प्रवक्ता न्यूज़ किसान आंदोलन : घबराहट नहीं, समाधान दे सरकार June 9, 2017 by अतुल तारे | 1 Comment on किसान आंदोलन : घबराहट नहीं, समाधान दे सरकार पर यह भी एक सच है तथ्य है कि शिवराज सरकार ने किसानों की बेहतरी के लिए जमीनी प्रयास किए। कांग्रेस शासन में किसानों को कर्जे पर 18 फीसदी ब्याज लिया जाता था, तो आज यह शून्य फीसदी है। दिग्विजय शासन में गांवों से बिजली गायब थी तो आज यह 15-16 घंटें तो है ही। फसल खरीदी पर 150 फीसदी बोनस है जो पहले था ही नहीं। यही कारण है कि कृषि विकास दर 4 से 7 प्रतिशत से बढ़कर 23 प्रतिशत हुई। निश्चित रूप से शिवराज सरकार इसके लिए बधाई की पात्र है। Read more » 1998 का मुलताई कांड Featured तमिलनाडु के किसानों का दिल्ली में नग्न प्रदर्शन दिल्ली के जंतर-मंतर में गजेन्द्र की खुदकुशी भारतीय किसान संघ मंदसौर के गोली कांड राष्ट्रीय षड्यंत्र
टेक्नोलॉजी विज्ञान विविधा अंतरिक्ष में मनुष्य भेजने का खुला रास्ता June 9, 2017 by प्रमोद भार्गव | Leave a Comment संदर्भः- इसरो ने छोड़ा भारी उपग्रह- ं प्रमोद भार्गव अंतरिक्ष असीम है और उसमें जिज्ञासा व खोज की अनंत संभावनाएं हैं। करीब 30 साल पहले भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने अंतरिक्ष के क्षेत्र में भविष्य की सुखद संभावनाओं को तलाशने की पहल की थी। आज हम एक-एक कर कई उपलब्धियां हासिल कर अंतरिक्ष के […] Read more » Featured अंतरिक्ष इसरो जीएसएलवी मार्क-3 प्रक्षेपण तकनीक भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन
विविधा जीवनदायी दूध का सड़कों पर फैलाना June 9, 2017 by प्रमोद भार्गव | Leave a Comment प्रमोद भार्गव इस समय देश के किसान अपनी अनेक समस्याओं को लेकर हड़ताल पर हैं। अपना आक्रोश प्रकट करने के लिए दूध के भरे टैंकर तो किसानों ने सड़कों पर फैलाए ही, दुग्ध उत्पादक किसानों ने घर-घर दिए जाने वाला दूध भी नष्ट कर दिया। उनकी ऋणमाफी और फसल व दुग्ध उत्पादन की दर […] Read more » adulterated milk Featured milk supply दूध का सड़कों पर फैलाना
समाज लोगों की मौत और हिंसक प्रदर्शन से आगे क्या ? June 9, 2017 by मिलन सिन्हा | Leave a Comment जरा सोचिये, समाज में अशांति फैलाने के लिए पेड उपद्रवियों (यानि पैसे के लिए कुछ भी करेगा टाइप उपद्रवी) और उनके पीछे प्रत्यक्ष-अप्रत्यक्ष रूप से खड़े कतिपय राजनीतिक नेताओं को छोड़ कर ऐसा असामाजिक कृत्य कोई कैसे कर सकता है. फिर सोचने वाली बात यह भी है कि सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुँचाने से आम कर दाताओं का ही जेब ढीला होता है. ट्रक, बस आदि जलाने से बीमा कंपनियों द्वारा क्षति का भुगतान करना पड़ता है, जो प्रकारांतर से हमें और देश को आर्थिक नुकसान पहुंचाता है. ऐसे भी, कुछ लोगों के गैरकानूनी हरकतों के कारण हजारों–लाखों लोग आए दिन बेवजह मुसीबत झेलें. Read more » Featured mandsaur farmer death लोगों की मौत हिंसक प्रदर्शन
टेक्नोलॉजी विज्ञान विविधा वैज्ञानिकों के चमत्कार को नमस्कार June 8, 2017 by राकेश कुमार आर्य | Leave a Comment अब आज जब हम अपने आधुनिक विश्व के वैज्ञानिकों को अंतरिक्ष की खोज करते हुए देखते हैं, हम यह भी देखते हैं कि आज के वैज्ञानिक कैसे नये-नये अंतरिक्षीय रहस्यों से पर्दा उठाते जा रहे हैं, तो हमें उन पर आश्चर्य होता है। वास्तव में यह आश्चर्य करने की बात नहीं होनी चाहिए, अपितु हमें अपने आप पर गर्व होना चाहिए कि आज का विज्ञान जितना ही अंतरिक्षीय रहस्यों को उद्घाटित करता जा रहा है-वह उतना ही अधिक हमारे साक्षात्धर्मा ऋषियों के उत्कृष्टतम चिंतन को नमन करता जा रहा है। Read more » Featured GSLV MK3 ISRO अंतरिक्ष उपग्रह जीएसएलवी एमके 3 भारत वैज्ञानिक चमत्कार
मीडिया सोशल मीडिया का धमाल June 8, 2017 by बीनू भटनागर | 2 Comments on सोशल मीडिया का धमाल मेरे बच्चे कभी औरकुट पर चैट करते दिखते थे तो बस एक रटी रटाई डाँट लगा दिया करती थी, पढ़ाई करो …….समय बर्बाद मत करो……….. उस समय तक कम्पूयूटर मुझे हउआ सा लगता था कभी छुआ नहीं था,सीखना तो दूर की बात है। अब औरकुट तो कोमा में है पर उसके बन्धु पूरे विश्व में […] Read more » benefits of social media demerits of social media Featured सोशल मीडिया
