विधि-कानून विविधा जोगेन्द्र सिंह: एक साहसी पत्रकार June 24, 2015 by प्रवक्ता ब्यूरो | Leave a Comment सुप्रीम कोर्ट ने यूपी के पत्रकार जोगेन्द्र सिंह को जिंदा जलाकर मार डालने के मामले में केंद्र सरकार और राज्य सरकार से आज जवाब तलब किया है। न्यायमूर्ति एम वाई इकबाल और जस्टिस अरुण मिश्रा की पीठ ने पत्रकार सतीश जैन की जनहित याचिका पर सुनवाई के दौरान केंद्र, राज्य सरकार और प्रेस कांसिल […] Read more » Featured एक साहसी पत्रकार जोगेन्द्र सिंह जोगेन्द्र सिंह: एक साहसी पत्रकार
पर्यावरण विविधा मध्यप्रदेश का जलसंकट June 24, 2015 by जावेद अनीस | Leave a Comment जावेद अनीस मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल को झीलों का शहर भी कहा जाता है, वर्षों से यहाँ के तालाब नगरवासियों के लिए पेयजल का प्रमुख स्रोत रहे हैं लेकिन पिछले करीब एक दशक से देश के अन्य शहरों की तरह भोपाल भी गंभीर जल संकट से जूझ रहा है, तेजी से गिरते भूजल स्तर […] Read more » drinking water scarcity in MP Featured जलसंकट मध्यप्रदेश
टॉप स्टोरी विविधा विश्व ने देखी योग शक्ति की विराट झलक June 24, 2015 by सुरेश हिन्दुस्थानी | Leave a Comment सुरेश हिन्दुस्थानी भारतीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का आहवान एक बार फिर से भारत की छवि उभारने वाला प्रमाणित हुआ है। अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर पूरे विश्व में योग का जो स्वरूप दिखाई दिया, वह अपने आप में एक करिश्मा है। करिश्मा इसलिए क्योंकि ऐसा न तो पहले कभी हुआ है और न ही […] Read more » Featured योग शक्ति
विविधा हरिवंश बाबा June 23, 2015 by विपिन किशोर सिन्हा | 2 Comments on हरिवंश बाबा (एक संस्मरण) हरिवंश बाबा मेरे अपने बाबा के परम मित्र थे। मेरे बाबा को मेरे बाबूजी के रूप में एक ही संतान थी; हरिवंश बाबा के कोई संतान नहीं थी। इसलिए वे मेरे बाबूजी को बहुत प्यार करते थे। मेरे बाबूजी जब इंटर में थे, तभी मेरे बाबा का देहान्त हो गया। मैंने अपने बाबा […] Read more » Featured हरिवंश बाबा
जन-जागरण विविधा अब आ गया आम का आनंद June 22, 2015 by मृत्युंजय दीक्षित | Leave a Comment मृत्युंजय दीक्षित ऋतुओं के देश भारत की विशेषता है कि यहां पर हर ऋतु के अनुकूल फल प्रकृति उपलब्ध कराती है। गर्मी में आवश्यकता के अनुरूप रसीले फलों की प्रचुरता रहती है।इन्हीं रसीले फलों के बीच सजता है फलों का राजा रसीला आम। आम “आम” और ”खास“ सभी का फल है। आम का वैज्ञानिक […] Read more » varietis of mangoes आम आम का आनंद
कला-संस्कृति टॉप स्टोरी विविधा गोरी-काली नस्लों में बंटता अमेरिका June 22, 2015 by प्रमोद भार्गव | Leave a Comment प्रमोद भार्गव अमेरिका में निरंतर नस्लीय हिंसा से जुड़ी निर्मम वारदातें सामने आ रही हैं। दक्षिण केरौलिना के चार्ल्सटन शहर में अश्वेतों के ऐतिहासिक चर्ज में डायलन रूफ नाम के श्वेत युवक ने हिंसक हमला किया और नौ लोगों की हत्या कर दी। गिरफ्तारी के बाद रूफ द्वारा पुलिस को दिए बयान और उसकी […] Read more » Featured racial discrimination in America अमेरिका गोरी-काली नस्ल
खेत-खलिहान विविधा लंगड़ा आम का नामकरण कथा June 22, 2015 by अशोक “प्रवृद्ध” | 1 Comment on लंगड़ा आम का नामकरण कथा अशोक “प्रवृद्ध” यूँ तो प्रधानमन्त्री नरेन्द्र मोदी के संसदीय निर्वाचन क्षेत्र बनारस आज भी बहुत-सी चीजों के लिए लोकप्रिय है, मशहूर है, तथापि जिस चीज के लिए वह सारे उत्तर भारत में प्रसिद्ध है, वह है बनारस का लंगड़ा आम, जिसे देखते ही लोगों के मुँह में पानी आ जाता है और वे उसे किसी […] Read more » Featured लंगड़ा आम
