read more » Featured what is gandhiwad? गाँधीवाद
विविधा आइये, संजो लें विरासत के ये निशां April 18, 2017 by अरुण तिवारी | Leave a Comment आंकङों से इतर विरासत का वैश्विक पक्ष चाहे जो हो, भारतीय पक्ष यह है कि विरासत सिर्फ कुछ परिसंपत्तियां नहीं होती। बाप-दादाओं के विचार, गुण, हुनर, भाषा, बोली और नैतिकता भी विरासत की श्रेणी में आते हैं। संस्कृृृृृति को हम सिर्फ कुछ इमारतों या स्थानों तक सीमित करने की भूल नहीं कर सकते। भारतीय संास्कृतिक विरासत का मतलब 'अतिथि देवो भवः' और 'वसुधैव कुटुम्बकम' से लेकर 'प्रकृति-माता, गुरु-पिता तक है। गौ, गंगा, गीता और गायत्री आज भी हिंदू संस्कृति के प्रमुख निशान माने जाते हैं। Read more » Featured world heritage day विश्व विरासत दिवस
विविधा देश निर्णय करे April 18, 2017 / April 18, 2017 by मृदुल श्रीवास्तव | Leave a Comment वर्तमान में सेकुलरिज्म की परिभाषा को कुछ विकृत मानसिकता के लोगों द्वारा विकृति कर दिया गया है, अब #सेकुलरिस्म शब्द दिखते ही जेएनयू से पूछने वाली भारत विरोधी नारे,एक आतंकी के जनाजे में शरीक 18000 लोग, भगवान श्री कृष्ण के प्रति कुंठा व्यक्त करते हुए विकृत लोग, एक आतंकवादी का पक्ष लिए सुप्रीम कोर्ट में फरियाद के लिए पहुंचे लोगों की ही छवि उभरकर सामने आती है यह वही लोग हैं जो होली और दीपावली को पर्यावरण के लिए दोषी मानते हैं और जीव हत्या इन्हें इको फ्रेंडली लगती है Read more » Featured कश्मीर में पत्थरबाज स्टोन पेल्टर कश्मीर
विविधा टूरिज्म पर टैरेरिज्म हावी क्यों April 17, 2017 by डॉ नीलम महेन्द्रा | Leave a Comment अगर पत्थर बाज अपने देश के लिए पत्थर फेंक रहे हैं तो हमारे जवान किसके लिए पत्थर और गोलियाँ खा रहे हैं? अगर देश को पत्थर बाजों को समझने की जरूरत है तो क्या आपको देश और जवानों के सब्र को समझने की जरूरत नहीं है? अबदुल्ला साहब का कहना है कि आप लोगों को देश की परवाह है लेकिन पत्थर बाजों की नहीं तो क्या आप पत्थर बाजों को इस देश का हिस्सा नहीं मानते? हाल के चुनावों में वो कौन लोग थे जिन्होंने बन्दूक की नोंक पर कश्मीरी आवाम को वोट डालने से रोका? कश्मीर का युवा हाथ में बन्दूकें या पत्थर लेकर इस मुद्दे का हल चाह रहे हैं ? Read more » Featured Terrorism in Kashmir tourism in Kashmir टूरिज्म टैरेरिज्म
विविधा आखिर कब जड़ेगा उत्तर प्रदेश में “मधुशाला पर ताला”?? April 17, 2017 / April 17, 2017 by अपूर्व बाजपेयी | Leave a Comment अवैध धंधो की तरफ उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री जी की नजर टेढ़ी होते ही महिलाओं ने भी शराब बंदी का पुरजोर समर्थन , कहीं तोड़फोड़ तो कहीं मारपीट से किया. उन महिलाओं की नजर में यह एक ऐसा जहर है जो पूरे परिवार की खुशियों को उनसे छीन रहा है पर वर्तमान परिदेश्य के मुताबिक अब सरकार को शराब बंदी की अच्छाइयों के प्रति समाज में जागरूकता फ़ैलाने की आवश्यकता है. स्कूल कॉलेजों में कार्यक्रम आयोजित कर इससे होने वाली परेशानियों से अवगत कराने की जरूरत है तभी इस धीमे जहर से कुछ हद तक राहत पाई जा सकती है . Read more » मधुशाला मधुशाला पर ताला शराब बंदी शराब बंदी का पुरजोर समर्थन