समाज क्यों न फिर से निर्भर हो जाए June 8, 2017 / June 9, 2017 by डॉ नीलम महेन्द्रा | Leave a Comment जरा एक पल रुक कर सोचिए तो सही कि यह भौतिकवादी संस्कृति हमें कहाँ लेकर जा रही है? क्यों हमारे समाज में जहाँ समाज और परिवार एक दूसरे के पूरक थे आज उन दोनों के बिखराव को झूलाघरों एवं वृद्धाश्रमों द्वारा पूरा किया जा रहा है? शायद इन सभी सवालों के जबाव इन सवालों में ही है। Read more » become dependent on kids again for need dependent on kids Featured grand parents dependent on kids for needs निर्भर भौतिकवादी संस्कृति
समाज किस काम की है, यह मौत की सजा ? June 8, 2017 by डॉ. वेदप्रताप वैदिक | Leave a Comment बलात्कार की सजा इतनी सख्त होनी चाहिए कि किसी के मन में बलात्कार का विचार पैदा होते ही उसकी सजा की भयंकरता घनघनाने लगे। याने बलात्कार के मुकदमों का निपटारा प्रायः एक माह में ही होना चाहिए और मृत्युदंड बंद कोठरी में नहीं, जेल की चारदीवारी में नहीं, बल्कि कनाट प्लेस और चांदनी चौक जैसे खुले स्थानों पर दी जानी चाहिए और उनका जीवंत प्रसारण सभी चैनलों पर होना चाहिए। देखें, फिर देश में बलात्कारों की संख्या एकदम घटती है या नहीं ? Read more » Featured बलात्कार की सजा
समाज मूसा तुम आतंकी हम देशप्रेमी भारतीय! June 8, 2017 / June 8, 2017 by इक़बाल हिंदुस्तानी | Leave a Comment मिस्टर मूसा अलबत्ता तुम ठहरे सारी दुनिया के खुदाई फौजदार, इस् लाम और इंसानियत के दुश्मन तो तुम अपना यह गंदाखूनी खेल कश्मीर तक ही सीमित रखो क्योंकि तुम्हारी ज़िंदगी चार दिन की ही है। भा जपा नेता शाहनवाज़ हुसैन ने कम से कम इतनी बात तो ठीक ही कही है कि भारतीय मुसलमान तुम्हारे झांसे में नहीं आने वाला और एक दिन ख़बर मिलेगी तुम कश्मीर को इस्लामी राष्ट्र बनाने का सपना देखते देखते खुद चंद दिन बाद सेना की गोली का शिकार हो गये। Read more » Featured ज़ाकिर मूसा पूर्व कमांडर कश्मीरी आतंकी हिजबुल मुजाहिदीन
मीडिया सीबीआई ने धोखाधड़ी के खिलाफ कार्रवाई की है या एनडीटीवी की स्वतंत्रता के खिलाफ? – एस. गुरुमूर्ति June 8, 2017 by हरिहर शर्मा | Leave a Comment पूरे यूपीए सरकार के कार्यकाल में, एनडीटीवी ने अपनी शेल सहायक कंपनियों में निवेशकों की पहचान का खुलासा करने से इनकार कर दिया। यहाँ तक कि उसने कानूनन आवश्यक अपेक्षित विदेशी सहयोगियों की बैलेंस शीट को भी संलग्न नहीं किया। हैरत की बात तो यह कि यूपीए सरकार के कंपनी कानून विभाग ने भी बैलेंस […] Read more » Featured एनडीटीवी एनडीटीवी की स्वतंत्रता धोखाधड़ी सीबीआई
विविधा शिक्षा से जुड़े सवालों का अनुत्तरित होना June 8, 2017 by ललित गर्ग | Leave a Comment ललित गर्ग- दुनिया के परिदृश्य में भारत में जिस रफ्तार से प्रगति हो रही है, चाहे वह आर्थिक हो, सांस्कृतिक हो, वैज्ञानिक हो, कृषि की हो, तकनीक की हो, उस अनुपात में देश में शिक्षा की अपेक्षित प्रगति आजादी के 70 वर्ष बाद भी हासिल न होना शोचनीय है। नरेंद्र मोदी भारत के प्रधानमंत्री बने […] Read more » Featured शिक्षा शिक्षा के प्रति सरकार की ढुलमुल नीति शिक्षा के राजनीतिकरण स्कूलों में शिक्षकों की कमी
विविधा कम्युनिस्टों का एजेंडा, सेना को करो बदनाम June 8, 2017 by लोकेन्द्र सिंह राजपूत | 1 Comment on कम्युनिस्टों का एजेंडा, सेना को करो बदनाम कम्युनिस्ट विचारधारा के लेखक पार्थ चटर्जी का अंग्रेजी में लिखा एक लेख दो जून को कम्युनिस्ट एजेंडे पर संचालित वेबस्थल 'द वायर' पर प्रकाशित होता है। इस लेख में चटर्जी सभी सीमाएं तोड़ते हुए लिखते हैं कि कश्मीर'जनरल डायर मोमेंट' से गुजर रहा है। वर्ष 1919 में जलियांवाला बाग हत्याकांड के पीछे ब्रिटिश सेना के तर्र्क और कश्मीर में भारतीय सेना की कार्रवाई (मानव ढाल) का बचाव, दोनों में समानताएं हैं। उल्लेखनीय है कि मेजर गोगोई ने कश्मीर घाटी में उपद्रवियों और पत्थरबाजों की हिंसा से पोलिंग पार्टी को बचाने के लिए एक पत्थरबाज को जीप के आगे बांध लिया था। Read more » 'जनरल डायर मोमेंट' Featured इतिहासकार पार्थ चटर्जी कम्युनिस्टों का एजेंडा मेजर लीतुल गोगोई