विविधा हिण्डन-यमुना-गंगा नदी पंचायत निर्णय June 22, 2015 / June 22, 2015 by अरुण तिवारी | Leave a Comment -अरुण तिवारी- 1. संदर्भ: गंगा के प्रवाह में प्रदूषित पानी की आवक औसतन 700 क्युसेक है; जबकि यदि पूरी क्षमता के साथ वर्षा जल संचयन की कोशिश की जाये, तो गंगा में सतत् प्रवाह की मात्रा को 50 हजार क्युसेक तक बढाया जाना संभव है। उक्त तथ्य को आधार बनाकर श्री दीपक सिंघल (प्रधान […] Read more » Featured गंगा नदी पंचायत निर्णय यमुना हिण्डन हिण्डन-यमुना-गंगा नदी पंचायत निर्णय
टॉप स्टोरी विविधा जब योग का कहीं कोई विरोध है ही नहीं तो उसे करवाने की आक्रामक नाटकीयता क्यों ? June 20, 2015 by श्रीराम तिवारी | 10 Comments on जब योग का कहीं कोई विरोध है ही नहीं तो उसे करवाने की आक्रामक नाटकीयता क्यों ? आजकल शुद्ध सरकारी और उसका पिछलग्गू व्यभिचारी प्रचार तंत्र नाटकीय ढंग से योगाभ्यास के बरक्स आक्रामक और असहिष्णु हो चला है। दृश्य,श्रव्य ,पश्य, छप्य,डिजिटल,इलक्ट्रॉनिक ,मोबाइल और तमाम ‘प्रवचनीय’ माध्यमों दवरा बार -बार कहा जा रहा है कि दुनिया में भारतीय योग का झंडा पहली बार बुलंदियों को छूने वाला है। बड़े ही आक्रामक तरीके से यह भी सावित करने की कोशिश की जा रही है कि जो […] Read more » Featured आक्रामक नाटकीयता क्यों ? जब योग का कहीं कोई विरोध है ही नहीं
धर्म-अध्यात्म विविधा ‘समाज में बढ़ता पाखण्ड व ठगी और अन्धकारनाशक वेदविद्या’ June 20, 2015 by मनमोहन आर्य | Leave a Comment हमारे देश के पतन के कारणों में मुख्य कारण था विद्या का ह्रास तथा अन्धविश्वासों व पाखण्डों की वृद्धि। वर्तमान में देश में जो उन्नति देखी जा रही है वह विद्या की कुछ उन्नति व अन्धविश्वासों व पाखण्डों में कुछ कमी के कारण है। महर्षि दयानन्द (1825-1883) ने देश की अवनति के कारणों को […] Read more » ‘समाज में बढ़ता पाखण्ड व ठगी और Featured अन्धकारनाशक वेदविद्या’ वेदविद्या समाज में बढ़ता ठगी समाज में बढ़ता पाखण्ड
विविधा स्वास्थ्य-योग शारीरिक व्यायाम की प्राचीन कला है योग June 20, 2015 by प्रमोद भार्गव | 1 Comment on शारीरिक व्यायाम की प्राचीन कला है योग प्रमोद भार्गव यह विडंबना ही है कि जब योग को पूरी दुनिया ने स्वीकार कर लिया है तब चंद धार्मिक समूह इसे धर्म और संप्रदाय विशेष का रंग देने की कलाबाजी का राजनैतिक खेल खेल रहे हैं। जबकि वास्तव में योग शारीरिक और मानसिक व्यायाम की प्राचीन भारतीय कला है। कला का यह खजाना अब […] Read more » Featured Yoga प्राचीन कला योग प्राचीन कला है योग योग शारीरिक व्यायाम
विविधा समाज संतान को देकर जाएं June 20, 2015 / July 20, 2015 by प्रवक्ता.कॉम ब्यूरो | Leave a Comment श्री राम कृष्ण श्रीवास्तव 1 हम अपने माता पिता होने का दायित्व बड़ी कुशलता से निभाते हैं। अपने बच्चे को योग्यतम शिक्षा और ज्ञान देकर समाज में सम्मान के साथ रहने के लिए उसे उचित मार्ग दर्शन देते हैं। जिसके आधार पर वह अपनी योग्यता से वो सब कुछ अर्जित करने की क्षमता और सामर्थ्य […] Read more » ’’एक संतान’’ Featured give your child relationships इकलौती संतान को सम्पूर्ण पारिवारिक सम्बन्ध संतान को देकर जाएं