विविधा लद्दाख के कचरा प्रबंधन में महिलाओं की भूमिका April 17, 2017 / April 17, 2017 by चरखा फिचर्स | Leave a Comment इस बारे में 47 वर्षीय गृहिणी जेरिंग डोल्मा जो अमा सोग्स्पा की सदस्य हैं उन्होंने बताया कि “वे कचरे को अलग किए बिना ही इकट्ठा करती हैं और जलाती हैं। क्या वह स्वास्थ्य और पर्यावरण दोनों पर कचरे को अंधाधुंध जलाने के प्रभावों को जानती हैं? पूछने पर उन्होने कहा 'नहीं'। वह वास्तव में यह जानकर अचरज में थी कि प्लास्टिक जलाने पर खतरनाक रासायनिक पदार्थों का उत्सर्जन होता है। Read more » लद्दाख लद्दाख के कचरा प्रबंधन
विविधा पत्थरफेंकुओं पर गज़ब की पहल April 16, 2017 by डॉ. वेदप्रताप वैदिक | Leave a Comment इन हताश और निराश नेताओं से मुझे तो यह उम्मीद थी कि वे फौज की इस जबरदस्त पहल की तारीफ करेंगे और कश्मीरी जवानों को अहिंसक प्रतिरोध की नई-नई तरकीबें सुझाएंगे लेकिन जिन लोगों ने कुर्सी हथियाना ही अपनी जिंदगी का मकसद बना रखा है, वे ऐसी घटिया किस्म की बयानबाजी के अलावा क्या कर सकते हैं? उन्हें पता होना चाहिए कि पाकिस्तानी फौज ने बलूचों पर किस बेरहमी से आसमानी हमले किए थे। Read more » initiative on stone pelters
विविधा लोक सुराज अभियान से लोगों के चेहरे चमके April 16, 2017 / April 16, 2017 by मनोज कुमार | Leave a Comment मुख्यमंत्री डॉ. रमनसिंह स्वयं लोगों की तकलीफों को समझ रहे हैं और वहीं पर उनकी समस्याओं का समाधान कर रहे हैं। तपती दोपहरी में गर्म हवाओं से बेखबर मुख्यमंत्री रमनसिंह की चिंता है कि कैसे लोगों की समस्याओं का समाधान हो। किसी की समस्या का समाधान करते हुए गर्म हवा भी उन्हें ठंडक का एहसास करा जाती है। Read more » Featured लोक सुराज अभियान
विविधा सब कुछ लुटा के होश में आये तो क्या….? April 15, 2017 by ललित गर्ग | 1 Comment on सब कुछ लुटा के होश में आये तो क्या….? कुलभूषण जाधव भारतीय नौ सेना के निवृत अधिकारी हैं। उनका जन्म 1970 में महाराष्ट्र के सांगली में हुआ था। इनके पिता का नाम सुधीर जाधव है, वे 1987 में नेशनल डिफेन्स अकादमी में प्रवेश लिया तथा 1991 में भारतीय नौ सेना में शामिल हुए। उसके बाद सेवा-निवृति के बाद ईरान में अपना व्यापार शुरू किया। 29 मार्च 2016 को पाकिस्तान ने उन्हें बलूचिस्तान से गिरफ्तार बताया, वहीं भारत सरकार का दावा है कि उनका ईरान से अपहरण हुआ है। Read more » Featured कुलभूषण जाधव कुलभूषण जाधव को मौत की सजा
विविधा जलमंत्री कपिल मिश्रा को भी लगा राजरोग April 15, 2017 by अरुण तिवारी | 1 Comment on जलमंत्री कपिल मिश्रा को भी लगा राजरोग गौरतलब है कि पिछले साल श्री श्री रविशंकर की अगुवई में दिल्ली में विश्व सांस्कृतिक महोत्सव का आयोजन किया गया था। यह आयोजन मयूर फेज वन के सामने यमुना डूब क्षेत्र पर हुआ था। इसे लेकर यमुना जियो अभियान के श्री मनोज मिश्र ने राष्ट्रीय हरित पंचाट में अपनी आपत्तियां दर्ज कराई थीं। आपत्तियों को महत्वपूर्ण मानते हुए हरित पंचाट ने आयोजकों को दोषी करार दिया था और एक विशेषज्ञ समिति को यह जिम्मा सौंपा था कि वह आकलन कर बताये कि यमुना पारिस्थितिकी को कितना नुकसान हुआ है और उसकी भरपाई में कितना खर्च व वक्त लगेगा। विशेषज्ञ समिति की अध्यक्षता भारत सरकार के जलसंसाधन मंत्रालय के सचिव शशिशेखर को सौंपी गई थी। Read more »