विविधा देश का प्रमुख राजपुरुष (प्रधानमंत्री) व राज्याधिकारी कैसे हों?” July 5, 2017 by मनमोहन आर्य | Leave a Comment मनमोहन कुमार आर्य सत्यार्थप्रकाश ऋषि दयानन्द का प्रमुख एवं विश्व प्रसिद्ध ग्रन्थ हैं। विधर्मियों के लिए यह एक प्रकार से सूर्य के समान है जो संसार के समस्त पापों को भस्म करने की क्षमता व सामर्थ्य वाला है। इस ग्रन्थ का छठा समुल्लास देश के राजपुरुषों के लिए राजधर्म पर वैदिक शास्त्रों के अनुसार ऋषि […] Read more » प्रधानमंत्री प्रधानमंत्री) व राज्याधिकारी कैसे हों
विविधा अब यूपी में होगा धार्मिक पर्यटन का विकास July 4, 2017 by मृत्युंजय दीक्षित | Leave a Comment मृत्युंजय दीक्षित प्रदेक में योगी सरकार बनने के बाद कई क्षेत्रों में बदलाव के आसार दिखलायी पड़ने लग गये हेे। जिसमें पर्यटन भी एक है। पिछली सरकारों ने पर्यटन के क्षेत्र को छुआ तक नहीं गया था । यदि पिछली सरकारों ने पर्यटन के नाम पर कुछ किया है तो वह है मुस्लिम तुष्टीकरण। विगत […] Read more » Featured heritage tour in UP heritage tourism in uttar pradesh अयोध्या उप काशी धार्मिक पर्यटन मथुरा मुस्लिम तुष्टीकरण यूपी यूपी में धार्मिक पर्यटन
विविधा यह वृक्ष ही बचाएंगे हमें July 4, 2017 by लोकेन्द्र सिंह राजपूत | Leave a Comment – लोकेन्द्र सिंह प्रकृति के बिना मनुष्य के जीवन की कल्पना संभव नहीं है। जल-जंगल के बिना जन का जीवन संभव है क्या? साधारण बुद्धि का व्यक्ति भी इस प्रश्न का उत्तर जानता है। लेकिन, लालच से वशीभूत आदमी प्रकृति का संवर्द्धन करने की जगह निरंतर उसका शोषण कर रहा है। हालाँकि वास्तविकता यही है कि वह प्रकृति […] Read more » Featured नमामि देवी नर्मदे नर्मदा नदी का संरक्षण नर्मदा सेवा यात्रा पेड़ों के अभाव मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान वृक्ष
विविधा मैं गरीब हूं, इबारत गरीबी का मजाक है July 4, 2017 by ललित गर्ग | Leave a Comment -ललित गर्ग- राजस्थान में गरीबों का मखौल उड़ाने का एक गंभीर मामला सामने आया है, जो हमारी राजनीति के साथ-साथ प्रशासनिक मूल्यहीनता एवं दिशाहीनता का परिचायक है। राजनीतिक लाभ लेने के लिये किस तरह सरकार के द्वारा जनयोजनाआंें को भुनाने के प्रयत्न होते हैं, उसका राजस्थान एक घिनौना एवं अमानवीय उदाहरण बनकर प्रस्तुत हुआ है। […] Read more » Featured गरीब
विविधा स्टंट बाइकर्स : जानलेवा शौक और मौत से यारी July 4, 2017 by संजय सक्सेना | Leave a Comment संजय सक्सेना स्टंट बाइकर्स, यह नाम कुछ वर्ष पहले तक गणतंत्र दिवस पर परेड के दौरान स्टंट करते सेना के जवानों, रूपहले पर्दे और सर्कस की दुनिया तक ही सीमित था, लेकिन अब यह महानगरों से लेकर छोटे -छोटे शहरों में युवाओं का शगल बन गया है। कभी देर रात्रि तो कभी दिन के सन्नाटे […] Read more » Featured जानलेवा शौक मौत से यारी स्टंट बाइकर्स
आर्थिकी विविधा जीएसटी : अधूरा ज्ञान या फिर दुष्प्रचार July 1, 2017 by डॉ नीलम महेन्द्रा | Leave a Comment विपक्ष का विरोध करना स्वाभाविक है लेकिन देश के व्यापारी? क्या अधूरा ज्ञान ? या फिर दुष्प्रचार ? तो आइए विरोध या समर्थन से पहले कुछ महत्वपूर्ण बिन्दुओं को समझ लें 30 जून 2017 भारतीय इतिहास में 8 नवंबर के बाद एक और ऐतिहासिक तारीख़ यहाँ 8 नवंबर का जिक्र इसलिए किया गया है क्योंकि […] Read more » Featured gst notebandi जीएसटी नोटबंदी
विविधा दूषित सोच से लोकतंत्र का कमजोर होना July 1, 2017 by ललित गर्ग | Leave a Comment हमारी विरोध की ताकत भी किन्हीं संकीर्णताओं की शिकार है। यही कारण है कि इन स्थितियों से गुरजते हुए, विश्व का अव्वल दर्जे का लोकतंत्र कहलाने वाला भारत आज अराजकता के चैराहे पर है। जहां से जाने वाला कोई भी रास्ता निष्कंटक नहीं दिखाई देता। इसे चैराहे पर खडे़ करने का दोष जितना जनता का है उससे कई गुना अधिक राजनैतिक दलों व नेताओं का है जिन्होंने निजी व दलों के स्वार्थों की पूर्ति को माध्यम बनाकर इसे बहुत कमजोर कर दिया है। Read more » Featured Tylene Lyngdoh ताइलिन लिंगदोह लोकतंत्र लोकतंत्र में गरीब
आर्थिकी विविधा दौर है विनिवेश का June 30, 2017 by अतुल तारे | 1 Comment on दौर है विनिवेश का यह दौर ही संभवत: विनिवेश का है। अत: एयर इंडिया के विनिवेश के भारत सरकार के निर्णय पर अब कोई हैरानी नहीं है। देखना अब सिर्फ इतना है कि यह दौर आखिर कितना लंबा चल पाएगा? कारण एक सामान्य बुद्धि भी यही कहती है कि निवेश था तो आज हमने विनिवेश कर लिया, जब यही […] Read more » Featured उड्डयन मंत्री जयंत सिन्हा एयर इंडिया भारतीय अर्थ व्यवस्था विनिवेश
विविधा राष्ट्र के विकास की धरोहर हमारे पुस्तकालय June 30, 2017 by डा. राधेश्याम द्विवेदी | Leave a Comment डा. राधेश्याम द्विवेदी वास्तव में मनुष्य के लिए ज्ञान अर्जन व बुद्धि के विकास के लिए पुस्तकों का अध्ययन अत्यंत आवश्यक है । शास्त्रों में भी पुस्तकों के महत्व को सदैव वर्णित किया गया है । संस्कृत की एक सूक्ति के अनुसार – “ काव्य शास्त्र विनोदेन, कालो गच्छति धीमताम् । व्यसनेन च मूर्खाणां, निद्रयाकलहेन […] Read more » Featured पुस्तकालय राष्ट्र के विकास की धरोहर
विविधा समय की आवश्यकता है-शहरों के नामों का भारतीयकरण June 30, 2017 by राकेश कुमार आर्य | 3 Comments on समय की आवश्यकता है-शहरों के नामों का भारतीयकरण हमारे देश के छह लाख गांवों में से भी बड़ी संख्या में ऐसे गांव आपको मिल जाएंगे जिनके मौलिक नाम हिंदू वैदिक संस्कृति को प्रकट करने वाले रहे हैं, परंतु विदेशी आक्रांता शासकों ने उन गांवों के नाम भी ऐसे किसी अत्याचारी, अनाचारी और दुराचारी व्यक्ति के नाम पर रख दिये हैं जिसने उस गांव के मूल निवासियों को मिटाने या उनका धर्म परिवर्तन कराने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। Read more » Featured name change of cities भारतीयकरण शहरों के नाम शहरों के नामों का भारतीयकरण
आर्थिकी विविधा वस्तु एवं सेवा कर : समस्या या समाधान June 29, 2017 by सुरेश हिन्दुस्थानी | Leave a Comment 1 जुलाई से लागू होने जा रहा है एक समान कर वाला जीएसटी यानि गुड्स एंड सर्विसिस टैक्स एक ऐसा टैक्स है जो टैक्स के बड़े जाल से मुक्ति दिलाएगा। जीएसटी आने के बाद बहुत सी चीजें सस्ती हो जाएगी जबकि कुछ जेब पर भारी भी पड़ेंगी। लेकिन सबसे बड़ा फायदा होगा कि टैक्स का पूरा सिस्टम आसान हो जाएगा। 18 से ज्यादा टैक्सों से मिलेगी मुक्ति और पूरे देश में होगा सिर्फ एक टैक्स जीएसटी। Read more » Featured gst जीएसटी
विविधा डॉक्टर्स डे: कठिन है चुनौती June 29, 2017 by राजू पाण्डेय | Leave a Comment भारत रत्न डॉ बिधान चंद्र रॉय के जन्म एवं निर्वाण दिवस 1 जुलाई को मनाए जाने वाले डॉक्टर्स डे के अवसर पर एक चर्चित प्रसंग याद आ रहा है,संभवतः सन 1933 में मई माह में जब हरिजनों के हितों की रक्षा के लिए महात्मा गाँधी पूना में 21 दिन के उपवास पर थे,उनकी अवस्था चिंताजनक […] Read more » Featured डॉक्टर्स डे